पटना, 03 फरवरी (हि.स.)। राज्य में भाजपा-जदयू की सरकार बनने के छह दिन बाद शनिवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर गृह और सामान्य प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे हैं। दोनों उप मुख्यमंत्रियों को नौ-नौ विभागों का जिम्मा दिया गया है।

नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन तथा ऐसे सभी विभाग जो किसी को भी आवंटित नहीं किए गए हैं वह उनके पास रहेंगे। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास कुल नौ विभागों का जिम्मा है। इसमें वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन तथा विधि विभाग हैं।

दूसरे उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास भी नौ विभाग हैं। इनमें कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन मंत्रालय तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण हैं। जदयू के विजय कुमार चौधरी के पास कुल छह विभाग हैं। इनमें जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क हैं। विजेंद्र प्रसाद यादव के पास पांच विभाग हैं, जिसमें ऊर्जा योजना एवं विकास, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन तथा ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण हैं।

भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार के पास सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन तथा पर्यटन यानी कुल पांच विभाग हैं। जदयू के श्रवण कुमार के पास ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग हैं। हम के संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को एक बार फिर से विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का जिम्मा दिया गया है।

Patna: नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल ने उन्हें पद और गोपनियता की शपथ दिलाई।   

इन मंत्रियों ने लिया शपथ

नीतीश कुमार (जेडीयू) – सीएम,

सम्राट चौधरी (भाजपा)

विजय कुमार चौधरी (जेडीयू)- मंत्री

विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) मंत्री 

डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा)

विजेन्द्र प्रसाद यादव (जेडीयू)- मंत्री

संतोष कुमार सुमन – (हम) मंत्री 

सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय)

Patna: बिहार में नीतीश सरकार के गठन के बाद अब मंत्रियों को उनके विभागों की जिम्मेवारी सौंपें गए है. मंगल पाण्डेय को फिर से स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है. साथ ही वे पथ निर्माण विभाग को भी देखेंगे.

वही पहली बार मंत्री बने संतोष सुमन को लघु जल संसाधन विभाग दिया गया है. जबकि विजय चौधरी को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विकास. वही पहली बार मंत्री बने मेवा लाल चौधरी को शिक्षा और शिला कुमारी को परिवहन विभाग मिला है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार – गृह, सामान्य प्रशासन, मंत्रीमंडल, निगरानी, अन्य सभी विभाग जो किसी मंत्री के पास नहीं है.

उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद – वित्त, पर्यावरण, वन, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन और शहरी विकास का विभाग
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी – पंचायती राज, उद्योग विभाग, पिछड़ी जाति उत्थान, EBC कल्याण  

विजय चौधरी – ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विकास, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, संसदीय कार्य मंत्रालय, जल संसाधन  
अशोक चौधरी – भवन निर्माण, अल्पसंख्यक कल्याण
विजेंद्र यादव – उर्जा, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण, निबंधन, उत्पाद विभाग  
मेवालाल चौधरी – शिक्षा विभाग
मंगल पाण्डेय – स्वास्थ्य, पथ निर्माण, कला संस्कृति विभाग
संतोष सुमन – लघु सिंचाई, एससी-एसटी कल्याण विभाग
शिला कुमारी – परिवहन विभाग
मुकेश सहनी – मत्स्य पालन और पशु पालन विभाग
अमरेन्द्र प्रताप सिंह – कृषि, सहकारिता, गन्ना विकास विभाग
रामप्रीत पासवान – पीएचईडी विभाग
जीवेश कुमार – पर्यटन और खनन, श्रम विभाग
रामसूरत राय – राजस्व और विधि मंत्रालय की जिम्मेदारी.

Baniyapur: अल्पसंख्यक समाज को नीतीश सरकार ने विकास के मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है . नीतीश कुमार ही अल्पसंख्यकों के लिए असली हितैषी है, यह बातें जिला जद यू के महासचिव जावेद अब्बास उर्फ पप्पू ने बनियपुर विधान सभा के हरिहरपुर गाव में ग्रामीणों को सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ ,अल्पसंख्यकों के लिए प्रायोजित योजनाओ की जानकारी देते कही.
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें अल्पसंख्यकों को वोट बैंक समझ प्रायः छल करने का काम किया है. वहीं तरह तरह के छल प्रपंच की नीति अपना कर वर्षो तक शोषण की राजनीति का शिकार बनाया गया. कभी अगरा पिछड़ा तो कभी माई समीकरण का हवाला देकर ठगने का काम किया है. वही नीतीश कुमार के 15 वर्षों के शासनकाल में अल्पसंख्यकों के गुणात्मक विकास हुआ है ,अब भावनाओ के साथ खिलवाड़ की राजनीति का दौर समाप्त अब विकास की राजनीति ही जनता समझ रही है.
विकास कार्यो के दम पर पुनः राज्य में एनडीए की नीतीश कुमार की नेतृत्व में सरकार बनेगी. उन्होंने समाज में मुख्यमंत्री का संदेश से अवगत कराते 9 अगस्त को पृथ्वी दिवस पर जल जीवन हरियाली के तहत सभी लोग एक पेड़ लगाए और धरती को हरा भरा बनाने में सहयोग करे. उन्हीने पूंछरी भुसाव मझावलिया सहित कई गावो का दौरा कर सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ से लोगो को जागरूक किया. इस मौके पर सकूर मोहम्मद ,मोहम्मद वकील, डाo मोहम्मद हाउसिंग मनौवर अली,अरमान हुसैन ,सद्दाम हुसैन आदि मौजूद थे.

Patna: बिहार में 22.79 लाख लोगों के नए राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यालय से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में 22 लाख 79 हजार 500 परिवारों के लिए नया राशन कार्ड बनाया जा चुका है. सीएम का निर्देश है कि जल्द से जल्द इसे सुयोग्य परिवारों के बीच बांट दिया जाए.

सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि 15 जुलाई से पहले बिहार के प्रत्येक सुयोग्य परिवारों को राशन कार्ड बांट दिया जाए ताकि उन्हें समय से राशन मिल सके, मुख्यमंत्री के सचिव के अनुसार बिहार में अब तक 349000 से ज्यादा राशन कार्ड बांटे जा चुके हैं और अगले 15 जुलाई तक सभी नए राशन कार्ड को लोगों के बीच बांटने का निर्देश दे दिया गया है.

सीएम निर्देश दिया है कि राशन कार्ड बांटने में हर प्रकार से पारदर्शिता बरतनी है. राशन कार्ड बांटने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. वही हाल ही में सारण में 30,000 ने राशन कार्ड लोगों के घर-घर जाकर वितरण करने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था कि किसी भी परिस्थिति में मुखिया के हाथ में राशन कार्ड नहीं देना है.

सीएम ने निर्देश दिया है कि सभी राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराना जरूरी है ताकि जन वितरण प्रणाली के तहत लोग वितरण का लाभ उठा सकेंगे. बिहार के सभी सुयोग्य परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाए, वही जो भी आवेदन लंबित है उन्हें जल्द से जल्द स्वीकृत कर नया राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है.

Chhapra: सारण ज़िला युवा जदयू के कमिटी का विस्तार हुआ है. इसके अनुसार छपरा नगर अध्यक्ष मोहन स्वर्णकार को मनोनीत किया गया है.

जबकि सोनपुर प्रखंड अध्यक्ष विजय दांगी को बनाया गया है. सोनपुर नगर अध्यक्ष सत्यजीत कुमार गुप्ता, दिघवारा प्रखंड अध्यक्ष कुणाल सिंह को बनाया गया है.

जिला कमिटी में महासचिव सत्यम कुमार, सुनील कुमार माँझी, नीरज कुमार सिंह तथा सचिव धीरेंद्र कुमार कुशवाहा और कुसुम रानी को जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है.

सारण ज़िला युवा जदयू के ज़िलाध्यक्ष डॉ विशाल सिंह राठौर ने बताया कि युवा जदयू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यो को जन जन तक पहुचाने और पहले के 15 साल के पति पत्नी के शासन के द्वारा किए कार्यो को आम जनता को याद दिलाने का कार्य करेगी.

Chhapra: सारण जिला के दो क्वारेंटीन केन्द्रों में आवासित प्रवासियों से शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया. मुख्यमंत्री ने उनका हाल-चाल जाना. साथ-साथ उपलब्ध करायी गयी व्यवस्थाओं के संबंध में फीड बैक लिया.

गड़खा के प्रखंड स्तरीय क्वारेंटीन केन्द्र मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा एवं रिविलगंज प्रखंड के राजकीय मघ्य विधालय सेमरिया पूर्वी में रह रहे प्रवासी श्रमिकों से मुख्यमंत्री ने जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने क्वारेंटीन केन्द्र पर रह रहे प्रवासियों से पूछा कि वे लोग कहाँ से आये हैं, वहाँ क्या करते थे. यहाँ आकर उन्हें कैसा लग रहा है.

वही मध्य विधालय चैनपुर भैंसमारा, गड़खा में रह रहे प्रवासी श्रमिक पिन्टू कुमार माँझी ने कहा कि वे 14 मई को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मुंबई से यहाँ आये हैं. स्टेशन पर स्क्रीनिंग हुयी, खाने का पैकेट और पानी बोतल दिया गया. निबंधन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मध्य विधालय चैनपुर, भैंसवारा लाया गया. उन्होंने बताया कि यहाँ की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है. समय पर खाना, नाश्ता मिल रहा है. मेस कमिटी बनी हुयी है। हम लोगों के सुझाव पर साप्ताहिक मेन्यू चार्ट बना हुआ है. उसी के अनुसार खाना खिलाया जा रहा है.

पंजाब के पटियाला शहर से आये सोनू कुमार ने बताया कि वे वहाँ आइसक्रिम फैक्ट्री में कार्य करते थे. उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि सरकार के द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए स्थानीय स्तर पर हीं रोजगार की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है.

रिविलगंज के क्वारेंटीन केन्द्र के एक युवक ने बताया कि वह मुंबई में इलेक्ट्रीशियन का कार्य करते थे, वहीं रेवाड़ी, हरियाणा से आयी एक महिला ने कहा कि अब हमलोग बाहर नही जाना चाहते है. यहाँ कि सभी व्यवस्थाएं अच्छी है. इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता प्रकट की.

रिविलगंज केन्द्र पर अपर समाहर्त्ता डॉ गगन के द्वारा मुख्यमंत्री को वहाँ की व्यवस्था के बारे में बताया गया.

इसके पूर्व जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा मुख्यमंत्री को बताया गया कि कैम्पों में रह रहे लोगों का स्किल मैपिंग कराया जा रहा है. जिनका खाता बिहार में नही है उनका खाता खुलवाया जा रहा है. अभी तक 4000 प्रवासी श्रमिकों को जॉब कार्ड बनवाया गया है. मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा केन्द्र की कुल क्षमता 110 है जिसमें अभी 102 लोग यहाँ आवासित है. यहाँ भी 70 लोगों का जॉब कार्ड बनाया गया है. 43 लोगों का खाता भी खुलवाया गया है.

Patna: बिहार के बाहर दूसरे प्रदेशों में फंसे लोगों से मुख्यमंत्री कुमार ने धैर्य रखने की अपील की है.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार अपने लोगों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर रही है. परेशान ना हो और धैर्य बनाये रखे.

उन्होंने कहा “बिहार के बाहर फंसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने को इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जाएगा। वे परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें। सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।”

Chhapra: जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सोनपुर अनुमण्डल के डुमरी बुजुर्ग पंचायत में एक उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन सहित अनुमण्डल पदाधिकारी, सोनपुर, उप समाहर्त्ता, भूमि सुधार, सोनपुर, अंचल अधिकारी, सोनपुर, अंचल अमीन, राजस्व कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि तथा संबंधित किसानों उपस्थित थे.

बैठक में चंवर क्षेत्र में वृहद सोलर मेगा पावर प्लांट की स्थापना हेतु विचार-विमर्श किया गया तथा संदर्भित निर्माण कार्य हेतु जनप्रतिनिधियों एवं किसानों से सुझाव प्राप्त किया गया. प्रधान सचिव द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिसमें प्रधान सचिव के साथ सोलर एनर्जी क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कंपनी ईडीपी के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.

स्थलीय निरीक्षण के उपरान्त प्रधान सचिव के साथ-साथ संदर्भित कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा उपलब्ध स्थल को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की गयी तथा प्रधान सचिव द्वारा मुख्यमंत्री के निदेश के आलोक में ‘‘नीचे मछली, ऊपर बिजली’’ के संकल्पना के आधार पर 10 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने हेतु सैद्धान्तिक सहमति प्रदान करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया. संदर्भित कंपनी द्वारा भी जल्दी ही इसपर अग्रेत्तर कार्रवाई करने की मौखिक सहमति दी गयी. इसके साथ ही प्रधान सचिव द्वारा आसपास की चंवर भूमि के विकास पर भी विस्तृत कार्य-योजना बनाने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया.

सोलर पावर प्लांट का निर्माण हो जाने से जहॉं पूरे आसपास के क्षेत्र का विकास होगा तथा तालाब में मछली का उत्पादन होने से व्यवसाय में प्रगति आयेगी वहीं सोलर एनर्जी जो अनवरत ऊर्जा है, जो किसी भी प्रकार से पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता है, वो भी सारण के लोगों को मिल पायेगा एवं किसानों को बेहतर सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध होगी. साथ ही बेहतर सिंचाई होने से उन्नत किस्म के फसलों को लगाकर ज्यादा लाभ कमाने हेतु किसान ज्यादा-से-ज्यादा प्रेरित होंगे.

(संतोष कुमार बंटी)
राजनीति में वही जीत दर्ज कर सकते हैं जिनकी बिसात बेहतर बिछाई गई हो. राजा के लिए समर्पित सैनिक एक बेहतर राजनीति के तहत जीत दर्ज कर सकते हैं. कहा भी गया है, योजनाबद्ध तरीके से किया गया कार्य ही सफल होता है. साफ मंसूबे ही जीत के दावेदार होते हैं.

इन सारी बातों का अगर गहन अध्ययन करें तो मंगलवार को आयोजित राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्रेस वार्ता ने बहुत कुछ साफ करते हुए अपना बिहार की राजनीति में एक संकेत जरूर दे दिया है. हालांकि स्पष्ट रूप से भले ही उन्होंने कुछ भी नहीं कहा लेकिन जिस तरह से उन्होंने वर्तमान नीतीश सरकार के 15 वर्षों के कार्यों की प्रशंसा के साथ आलोचना की, नीतीश कुमार से निजी और राजनीतिक संबंध तथा 15 वर्षों के विकासात्मक कार्यों की 2005 की सरकार से की गई तुलना. साथ ही साथ प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे शिक्षा, बिजली और सड़क तीनों का समेकित विश्लेषण कर एक खास वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करने के प्रयास से यह कहा जा सकता हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए रणनीति बनाने वाले राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री पद के लिए बिहार में एक विकल्प हो सकते हैं.

नीतीश कुमार से पिता पुत्र की भांति संबंध, जोड़ना-हटाना उनका निर्णय
प्रशांत किशोर ने प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पिता और पुत्र की भांति संबंध होने की बात कही. उनका कहना है कि पार्टी में उन्होंने जोड़ा और हटाया यह उनका निर्णय है. प्रत्येक व्यक्ति की अपनी एक विचारधारा होती है. जिसके साथ वह आगे बढ़ता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 वर्षों में निश्चित ही बिहार की तस्वीर बदली है. लेकिन प्रदेश का विकास 15 वर्ष पहले जहां था आज भी वही है.

प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे बन सकते हैं हथियार
प्रशांत किशोर ने राजनीति में रणनीतिकार के रूप में अपनी शुरुआत की और सफल भी हुए. भाजपा, कांग्रेस और तत्काल में आप के साथ सफलता की गाथा लिखी है. जनता के नब्ज को वह अच्छी तरह से जानते है. 2020 के चुनाव में प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे को एक हथियार के रूप में शामिल कर सकते हैं.

श्री किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि राज्य में 2005 के मुकाबले साइकिल योजना, पोशाक योजना एवं छात्रवृत्ति योजना का वितरण कर सरकार ने विद्यालयों में नामांकन का ग्राफ़ भले ही बढा लिया लेकिन गुणवत्ता वाली शिक्षा बच्चों को नहीं मिली.

प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुए जिसके लिए सीएम बधाई के पात्र हैं लेकिन सूबे में बिजली की खपत नहीं है. सूबे में परिवार सिर्फ एक बल्ब और एक पँखे के सहारे जीता है. उसके पास अन्य चीजों के खरीदने के पैसे नहीं है. जिसका वह उपयोग कर सकें.

सड़को का सूबे में जाल बिछा 2005 के मुकाबले सड़कों की स्थिति अच्छी है. वाहनों की संख्या भी अच्छी खासी निबंधित है लेकिन सड़क पर चलाने के लिए उनके पास आय नहीं है. बेरोजगारी बढ़ी है और इसके चलते पलायन होता है.

विगत कई वर्षों से राजनीति में युवाओं को जोड़ने का कर रहे हैं कार्य

जंग में सिपाही का होना बेहद जरूरी है और सिर्फ उनकी संख्या ही नहीं बल्कि उनमें हुनर हो. सिपाही अगर हुनरमंद होंगे तो वह संख्या में कम होने के बावजूद भी विपक्षी पर भारी पड़ सकते हैं. प्रशांत किशोर ने विगत वर्षों में राजनीति की रणनीति और उसमें युवाओं की भागीदारी को लेकर तैयारी की जा चुकी है. जिसके कारण उनके साथ हुनरमंद और हर काम मे माहिर काम करने वाले युवाओं की अच्छी खासी तादाद है जो उन्हें किसी भी लड़ाई में जीत दिलवा सकते है.

दिल्ली में संपन्न दिल्ली चुनाव के परिणाम के बाद ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर बिहार में एक नया ढांचा खड़ा कर सकते हैं. हालांकि जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर एक प्रोफेशनल व्यक्ति है. दिल्ली चुनाव में उन्होंने अरविंद केजरीवाल की आप पार्टी के लिए रणनीति बनाई थी.

बहरहाल 2020 बिहार के लिए चुनावी वर्ष है और सभी पार्टी अपनी तरफ से इस चुनाव को जीतने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है. बीते वर्ष में प्रशांत किशोर ने चुनाव में किसी न किसी पार्टी के लिए काम किया है. वैसे श्री किशोर ने मीडिया के सामने भी चुनावी महाकुंभ में डुबकी लगाने की अपनी इच्छा जाहिर नहीं की है. लेकिन जन सरोकार के मुद्दे को आंकड़ों के साथ प्रदर्शित करना निश्चित तौर पर एक विकल्प के रूप में देखने को मजबूर करता है.

Prashant Kishor, Bihar Election, Bihar Election 2020, Nitish kumar, PK, PK in Bihar,

Chhapra: रविवार को सारण में 726 किमी मानव श्रृंखला बनाकर इतिहास रचा गया. जलजीवन हरियाली व शराबबंदी के समर्थन में निर्मित इस मानव श्रृंखला में बच्चो से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हुए. सारण में बनी मानव श्रृंखला पूरे बिहार में लम्बाई के मामले पर चौथे स्थान पर रही. सरकारी आंकड़ो के मुताबिक इस मानव श्रृंखला में पूरे सारण से कुल 24 लाख 33 हज़ार 555 लोगों ने हाथ से हाथ जोड़ सड़कों पर खड़े होकर जल जीवन हरियाली का संदेश दिया.

ज़िला प्रशासन के अनुसार इस मानव श्रृंखला में 3 लाख से अधिक वैसे स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया, जो पहली से चौथी कक्षा के हैं. वहीं मुख्य मार्ग पर 101 किमी लम्बी ह्यूमन चैन बनाई गई थी. इस मौके पर छ्परा के नगर पालिका चौक पर जदयू, भाजपा के साथ अन्य राजनीतिक दलों के नेता ह्यूमन चैन बनाकर खड़े रहे, साथ ही साथ कई सामाजिक संगठनों ने इस चेन के निर्माण में अहम भूमिका निभाई.

छ्परा में मानव श्रृंखला के दौरान अद्भुत नजारा देखने को मिला. सुबह 10 बजे से ही कई स्कूलों के बच्चे कतार बद्ध होकर खड़े थे. इसके अलावें सदर अस्पताल के समीप स्वास्थ्य विभाग के साथ मुख्य सड़कों पर नगर निगम. जीविका समूह, भारत स्कॉउट के साथ जिला प्रशासन के लोग भी मानव श्रृंखला में खड़े होकर जल जीवन हरियाली का संदेश दे रहे थे.

सड़कों पर 3D पेंटिंग ने लोगों को किया आकर्षित

छ्परा के प्रसिद्ध कलाकर अशोक कुमार व उनकी टीम द्वारा सड़को पर बनाई गई थ्री डी पेंटिंग ने लोगों को आकर्षित किया. अशोक द्वारा थाना चौक-समाहरणालय, दरोगा राय चौक समेत अन्य स्थानों पर जल जीवन हरियाली थीम पर 3D पेंटिंग बनाई गई थी, जिसे देख लोग काफी आकर्षित हुए. पेंटिंग के माध्यम से लोगो को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण का सन्देश दिया गया. काफी लोग 3D पेंटिंग के साथ सेल्फी लेते भी दिखे.

A valid URL was not provided.

Chhapra: सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सारण जिले के 22 दिसंबर को होने वाले दौरे को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है. वहीं जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए तैयार हैं.

इसे भी पढ़ें: एकमा में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का ज़िलाधिकारी ने किया निरीक्षण

जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री 22 दिसंबर को 12:15 पर एकमा प्रखंड के परसा पूर्वी पंचायत के छपिया चौर पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री इस दौरान चौर क्षेत्र में किसानों के द्वारा किए गए तालाब निर्माण एवं मत्स्य पालन का अवलोकन करेंगे. साथ ही सारण जिले में किए गए जल संचय कृषि एवं अन्य विभागों द्वारा कराए गए कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे.

इसके बाद मुख्यमंत्री दोपहर 1:30 बजे समाहरणालय सभागार में जल जीवन हरियाली से संबंधित सारण जिले की समीक्षा बैठक करेंगे.

इस दौरान उनके साथ आला अधिकारी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर छपरा शहर से लेकर प्रखंड तक तैयारियां जोरों पर है. रंग रोगन का कार्य किया जा रहा है.