(संतोष कुमार) आधुनिकता के इस दौर में जितनी तेजी से हम आगे बढ़ रहे हैं उतनी तेजी के साथ ही सोशल साईट्स के जरिए भ्रामक खबरें, भ्रातिया अफवाह एक से दो, दो से चार, चार से चार लाख यहां तक की चार करोड़ लोगों तक कुछ ही मिनटों में पहुंच जाRead More →

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{कबीर अहमद} ‘माँ’ जिसने मुझे जन्म दिया. ‘माँ’ जिसने मुझे बोलना सिखाया. ‘माँ’ जिसने मुझे चलना सिखाया. ‘माँ’ ने हमें बचपन से ही बड़ों को आदर करना सिखाया है.  एक माँ ही है जिसका दिया हुआ उपकार कोई उसे वापस ना कर पाया है और ना कर पायेगा. ‘माँ’ शब्दRead More →

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म आपको हिंदी साहित्य के कुछ जानी-मानी कविताएं पढ़ाते हैं जो ‘मां’ के ऊपर लिखी गई हैं जिसे पढ़कर आपके चेहरे पर अपनी ‘मां’ को याद करके एक बरबस मुस्कान आ ही जाएगी.Read More →

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आज पूरे  विश्व में मदर्स डे मनाया जा रहा है. ऐसे में ‘मां’ को सम्मान देने और उन्हें प्यार देने का हम दे रहे है आपको मौका. मदर्स डे के अवसर पर www.chhapratoday.com आपको मौका देता है, अपनी मां के प्रति अपने सम्मान को व्यक्त करने का. तो उठाइए अपनी कलमRead More →

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{सुरभित दत्त सिन्हा} मजदूरों को सम्मान और उन्हें वाजिब हक दिलाने लिए प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में 1 मई को ‘मजदूर दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. ‘मजदूर दिवस’ के दिन सार्वजानिक अवकाश रहता है. नेता, अधिकारी, कर्मचारी सभी छुट्टी मनाते है. बस, एक वही है जो आज भीRead More →

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श्री राम एक ऐसा नाम हैं जिसने हर व्यक्ति को असीम शांन्ति प्रदान की है. राम नाम से श्रेष्ठ रसायन पूरे विश्व में कहीं उपलब्ध नहीं है. राम का जन्म ही समाज को नई दिशा प्रदान करने के लिए हुआ था.राम ने जो उद्धाहरण हमारे समाज के समक्ष प्रस्तुत कियाRead More →

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वो साल 2012 था जब हमने Chhapra Today नाम के फेसबुक पेज के ज़रिए आप तक ख़बरें पहुंचाने की एक छोटी की कोशिश की थी. मक़सद सिर्फ एक था कि क्यों ना छपरा और इस ज़िले के आसपास हो रही घटनाओं को एक माध्यम के ज़रिए उन लोगों तक पहुंचायाRead More →

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देश की आजादी में सारण की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. कलम और बन्दूक दोनों के परस्पर सहभागिता ने आजाद भारत की नीव रखी. सारण की धरती पर एक ऐसे ही युगपुरुष का जन्म हुआ जिन्होंने अपनी लेखनी और बुद्धिमता के बल पर अंग्रेजों को नाको चने चबाने पर मजबूर कर दिया.Read More →

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छपरा: सारण में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चूका है.कई प्रखंडों में चुनाव हेतु नामांकन प्रक्रिया आरम्भ है. इस बार के चुनाव को आरक्षण के नए रोस्टर ने रोमांचक बना दिया है. पूर्व से चयनित पुरुष जनप्रतिनिधि या पहली बार चुनाव लड़ने का इरादा रखने वाले कई उम्मीदवारों के उम्मीदोंRead More →

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(प्रभात किरण हिमांशु) महिलाओं का सम्मान हर देश के लिए गर्व की बात होती है. भारत वर्ष अपनी महिला शक्ति एवं देश के लिए किये गए उनके योगदान हेतु सदैव ऋणी रहेगा. देश का मजबूत आधार वहां के नागरिकों के व्यक्तित्व के विकास पर निर्भर करता है. जन्म के बादRead More →

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धर्मेन्द्र कुमार रस्तोगी/सुरभित दत्त सिन्हा  किसी भी देश में समय-समय पर प्रचलित मुद्राओं में वहां के इतिहास की झलक मिलती है. जब किसी एक ही स्थान पर विभिन्न देशों की प्राचीन मुद्राओं का संग्रह हो तो यह अपने आप में अद्भुत है. छपरा शहर के शत्रुघ्न प्रसाद उर्फ नन्हे नेRead More →

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प्रभात किरण हिमांशु/कबीर अहमद ‘दुनिया में हम आएं हैं तो जीना ही पड़ेगा, जीवन है एक जहर तो पीना ही पड़ेगा’. मदर इंडिया फ़िल्म का यह गीत कई मायनों में जीवन के कठिन दौर को दर्शाता है. बढ़ते भारत के इस दौर में आज भी ऐसे कई उदहारण हैं जो अपनेRead More →

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