Chhapra: जगदम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य शिक्षाविद स्व सुशील कुमार सिंह के सम्मान में आयोजित होने वाले बैडमिंटन प्रतियोगिता का उद्घाटन जेपीविवि के कुलपति डॉ हरिकेश सिंह करेंगे.

जगदम कॉलेज में प्रति वर्ष आयोजित होने वाले इस प्रतियोगिता का उद्घाटन आगामी 12 जनवरी को किया जायेगा. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी अपना पंजीयन 11 जनवरी तक करा सकते है. चार दिवसीय बैटमिंटन प्रतियोगिता का समापन 15 जनवरी को होगा. जिसमे सारण पुलिस कप्तान हरकिशोर राय विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे.

स्व सुशील कुमार सिंह स्मारक समिति के सचिव ब्रजकिशोर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार सिंह, रमेश कुमार सिंह, सत्यनारायण ठाकुर आदि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं.

Chhapra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकमा आगमन के खिलाफ माकपा ने 18 जनवरी को प्रदर्शन करने की घोषणा की है. उक्त बातें माकपा नेता डा सत्येन्द्र यादव ने मांझी प्रखंड के शीतलपुर बाजार पर आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में बुधवार को कही.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के निश्चय समीक्षा यात्रा के खिलाफ माकपा की ओर से प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एवं सरकार की नाकामयाबी छिपाने के लिए नीतीश कुमार बिहार का दौरा कर रहे हैं. विकास कार्य पिछले दो वर्षो से मुख्यमंत्री की हठधर्मिता के कारण बाधित है.

उन्होंने कहा कि बालू की आपूर्ति पर रोक ने लाखो लोगों की जीविका बर्बाद कर दिया है. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के समक्ष रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया है. राज्य में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. सरकार केरोसिन तेल के लिए आवंटित अनुदान की राशि को अन्य मद मे खर्च कर लोगो को केरोसिन तेल से वंचित कर दिया है. ऐसी परिस्थिति में समीक्षा यात्रा का कोई मकसद नही है.

उन्होंने कहा कि हर हाल मे इनके आगमन की पूर्व संध्या पर जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालय पर नीतिश कुमार का पुतला दहन किया जाएगा. सरकार के विरुद्ध मे प्रदर्शन कर अर्थी जलाई जाएगी और 18 जनवरी को सुबह शीतलपुर बाजार से हजारों लोग पैदल मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन के लिए एकमा प्रस्थान करेंगे.

बैठक को पार्टी नेता बटेशवर कुशवाह, दिनेश पंडित, कन्हैया मांझी, बिस्मिल्लाह खान, किसान नेता प्रह्लाद राम, रमेश यादव, युवा नेता कमलेश यादव, रंजन यादव तथा किसान सभा के राज्य प्रभारी अरूण कुमार ने सम्बोधित किया.

 

Chhapra/Mashrak: मशरक थाना क्षेत्र के घोघिया गांव के नहर में बोरा में बंद एक छात्रा का शव सोमवार को बरामद किया गया. बोरा में बंद छात्रा का शव बरामद होने की खबर आस पास के गांवों में आग की तरह फैल गयी. देखते ही देखते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

घटना की सूचना मिलते ही मशरक थानाध्यक्ष अजय कुमार पासवान दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी. कुछ ही देर बाद पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश पासवान पहुंचे. वही मढौरा एएसपी अशोक कुमार सिंह भी दल बल के साथ मौके पर पहुंच बारिकी से घटना के जांच में जुट गए. उन्होंने कई लोगों से पूछताछ की.

कोचिंग जाने निकली थी घर से 

घटनास्थल पर मिली साइकिल देख शव की पहचान खैरनपुर गांव के राजेश मिश्र के पुत्री अनु कुमारी के रूप में हुई है. मृतक छात्रा अनु कुमारी के चाचा गणेश मिश्र ने शव की पहचान की. उन्होंने बताया कि वे सुबह करीब 8 बजे साइकिल से मशरक कोचिंग पढ़ने गई थी. जब घर नही लौटी तो उसकी खोजबीन शुरू की गई. इसी बीच घोघियां नहर के पास अनु कुमारी का साइकिल फेंका हुआ मिला. जबकि बगल में नहर में बोरा में बंद शव मिला.

घटना के जाँच को लेकर पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय देर शाम खुद मशरक पहुंचे और जांच की. 

Chhapra (Santosh kumar Banty): सारण के विकास को लेकर नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार नई योजना लागू करने जा रही है. जिससे न सिर्फ देश के मानचित्र पर सारण का नाम स्थापित होगा बल्कि विकास के नए मार्ग भी प्रशस्त होंगे.

दिल्ली में हुई बैठक का अनुसार केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जलमार्ग-एक (एनडब्ल्यू-1) के हल्दिया-वाराणसी खंड में नौवहन के विस्तार के लिए 5,369 करोड़ रुपए की जल विकास परियोजना (जेपीएमपी) को शुक्रवार को मंजूरी दे दी है. यह परियोजना उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में पड़ती है.

इन जिलों को मिलेगा लाभ

इसके तहत आने वाले प्रमुख जिलों में वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, बक्सर, छपरा, वैशाली, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, साहिबगंज, मुर्शिदाबाद, पाकुर, हुगली और कोलकाता शामिल हैं.

पोत परिवहन मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) की बैठक में जल मार्ग विकास परियोजना के क्रियान्वयन को मंजूरी दी गई.

2023 तक पूरी होगी परियोजना

इसके तहत राष्ट्रीय जलमार्ग-एक पर क्षमता विस्तार किया जाएगा. इस पर 5,369.18 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इसके लिए विश्व बैंक की ओर से तकनीकी और निवेश सहयोग मिलेगा. इस परियोजना के मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. इससे परिवहन का वैकल्पिक तरीका उपलब्ध होगा जो पर्यावरणानुकूल और लागत दक्ष होगा. इस परियोजना से देश में लॉजिस्टिक्‍स की लागत को नीचे लाने में मदद मिलेगी. सरकार ने कहा है कि इससे बुनियादी ढांचा विकास मसलन मल्टी माडल और इंटर मॉडल टर्मिनल, रोल ऑन-रोल ऑफ (रो-रो) सुविधा, फेरी सेवाओं तथा नौवहन को प्रोत्साहन मिलेगा.

1.50 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

बयान में कहा गया है कि एनडब्ल्यू-1 के विकास एवं परिचालन से 46,000 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों का सृजन होगा. इसके अलावा जहाज निर्माण उद्योग में 84,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

5369 करोड़ की आएगी लागत

परियोजना के फाइनेंस पर सरकार ने कहा कि इसमें आईबीआरडी ऋण का हिस्सा 2,512 करोड़ रुपए (37.5 करोड़ डॉलर) और भारत सरकार के सहयोग के कोष का हिस्सा 2,556 करोड़ रुपए (38 करोड़ डॉलर) होगा. इसे बजटीय आवंटन तथा बांड निर्गम से प्राप्त राशि के जरिए जुटाया जाएगा. सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी 301 करोड़ रुपए (4.5 करोड़ डॉलर) होगी.

परियोजना के तहत फेयरवे विकास, वाराणसी, साहिबगंज और हल्दिया में मल्टी मॉडल टर्मिनल के अलावा कालूघाट और गाजीपुर में इंटर माडल टर्मिनल और फरक्का में नए नौवहन लॉक का निर्माण शामिल है.

Chhapra: तेज पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है. बर्फीली हवा के चलने से जनजीवन प्रभावित हुआ है. हवा चलने से कनकनी बढ़ी है और तापमान में काफी गिरावट आई हैं.

शुक्रवार को दोपहर थोड़ी धूप हुई पर तेज पछुआ हवा के आगे बेअसर थी. मौसम के मार से सभी परेशान है. शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग परेशां है और जनजीवन प्रभावित हुआ है. शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा छा जा रहा है. पिछले कई दिनों से चल रही बर्फीली हवा से ठिठुरन व गलन से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है.

ठण्ड से बचने के लोगों ने किये उपाय
ठण्ड से राहत के लिए लोग आग का सहारा ले रहे है. जिसे लेकर लकड़ी और कोयला की मांग बढ़ गयी है. सड़क किनारे अलाव जला कर लोग तापते नजर आ रहे है. लोग जैसे भी हो ठण्ड से राहत पाने के उपाय कर रहे है.

बिजली के हीटर की बढ़ी मांग
शीतलहर के प्रभाव को कम करने के लिए लोग बिजली के हीटर का प्रयोग कर रहे है. जिससे बाज़ार में हीटर की मांग बढ़ी है.

रिक्शा चालकों और सड़क पर गुजरा करने वाले परेशान
ठण्ड से बचाव के लिए संपन्न लोग तरह तरह के उपाय कर रहे है. वही सड़क पर गुजरा करने वाले और रिक्शा चालकों के लिए ठण्ड आफत साबित हो रही है. दिन जैसे तैसे कट जा रही है. जबकि रात में सभी को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

चौक चौराहों पर आलव की व्यवस्था
प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था विभिन्न चौक चौराहों पर की गयी है. हालांकि ये व्यवस्था पूर्ण रूप से प्रभावी नहीं दिख रहे है.

Chhapra: रामजयपाल कॉलेज में इंटरमीडिएट के पंजीयन में भारी गड़बड़ी को लेकर छात्र आक्रोशित हो गए. छात्रों ने गुरुवार को कॉलेज के प्राचार्य का घेराव किया. छात्रों का आरोप था कि कॉलेज के द्वारा पंजीयन में लापरवाही बरती गयी है.

जिसके फलस्वरूप छात्रों के नाम, पिता के नाम की जगह माता का नाम, अतिरिक्त विषय को हटा दिया गया है. वही किसी छात्र को 3 विषय हटा दिया गया है. कई छात्रों के जाति में एससी की जगह सामान्य कर दिया गया है.

गड़बड़ी से आक्रोशित छात्रों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर सिंह को इस मामले की जानकारी दी. जिसके बाद वह स्वयं कॉलेज पहुंचे और प्राचार्य से मामले पर वार्ता की.

DEO राजकिशोर सिंह ने त्रुटियों के सुधार का आश्वासन दिया. प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर ने इस गड़बड़ी को सुधारे जाने की बात कही. तब जाकर छात्रों का आक्रोश शांत हुआ.

इस दौरान विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक रवि पांडेय, विभाग प्रमुख अखिलेश माँझी, नगर मंत्री प्रतीक कुमार, अभिषेक शर्मा, राजाबाबू, बंसीधर कुमार, आकाश कुमार, रिशु, आनन्द आदि उपस्थित थे.

Chhapra: लायंस क्लब की महिला युवा इकाई लियो क्लब ऑफ़ छपरा फेमीना के द्वारा भीषण ठंड को देखते हुए जरूरतमंद महिलाओं के बीच कंबल का वितरण किया गया.

क्लब ने समाजसेवी कन्हैया वर्मा के सहयोग से 51 जरूरतमंद महिलाओं के बीच कम्बल का वितरण किया.

इस अवसर पर क्लब की अध्यक्ष मधुमिता गुप्ता, चेयरपर्सन डॉ एन के दिवेदी, को चेयरपर्सन सह संस्था के निदेशक लायन अभिजीत सिन्हा, सचिव सबीना, कोषाध्यक्ष प्रियंका समेत कई सदस्य उपस्थित थी. उक्त जानकारी क्लब की पीआरओ सुष्मिता श्रीवास्तव ने दी.

Chhapra: आर एस ए के कार्यकर्ताओं के द्वारा नगर पालिका चौक पर जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ हरिकेश सिंह का पुतला दहन किया गया. मालूम हो कि गुरुवार को स्नातक सत्र 13-16 का परीक्षा प्रपत्र भरने की तिथि पर रोक लगाने के खिलाफ पुतला दहन किया गया. पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन के संयोजक विवेक कुमार विजय ने कहा कि विश्वविद्यालय समस्या के समाधान के लिए कार्य नहीं कर रहा है बल्कि समस्या को और उल जाने के लिए कार्य कर रहा है.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन जब राज्य सरकार को पत्र भेजता है कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सीट से अधिक नामांकित छात्र है. जिनका पंजीयन हम लोगों ने कर लिया है. उनका परीक्षा लेने के लिए आदेश मांगा जाता है तब राज्य सरकार बोलती है कि आप विषय वार कितनी सीट बढ़ोतरी है. उसकी सूची उपलब्ध कराई जाए विश्वविद्यालय प्रशासन यही फेल कर जाती है. विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कोई डाटा ही नहीं है कि राज्य सरकार से निर्धारित सीट से कितने अधिक नामांकित छात्र हैं.

विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज गोलू ने कहा कि कुलपति जब आए थे तो उन्होंने कहा था कि कि विश्वविद्यालय में अनेक शोध संस्थान खुलेंगे जबकि शोध संस्थान तो भूल ही जाइए जो पहले से ही जो इमारत है उसको बर्बाद करने के लिए इमानदारी से प्रयास कर रहे है. इस विश्वविद्यालय में शैक्षणिक अराजकता चरम पर है. विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द फार्म भरने की घोषणा करें साथ ही साथ स्पेशल सिंडिकेट और सीनेट की बैठक बुलाकर स्नातक सत्र 15 -16, 16- 17 ,17 -18 को जीरो सेशन करते हुए फार्म भरने की घोषणा जल्द से जल्द करें. स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर का फार्म भरने का डेट तुरंत घोषित की जाए एवं प्री पीएचडी कोर्स वर्क नामांकन लेने की तिथि की घोषणा की जाए अन्यथा संगठन मजबूरी में सारे पदाधिकारियों को ताला में बंद करेगा. कार्यक्रम में प्रमुख रुप से परमजीत कुमार सिंह, परमेंद्र सिंह, सुधांशु ठाकुर, चुनमुन रजक, विवेक, रवि, सिद्धांत, अमित, पुनीत समेत अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

Chhapra(Surabhit Dutt): भिखारी ठाकुर रंगमंच शताब्दी समारोह के अवसर पर शहर के राजेन्द्र स्टेडियम में भारतीय संस्कृति के कई रंग देखने को मिले. ग्रामीण परिवेश में संस्कृति के कई ऐसे आयाम है जो आज के आधुनिक युग में पीछे छूटते जा रहे है. अपनी संस्कृति से रूबरू कराने के लिए किए जा रहे इस आयोजन को भिखारी ठाकुर से जोड़ा गया है जो स्वयं ग्रामीण संस्कृति और विधाओं को नाटक के जरिये विश्व पटल से अवगत कराने के लिए जाने जाते है.

इस आयोजन के पहले दिन खासियत यह रही कि लोगों को खास कर नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से अवगत होने का मौका मिला. कार्यक्रम की शुरुआत रस्म चौकी से हुई. जिसके बाद मधुबनी से पहुंचे कलाकारों ने रघुवीर यादव के नेतृत्व में सलेस अनुष्ठानिक का मंचन किया. ग्रामीण क्षेत्रों के इन रस्म रिवाजों से लोग अवगत नही हो रहे जिसको यहां दर्शाया गया. इस तीन दिवसीय आयोजन के अगले दो दिन स्थानीय लोगों को कला संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिलेगा.

सुमन कुमार, उपसचिव, संगीत नाटक अकादमी

संगीत नाटक अकादमी के उप सचिव सुमन कुमार ने बताया कि भिखारी ठाकुर अपनी कृतियों से आज के इस दौर में भी प्रासंगिक है. संगीत नाटक अकादमी ने भिखारी ठाकुर को कलाकार होने का सम्मान दिया है. इससे रंगमंच को एक दिशा मिल रही है. अकादमी ने रंगमंडल में प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है. अगले तीन दिनों तक भिखारी के नाटक, गीत, अनुष्ठानिक देखने को मिलेंगे. इसके माध्यम से दशा और दिशा ठीक करने की कोशिश होगी.

आयोजक जैनेन्द्र दोस्त ने बताया कि भिखारी ठाकुर रंग-शतक को लेकर लोग पूछते है कि शतक कैसे हुआ. ऐसे में उनकी एक उक्त प्रासंगिक है जिसमे उन्होंने कहा है कि 

तीस बरिस के उमीर भइल, बेधलस खुब कलिकाल के मइल।

नाच मंडली के धरी साथ, लेक्चर दिहिं कही जय रघुनाथ।।

जैनेन्द्र दोस्त, आयोजक

भिखारी ठाकुर बीसवीं शताब्दी के बड़े नाटककार कलाकारों में से एक रहे है. अपने नाच-नाटक दल की स्थापना कर उन्होंने नाटकों के माध्यम से तत्कालीन समाज की समस्याओं और कुरूतियों को सहज तरीके से नाच शैली में मंच पर प्रस्तुत करने का काम किया. उनके नाच दल भिखारी ठाकुर रंगमंडल ने अपनी 100 वर्ष की रंगमंचीय यात्रा को इस वर्ष पूरा किया है.

इस आयोजन में अगले तीन दिनों तक लोगों को सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी. हालांकि आयोजकों के द्वारा बेहतर प्रचार प्रसार ना करने से लोगो को कार्यक्रम की जानकारी कम हुई और पहले दिन भीड़ कम ही दिखी.   

Chhapra: शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम अब प्रत्येक होल्डरधारी घर को दो अलग अलग डस्टबिन बांट रहा है. अब लोगों को घर का कूड़ा आसपास फेकने के बजाए इन्ही दो अलग अलग डस्टबिन में रखने होंगे. नीले और हरे रंग के इन डब्बों में लोगों को घर का गीला और सुखा कचरा इकट्टा करना होगा. जिसके बाद हर रोज़ सफाई कर्मी घर घर जाकर कूड़ा इकठ्ठा करेंगे.

यह डस्टबिन उन्हीं होल्डिंग संख्या के घरों को दी जाएगी. जिन्होंने अपने मकान का अद्यतन टैक्स मार्च 2018  तक जमा कर रसीद प्राप्त कर लिया है.  इन घरों के टैक्स  भुगतान राशि का रसीद देखकर ही डस्टबिन दी जाएगी.

इसको लेकर वितरण कार्य भी जारी है. 25 दिसंबर तक वार्ड नंबर 15 वार्डों तक डस्टबिन बांट दिए गए. वहीं वार्ड 16 से 20 तक 16 दिसंबर, 21 से 25 वार्डों को 27 दिसंबर, 26 से 30 वार्ड तक 28 दिसंबर, 31 से 35 वार्ड को 29 दिसंबर, 36 से 40 वार्ड को 30 दिसंबर और 41 से 45 वार्ड के लिए 31 दिसंबर को डस्टबिन दी जाएगी.

इन डस्टबिन की खरीददारी महीनों पहले ही हो चुकी थी. लेकिन नगर निगम चुनाव होने ही वजह से इसका वितरण नहीं हो पाया था.
नगर निगम में होल्डरधारी घरों की संख्या कुल 38000 है. वहीं अगर ज़रूरत पड़ी तो नगर निगम और भी डस्टबिन खरीदेगा.

कोहरे में वाहन चलाते समय बरते ये सावधानियां

Chhapra: भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने जिस विद्यालय में पढ़कर शिक्षा ग्रहण की उस विद्यालय को आज लोग जिला स्कूल के नाम से कम शिक्षा विभाग के दफ्तर के नाम से ज्यादा जानते है. विद्यालय का पता विद्यार्थियों के नामांकन के लिए कम विभागीय पत्र को भेजने के लिए ज्यादा होता है.

जिला स्कूल में दो विद्यालय संचालित किए जाते है. एक वह विद्यालय जहां डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने शिक्षा ग्रहण की थी वही वर्षों पूर्व इसी परिसर में जिला स्कूल नवस्थापित की स्थापना की गई. जिला स्कूल में अब वर्ग 9 से 10 एवं 11 और 12 वी कक्षा तक की पढ़ाई की होती है.

वही जिला स्कूल नवस्थापित विद्यालय सिर्फ कक्षा 10 तक ही संचालित होता है. दोनों विद्यालय में करीब 1200 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है. वही शिक्षकों की संख्या जिला स्कूल के माध्यमिक में 2 और उच्चतर मध्यमिक में 15 से अधिक है साथ ही 4 चपरासी भी कार्यरत है. नवस्थापित विद्यालय में माध्यमिक के 07 शिक्षक है जबकि उच्चतर माध्यमिक में शिक्षक नही रहने के कारण मान्यता मिलने के बावजूद भी छात्रों का नामांकन नही लिया जाता है. 

जिला स्कूल में भवनों की संख्या पर्याप्त है. देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने जिन वर्ग कक्षों में शिक्षा प्राप्त की थी आज उन कमरों के अलावे दो दर्जन से अधिक कमरे दोनों ही विद्यालयों के नाम पर है. लेकिन अफ़सोस की उन दो दर्जन कमरों में से महज एक 12 कमरों में ही छात्र शिक्षा ग्रहण करते है अन्य चार पांच कमरों में विद्यालय का कार्यालय चलता है. वही शेष सभी कमरों में शिक्षा विभाग द्वारा अतिक्रमण है.

जिला स्कूल में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के अलावे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लेखा योजना, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आरएमएसए एवं साक्षरता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन का कार्यालय है. जहां पदाधिकारियों के व्यक्तिगत कक्ष के अलावे दो से तीन कमरे कार्यालय के काम के लिए अतिक्रमण में है. विद्यालय परिषर में पूरे दिन शिक्षकों और आमजन की भीड़ जमा रहती है जिससे छात्रों को पठन पाठन में ज्यादा कठिनाई होती है.

विगत दिनों चली थी गोली

जिला स्कूल परिसर में किसी व्यक्तिगत कारणों से विगत दिनों गोली चलने की वारदात हुई थी. जिससे छात्रों में भय का माहौल व्याप्त है. आये दिन कार्यालय परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन वाद विवाद होना आम बात है. जिससे विद्यालय का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह से बिगड़ चुका है.

शिक्षा विभाग के सचिव ने भेजा है पत्र

सूबे के उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षणिक अवरोध की समाप्ति को लेकर शिक्षा विभाग के सचिव रोबर्ट एल चोंगथू द्वारा दिनांक 7 नवंबर 17 को पत्र निर्गत करते हुए सभी जिला पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया था.

जारी पत्र में छात्रों के भविष्य को लेकर विद्यालयी कार्यो में हो रहे अवरोध और कानून व्यवस्था की समस्या को लेकर सभी उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया गया था.

वर्षों से है महिला पुलिस बल का अतिक्रमण

जिला स्कूल के कमरों में शिक्षा विभाग के अतिक्रमण के साथ साथ पुलिस बलों का भी अतिक्रमण है.विगत करीब दो वर्षों से बिहार महिला पुलिस बल की दर्जनों पुलिस यही रहती है. दो कमरों में एक पूरा बटालियन रहता है.

क्या कहते है प्रधानाध्यापक

जिला स्कूल और जिला स्कूल नवस्थापित विद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने बताया कि देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने जहाँ शिक्षा ग्रहण की उस विद्यालय का प्राचार्य बनना मेरे लिए गौरव की बात है.

जिला स्कूल की गरिमा के प्रति प्रशासन से लेकर शिक्षक तक को सचेत होने की जरूरत है. विद्यालय के अतिक्रमण को लेकर वह काफी निराश है.

अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कई बार विभागीय पदाधिकारी को पत्र भेजा गया लेकिन कोई सार्थक पहल नही हुई ही. उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से उन्होंने विद्यालय का प्रभार ग्रहण किया है तब से वह विद्यालय की उन्नाति के लिये प्रयासरत है.