Chhapra/Gorakhpur: यात्रियों की अतिरिक्त सुविधा हेतु रेलवे ने उधना-छपरा के बीच 2 जोड़ी ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ियों का संचलन करने का निर्णय लिया है. 

82911 उधना-छपरा साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 15, 22, 29 अप्रैल, 06,13, 20 एवं 27 मई, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 82912 छपरा-उधना साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 17, 24 अप्रैल, 01, 08, 15, 22 एवं 29 मई, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 8, साधारण श्रेणी के 3, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 4, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 1 तथा एलएलआर/डी के 2 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे.  

09019 उधना-छपरा साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 03, 10, 17 एवं 24 जून, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 09020 छपरा-उधना साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 5, 12, 19 एवं 26 जून, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 08, साधारण श्रेणी के 03, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 04, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01 तथा एलएलआर/डी के 02 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे. 

Chhapra: जैव चिकित्सा अवशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. बैठक में जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कहा कि चिकित्सा से संबंधित कचरे का सही ढ़ग से प्रबंधन नही करने वाले चिकित्सा संस्थानों को दण्डित किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि जैव चिकित्सा अवशिष्ट नियमावली 2016 के तहत चिकित्सा से संबंधित कचरे का प्रबंधन करना है. इसके लिए सरकार द्वारा मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 को चिकित्सा संबंधी कचरे का प्रबंधन करने की जम्मेवारी दी गयी है. ये संस्था सभी चिकित्सा संबंधी संस्थानो से कचरे का कलेक्शन कर उसका प्रबंधन करेगी.

जिन संस्थानों से मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 कचरे का कलेक्शन करेगी उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित दर पर कलेक्शन हेतु भुगतान करना आवश्यक होगा. उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक 150 चिकित्सकीय संस्थानों को चिन्हित किया जा चुका है परन्तु मात्र 49 संस्थानों से ही कचरे का उठाव हो पा रहा है बाकी बचे संस्थानों की जिम्मेवारी है कि वे मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 के कलेक्शन सेंटर को अपना कचरा दे अन्यथा उन्हें दण्डित किया जाएगा.

बैठक में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, आईएमए के स्थानीय प्रतिनिधी, डॉ बी.के. श्रीवास्तव, मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 के प्रतिनिधी, मानस, छपरा के देवेश दिक्षीत एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के के सदस्य उपस्थित थे.

Chhapra: तमाम कठिनाइयों और चुनौतियों को झेलकर महिलाएं आज समाज में मिशाल पेश कर रही है. महिलाएं अपनी कार्यों के बदौलत खुद को साबित कर रही है. जिससे महिला सशक्तिकरण को बल मिल रहा है और पुरुष प्रधान समाज को एक सीख.

महिला दिवस पर हम आज आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे है जो ना सिर्फ अपने बच्चे बल्कि उसके जैसे तमाम बच्चों के लिए आशा की किरण साबित हो रही है. हम बात कर रहे है शहर के रतनपुरा मुहल्ले में रहने वाली मुन्नी भारती की.

मुन्नी मूक बधिर बच्चों के लिए विद्यालय चलाती है. यह विद्यालय मूक बधिरों को बिल्कुल निःशुल्क शिक्षा देता है. जिससे इन बच्चों के जीवन को एक नई रौशनी मिल रही है.

विद्यालय में पढ़ते मूक बधिर बच्चे

मुन्नी भारती बताती है कि वर्ष 1982 में उनका दूसरा पुत्र मूक बधिर पैदा हुआ. समय के साथ सभी को इस बात की जानकारी हुई. इलाज के लिए कई जगह दिखने के बाद भी कोई फायदा नही हुआ. उन्होंने उसे पटना में मूक बधिर विद्यालय में दाखिला दिलाकर पढ़ाया. अपने पुत्र से इशारों में बातचीत करते करते उन्होंने भी मूक बधिरों बच्चे से बातचीत करना सीख लिया.

उन्होंने बताया कि 2004 में स्कूल की स्थापना कर आसपास के मूक बधिर बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देना शुरू किया. उनका पुत्र जब बड़ा हुआ तो दोनों ने मिलकर स्कूल में पढ़ाना शुरू किया. स्कूल उनके लिए जिन बच्चों को समाज में मूक बधिर होने के कारण शिक्षा नही मिल पाती. इस विद्यालय से अबतक पांच दर्जन मूक बधिर बच्चे निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कर चुके है. फिलहाल 10 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है.

समाज और मूक बधिर बच्चों को एक नई आशा देने वाली मुन्नी भारती बताती है कि उनके पति बिजली विभाग में कार्यरत थे जिससे जो पैसा आता स्कूल उससे चलता आया है. अब उनके पति रिटायर्ड हो गए है. विद्यालय को चलाने के लिए कोई सहायता नही मिल रही है. अगर सरकारी सहायता मिलती तो मूक बधिर बच्चों के लिए और भी बेहतर किया जा सकता है. बावजूद इसके अपने हौसले और मूक बधिर बच्चों को पढ़ाने के लिए वे आज भी तत्पर है.

उन्होंने बताया कि सरकार स्किल डेवलपमेंट की योजनाएं चला रही है अगर इन बच्चों के भी स्किल को डेवेलोप किया जाए तो यह समाज के अन्य बच्चों के जैसे सक्षम होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकते है. पढ़ने के बाद नौकरी का ना मिलना बड़ी समस्या है. इसके लिए जरूरी है कि इनके स्किल को डेवेलोप कर खुद का व्यवसाय शुरू करने को प्रेरित किया जाय.

मुन्नी बताती है कि मूक बधिर बच्चे अपनी बातें दूसरों से कह नही पाते. इसलिए जरूरी है कि उन्हें शिक्षित किया जाए ताकि इशारों में ही वे अपनी बातें लोगों से कह पाए.

आज कई ऐसी महिलाएं है जो अपने कार्यों के बदौलत अपने को साबित कर रही है. सीमित संसाधनों में इनके जैसी महिलाएं सशक्तिकरण की मिशाल है. समाज को इनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की जरुरत है.

Chhapra (Swati): महिलाओं के सम्मान में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. हमारा देश महिला सशक्तिकरण के रास्ते पर बहुत आगे बढ़ा है. पहले की तुलना में आज की महिलाएं ज्यादा शिक्षित है और ऐसी महिलाएं जिन्हें शिक्षा नहीं मिल पा रही है उन्हें शिक्षित करने को कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. एक तरफ जहां पहले लड़कियों को घर से निकलने तक नहीं दिया जाता था, वहीं आज बिहार में लड़कियों को पीजी तक की शिक्षा मुक्त कर दी गई है. पहले की तुलना में आज की लड़कियां स्वतंत्र होकर नौकरी कर रही है. अपनी जिंदगी को खुल के जी रही हैं.

महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण हमारे शहर छपरा में भी देखने को मिलता है जहां जिला परिषद अध्यक्ष के रूप में मीना अरुण ने कार्यभार संभाल समाज के सामने एक मिशाल पेश की है. तो वहीं प्रिया सिंह छपरा नगर निगम की महापौर के रूप में निर्वाचित होकर महिलाओं का सम्मान और बढ़ाया है. यही नहीं छपरा नगर निगम की उपमहापौर भी एक महिला है. जिस तरह ये महिलाएं समाज के विकास में अपना अहम योगदान दे रही है वह काबिल ए तारीफ़ है.

किसी ने ठीक ही कहा है कि किसी भी देश का विकास तब तक संभव नहीं हो सकता जब तक की उस देश की महिला का विकास न हो. शुरू से ही हमारे यहां की महिलाएं जिस तरह समाज के विकास में अपनी भागीदारी निभा रही हैं. फिर भी उन्हें उस सम्मान से वंचित होना पड़ता है जो उन्हें चाहिए होता है. एक तरफ हम कहते हैं कि दहेज लेना और देना दोनों अपराध है. वहीं दूसरी तब हमारी सरकार को ऐसे कुरीतियों को रोकने के लिए मानव श्रृंखला बनानी पड़ रही है. एक तरफ हम कहते हैं कि लड़कियों को देवी का रुप होती है. वहीं दूसरी तरफ घरेलू हिंसा रोकने के लिए कानून बनाना पड़ता है.

आज समाज में महिला सशक्तिकरण की बात होती है, महिलाएं आज भी अपने अधिकार के लिए जूझ रही है. लड़कियों पर अत्याचार किये जाते हैं और समाज मूकदर्शक बना रहता है.

आजादी के इतने साल बाद भी महिलाओं की स्थिति में जितने सुधार की जरूरत थी अभी वो सुधार नहीं हुआ है. जरुरत है समाज को अपनी सोच में बदलाव लाने की महिलाओं को आजादी से जीने देने की.

{यह लेखिका के निजी विचार है}   

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Chhapra: जिलास्तरीय विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी. बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने सर्वप्रथम पूर्व के बैठक की कार्रवाई एवं तत्संबंधी प्रतिवेदन को ससमय प्राप्त कराने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास की सराहना की.

बैठक में केन्द्र सरकार की योजनाओं के साथ-साथ जिला स्तर पर विकास के कार्यो की समीक्षा की गयी. केन्द्र सरकार की योजना में जन-धन योजना के तहत कुल 14,35,540 नया खाता खोले जाने के बारे में एलडीएम के द्वारा बताया गया. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि बहुत से ऐसे जनधन खाते है, जिसमें ट्रांजेक्शन नहीं हो रहे है, उसके लिए कारगर व्यवस्था किया जाय. एलडीएम ने बताया कि 07 फरवरी से 20 फरवरी तक इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत बैंक ऋण देेने में काफी पिछें चल रहे है इसे मिशन के रूप में लेने की बात अध्यक्ष ने कहा एवं इससे संबंधित प्रतिवेदन 15 दिन के अंदर एलडीएम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अन्तर्गत मात्र 01 रूपया में बीमा की जानी है. इस जिला में कुल 1,51,768 बीमा की गयी है. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना में कितना क्लेम आया है और उसके विरूद्ध कितनी राशि का भुगतान हुआ है, से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध करायें.       बैठक में इन्शयूरेन्स कम्पनी के प्रतिनिधि एवं रेलवे के वरीय पदाधिकारियों के उपस्थित नहीं रहने को गंभीरता से लिया गया एवं अगली बैठक में उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. एनएचएआई के प्रतिनिधि ने एनएच 102-85 एवं 19 के विषय मंे विस्तृत ब्योरा दिया. दिशा के उपाध्यक्ष सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ने सड़क परियोजना में लंबित भू-अर्जन से संबंधित राशि का वितरण बकायादारों की सूची बनाकर कैम्प के माध्यम से करने का परामर्श दिया. उन्होंने छपरा शहर के आस-पास के बाईपास खासकर रिविलगंज बाईपास के निर्माण से संबंधित प्रस्ताव बनाने एवं सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग की.  बैठक में अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने मानपुर गड़खा सड़क का कार्य गुणवता पूर्ण नहीं होने के संबंध में जांच कराने का निदेश जिला पदाधिकारी को दिया. उन्होंने परामर्श दिया कि एनएचएआई एजंेसी से जांच कराकर जांचोपरांत ही इसका भुगतान किया जाय.

सिताब दियारा को बाढ़ के कटाव से बचाने के लिए 80 करोड़ रूपये की राशि बिहार सरकार एवं 40 करोड़ की राशि उतर प्रदेश सरकार दे रखी है. इस पर बाढ़ नियंत्रण के प्रभावी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कार्य आवंटन हो गया है. भू-अर्जन की प्रक्रिया चल रही है. अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने बताया कि सिताब दियारा के मामलें को इंटर स्टेट काॅन्सिल की विषय सूची में रख दिया गया है, ताकि गृह मंत्रालय भी इसकी समीक्षा करते रहे.

सोनपुर के विधायक रामानुज प्रसाद ने गंगा नदी के किनारे ऋण बांध निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया. पंडित दिन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत कुल 1342 टोले बचे हुये है, जहां बिजली कनेक्शन देना है. अप्रैल 2018 तक पूरा करने का बैठक में अधीक्षण अभियंता द्वारा आश्वासन दिया गया. अध्यक्ष ने निदेश दिया कि अगले 6 माह में जिला में कोई भी बिजली का तार खुला नहीं रहना चाहिए. अभियान चलाकर इसे पूरा करें. यह निदेश उपाध्यक्ष श्री सिग्रीवाल की मांग मांझी प्रखंड के दाउदपुर बाजार में लटकते हुये तार को बदलने पर दिया गया.

बैठक दो चरणों में सम्पन्न हुयी. द्वितीय चरण में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मनरेगा, मध्यान् भोजन योजना, उज्जवला योजना, आईसीडीएस, सर्वशिक्षा अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि की समीक्षा की गयी. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत फेज 01 संबंधित कार्य को शीघ्र ही पूर्ण करने का निर्देश दिया गया एवं फेज 02 से संबंधित प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने का निदेश दिया गया. फेज 01 अन्तर्गत 500 की आबादी वाले बस्ती को सम्पर्क पथ से जोड़ा जाना है. अध्यक्ष ने इसे प्राथमिकता सूची में सबसे उपर रखने की बात बतायी एवं कहा कि फेज 01 में जो कार्य बचा है, उसको दो माह के अंदर डीपीआर बनाकर सरकार को प्रस्ताव भेजा जाय. इसके लिए डीआरडीए निदेशक को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया. उन्होंने ग्रामीण सड़को के निर्माण में गुणवता पर ध्यान देने की बात कही.


बैठक में उपाध्यक्ष सिग्रीवाल ने बनियापुर के हरपुर में बने पुल को चालू नहीं कराये जाने की जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि आवागमण पुराने पुल के माध्यम से ही हो रहा है, जो कही न कही बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है. अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने जिला पदाधिकारी को निदेश दिया कि वैसे संवेदक जिन्हें डीवार कर दिया गया है, उनकी सूची प्रकाशित करा दी जाय एवं सड़क निर्माण के क्रम में निविदा की स्वीकृति के पश्चात् जनप्रतिनिधि को भी इसकी सूचना दी जाय, ताकि कार्य का अनुश्रवण करने में लोगों की जागरूकता बढ़ें. मनरेगा की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि जिला में लक्ष्य के विरूद्ध 76 प्रतिशत मानव दिवस का श्रृजन किया गया है, जबकि 54 प्रतिशत शुरू किये गये कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है. 95,000 श्रमिकों की आधार सिडिंग कर दी गयी है. आधार सिडिंग के मामलें में छपरा जिला बिहार में अग्रणी स्थान बनाये हुये है, जिसपर अध्यक्ष महोदय ने संतोष व्यक्त किया और इसमें और तेजी लाने का निदेश दिया. मध्याह्न भोजन योजना के समीक्षा के क्रम में उपाध्यक्ष सांसद श्री सिग्रीवाल ने प्रत्येक प्रखंड के किसी एक पंचायत में आदर्श व्यवस्था लागू करने की मांग की, जिसके तहत उठाव विद्यालय तक पहुंच एवं कितने बच्चे लाभान्वित हुये, इसका सही आकड़ा रखा जाय. उज्जवला योजना के तहत सारण जिलें में 2,43,000 की सूची प्राप्त है, जिसमें 1,61,000 की केवाईसी प्राप्त कर लिया गया है और इसके विरूद्ध 1,10,000 लाभुकों का कनेक्शन कर दिया गया है. कनेक्शन के मामलें में सारण जिला बिहार में प्रथम स्थान बना लिया है. इस पर अध्यक्ष महोदय ने संतोष व्यक्त की.  बैठक के अंत में उपाध्यक्ष सिग्रीवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया. उन्होंने जिला के विकास के लिए प्रशासन के कार्यों की सराहना की और आशा व्यक्त किया कि इसमें और तेजी लायी जायेगी. उन्होंने बैठक में सदस्यों के द्वारा गरीब जनता की भावनाओं को उठाने के लिए धन्यवाद दिया और गरीब से जुड़ी हुयी रोजगार को धरातल पर उतारने के लिए सभी को संकल्पित करने का आह्वान किया.
बैठक में विधान पार्षद गण, अध्यक्ष जिला पार्षद, जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra(Kabir): इन दिनों कड़ाके की ठंड में भी बच्चे व युवा पतंगबाजी का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है. कोई अखबार को काटकर पतंग में साटने के लिए पूंछ बनता है तो कोई लई से फटी पतंग को चिपकाता दिखता है. हाथों में लटाई और पतंग इसके बाद शुरू हो जाता है पतंग उड़ाने का दौर.

समय के साथ पतंगबाजी के सामानों में बदलाव तो हुआ है लेकिन उत्साह में कोई कमी नही दिख रही है. तरह तरह के मांझे की जगह चाइनीज धागों ने जरूर ले ली है. पतंग के दाम में वृद्धि हुई है लेकिन फिल्मों के नाम, हीरो, हीरोइन, क्रिकेटर आदि की तस्वीर लगी डिजिटल प्रिंट वाली पंतग की धूम है.

पतंगबाजों ने छपरा टुडे से बात करते हुए कहा कि अब पहले की तरह कोई मांझे में समय देना नही चाहता, क्योंकि मांझे से मजबूत प्लास्टिक के धागे बाजार में उपलब्ध है. ऐसा नही है कि अभी मांझा नही किया जाता है लेकिन समय को देखते हुए बाजार से खरीदना आसान होता है.

भतमंझा की बात करें तो पतंगबाज जीतोड़ मेहनत करके पतंगबाजी के लिए धागा को तैयार करते थे. शीशे को बारीक पिसा जाता था. धागे को भात और शीशे से गुजारते हुए लटाई में लपेटा जाता था. मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी के लिए इसकी खास तैयारी की जाती थी.

Chhapra: शहर के एकता भवन में गुरुवार की संध्या ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन अनुमंडल प्रशासन सारण द्वारा किया जाएगा.

शहीद सैनिक एवं अपंग हुए जवानों के परिजनों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘एक शाम शहीदों के नाम’ सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा आयोजन.

Chhapra: जगदम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य शिक्षाविद स्व सुशील कुमार सिंह के सम्मान में आयोजित होने वाले बैडमिंटन प्रतियोगिता का उद्घाटन जेपीविवि के कुलपति डॉ हरिकेश सिंह करेंगे.

जगदम कॉलेज में प्रति वर्ष आयोजित होने वाले इस प्रतियोगिता का उद्घाटन आगामी 12 जनवरी को किया जायेगा. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी अपना पंजीयन 11 जनवरी तक करा सकते है. चार दिवसीय बैटमिंटन प्रतियोगिता का समापन 15 जनवरी को होगा. जिसमे सारण पुलिस कप्तान हरकिशोर राय विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे.

स्व सुशील कुमार सिंह स्मारक समिति के सचिव ब्रजकिशोर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार सिंह, रमेश कुमार सिंह, सत्यनारायण ठाकुर आदि प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में मानविकी, वाणिज्य और विज्ञान संकायों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गयी है.

विश्वविद्यालय प्रशासन में विज्ञान विभाग के संकाय अध्यक्ष के रूप में कुलानुशासक एवं स्नातकोत्तर रसायन विभाग के अध्यक्ष प्रो डॉ उमाशंकर यादव को नियुक्त किया है. वही मानविकी संकाय की अध्यक्ष के रूप में हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो डॉ सुधा बाला और वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष के रूप में प्राध्यापक प्रो डॉ लक्ष्मण सिंह को नियुक्त किया गया है.

बताते चले की इसके पूर्व में तीनों संकायों के अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो गया है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय ने नियुक्ति की है.

Chhapra (Santosh kumar Banty): सारण के विकास को लेकर नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार नई योजना लागू करने जा रही है. जिससे न सिर्फ देश के मानचित्र पर सारण का नाम स्थापित होगा बल्कि विकास के नए मार्ग भी प्रशस्त होंगे.

दिल्ली में हुई बैठक का अनुसार केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जलमार्ग-एक (एनडब्ल्यू-1) के हल्दिया-वाराणसी खंड में नौवहन के विस्तार के लिए 5,369 करोड़ रुपए की जल विकास परियोजना (जेपीएमपी) को शुक्रवार को मंजूरी दे दी है. यह परियोजना उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में पड़ती है.

इन जिलों को मिलेगा लाभ

इसके तहत आने वाले प्रमुख जिलों में वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, बक्सर, छपरा, वैशाली, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, साहिबगंज, मुर्शिदाबाद, पाकुर, हुगली और कोलकाता शामिल हैं.

पोत परिवहन मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) की बैठक में जल मार्ग विकास परियोजना के क्रियान्वयन को मंजूरी दी गई.

2023 तक पूरी होगी परियोजना

इसके तहत राष्ट्रीय जलमार्ग-एक पर क्षमता विस्तार किया जाएगा. इस पर 5,369.18 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इसके लिए विश्व बैंक की ओर से तकनीकी और निवेश सहयोग मिलेगा. इस परियोजना के मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. इससे परिवहन का वैकल्पिक तरीका उपलब्ध होगा जो पर्यावरणानुकूल और लागत दक्ष होगा. इस परियोजना से देश में लॉजिस्टिक्‍स की लागत को नीचे लाने में मदद मिलेगी. सरकार ने कहा है कि इससे बुनियादी ढांचा विकास मसलन मल्टी माडल और इंटर मॉडल टर्मिनल, रोल ऑन-रोल ऑफ (रो-रो) सुविधा, फेरी सेवाओं तथा नौवहन को प्रोत्साहन मिलेगा.

1.50 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

बयान में कहा गया है कि एनडब्ल्यू-1 के विकास एवं परिचालन से 46,000 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों का सृजन होगा. इसके अलावा जहाज निर्माण उद्योग में 84,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

5369 करोड़ की आएगी लागत

परियोजना के फाइनेंस पर सरकार ने कहा कि इसमें आईबीआरडी ऋण का हिस्सा 2,512 करोड़ रुपए (37.5 करोड़ डॉलर) और भारत सरकार के सहयोग के कोष का हिस्सा 2,556 करोड़ रुपए (38 करोड़ डॉलर) होगा. इसे बजटीय आवंटन तथा बांड निर्गम से प्राप्त राशि के जरिए जुटाया जाएगा. सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी 301 करोड़ रुपए (4.5 करोड़ डॉलर) होगी.

परियोजना के तहत फेयरवे विकास, वाराणसी, साहिबगंज और हल्दिया में मल्टी मॉडल टर्मिनल के अलावा कालूघाट और गाजीपुर में इंटर माडल टर्मिनल और फरक्का में नए नौवहन लॉक का निर्माण शामिल है.

Chhapra: तेज पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है. बर्फीली हवा के चलने से जनजीवन प्रभावित हुआ है. हवा चलने से कनकनी बढ़ी है और तापमान में काफी गिरावट आई हैं.

शुक्रवार को दोपहर थोड़ी धूप हुई पर तेज पछुआ हवा के आगे बेअसर थी. मौसम के मार से सभी परेशान है. शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग परेशां है और जनजीवन प्रभावित हुआ है. शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा छा जा रहा है. पिछले कई दिनों से चल रही बर्फीली हवा से ठिठुरन व गलन से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है.

ठण्ड से बचने के लोगों ने किये उपाय
ठण्ड से राहत के लिए लोग आग का सहारा ले रहे है. जिसे लेकर लकड़ी और कोयला की मांग बढ़ गयी है. सड़क किनारे अलाव जला कर लोग तापते नजर आ रहे है. लोग जैसे भी हो ठण्ड से राहत पाने के उपाय कर रहे है.

बिजली के हीटर की बढ़ी मांग
शीतलहर के प्रभाव को कम करने के लिए लोग बिजली के हीटर का प्रयोग कर रहे है. जिससे बाज़ार में हीटर की मांग बढ़ी है.

रिक्शा चालकों और सड़क पर गुजरा करने वाले परेशान
ठण्ड से बचाव के लिए संपन्न लोग तरह तरह के उपाय कर रहे है. वही सड़क पर गुजरा करने वाले और रिक्शा चालकों के लिए ठण्ड आफत साबित हो रही है. दिन जैसे तैसे कट जा रही है. जबकि रात में सभी को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

चौक चौराहों पर आलव की व्यवस्था
प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था विभिन्न चौक चौराहों पर की गयी है. हालांकि ये व्यवस्था पूर्ण रूप से प्रभावी नहीं दिख रहे है.

Chhapra/Patna: सीबीएसई द्वारा आयोजित हिंदी महोत्सव प्रतियोगिता में सेंट्रल पब्लिक स्कूल के छात्रों ने सफलता हासिल की है.

अंतर विद्यालयी प्रतियोगिताओं में लगभग 1500 स्कूल की टीमों ने भाग लिया. सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल विद्यालय के छात्रा प्रिया रॉय ने भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया एवं अनुप्रिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. वही निबंध लेखन प्रतियोगिता में आरोही ने तृतीय स्थान प्राप्त विद्यालय के साथ साथ सारण का भी नाम रौशन किया है.

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी के कर कमलों के द्वारा प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया.

गौरतलब है कि छपरा की ओर से मात्र सीपीएस के प्रतिभागियों में प्रतियोगिता में भाग लिया और परचम लहराया.

इस उपलब्धि के लिए विद्यालय के निदेशक हरेन्द्र सिंह को भी प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.निदेशक हरेन्द्र सिंह ने विद्यालय के छात्रों को विजयी प्रतिभागियों से प्रेरणा लेने की बात कही। स्वागत में विद्यालय के प्राचार्य और प्रबंधक विकास कुमार आदि मौजूद थे.