योगेश कुमार गोयल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के बैनर तले प्रतिवर्ष 07 अप्रैल को एक खास थीम के साथ ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाया जाता है। इस दिवस को मनाए जाने का प्रमुख उद्देश्य स्वास्थ्य को लेकर विश्व में प्रत्येक व्यक्ति को बीमारियों के प्रति जागरूक करना, लोगों के स्वास्थ्य स्तरREAD MORE CLICK HERE

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मानव और पशु – पक्षी प्रेम की अनेकों छवियों भारत के कला, धर्म और संस्कृति में समाई हुई है। पशु – पक्षी प्रेम और उनके प्रति किए जाने वाला व्यवहार के अनेक सामाजिक पहलु हैं। यह भी सच्चाई है कि जहां पशु – पक्षी स्वयं को सुरक्षित अनुभव करते थेREAD MORE CLICK HERE

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योगेश कुमार गोयल प्रतिवर्ष 22 मार्च को दुनियाभर में लोगों में जल संरक्षण और रखरखाव को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए ‘विश्व जल दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस मनाए जाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1992 में रियो द जेनेरियो में आयोजित ‘पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन’READ MORE CLICK HERE

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महान लोक कलाकार ‘भोजपुरी के शेक्सपीयर’ कहे जाने वाले लोक जागरण के सन्देश वाहक भिखारी ठाकुर की आज 136 वीं जयंती है. उनका जन्म 18 दिसम्बर 1887 को सारण जिले के कुतुबपुर दियारा गाँव में हुआ था. बहु आयामी प्रतिभा के धनी भिखारी ठाकुर भोजपुरी गीतों एवं नाटकों की रचनाREAD MORE CLICK HERE

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‘शील-स्वभाव, दिल-दिमाग, भीतर-बाहर, रहन-सहन और वेशभूषा ही नहीं बौद्धिक प्रखरता, सरलता, नैतिकता, सह्रदयता और सहज गम्भीरता-सब बेमिसाल. भारतीयता की सजीव मूर्ति डॉ. राजेन्द्र बाबू’ देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद के बारे में उपर्युक्त पंक्ति उनकी जीवन का सारांश है. वे एक ऐसे राजनीतिज्ञ थे, जो सदा सत्यREAD MORE CLICK HERE

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Chhapra: विपक्षी दलों की बैठक बैंगलुरु में मंगलवार को होगी। इस बैठक को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत विपक्षी पार्टियों के नेता बैंगलुरु पहुँच गए हैं। इस बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने इसे ठगबंधन की संज्ञा दीREAD MORE CLICK HERE

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Chhapra: देश में इन दिनों बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने, उसकी तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से करने से राजनीति गरमाई हुई है। इन मुद्दों पर विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे से छपरा टुडे डॉट कॉम के संपादक सुरभित दत्त ने बातचीत की। विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीयREAD MORE CLICK HERE

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महान संत, विचारक और समाज सुधारक स्वामी रामकृष्ण का जन्म 18 फरवरी, 1836 को पश्चिम बंगाल के कामारपुकुर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम खुदीराम और मां का नाम चंद्रमणि देवी था। कहते हैं कि रामकृष्ण के माता-पिता को उनके जन्म से पहले ही अलौकिक घटनाओं का अनुभवREAD MORE CLICK HERE

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दशक का सफर.. छपरा टुडे ने आज अपने अनवरत यात्रा के दशक पूरे किए हैं। मैं, इस यात्रा के सहयोगियों, मार्गदर्शकों, पाठकों, दर्शकों और निंदकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। किसी काम को शुरू करना आसान होता है, पर उसे एक सम्यक गति देते हुए जारी रखना कठिन होताREAD MORE CLICK HERE

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उपन्यास और कहानियों की विशिष्ट परंपरा विकसित कर कई पीढ़ियों को प्रभावित करने वाले मुंशी प्रेमचंद ने हिंदी साहित्य में यथार्थवादी परंपरा की नींव रखी। उनके लेखन ने हिंदी साहित्य को नया अर्थ और आयाम दिया। इन्हीं विशिष्टताओं की वजह से उनका साहित्य ऐसा दस्तावेज है, जिसके बिना हिंदी साहित्यREAD MORE CLICK HERE

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डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद के भाषणों में कौन से शब्दों का इस्तेमाल सदस्य कर सकते हैं और कौन से का नहीं, यह बहस ही अपने आप में फिजूल है। आपत्तिजनक शब्द कौन-कौन से हो सकते हैं, उनकी सूची 1954 से अब तक कई बार लोकसभा सचिवालय प्रकाशित करता रहा है।READ MORE CLICK HERE

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Chhapra: प्रशांत किशोर ‘जन सुराज’ अभियान के तहत बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में वे सोमवार को सारण पहुंचे। जिले में कई अलग अलग कार्यक्रमों में भाग लेते हुए प्रशांत किशोर ने समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, युवाओं, महिलाओं, शिक्षकों, चिकित्सकों, अधिवक्ताओं से जन सुराजREAD MORE CLICK HERE

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