पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ विधान परिषद चुनाव का भी बिगुल बज गया है।बिहार के स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव आयोग ने कार्यक्रम जारी कर दिया है।22 अक्टूबर को विधान परिषद के लिए मतदान की तारीखें तय की गई है।


बिहार के 04 शिक्षक और 04 स्नातक विधान परिषद सीटों के लिए 28 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी‌।05 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे और 06 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।08 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे।

विधान परिषद के लिए 22 अक्टूबर को मतदान होगा।सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक वोटिंग होगी और 12 नवंबर को मतगणना की तारीख रखी गई है।आपको बता दें कि विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की मतगणना 10 नवंबर को होगी,जबकि विधान परिषद की 8 सीटों की मतगणना 12 नवंबर को होगी.

मढ़ौरा: केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विल जन विरोधी किसान विरोधी है. केंद्र सरकार के इस जनविरोधी नीति के खिलाफ आज पूरा देश और बिहार आक्रोशित है. इसी के मद्देनजर किसानों के हित में हमारी पार्टी खड़ी है और हम लोग विरोध मार्च कर रहे हैं. उक्त बातें मढ़ौरा के राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने मढ़ौरा बाजार के के गढ़ देवी चौक पर कहीं.

श्री राय ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों को गुमराह कर रही है. कि इस कानून से किसानों को लाभ होगा जबकि जीएसटी नोटबंदी का क्या हर्ष हुआ देख चुके हैं. उसी के कारण आज हमारा देश बर्बाद हो रहा है और हमारे प्रधानमंत्री जी इस बिल को किसान का हितैषी बता रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल का स्पष्ट मानना है कि यह बिल किसान विरोधी है इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य जो निर्धारित था पहले से उसे भी समाप्त किया जा रहा है.

Chhapra: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं किसान सभा की सारण जिला इकाई ने भारत के संसद द्वारा पारित किसान विरोधी बिल के विरोध में शहर में सड़कों पर उतर विरोध मार्च निकाला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूतला फूंक आक्रोश प्रकट किया.

विरोध मार्च भाकपा जिला मुख्यालय मंजर रिज़वी भवन सलेमपुर से निकाला गया जिसका नेतृत्व भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह एवं जिला किसान सभा के संयोजक हरिवल्लभ सिंह एवं उप संयोजक भरत राय ने किया.

प्रदर्शनकारी किसान कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में भारत सरकार द्वारा पारित कराए किसान विरोधी बिल को रद्द करने, स्वामीनाथ आयोग के मुताबिक फसल के समर्थन मूल्य लागू करने, खेती को कार्पोरेट घरानों से मुक्त करने, अनिवार्य वस्तु अधिनियम 1925 को जारी रखने, किसानों को कर्ज मुक्त करने की मांगों से संबंधित नारे लगाते हुए शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर प्रर्दशन किया तत्पश्चात नगरपालिका चौक पर पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया.

प्रदर्शनकारियों को भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह, चुल्हन प्रसाद सिंह, किसान नेता हरिबल्लभ सिंह, भरत राय, वरीय अधिवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी, अवधेश राय, छात्र नेता राहुल कुमार यादव, अमित नयन, परमात्मा प्रसाद गुप्ता, नागेन्द्र राय, शिवजी दास, सुरेश वर्मा, सुग्रीव गुप्ता, युवा नेता दिलीप वर्मा अन्य ने संबोधित किया एवं संसद द्वारा पारित किसान बिल को रद्द करने की मांग करते हुए सरकार की किसान विरोधी नीतियों की आलोचना की.

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमित सदस्य सह गोपालगंज के प्रभारी, सारण के पूर्व जिलाध्यक्ष व गंगा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रांतीय संयोजक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि कृषि सुधार विधेयक बिल किसानों के हित में है. इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा और अन्नदाता संपन्न होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप ही केंद्र की एनडीए सरकार ने यह बिल सदन में पास कराया है। प्रधानमंत्री की शुरू से ही यह राय है कि किसानों की आमदनी दोगुनी करनी है. इस दिशा में लगातार कार्य हो रहे हैं. चाहे हर खेत को पानी पहुंचाने का प्रयास हो या फिर कृषि फीडर की व्यवस्था करनी हो. किसानों के उत्पाद की सही कीमत मिले, इसके लिए यह विधेयक जरूरी था. इसके बाद भी अब तक किसानों का शोषण करने वाली कांग्रेस उन्हें गुमराह कर रही है. यदि कांग्रेस की नीतियां सही होती, तो आज तक किसान बदहाल नहीं रहते और अन्नदाता आत्महत्या को मजबूर नहीं होते. इसलिए अन्नदाताओं से आग्रह है कि वे कांग्रेस की चालबाजी समझ खुद के हित में इस बिल का समर्थन करें.

श्री सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी के उल्लेखनीय कार्यों को भी गिनाया और कहा कि उनकी सकारात्मक पहल से सारण में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित हुए हैं. जिले में एनएचआई, पीडब्ल्यूडी व ग्रामीण सड़कों का जाल बिछ गया है. गंगा पर दो अतिरिक्त सेतु के निर्माण को भी हरी झंडी दिलाने में सांसद की महती भूमिका रही है. इन दोनों सेतु के निर्माण का सपना साकार होते ही सारण की कनेक्टिविटी सीधे तौर पर राजधानी पटना से हो जायेगी. फिर वह दिन दूर नहीं, जब ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर ग्रेटर पटना के रूप में सारण विकसित होगा. सोनपुर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की स्वीकृति भी सांसद की पहल पर केंद्र सरकार ने प्रदान कर दी है. राज्य सरकार से एनओसी मिलते ही कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है. इस एयरपोर्ट का निर्माण होते ही सारण दुनिया के मानचित्र पर स्थापित हो जायेगा.

श्री सिंह ने कहा कि सारण में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता के साथ ही दियारे के विभिन्न इलाकों में विद्युतीकरण की दिशा में सांसद ने उल्लेखनीय पहल की, जिसका नतीजा हुआ कि इन इलाकों में आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची है. सांसद की पहल पर पाइप लाइन से घर-घर गैस आपूर्ति का कार्य भी प्रगति पर है. सासंद की ओर से स्थापित नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आम लोगों को सहूलियत देने का उल्लेखनीय प्रयास हुआ है. लॉकडाउन के दौरान आम लोगों के अलावा बहुतेरे प्रवासियों का इसका लाभ मिला. सांसद की इस पहल की प्रशंसा लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने करते हुए अन्य सांसदों को भी इसका अनुसरण करने को प्रेरित किया.

Chhapra: जय प्रकाश विश्विद्यालय को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने वाले सेवा निवृत्त 12 शिक्षकों, कर्मियों को विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित करने की तैयारी चल रही है. जेपी विवि में सेवा दे चुके 85 वर्ष की उम्र पार कर चुके 12 शिक्षकों, कर्मियों की सूची विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयार कर ली है. जिन्हें विश्व बुजुर्ग दिवस पर सम्मानित किया जाएगा.

विश्व बुजुर्ग दिवस पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम को लेकर जेपीवीवी के कुलपति डॉ फारुख अली ने बताया कि वर्त्तमान समय मे बुजुर्ग हासिये पर है. समाज के लिए दिए उनके योगदान, समर्पण को लोग धीरे धीरे भुला रहे है. लेकिन जयप्रकाश विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम से संदेश देना चाहता है कि बुजुर्ग घर के लिए उस वृक्ष के समान है जिन्होंने उसके नीचे रहने वाले लोगों को छाव के साथ फल भी दिया है. बुजुर्ग हमारी पहचान है. वो है तभी हमलोग भी है बिना इनके अभुभव वाले ज्ञान की बातें संभव नही है.

कुलपति ने कहा कि परिवार समाज और देश को आगे लाने के लिए बुजुर्गों का सम्मान जरूरी है. उनके तजुर्बा को अपने मे शामिल कर आगे बढ़े. जब शिक्षित बुजुर्ग दिशा निर्देश देते है तो वह निर्देश दूरगामी और सही साबित होता है.उन्होंने कहा कि बुजुर्ग दिवस पर इनके सम्मान के साथ विश्व विद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए उनसे सुझाव भी लिया जाएगा.

इस अवसर पर रजिस्ट्रार श्रीकृष्ण, परीक्षा नियंत्रक प्रो.अनिल कुमार सिंह, प्रो.अशोक कुमार झा, प्रो अशोक कुमार सिंह, प्रो.अब्दूल रहीम सफी, प्रो.गजेंद्र कुमार, राकेश मेहता, डॉ.शेखर कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे.

बुजुर्ग दिवस पर इन शिक्षकों को किया जाएगा सम्मानित

1. श्री अमरमाथ मिश्रा
2. श्री टी एस रमन
3. श्री आनंद कुमार वर्मा
4. श्री हीरा राम
5. श्री उमाशंकर प्रसाद
6. श्री केदारनाथ राम
7. श्री धीरेन्द्र प्रसाद सिंहा
8. श्री बिरेन्द्र प्रसाद सिंहा
9. श्री रामाश्रय प्रसाद सिंहा
10. श्री मधुसदन प्रसाद सिंहा
11. श्री कमलदेव सिंह
12. असिता मुख़र्जी

सारण जिले के 10 विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 3 नवंबर को डाले जाएंगे वोट

Chhapra:  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. तीन चरण में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. सारण की 10 विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.


New Delhi: निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इसकी घोषणा की. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया की Covid महामारी के बीच यह सबसे बड़ा चुनाव है.  

 इस बार चुनाव में एक बूथ पर केवल एक हज़ार मतदाता वोट डालेंगे. बिहार में 7 करोड़ 79 लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. वोटिंग का समय एक घंटा बढाया गया है. सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी. हर वोटर की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. 

नामांकन में दो से ज्यादा गाड़ियों के इस्तेमाल पर रोक. सुबह 7 बजे से शाम के 6 बजे तक होगी वोटिंग, नामांकन ऑनलाइन भी किया जा सकेगा. बिहार विधानसभा चुनाव: 5 से ज्यादा लोग घर जाकर प्रचार नहीं करेंगे, मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया गया. 

बिहार विधानसभा चुनाव 3 चरण में होंगे.

पहले चरण 71 विधानसाभा सीट 16 ज़िलों में
दूसरे चरण 94 विधानसभा सीट 17 जिलो में
तीसरे चरण 78 विधानसभा सीट 15 जिलों में 

पहला चरण- 28 अक्टूबर  में 71 सीटों पर मतदान
दूसरा चरण- 3 नवम्बर में 94 सीटों पर मतदान
तीसरा चरण- 7 नवम्बर में 78 सीट पर चुनाव
परिणाम- 10  नवम्बर

 

आपको बता दें कि विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है चुनाव की प्रक्रिया 29 नवम्बर तक पूरी करनी है.   

Chhapra: नीतीश कुमार के रूप में एक सरल, सज्जन और मेहनती व्यक्ति बिहार को मुख्यमंत्री के रूप में मिला है. उनके नेतृत्व वाली सरकार द्वारा जबरदस्त विकास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संयुक्त प्रयास से आज बिहार विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है. भाजपा के सारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने बुधवार लोकसभा में उक्त बाते कहते हुए आगे कहा कि अगला चुनाव प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के काम और प्रदर्शन के आधार पर लड़ा जाएगा साथ ही हमारे बिहार के सांसदों ने भी अच्छा काम किया है और इन सभी के संयुक्त मेहनत के कारण ही चुनाव के बाद हमारी सरकार सत्ता में लौट आएगी.

सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को सफलतापूर्वक लागू किया गया है और इसके पाई-पाई का हिसाब प्रधानमंत्री ने जनता को दिया है. आगामी विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में जेडी (यू) -बीजेपी-लोजपा की वापसी होगी. उन्होंने कहा कि आगामी बिहार चुनाव प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के काम और प्रदर्शन के आधार पर लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य में फिर से राजग सरकार की वापसी होगी.


शून्यकाल के दौरान लोकसभा में बोलते हुए सांसद रूडी ने कहा कि प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कनेक्टिविटी पर ध्यान दिया गया. यही कारण है कि ग्रामीण सड़कों, राजकीय और राष्ट्रीय उच्च पथों के मामले में बिहार ने नया अध्याय लिखा है. राज्य में पहले गंगा के ऊपर 4 पुल थे जो अब बढ़कर 16 हो गये है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कई विशेष अस्पताल बनाए जाएंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना मेट्रो परियोजना के लिए आधारशिला भी रख दी है और शीघ्र ही पटनावासी मेट्रो की सवारी कर सकेंगे.

सांसद रुडी ने कहा कि पटना हवाई अड्डे के विस्तार के लिए कदम उठाए गए हैं इसके साथ ही चुनाव के बाद प्रधानमंत्री द्वारा पटना के लिए एक नये अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की आधारशिला रखी जायेगी. उन्होंने कहा उज्ज्वला योजना के बाद प्रधानमंत्री की दूरदर्शी नीति का सुखद परिणाम है रसोई गैस पाईपलाइन. अब शीघ्र ही सारण समेत राज्य की जनता को उनके रसोई घरों में पाईपलाइन के माध्यम से स्वच्छ ईंधन उपलब्ध होगा.

रूडी ने लोकसभा की कार्यवाही के सुचारु संचालन के लिए स्पीकर ओम बिरला की भी तारीफ की और कहा कि कोरोनॉयरस महामारी के बीच सदन के सफल आयोजन के लिए स्पीकर का नाम भारत के संसदीय इतिहास में लिखा जाएगा. पत्रकारों से बातचीत के दौरान रुडी ने कहा कि हमारे ग्रामीण भी विश्व स्तर का ज्ञान ले सकें, तकनीकी रूप से समृद्ध हो सके और संसार के विकास के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सकें इसके लिए गाँव-गाँव तक आप्टिकल फाईबर की तेज रफ्तार वाले इंटरनेट की सुविधा का भी शुभारंभ प्रधानमंत्री जी ने किया. इस विषय की जानकारी पूर्व जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने दी.

Chhapra: आगामी बिहार विधानसभा निर्वाचन-2020 के परिपेक्ष्य में सारण जिला के अंतर्गत सभी शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी अपने शस्त्र का भौतिक सत्यापन स्थानीय थाना में कराने के आदेश दिए गए है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के आदेश से इसके लिए तिथि निर्धारित की गयी है. शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी को 3 से 12 अगस्त 2020 के बीच किसी दिन संबंधित थानाध्यक्ष एवं प्रतिनियुक्त पदाधिकारी की उपस्थिति में अपने शस्त्र का भौतिक सत्यापन कराना होगा.

जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि समय सीमा के अंतर्गत अपने शस्त्रों का सत्यापन नहीं कराये जाने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञप्ति निलंबित करते हुए रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी.

Chhapra: 5 जनवरी और 12 जनवरी को विशेष अभियान के तहत् सभी बीएलओ को मतदान केन्द्रों पर उपस्थित होकर निर्वाचक सूची पुनरीक्षण हेतु योग्य आवेदकों का आवेदन प्राप्त करेंगे.

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उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से प्राप्त पत्र के आलोक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को निदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि उक्त तिथियों को कार्यालय अवधि में मतदान केन्द्रों पर बीएलओ की उपस्थिति सुनिश्चित करायेंगे. मतदान केन्द्रों का स्वयं भ्रमण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उसी तिथि को संध्या 5ः00 बजे तक निर्वाचन शाखा को उपलब्ध करायेंगे.

जिलाधिकारी के द्वारा बताया कि 1 जनवरी 2020 के अर्हता तिथि के आधार पर निर्वाचक सूची के प्रारूप का प्रकाशन 16 दिसम्बर 2019 को कर दिया गया है.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर कालेजों में तैयारियां शुरू हो गई है. जारी शेड्यूल के अनुसार छात्र संघ चुनाव के पहले चरण में 21 दिसंबर को अंगीभूत कॉलेजों व संकायों में मतदान होगा तथा 22 दिसंबर को रिजल्ट की घोषणा की जाएगी.

छात्र संघ चुनाव 2019 में विश्वविद्यालय स्तर पर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनरल सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेट्री पद के लिए चुनाव होना है. इसके अलावा कॉलेज यूनियन, काउंसिल मेंबर ऑफ कॉलेज एवं काउंसिल मेंबर ऑफ फैकल्टी का भी कॉलेज स्तर पर चुनाव होगा.

ये करेंगे मतदान
छात्र संघ चुनाव के पहले चरण में 21 दिसंबर को होने वाले चुनाव में कालेज व संकाय में चयनित सत्र के छात्र ही वोटर होंगे. विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर अंतिम वर्ष सत्र 2015-18 एवं सत्र 2016-19 के छात्र, पार्ट 2 के सत्र 2017-20 एवं सत्र 2018-21 तथा पार्ट वन के सत्र 2019-22 के छात्र वोटिंग कर सकेंगे.

प्रथम चरण
15 दिसंबर 2019- वोटर लिस्ट का प्रकाशन
16 दिसंबर- सूची में त्रुटि का निवारण
17 दिसंबर- वोटर लिस्ट का प्रकाशन 18- 19 दिसंबर नॉमिनेशन
20 दिसंबर- नाम वापसी की घोषणा
21 दिसंबर- कॉलेज एवं संकाय में मतदान
22 दिसंबर- मतगणना एवं रिजल्ट की घोषणा

दूसरा चरण
4 जनवरी 2020- मतदाता सूची का प्रकाशन
5 जनवरी- आपत्ति का निराकरण
6 जनवरी- वोटर लिस्ट का प्रकाशन
7 जनवरी- प्रत्याशियों का नामांकन
8 जनवरी- वोटर लिस्ट रिजल्ट की घोषणा

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Chhapra: महाराजगंज संसदीय क्षेत्र को लेकर मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी है. रविवार को हुए इस मतदान को प्रक्रिया में काफी जद्दोजहद के बाद सिर्फ 51.2 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतदान प्रक्रिया समपन्न होने के साथ ही इस क्षेत्र से अपना भाग्य आजमा रहे 11 प्रत्याशियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद हो गयी है.

रविवार को सम्पन इस मतदान में मतदाताओं पर तेज धूप और रमज़ान का असर सीधा देखने को मिला. रविवार को तापमान 42 डिग्री तक पहुंचा था. सुबह से ही लोग अपने घरों से निकलकर मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों तक पहुंचे. प्रारंभिक चरणों मे केंद्रों पर लंबी लंबी कतारें देखी गयी लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ा मतदाताओं की लाइन छोटी होती गयी. हालांकि संध्या समय मे एक बार फिर मतदाताओं की संख्या केंद्रों पर दिखी बावजूद इसके महाराजगंज में मतदान का प्रतिशत संध्या 6 बजे तक 51.2 प्रतिशत ही पहुंच पाया.

महाराजगंज लोकसभा चुनाव: ऐसे चला वोटिंग प्रतिशत का ग्राफ
महराजगंज लोकसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत (विधानसभावार)

111- गोरियाकोठी 51.83%
112- महाराजगंज 52.13%
113- एकमा 54%
114- मांझी 50.49%
115- बनियापुर 54.53%
116- तरैया 54.35%

मतदान प्रतिशत कम होने के यह है मुख्य तीन कारण

महाराजगंज संसदीय क्षेत्र पर मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गयी है. इस क्षेत्र से सिर्फ 51.2 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतदान का प्रतिशत कम होने के मुख्यतः तीन कारण बताए जा रहे है.

पहला कारण
मतदाताओं के अनुसार मतदान कम होने के मुख्य कारण रविवार की तेज धूप थी. सुबह से ही चिलचिलाती धूप ने मतदाताओं के चेहरे पर शिकन ला दी. केंद्रों पर व्यवस्था थी लोग लाइन में भी लगे लेकिन उसके बाद आने वाले मतदाता लंबी कतार देख धूप में नही खड़े हुए. तेज धूप और गर्मी का असर मतदाताओं पर सीधे दिख रहा था. यही कारण है कि जैसे जैसे दिन चढ़ा मतदाताओं की कतार कम होती गयी.

दूसरा कारण
महाराजगंज के मुस्लिम बहुल मतदान केंद्रों पर रमज़ान के कारण भी मतदान का प्रतिशत कम रहा. रमज़ान में रोजा रखने वाले मतदाताओं को संख्या अधिक थी धूप के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे. मतदाताओं की कतार खत्म होने के इन्तेजार में थे. हालांकि संध्या समय मे रोजेदार मतदाता घरों से निकले लेकिन रोज़े की तैयारियों ने महिला मतदाताओं को घरों में रहने को मजबूर कर दिया.

तीसरा कारण
इस चुनाव में मतदान प्रतिशत कम होने के सबसे बड़ा कारण था मतदाताओं में मतदान प्रक्रिया के प्रति अधूरी जानकारी. जिला प्रशासन द्वारा मतदान की प्रक्रिया से मतदाताओं को बखूबी अवगत कराया गया लेकिन इसका असर देखने को नही मिला. मतदान की सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी मतदाता ईवीएम तक जाकर उसे दबा नही पाते थे. जिसके कारण एक मतदाता को अपने मतदान करने के लिए 2 से 5 मिनट का समय लग रहा था. वही महिला मतदाताओं के लिए प्रक्रिया 10 मिनट तक पहुंच जा रही थी. केंद्रों पर मतदान कर्मियों के प्रयास के बावजूद भी एक मतदान में 2 से 4 मिनट का समय लग रहा था. जिससे मतदान का प्रतिशत कम रहा.

कुल मिलाकर महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के चुनाव में रविवार का दिन होने के बावजूद मतदान पर गर्मी का सितम और रमज़ान हावी दिखा.