नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिन्दूर के बारे में जानकारी दी।

पुंछ, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के कूटनीतिक दंडात्मक उपायों के बाद जम्मू -कश्मीर की सीमाओं पर पाकिस्तान लगातार संधर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।

पहलगाम हमले के दूसरे दिन से पाकिस्तान की यह हरकत जारी है। जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा के साथ सटे कईं इलाकों में पाकिस्तान की सेना ने रात को बिना उकसावे के अंधाधुंध गोलाबारी की। इसकी चपेट में आने से सात नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक घायल हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि बीती देर रात और आज सुबह पुंछ और मेंढर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की जिसकी चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हो गए। पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए सात लोगों में से तीन लोगों की पहचान शाहीन नूर के बेटे मोहम्मद आदिल, अल्ताफ हुसैन के बेटे सलीम हुसैन और शालू सिंह की पत्नी रूबी कौर के रूप में हुई है।उन्होंने कहा कि उरी के सलामाबाद के नौपोरा और कलगे इलाकों में सीमा पार से की गई गोलाबारी में दस नागरिक घायल हो गए जबकि राजौरी में तीन नागरिक घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाओं में ले जाया गया है। इस गोलाबारी में आवासीय संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है और सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई है।

अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने लगातार 13वें दिन नियंत्रण रेखा पर भारी मोर्टार दागे और गोलाबारी की। भारत और पाकिस्तान के बीच फरवरी 2021 के संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर यह पहली बड़ी नागरिक हताहत संख्या है। इस बीच लगातार गोलाबारी के कारण कई सीमावर्ती गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। 

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि सेना संघर्ष विराम उल्लंघन का आनुपातिक और संतुलित तरीके से जवाब दे रही है। अधिकारी ने कहा कि हमारे बल नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं और सीमा पार से होने वाली आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं तथा स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आपातकालीन सेवाएं जुटा रहा है।

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ देश में उपजा गम और गुस्सा आज सुबह नए जज्बे के रूप में दिखा। पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ आधीरात बाद किए गए वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर लोगों के कलेजे को कुछ ठंडक पहुंचीं। हमले में अपने परिजनों को गंवानों वालों ने बदला लेने के लिए भारतीय सेना को सलाम करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।

इस हमले में जान गंवाने वाले करनाल (हरियाणा) के विनय नरवाल की मां आशा ने आंसू पोछते हुए कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वादे को निभाया है। उन्होंने बदला ले लिया है। मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है। सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें, जिससे ऐसी घटना दोबारा न घटे।” पुणे की प्रगति जगदाले ने पहलगाम में अपने पति संतोष जगदाले को गंवाया है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करती हैं। उन्होंने पाकिस्तान को यह दिखा दिया कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है। संतोष की बेटी असावरी जगदाले ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर मैं बहुत रोई। मेरे आंसू आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि हैं।”

पहलगाम में पुणे के कौस्तुभ गणबोटे की भी कायर आतंकवादियों ने जान ली है। उनकी पत्नी संगीता गणबोटे ने ने कहा, ”भारत ने जो कार्रवाई की है वो एकदम सही है और ऑपरेशन का नाम सिंदूर देकर महिलाओं को सम्मान भी दिया है।” कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल गणबोटे ने कहा, ” हमने जो बदला लिया है, वहएकदम सही है और यही होना चाहिए था। हम सभी इसी चीज की प्रतीक्षा कर रहे थे हम भारत सरकार से बहुत उम्मीद लगकर बैठे थे। सरकार के इस कदम से खुशी में आंखें नम हैं।”

इस आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी के प्राण पखेरू भी उड़े हैं। उन्होंने अपना नाम न छापने का आग्रह करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करना चाहती हैं। उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया है। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारा भरोसा कायम रखा है। यह उनके पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि वह लगातार खबरें देख रहे हैं। वह भारतीय सेना को सलाम करते हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सेना ने देश की जनता का दर्द समझा। जब से हमने यह खबर सुनी है, पूरा परिवार कुछ हल्का महसूस कर रहा है।

नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। भारत द्वारा पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर देर रात किए गए हमले के बाद उपजे सैन्य तनाव का असर विमानन सेवाओं पर भी दिखाई देने लगा है। सुरक्षा कारणों से देश के कई हवाई अड्डों से उड़ान सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी प्रमुख विमानन कंपनियों ने अपने-अपने बयान जारी करते हुए यात्रियों से सतर्कता बरतने और अपडेट रहने की सलाह दी है।

एयर इंडिया ने एक बयान में कहा है कि जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से 7 मई दोपहर 12 बजे तक सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। कंपनी ने बताया कि यह निर्णय स्थानीय अधिकारियों से आगे कोई निर्देश मिलने तक लिया गया है। साथ ही अमृतसर की ओर जा रही दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया है।

इंडिगो ने हवाई क्षेत्र स्थितियों का हवाला देते हुए कहा है कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर और जोधपुर से आने-जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुई हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा से पहले अपनी उड़ान की स्थिति जांच लें।

वहीं स्पाइसजेट ने जानकारी दी है कि धर्मशाला, लेह, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर जैसे उत्तर भारतीय हवाई अड्डे अगले आदेश तक बंद हैं। इससे उड़ानों का संचालन बाधित हो सकता है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा योजनाएं उसी अनुसार बनाएं।

श्रीनगर, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम हमले के बाद भारत के लगाए गए दंडात्मक कूटनीतिक उपायों से खफा पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम का उल्लंखन कर रहा है। भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी के अनुसार, इस क्रम में पहली बार पाकिस्तान की सेना ने तोपखाने से गोलीबारी कर निर्दोषों का खून बहाया।

भारतीय सेना के इस अधिकारी के अनुसार, 06-07 मई की रात पाकिस्तान की सेना ने मनमाने तरीके से गोलीबारी की। जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार चौकियों से तोपखाने से से अंधाधुंध गोलीबारी की। इस गोलीबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। भारतीय सेना ने उचित तरीके से माकूल जवाब दिया।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन का प्रभावी ढंग से जवाब दिया। भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान सेना को भारी नुकसान हुआ है। इस बीच जम्मू संभाग के आयुक्त ने कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान आज बंद रहेंगे।

– किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की मांग से उजड़े सिंदूर को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है।

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना और वायु सेना ने सटीक हमला करने वाले हथियारों का उपयोग करके एक संयुक्त अभियान चलाया। भारत ने बिना सीमा पार किए लड़ाकू विमान राफेल और सुखोई से हैमर, स्कल्प मिसाइलों से मुजफ्फराबाद, सियालकोट, कोटली, गुलपुर, भिन्वेर, मुरीदके, बहावलपुर में आतंकी शिविरों पर हमले किए।

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया, जहां भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाकर उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के इरादे से हमलों के लिए स्थान का चयन किया था। हमलों में तीनों सेनाओं, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें लोइटरिंग हथियार भी शामिल थे। यह हमले केवल भारतीय धरती से किए गए थे।

भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया। हमलों के तुरंत बाद एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, जीवित बचे लोगों की गवाही और अन्य सबूत हैं, जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।

भारत की कार्रवाई में निशाना बनाए गए आतंकी ठिकानों में बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है। इसी तरह मुरीदके में स्थित लश्कर का अड्डा है, जहां से मुंबई के 26/11 के आतंकी हमलों की योजना बनाकर अंजाम दिया गया था।भारत के हमले में तबाह हुए गुलपुर के आतंकी शिविर से पुंछ-राजौरी हमलों और जून, 2024 की बस पर हमले को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के सवाई कैंप को सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम हमलों की जड़ माना जा रहा था।

इसी तरह नष्ट किया गया बिलाल कैंप जैश का लॉन्चिंग पैड रहा है। कोटली कैंप में 50 आतंकियों की क्षमता थी, जो लश्कर बमर्स का अड्डा रहा है। तबाह हुआ बर्नाला कैंप राजौरी के सामने 10 किमी की दूरी पर था। सांबा-कठुआ के सामने जैश ठिकाना सरजल कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास था। नष्ट किया गया नवां आतंकी ठिकाना महमूना शिविर हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कैंप है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी. दूरी पर सियालकोट के पास स्थित है।

आज का पंचांग
दिनांक 07/05/2025 बुधवार
वैशाख शुक्लपक्ष दशमी
सुबह 10:19 उपरांत एकादशी
नक्षत्र पूर्वफाल्गुन
संध्या 06:17 उपरांत उत्तराफाल्गुन
चन्द्र राशि सिह
रात्रि 12 :57 (08 मई 2025)
विक्रम सम्वत : 2082
सूर्योदय 05:09 सुबह
सूर्यास्त :06:24 संध्या
चंद्रोदय :01:58 दोपहर
चंद्रास्त: 02:31 रात्रि (08 मई 2025 तक)
ऋतू :ग्रीष्म
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
रोग 05:09 सुबह 06:49 सुबह,
उद्देग 06:49 सुबह 08:28 सुबह
चर 08:28 सुबह 10:07 सुबह
लाभ 10 :07 सुबह 11:46 सुबह
अमृत 11:46 सुबह 01:25 दोपहर
काल 01:25 दोपहर 03:05 दोपहर
शुभ 03:05 दोपहर 04:44संध्या
रोग 04:44 संध्या 06:23 संध्या
लगन :मेष
सुबह 05:38 उपरांत लगन वृष
राहुकाल
सुबह 11:46 से 01:26 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
दोपहर 11:20 से 12:13 दोपहर
दिशाशूल उत्तर
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले धनिया खाकर यात्रा करे.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
विवाद व जल्दबाजी से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। अधूरे काम समय से पूरे होने के योग हैं। नए कार्यों से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे।

लकी नंबर 5 लकी कलर गुलाबी

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
विवाद व जल्दबाजी से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल के रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। अधूरे काम समय से पूरे होने के योग हैं। नए कार्यों से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे।
लकी नंबर 1 लकी कलर नीला

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
तीर्थयात्रा हो सकती है। सत्संग का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। वरिष्‍ठजनों का सहयोग मिलेगा। नवीन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए दिन अच्छा होने की संभावना है। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। परिवार में
लकी नंबर 7 लकी कलर फिरोजा

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
संतान पक्ष की चिंता रहेगी। चोट व दुर्घटना से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। खर्च का बोझ बढ़ेगा। किसी पर अत्यधिक भरोसा न करें। व्यापार, नौकरी में अड़चनें आने से मनोबल में कमी आ सकती है।
लकी नंबर 9 लकी कलर भुरा

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
प्रेम में सफलता मिलेगी। प्रयास सफल रहेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। मान-सम्मान मिलेगा। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सुख एवं पत्नी के सहयोग से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। किसी से बहस न करें।
लकी नंबर 6 लकी कलर संतरी

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
लेनदारी वसूल होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। राज्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष लाभ का योग है। आर्थिक उन्नति होगी। सामाजिक उत्तरदायित्व की पूर्ति करेंगे।
लकी नंबर 2 लकी कलर आसमानी

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
प्रेम-प्रसंग दड़ सफलता मिलेगी। बाहर सहायता से काम होंगे। प्रसन्नता रहेगी। संतान के संबंध में संतोष रहेगा। व्यावसायिक अथवा आजीविका संबंधी समस्या का समाधान हो सकेगा। पुरुषार्थ का पूर्ण फल मिलेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर फिरोजा

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
यात्रा में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। दु:खद समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर संयम रखें। विरोधियों से सावधान रहें। परिवार की परेशानी का हल संभव है।
लकी नंबर 5 लकी कलर बैंगनी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। आत्मसम्मान बना रहेगा। सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे। पारिवारिक सुख-शांति बरकरार रहेगी। जोखिम के कार्यों से दूर
लकी नंबर 7 लकी कलर नीलम

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होंगे। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें। संतान की गतिविधियों पर नजर रखना होगी। कामकाज का बोझ बढ़ने से व्यापार पर विपरीत असर हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें।

लकी नंबर 6 लकी कलर भुरा

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। माता के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना आवश्यक। पुराने रुके कामों, लेनदेन में सफलता की संभावना है। रोमांस में सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को शिक्षा में उपलब्धि हासिल होने के योग हैं।
लकी नंबर 4 लकी कलर नीला

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम उठाएं। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। सोच-समझकर कार्य करना लाभप्रद रहेगा। पुरुषार्थ सफल होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखना चाहिए।
लकी नंबर 9 लकी कलर पिला

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने इसे एक सुनियोजित, संतुलित और सीमित जवाबी कार्रवाई बताया है, जिसका मकसद आतंकवाद के केंद्रों को खत्म करना है, न कि किसी देश की सेना को निशाना बनाना।

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह उन ठिकानों पर केंद्रित था, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना बनाई जाती थी। हमला सावधानीपूर्वक चुने गए लक्ष्यों पर किया गया और इस दौरान पाकिस्तानी सेना के किसी भी अड्डे को निशाना नहीं बनाया गया।

यह कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। भारत सरकार ने इस हमले के जिम्मेदारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि ऐसे हर हमले का जवाब कड़ा और निर्णायक होगा।

भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष ‘शांति’ की दुहाई दी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए हैं। यह एक कायरतापूर्ण हमला है।

जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि यह आतंक के खिलाफ किया गया वैध और आवश्यक कदम था।

रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी और विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

– भारत से नेपाल आने-जाने वाले लोगों को पहचान-पत्र व आधार कार्ड दिखाए बिना जाने की अनुमति नहीं

पश्चिम चम्पारण (बगहा), 6मई (हि.स.)। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश अलर्ट मोड में है। सुरक्षा बलों की चप्पे-चप्पे पर नजर है। बिहार के वाल्मीकि नगर स्थित भारत-नेपाल सीमा पर भी एसएसबी ने चौकसी बढ़ी दी है। जांच को सख्त कर दिया गया है। यहां के गंडक बराज पर 21वीं वाहिनी बी कंपनी की तैनाती है।

एसएसबी के सहायक कमांडेंट अवधेश कुमार ने बताया कि बगहा कमांडेंट तपेश्वर राऊत के निर्देशानुसार गंडक बराज पर एसएसबी अलर्ट मोड़ पर है। सख्ती के साथ पहचान-पत्र और आधार कार्ड की जांच के साथ ही डॉग स्क्वायड, सीसी टीवी कैमरे, स्कैनर मशीन के सहयोग से गहन जांच की जा रही है। गंडक बराज के रास्ते आने जाने वालों और उनके समान की सघन तलाशी ली जा रही है। अजनबी और संदिग्ध व्यक्तियों की आईडी सत्यापन के बाद ही जाने की अनुमति दी जा रही है।

एसएसबी द्वारा वाहनों और पैदल आने जाने वाले राहगीरों के समानों की भी स्कैनर मशीन के द्वारा जांच की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में वांछितों और असमाजिक तत्वों पर एसएसबी जवानों के द्वारा पैनी नज़र रखी जा रही है। सीमाई क्षेत्रों में नियमित गश्ती को भी बढ़ा दिया गया है। एसएसबी के जवान सादे लिबास में भी निगरानी कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि वाल्मीकि नगर क्षेत्र से नेपाल की लगने वाली यह सीमा संवेदनशील मानी जाती है। इस क्षेत्र की कुछ सीमा भौगोलिक विषमताओं से भरी मानी जाती है। सीमा की सुरक्षा चुनौती भरी होती है। गंडक नदी भारत-नेपाल के इस क्षेत्र को दो भागों में बांटती हुई बीचो-बीच बहती है। बिहार ड्राई प्रदेश है। इसीलिए, एसएसबी जवानों के द्वारा अजनबी लोगों , हथियार तस्करों और देश विरोधी गतिविधियों पर पैनी नज़र रखी जा रही है।

पटना, 6 मई (हि.स.)। बिहार अपने खेलाें के स्तर काे लगातार बढ़ा में लगा है। इसके तहत अब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तर्ज पर बिहार प्रीमियर लीग (बीपीएल) के आयोजन की घोषणा की है। यह टी-20 फॉर्मेट का भव्य टूर्नामेंट 1 जून से 25 जून 2025 तक पटना के ऊर्जा ग्राउंड में खेला जाएगा,जिसमें छह टीमें भाग लेंगी।

इसके लिए बीसीए ने फ्रेंचाइजी पार्टनर बनने के इच्छुक व्यक्तियों और कंपनियों से रुचि पत्र (ईओआई) मांगे हैं। आवेदन भेजने की अंतिम तिथि 7 मई निर्धारित की गई है। शाम 5 बजे तक इच्छुक आवेदक अपना प्रस्ताव ईमेल के माध्यम से info.bpl@biharcricketassociation.com पर भेज सकते हैं।

क्या है एक टीम की कीमत

इस टूर्नामेंट में टीमों की न्यूनतम बोली राशि 5 करोड़ रुपये प्रति वर्ष तय की गई है। जो इसे बिहार की अब तक की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग बनाता है। प्रत्येक फ्रेंचाइजी को 50 लाख रुपये की ब्याज मुक्त सुरक्षा राशि भी जमा करनी होगी, जो टूर्नामेंट के समापन के बाद वापस की जाएगी।

बीपीएल में सभी छह टीमें बिहार के प्रमुख शहरों के नाम पर होंगी। इन नामों को बीपीएल की गवर्निंग काउंसिल अंतिम मंजूरी देगी। टूर्नामेंट का सीधा प्रसारण जिओ सिनेमा पर किया जाएगा।

बीपीएल इससे पहले 2021 में बिहार क्रिकेट लीग (बीसीएल) का आयोजन कर चुकी है, जिसे 29 देशों में 60 लाख से अधिक दर्शकों ने देखा था। इस बार बीपीएल के नाम और नए फॉर्मेट के साथ इसे और भव्य बनाने की तैयारी है। जाे बिहार के लिए गर्व की बात है।

पटना, 06 मई (हि.स.)। बेमौसम की बारिश के दौरान वज्रपात से बिहार में हर दिन मौत हाे रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान ही वज्रपात से पटना जिले में तीन, गया में एक और अरवल में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पांच लोगों के मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने आज ही मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।

पटना, 06 मई (हि।स।)। राजधानी पटना में बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) टीआरई-3 के अभ्यर्थियों ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। वे सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग कर रहे थे। पुलिस ने छात्रों को वहां से हटने की चेतावनी दी, लेकिन बीपीएससी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास के बाहर से हटाने के लिए तैयार नहीं थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए।

पुलिस का दावा है कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि कई छात्रों को चोट आई है। बीपीएससी टीआरई-3 के अभ्यर्थी पिछले चार महीनों से खाली शिक्षक पदों के लिए सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि उनके अंक कट-ऑफ के बराबर हैं, फिर भी उन्हें नियुक्ति नहीं मिली, जबकि समान अंक वाले अन्य अभ्यर्थियों को शिक्षक पद मिल चुका है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार एक्शन में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री आवास पर लगे सुरक्षा कर्मियों को कई दिशा निर्देश दिये।

दूसरी ओर अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि बीपीएससी ने पारदर्शिता नहीं बरती और मल्टीपल सीटों के लिए सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया। उनकी मांग है कि बची हुई 87,774 शिक्षक पदों की सीटों के लिए तुरंत पूरक परिणाम घोषित किया जाए। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और भी उग्र हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 24 मार्च को अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के आवास के बाहर हंगामा किया था। उस दिन मंत्री जब अपने आवास पहुंचे तो अभ्यर्थियों ने उन्हें घेर लिया और सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग पर अड़ गए। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पुलिस को हस्तक्षेप कर मंत्री को सुरक्षित निकालना पड़ा।