राज्य में भी लागू की जाय पुरानी पेंशन योजना, मुख्यमंत्री से जिलाध्यक्ष ने किया आह्वान

इसुआपुर: प्रखण्ड के खोभारी साह उच्च विद्यालय के प्रांगण में परिवर्तनकारी शिक्षक संघ की प्रखंड इकाई द्वारा नवनियुक्त शिक्षक सम्मान समारोह सह शिक्षक समस्या निवारण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि देश मे समान शिक्षा प्रणाली समय की मांग है. गरीब, अमीर सभी के बच्चें एक साथ पढें, हर स्कूल में बैठने के लिए बेंच, पढ़ने के लिए किताब और पढ़ाने के लिए छात्र के अनुपात में शिक्षक हो तभी प्रखण्ड, जिला और सूबे के विकास होगा. राज्य और देश के विकास के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. साथ ही साथ शिक्षा का दान करने वाले शिक्षकों की समस्याओं को भी समाप्त करना होगा. सरकार का दायित्व बनता है कि वह अपने कर्मियों को बेहतर सुविधा, वेतन देने का काम करे. लेकिन राज्य की सरकार सिर्फ घोषणा तक सीमित है.

उन्होंने सरकार की नीति पर कड़ा विरोध जारी करते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गयी है. कुछ राज्यों में कर्मियों को इस पुरानी पेंशन योजना के तहत लाभान्वित करने के लिए योजना का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन राज्य सरकार इस मामले में चर्चा से भी भाग रही है. इसके लिए जरूरत है एक मजबूत आवाज की, एक मजबूत आंदोलन की. इतिहास गवाह है कि बिना आंदोलन सूबे के नियोजित शिक्षकों को कुछ नही मिला है, वेतन से लेकर अन्य सुविधाएं मिलना आंदोलन की देन है. एक सरकारी कर्मी आने जीवन के 60 वर्ष तक काम करता है लेकिन सेवा निवृति के बाद उसके हाथ खाली है. वही एक जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद शपथ लेता है तो उसकी जीवन भर के पेंशन की शुरुआत हो जाती है. कर्मियों के पेंशन के नाम और सरकारी राजस्व समाप्त हो जाता है लेकिन जनप्रतिनिधियों के लिए पेंशन के लिए सरकारी राजस्व समाप्त नही होता है. एक जनप्रतिनिधि 4 पदों पर विजयी होते जाता है और चारो पैड के लिए पेंशन लेता है यह कहा कि न्याय है.

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पुरानी पेंशन योजना लागू करने का आह्वान किया जिससे कि नियोजित शिक्षकों के भी बाल बच्चें का जीवन बेहतर बन सकें.

श्री सिंह ने निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि सरकार नियोजन नीति को लाकर भविष्य को बर्बाद कर रही है. जिससे आने वाले युवकों का भविष्य अंधकारमय होगा.

उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि शिक्षक अपनी एकजुटता का परिचय दे. आने वाले दिनों में सदन में प्रतिनिधित्व करने वाला उनका एक प्रतिनिधि हो इसके लिए वह अभी से लग जाये. जिससे कि सरकार से अपनी मांगों को रखा जाए. श्री सिंह ने सभी नवनियुक्त शिक्षकों से आग्रह किया कि किसी के बहकावे में नही आकर आपने कर्तव्यों का पालन करें. सेवा-पुस्तिका, वेतन, बकाया वेतन, किसी तरह की समस्या के निवारण के लिए बिचौलिए के चक्कर मे ना पड़े, सीधे मुझे फोन करें.पदाधिकारियों से मिलकर सभी का कार्य करवाया जाएगा.

वही मढौरा अध्यक्ष सूर्यकांत सिंह, तरैया अध्यक्ष रंजीत सिंह, लहलादपुर अध्यक्ष अनुज राय, मांझी अध्यक्ष हवलदार मांझी, पंकज प्रकाश सिंह, राजू सिंह, सुनील सिंह, बनियापुर के इंद्रजीत महतो, जिला महासचिव संजय यादव, ओमप्रकाश गुप्ता ने भी सभा को संबोधित किया.

इस अवसर पर प्रखंड के नवनियुक्त शिक्षकों को सम्मानित करते हुए बच्चों में बेहतर शिक्षा दान का आह्वान भी किया गया. कार्यक्रम संचालन मो एहसान, अध्यक्ष अशोक यादव और धन्यवाद ज्ञापन जितेंद्र राम ने किया. मौके पर प्रखंड के सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे.

Panapur: बीडीसी की बैठक में छाया शिक्षा, स्वास्थ्य का मुद्दा

Panapur: प्रखंड मुख्यालय स्थित ई किसान भवन में बुधवार को बीडीसी की पहली बैठक आयोजित की गई. प्रखंड प्रमुख पुष्पा देवी एवं प्रभारी पंचायती राज पदाधिकारी तरुण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में शिक्षा एवं स्वास्थ्य का मुद्दा छाया रहा.

बैठक की शुरुआत में प्रभारी पंचायती राज पदाधिकारी ने सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का एकदूसरे से परिचय कराया. बाद में उन्होंने सात स्थायी समितियों के गठन पर चर्चा करते हुए बताया कि प्रत्येक स्थायी समिति में कम से कम तीन सदस्य होंगे.

उन्होंने बताया कि यह समिति भी अलग से अपनी बैठक आयोजित कर विभिन्न योजनाओं एवं समस्याओं को बीडीसी की बैठक में पटल पर रख सकेंगे. धेनुकी पंचायत के बीडीसी सदस्य श्रीभगवान प्रसाद ने अपनी आपबीती सुनाते हुए एक जनवितरण दुकानदार द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायत की.

उन्होंने कहा कि वह जनवितरण दुकानदार 5 किलो के बदले 4 किलो अनाज देता है. उन्होंने कोरोना काल के दौरान मध्य विद्यालय धेनुकी में एमडीएम योजना के खाद्यान्न वितरण में अनियमितता की भी शिकायत की.

वही रसौली पंचायत के बीडीसी बिंदेश्वरी सिंह ने बीईओ से विद्यालयो के खुलने एवं बंद होने की जानकारी एवं शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने की मांग की.

भोरहा पंचायत की बीडीसी सदस्या वीणा देवी ने भोरहा पंचायत में आशा कार्यकर्ताओं की बहाली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह बहाली नियमो को ताक पर रखकर की गयी है.

उन्होंने इसकी जांच कराने की मांग की. इसके अलावे सदस्यों ने आंगनबाड़ी, रसौली स्थित जमींदारी बांध का भी मुद्दा उठाया.

बैठक में बीडीओ राकेश रौशन, सीओ रणधीर प्रसाद, बीईओ अशोक कुमार, उपप्रमुख कुसुम देवी, एमओ अजीत कुमार, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी ज्ञान रंजन, मुखिया अमरेंद्र कुमार सिंह, पूनम देवी सहित सभी जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिख रहा है. सामान्य प्रशासन विभाग से मिले पत्र के आलोक में जारी दिशा निर्देशों पर अब कार्रवाई भी शुरू हो गयी है.

जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग के सभी कार्यालयों में कार्यरत कर्मियों के समूह का निर्धारण कर दिया है. मंगलवार को इस आशय से सम्बंधित पत्र भी जारी कर दिया गया. जिसके अनुसार समूह ग एवं अवर्गीकृत कर्मियों को सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और मंगलवार, गुरुवार, शनिवार दो शिफ्ट में कार्यालय आने एवं कार्यो को करने का आदेश जारी किया है. हालांकि यह व्यवस्था 31 मार्च तक फिलहाल लागू की गई है.

कर्मियों के लिए बनाई गई समय सारणी, यहां देखें लिस्ट

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Chhapra/Parsa: जिले के परसा में उस समय सभी भौंचक रह गए जब जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यालय के बच्चों के साथ बैठकर पढ़ने लगे. हालांकि वर्ग में शिक्षक ने बखूबी कक्षा का संचालन किया. जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी जय चंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने शिक्षक को कुछ सुझाव भी दिए और उसपर अमल करने की सलाह दी.

बुधवार को परसा प्रखंड के विशुनपुर में संचालित कस्तूरबा गाँधी आवसीय बालिका विद्यालय एवं मध्य विद्यालय विशुनपुर का निरीक्षण करने डीईओ जय चंद्र प्रसाद श्रीवास्तव पहुंचे.

निरीक्षण के दौरान डीईओ ने किचेन सेड, मध्याह्नन भोजन, पोषक, छात्रवृति, परिभ्रमण राशि के संदर्भ में जानकारी ली. साथ ही वर्ग 7 और 8 के संचालन के दौरान खुद भी छात्र बनकर शिक्षक को पढ़ाने के लिए कहा.

विशुनपुर विद्यालय के निरीक्षण के उपरांत डीईओ ने कस्तूरबा गाँधी अवासीय बालिका विद्यालय विशुनपुर उच्चतर माध्यमिक अवासीय विद्यालय का गंभीरता सके जांच किया गया. इस दौरान वहाँ पढ़ने वाली छात्राओं से शिक्षा संबंधी जनकारी प्राप्त की.

इस दौरान उन्होंने संचिकाओं की जांच की. निरीक्षण के उपरांत डीईओ ने बताया कि विभागीय रिपोर्ट नही उपलब्ध कराने को लेकर विद्यालय का जांच किया गया.

जांच के क्रम में पठन पाठन में काफी कमी होने, पोषक, छात्रवृति राशि नही उपलब्ध होने, नामांकित 290 छात्रो में सौ की संख्या में उपस्थिति, विद्यालय में कमी में सुधार करने समेत कई अनियमितता पाई गई.

डीईओ ने जांच के अधार पर कराई करने तथा अगले जांच तक विद्यालय की अनियमितता में सुधार करने की बातें कही. वही बैंक से छात्रो के बीच राशि नही भेजने पर एचएम राम सिंह को बैंक पर लिखित शिकायत करने का निर्देश दिया.

Chhapra/ Isuapur: स्थानीय इसुआपुर प्रखण्ड स्थित संकुल संसाधन केंद्र इसुआपुर में शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

अरविंदो सोसाइटी द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में संकुल अधीनस्थ सभी विद्यालयों के शिक्षकों ने भाग लिया.

ज़ेडआईआईईआई प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक ने बताया कि शिक्षा में शून्य निवेश में नवाचार के माध्यमों से शिक्षा को रुचिकर बनाया जा सकता है. बच्चें मन लगाकर सीखते है.

वही समन्वयक वीरेंद्र साह ने बताया कि सरकार के द्वारा शिक्षा के विस्तार को लेकर कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों का उन्मुखीकरण किया जाता है. शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार के माध्यमों से शिक्षकों को एक नया आयाम मिलेगा.

Chhapra: जिले में साक्षरता का कार्य करने वाले 60 वर्ष से अधिक के केआरपी अब कार्यमुक्त किये जायेंगे. अब उनकी जगह बगल के प्रखण्ड में कार्यरत केआरपी उस प्रखण्ड में संचालित कार्यो का निष्पादन करेंगे. उक्त बातें शनिवार को जिला स्कूल परिसर में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता सुरेश प्रसाद सिंह ने कही.

श्री सिंह ने जिले के सभी केआरपी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जन शिक्षा निदेशालय के निदेशक द्वारा पत्र जारी करते हुए 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके सभी केआरपी को कार्यमुक्त करने का पत्र जारी किया गया है. जिसके तहत सारण जिले में भी कार्यरत दो केआरपी को कार्यमुक्त किया जाएगा.

श्री सिंह ने सभी केआरपी को जिले के विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत शिक्षा स्वयंसेवी के डीबीटी रिपोर्ट, केआरपी डाटा बेस रिपोर्ट अविलंब जमा करने का निर्देश दिया. साथ ही साथ प्रत्येक माह की 5 तारीख तक आगामी माह की कार्य योजना, शिक्षा स्वयंसेवी की अनुपस्थिति विवरणी, प्रबोधन प्रपत्र अनिवार्य रूप से जमा करने का निर्देश दिया जिससे कि ससमय वेतन का भुगतान किया जा सके.

बैठक में केआरपी संतोष कुमार, जय राम प्रसाद, शशि भूषण शाही, संदीप कुमार, मुकेश कुमार सहित सभी केआरपी मौजूद थे.

Chhapra: छपरा के मौना पकड़ी स्थित विद्या विहार कॉलेज में स्नातक के विभिन्न कोर्सों में नामांकन शुरू हो गया है. इसके तहत 12वीं पास छात्र BCA, BBA, BJMC तथा अन्य स्नात्तक कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है.

कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले छात्रों के लिए BCA कोर्स, वहीं मैनेजमेंट के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले छात्रों के लिए BBA में एडमिशन हो रहा है. साथ ही जर्नलिज्म के लिए BJMC में भी नामांकन शुरू हो गया है. इसके अलावें लाइब्रेरी साइंस के कोर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स के बाद लाइब्रेरियन की नौकरी पाने में मदद मिलेगी.

डिप्लोमा कोर्स में भी शुरू है दाखिला

विद्या विहार कॉलेज के निदेशक सुधाकर भारद्वाज ने बताया कि विभिन्न स्नातक तथा डिप्लोमा कोर्स में नामांकन प्रारंभ हो गया है. उन्होंने बताया कि नामांकन के लिए सीटें भी सीमित हैं.

इसके अलावा छात्र डिप्लोमा तथा सर्टिफिकेट कोर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं. जिसमें प्रमुख कोर्स CCC है. जो विभिन्न सरकारी नौकरियों अनिवार्य होता है.

एडमिशन से संबंधित जानकारी के लिए शहर के मौना पकड़ी स्थित विद्या विहार कॉलेज जाकर छात्र पूरी जानकारी ले सकते है.

 

Chhapra:शहर का प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान ‘गेटवे’ अपने टॉपर्स छात्रों को सम्मानित करने जा रहा है. संस्था के बेहतरीन छात्रों ने
बारहवीं बोर्ड परीक्षा, जेईई मेन परीक्षा तथा राष्ट्रीय स्तर की कई परीक्षाओं में परचम लहरा कर संस्था का नाम पूरे जिले में रौशन किया है. संस्था अपने टॉपर्स को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाएगी.

सारण टॉपर्स को दी जाएगी कम शुल्क में शिक्षा
साथ ही गेटवे के निदेशक रमन सिंह ने निर्णय लिया कि सारण के टॉपर्स को कम फीस मे पढ़ा कर उन्हें बिहार टॉपर के लिए शिक्षण प्रदान करेगी. संस्था इसके लिए प्रतिबद्ध है.

गेटवे के छात्र राकेश ने BHU के राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में 170 वां रैंक हासिल किया था. वहीं संस्था की ही छात्र सुकेश ने 650 रैंक प्राप्त किया था. इसके साथ ही बिहार इंजीनियरिंग तथा बिहार पोलिटेकनीक मे भी कई छात्रों ने सफलता हासिल कर संस्था का मान बढ़ाया तथा अपना भविष्य सुरक्षित किया है.

इस बार संस्था से करीब 10 से अधिक विद्यार्थी भारतीय वायु सेना तथा नौसेना में भर्ती हुए साथ ही संस्था के नगरा शाखा से भी बेहतर रिजल्ट हुए संस्था के जूनियर बैच दसवीं से भी बेहतर रिजल्ट हुए.

श्री सिंह ने बताया कि संस्था जल्द ही सरकारी नौकरी की तैयारी हेतु एक नई शाखा गेटवे कंपटीशन पॉइंट की शुरुआत करने जा रही है ताकि सारण से भी सरकारी नौकरी में भी अधिक से अधिक रिजल्ट होंगे.

Patna: सूबे के लगभग 3लाख 19 हजार नियोजित प्रारंभिक शिक्षकों को जल्द की बकाए वेतन का भुगतान होने वाले है. महीनों से बकाये वेतन का भुगतान जल्द ही राज्य सरकार करने वाली है. सर्व शिक्षा अभियान में नियोजित इन शिक्षकों के लिए राज्य मंत्री मंडल ने 2600 करोड़ रूपए की राशि की स्वीकृति दे दी है. मंगलवार को आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में प्रारंभिक शिक्षकों के लिए 2600 करोड़ रुपए खर्च की स्वीकृति एवं विमुक्ति के प्रस्ताव पर मुहर लगाईं गयी. साथ ही साथ बैठक में कुल 29 प्रस्तावों की स्वीकृति दी गयी.

बिहार राज्य मंत्रिमंडल ने सर्वशिक्षा अभियान में नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए केन्द्रांश प्राप्ति की प्रत्याशा में राज्यांश मद में द्वितीय अनुपूरक से प्राप्त 2600 करोड़ रुपए की राशि सहायक अनुदान मद में व्यय की स्वीकृति दी.
इन शिक्षकों के लिए दो दिन पूर्व बीईपी ने 624 करोड़ एक माह के वेतन का जारी किया था. इनके वेतन पर हर माह करीब 650 करोड़ खर्च होते हैं। मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत 2600 करोड़ से चार माह का वेतन जारी हो सकेगा। कहीं नवम्बर तो कहीं दिसम्बर तक का वेतन भुगतान इससे हो जाएगा.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में मानविकी, वाणिज्य और विज्ञान संकायों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गयी है.

विश्वविद्यालय प्रशासन में विज्ञान विभाग के संकाय अध्यक्ष के रूप में कुलानुशासक एवं स्नातकोत्तर रसायन विभाग के अध्यक्ष प्रो डॉ उमाशंकर यादव को नियुक्त किया है. वही मानविकी संकाय की अध्यक्ष के रूप में हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो डॉ सुधा बाला और वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष के रूप में प्राध्यापक प्रो डॉ लक्ष्मण सिंह को नियुक्त किया गया है.

बताते चले की इसके पूर्व में तीनों संकायों के अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो गया है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय ने नियुक्ति की है.

{सुरभित दत्त}
समाज के उत्थान और प्रगति के लिए शिक्षा बेहद जरुरी आयाम है. समाज को शिक्षित करने के मुहीम के माध्यम से समाजसेवा में जुटे कुछ जुनूनी युवाओं ने इन दिनों शहर में एक अभियान छेड़ रखा है. युवाओं द्वारा दलित बस्ती का चुनाव कर उनमें रह रहे बच्चों तक शिक्षा का अलख जलाया जा रहा है. 

इस कार्य में लगे फेस ऑफ़ फ्यूचर इंडिया संस्था के मंटू कुमार यादव बताते है कि समाज के गरीब बच्चों को शिक्षा देने की प्रेरणा उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक के रूप में कार्य करते हुए मिली. मंटू राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक के रूप में अपने बेहतर कार्यो के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हो चुके है. 

बच्चों के साथ मंटू की टीम                                                                                       Photo: Mantu Kumar

शहर के दलित बस्तियों में आपको मंटू के संस्था के द्वारा चलायी ऐसी पाठशाला अमूमन दिख जाएगी. संस्था के माध्यम से इन दिनों एक अभियान चला कर दलित बस्ती के बच्चों को साक्षर बनाने में जुटे है.

प्रतिदिन शहर के किसी न किसी दलित बस्ती में शिविर के माध्यम से संस्था के युवा शिक्षा की अलख जगाने निकल पड़ते है. बस्ती का चुनाव होता है. बच्चों को बुलाया जाता है, और शुरू हो जाती है पाठशाला.

यहाँ देखे वीडियो रिपोर्ट 

मंटू ने बताया कि उनकी संस्था से जुड़े युवाओं की टोली अलग अलग स्थानों पर दलित बस्तियों में शिक्षा का अलख जा रही है. छपरा शहर के आलावे कई प्रखंडों में भी ऐसे शिविर के माध्यम से बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दलित बस्तियों में पहले लोगों ने विरोध किया पर जब उन्हें पता चला की बच्चों के भविष्य के लिए शिक्षा जरुरी है और उनकी टीम बच्चों को शिक्षित करने पहुंची है, तो स्थानीय लोगों ने भी सहयोग करना शुरू किया और अभियान चल पड़ा. दलित बस्ती में लगी इस पाठशाला से बच्चों को निश्चित ही लाभ मिल रहा है. दलित बस्ती की महिलाओं ने भी इनके प्रयास की सराहना करते हुए इसे जारी रखने की बात कही.

तमाम सरकारी संसाधनों और योजनाओं के बाद भी कही ना कही गरीब बच्चे शिक्षा से दूर रह जाते है. मंटू की टीम ‘पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया’के अपने ध्येय वाक्य को लेकर आगे बढ़ रही है. इन युवाओं की निःस्वार्थ सेवा समाज को एक नई प्रेरणा दे रही है.

छपरा(सुरभित दत्त): समाज सेवा में अग्रणी रामकृष्ण मिशन आश्रम में लगभग 800 बच्चे निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे है. आश्रम के द्वारा इन्हें ज्ञान की ज्योति दी जा रही है. 

अमूमन विद्यालय सुबह से शुरू होते है पर यहाँ विद्यालय का समय थोड़ा अलग है. विद्यालय शाम 3 बजे से शुरू होता है. आश्रम द्वारा बच्चों को यूनिफार्म और भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है, वह भी निःशुल्क. बच्चों में उत्साह ऐसा की वे आश्रम से मिले यूनिफार्म, किताबों के साथ रोजाना आश्रम में बने विद्यालय पहुंचते है. इन्हें पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षक अपना योगदान देते है.

आश्रम के सचिव अतिदेवानंद जी महाराज बताते है कि आश्रम में फिलहाल आठ सौ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है. इतना ही नहीं यहाँ पढने वाले बच्चों को यूनिफार्म, पठन पाठन सामग्री, नाश्ता, चिकित्सा की व्यवस्था भी निःशुल्क की गयी है. उन्होंने बताया कि इससे समाज के अंतिम वर्ग से आने वाले गरीब लोगों के बच्चों में ज्ञान की ज्योति जलाई जा रही है. आश्रम में योग्य शिक्षक इन सभी को शिक्षित करते है. इसके साथ ही समय समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी करायी जाती है. आश्रम में पढने आये बच्चों को भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है.

इतना ही नहीं बच्चों को खेल-कूद की व्यवस्था, प्रत्येक रविवार को म्यूजिक की कक्षाएं भी चलायी जाती है.     

आश्रम के द्वारा कई गावों को गोद लेकर वहां भी शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनायें चलायी जा रही है. इन योजनाओं से लोगों को लाभ मिल रहा है.

शहर के बीचो बीच स्थित रामकृष्ण आश्रम अपने स्थापना काल से ही समाज के हर वर्ग के लोगों के बीच कार्य करता आ रहा है.