Patna, 13 अगस्त (हि.स.)। बिहार में मुख्य विपक्षी दल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकता है। इसका निर्णय बिहार की जनता से और विचार-विमर्श करने बाद लिया जाएगा। राजद के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक पत्रकार वार्ता में इसकी जीनकारी दी।

गंभीरता से विचार करेंगे कि विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेना है या नहीं : तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने पटना में पोलो रोड स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकती हैं। 17 अगस्त से वे राहुल गांधी के साथ ‘वोट अधिकार यात्रा’ में शामिल होंगे, जिसके दौरान लोगों से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। यात्रा के बाद वे और उनकी पार्टी के नेता इस बात पर गंभीरता से विचार करेंगे कि विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेना है या नहीं।

तेजस्वी यादव ने कहा,” जब चुनाव आयोग पहले से ही सब कुछ तय कर चुका है, तो इस पर भी गौर किया जा सकता है कि हम चुनाव में हिस्सा न लें।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की जा रही हैं।

तेजस्वी यादव ने दावा किया कि मुजफ्फरपुर की मेयर और भाजपा की वरिष्ठ नेता निर्मला देवी का नाम दो अलग-अलग मतदाता सूची में दर्ज है। उन्होंने कहा कि एक ही विधानसभा क्षेत्र में उनके दो-दो ईपीक कार्ड बने हुए हैं और दोनों में उम्र भी अलग-अलग दर्ज है। यही नहीं, निर्मला देवी के दो देवरों के नाम भी दो-दो स्थानों पर दर्ज हैं और उनके पास भी अलग-अलग ईपीक आईडी हैं।

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि भाजपा के संगठन मंत्री भिखू भाई दलसानिया का नाम भी बिहार की मतदाता सूची में दर्ज है, जबकि वे मूल रूप से गुजरात के हैं। आखिरी बार उन्होंने गुजरात में वोट दिया, वहां से नाम कटवाया और अब बिहार में वोट देंगे। संभव है कि चुनाव के बाद यहां से भी नाम कटवा कर फिर गुजरात में वोट दें।

अपनी हार देख विपक्ष चुनाव बहिष्कार की बात कर रहा विपक्ष : विजय सिन्हा

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के आरोपों पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उन्हें लोकतंत्र पर भरोसा होता तो वे चुनाव बहिष्कार की बात नहीं करते। अपनी हार तय मानकर ये लोग चुनावी मैदान से भागने की कोशिश कर रहे हैं।

उपमुख्यमंत्री सिन्हा ने कहा कि जो लोग संविधान पर भरोसा नहीं रखते, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल बेबुनियाद आरोप लगाकर राजनीति कर रहा है और नियम-कानून की परवाह नहीं करता।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री भीखू भाई दलसानिया का नाम बिहार के वोटर लिस्ट में जुड़ने के सवाल पर विजय सिन्हा ने कहा कि अब “एक राष्ट्र, एक चुनाव” की बात चल रही है। अगर कोई व्यक्ति किसी जगह पर सालों से रह रहा है, तो उसे उस जगह पर वोट डालने का अधिकार है। यह कानून के दायरे में है।
तेजस्वी यादव की ओर से उम्र को लेकर लगाए गए आरोप पर विजय सिन्हा ने कहा, ” मैं उन्हें नोटिस भेजूंगा। वे अपनी डिग्री दिखाएं और बताएं कि उसमें उनकी उम्र क्या दर्ज है? “।

Patna, 05 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव की एक बार फिर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में शनिवार को ताजपोशी हुई। उनका कार्यकाल 2028 तक का होगा। लालू यादव 13वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। उन्हें पार्टी नेताओं ने प्रमाण पत्र और पुष्प गुच्छ देकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बधाई दी।

राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक आज पटना के बापू सभागार में चल रही है

राजद की राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक आज पटना के बापू सभागार में चल रही है। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचन्द्र पूर्वे कर रहे हैं। इससे पूर्व लालू यादव काे 13वीं बार राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की घाेषणा की गयी और मंच पर उन्हें प्रमाण पत्र और पुष्प गुच्छ देकर बधाई दी गयी।लालू यादव ने 23 जून को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था। उनके खिलाफ किसी और ने नामांकन नहीं किया। इसलिए उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया, जिसकी औपचारिक घाेषणा की गयी। पहले यह चर्चा थी कि लालू प्रसाद पार्टी की कमान अपने बेटे तेजस्वी यादव को सौपेंगे, लेकिन अब उन्हें इंतजार करना होगा। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव ने 12 टर्म तक पार्टी का सफल नेतृत्व किया है। उनकी अगुवाई में पार्टी ने सामाजिक न्याय और गरीबों की आवाज को बुलंद किया है। अब 13वीं बार अध्यक्ष बनना पूरे कार्यकर्ता वर्ग के लिए गर्व की बात है।

लालू यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर राजद का गठन किया था

लालू यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर राजद का गठन किया था और तभी से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। बीते 28 वर्षों में उन्होंने पार्टी को कई उतार-चढ़ाव से निकालते हुए राष्ट्रीय मंच पर मजबूती से खड़ा रखा है। इस बैठक को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

पटना, 05 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव की एक बार फिर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में शनिवार को ताजपोशी हुई। लालू यादव 13वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। उन्हें पार्टी नेताओं ने प्रमाण पत्र और पुष्प गुच्छ देकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बधाई दी। उनका कार्यकाल 2028राजद की राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक आज पटना के बापू सभागार में चल रही है। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचन्द्र पूर्वे कर रहे हैं। इससे पूर्व लालू यादव काे 13वीं बार राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की घाेषणा की गयी और मंच पर उन्हें प्रमाण पत्र और पुष्प गुच्छ देकर बधाई दी गयी। लालू यादव ने 23 जून को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था। उनके खिलाफ किसी और ने नामांकन नहीं किया। इसलिए उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया, जिसकी औपचारिक घाेषणा की गयी।

पहले यह चर्चा थी कि लालू प्रसाद पार्टी की कमान अपने बेटे तेजस्वी यादव को सौपेंगे, लेकिन अब उन्हें इंतजार करना होगा।

इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव ने 12 टर्म तक पार्टी का सफल नेतृत्व किया है। उनकी अगुवाई में पार्टी ने सामाजिक न्याय और गरीबों की आवाज को बुलंद किया है। अब 13वीं बार अध्यक्ष बनना पूरे कार्यकर्ता वर्ग के लिए गर्व की बात है। लालू यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर राजद का गठन किया था और तभी से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। बीते 28 वर्षों में उन्होंने पार्टी को कई उतार-चढ़ाव से निकालते हुए राष्ट्रीय मंच पर मजबूती से खड़ा रखा है। इस बैठक को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार आने के बाद राजद के मंत्रियों को परेशान करने का भाजपा कोई मौका तो नहीं ही छोड़ रही है लेकिन कुछ मंत्रियों के अपशब्द बोलने से नीतीश सरकार परेशान है। इसे गंभीरता से लेते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज राजद के सभी मंत्रियों के लिए कई सख्त फरमान जारी किया है। उन्होंने विधायकों से आग्रह किया है कि इन गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन किया जाये।

मंत्रियों को दिए गए गाइडलाइन्स

1. सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे।

2. राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक या किसी भी अन्य व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।

3. सभी मंत्रियों का सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे। सादगी से पेश आते हुए सभी जाति/धर्म के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को अविलंब प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे।

4. किसी से भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ/गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे और इस आशय का आग्रह लगातार करेंगे।

5. सभी विभागीय कार्यों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देंगे।

6. सभी मंत्री मुख्यमंत्री एवं अपने अधीनस्थ विभागों की कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को आपके हरेक पहलकदमी की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।

बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ राजद एवं सीपीआई ने निकाला प्रतिरोध मार्च

Chhapra: देश में लगातार बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार एवं सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर रविवार को राष्ट्रीय जनता दल एवं सीपीआई द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया. राज्य मुख्यालय से लेकर सूबे के सभी जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रीय जनता दल के सिपाहियों ने प्रतिरोध मार्च निकालकर सरकार को बढ़ती महंगाई, देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, युवाओं की बढ़ती बेरोजगारी की समस्याओं पर सरकार को घेरा.

छपरा शहर के जिला मुख्यालय में राष्ट्रीय जनता दल एवं सीपीआई के नेताओं द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया. जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए नगरपालिका चौक पहुंची प्रतिरोध मार्च में नीतीश कुमार हाय हाय, नरेंद्र मोदी हाय हाय के नारे लगाए गए और केंद्र सरकार को अविलंब बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की बात कही गई.

प्रतिरोध मार्च में जिले के मढ़ौरा विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि देश में महंगाई चरम पर है, युवा बेरोजगार है, भ्रष्टाचार है, देश की एजेंसियों को दुरुपयोग किया जा रहा है, दाल, चीनी, पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं सरकार ने बच्चों के दूध पर भी टैक्स लगा दिया है.

उन्होंने सरकार से बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की बात कहते हुए कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो इसके आगे भी आंदोलन जारी रहेगा जो एक बड़ा रूप लेगा.

वही सोनपुर के विधायक रामानुज राय ने कहा कि सरकार ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन फिलहाल वह अपने वादे से मुकर गई है. युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. कल कारखाना, रेल, जहाज सभी अंबानी और अडानी को दिए जा रहे हैं. घरों में आने वाले खाद्य पदार्थ यहां तक कि बच्चे के दूध पर टैक्स लग गया है. बेरोजगार युवा जब जीवन की अंतिम सांस तक पहुंचेगा तो वहां कफन पर भी टैक्स लग गया है. सरकार को चेतना चाहिए जनता में आक्रोश है, जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना होगा.

वही मांझी विधायक सत्येंद्र यादव ने कहा कि संपूर्ण बिहार में प्रतिरोध मार्च निकाला गया है. देश की ऐसी सरकार जो दूध पर भी टैक्स लगा दे उसे रहने का कोई अधिकार नहीं है. प्रतिरोध मार्च ने एक नया विकल्प का मार्ग प्रशस्त किया है.

वहीं छपरा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि युवाओं के पास रोजगार नहीं है, प्रतिरोध मार्च के जरिए देश में बढ़ती महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार को लेकर आम जनता को जागरूक किया जा रहा है. लोगों को जगाया जा रहा है. लोग जागेंगे तभी सरकार इस बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाएगी.

इसके अलावा कई राजद और सीपीआई, एसएफआई के कई नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए सरकार पर धावा बोला.

रांची: झारखंड हाईकोर्ट से शनिवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू  प्रसाद यादव को  बड़ी राहत मिली है। अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है।

अदालत ने दुमका कोषागर मामले में आधी सजा पूरी करने के आधार पर लालू  को  जमानत की सुविधा प्रदान कर दी है।  अदालत ने लालू प्रसाद को पांच-पांच लाख रुपए जुर्माना राशि जमा करने और एक-एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत दी। हालांकि कोर्ट की बिना अनुमति के वह देश से बाहर नहीं जा पाएंगे और ना ही किसी भी सूरत में अपना पता और मोबाइल नंबर बदलेंगे। हाईकोर्ट ने लालू  को जमानत देने के दौरान इन शर्तों को लगाया है। कोर्ट में लालू प्रसाद की ओर से एडवोकेट कपिल सिब्बल ने दलील पेश की। इसमें सिब्बल ने याचिका के अनुरूप कोर्ट को बताया कि लालू यादव ने अपनी आधी सजा पूरी कर ली है। ऐसे में अब उन्हें जमानत मिलनी चाहिए।

गौरतलब है कि सीबीआइ कोर्ट की ओर से विभिन्न धाराओं के तहत लालू को सात सात साल की सजा सुनायी थी।  दुमका कोर्ट ने कहा था कि दोनों सजाएं अलग- अलग चलेंगी। ऐसे में दुमका कोर्ट की ओर से लालू को 14 साल की सजा दी गयी।

मामले की सुनवाई हाईकोर्ट जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में हुई। कोर्ट ने 19 फरवरी को जमानत याचिका की थी वापस वापसनौ अप्रैल को लालू प्रसाद ने अपनी आधी सजा पूरी की।  इसी वक्त दुमका के वकील देवर्षि मंडल की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर की गयी। इसमें जमानत की मांग की गयी थी। इसके पहले भी लालू के लिये जमानत की मांग की गयी थी, जिसे कोर्ट ने 19 फरवरी को वापस कर दिया था। इस दौरान कोर्ट ने कहा था कि लालू प्रसाद ने आधी सजा पूरी नहीं की है। ऐसे में आधी सजा पूरी होने पर कोर्ट ने मामले की सुनवाई की और जमानत याचिका मंजूर किया।

उल्लेखनीय है कि यह मामला दुमका कोषागार से संबधित है। आरोप है कि लालू ने दुमका कोषागार से 89 लाख 27 हजार की अवैध निकासी की थी। सुप्रीम कोर्ट के नियमों के मुताबिक आधी सजा पूरी होने पर जमानत मिल सकती है।

फिलहाल लालू का इलाज दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में चल रहा है। जमानत मिलने के बाद अब लालू जेल से छूट जाएंगे।

Ranchi: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की हालत अचानक बेहद खराब हो गई है. वे झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स में भर्ती है.

बताया जा रहा है कि रिम्स में इलाजरत लालू यादव को अचानक सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. उनका दम फुल रहा है. ऐसे में तमाम सीनियर डॉक्टर जांच में जुट गए हैं.

झारखंड के स्वास्‍थ्‍य मंत्री बन्ना गुप्ता भी सूचना मिलने के बाद रांची रिम्स में पहुंचे. वहां उनकी हालत का जायजा लिया.

रिम्स निदेशक ने कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि अभी उनकी तबीयत ठीक है. उनके लंग्स में दिक्कत है. इन्फेक्शन की वजह से परेशानी हो रही थी. अभी लालू प्रसाद यादव ठीक हैं.

चारा घोटाला मामले में सजायफ्ता लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में रखा गया है. वहां उनका इलाज चल रहा है.

Chhapra : जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के सवरी गांव स्थित इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह के आवास पर रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे. श्री यादव ने रुपेश के परिजनों से उन्होंने मुलाकात की.

रुपेश कुमार सिंह के पिता से मुलाकात के दौरान तेजस्वी यादव भावुक हो गए. पिता ने तेजस्वी का हाथ पकड़कर उनके सामने कहा कि रुपेश साहब के अच्छे दोस्त थे और आपसे ही अब आखिरी उम्मीद है. पिता का ढांढस बंधाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम हर मोर्चे पर रूपेश को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे. साथ ही साथ रूपेश कुमार सिंह के बच्चों को शिक्षा और पत्नी की नौकरी सहित अन्य मसलों पर भी पिता को सहयोग का भरोसा दिया.

रुपेश के पिता से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव दे एक बार फिर से नीतीश सरकार पर हमला बोला है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री बिहार में बढ़ते हुए अपराध के कारण बौखला चुके हैं. इस हत्याकांड की सीबीआई जांच होनी चाहिए. क्योंकि पीड़ित परिवार की छोटी बच्ची को भी बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है कि पुलिस का काम सिर्फ बालू, दारू की आड़ में पैसा वसूली का काम रह गया है. यह बात सबको पता है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार मामले में सुस्त है. कही इसका कारण यह तो नही कि कोई उनका नुमाईंदा इसमें शामिल न हो. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर कांड में हमने आवाज उठाई थी और इस मामले में भी हम सरकार को घेरेंगे.

तेजस्वी ने कहा कि 16 साल से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और होम डिपार्टमेंट भी उनके पास है.लेकिन मुख्यमंत्री उसके बावजूद जिस भाषा में बात करते हैं, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 16 साल से शासन में होने के बावजूद हड़प्पा सभ्यता की बात करते हैं.

तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवार के बच्चों की पढ़ाई को लेकर पहल करने तथा रूपेश सिंह की पत्नी की नौकरी को लेकर प्रयाश करने का भरोसा दिलाया.

Bihar: बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान में 16 जिलों के 71 सीटों के लिए बुधवार को मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई.

कोरोना काल मे हुए इस मतदान में शुरुआत की अपेक्षा दिन चढ़ने के साथ मतदान का प्रतिशत कम रहा. पूर्व के चुनाव के अनुपात 2020 के विधानसभा चुनाव का प्रतिशत इन 71 सीटों पर मिला जुला रहा. हालांकि कई सीटों पर मतदान का प्रतिशत पूर्व के चुनाव से कम रहा.

वोटिंग प्रतिशत

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से छह दिन पहले भाजपा ने आज अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. प्रधानमंत्री मोदी के बिहार आगमन से पहले केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे जारी किया. आज दोपहर बाद तीन बजे जदयू भी अपना मेनिफेस्टो जारी करेगी. इधर नेताओं की ताबड़तोड़ रैली और उनके बीच जुबानी जंग जारी है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के पास चेहरा नहीं है, वित्त मंत्री द्वारा विज़न डॉक्यूमेंट जारी कराया जा रहा है यानी इनके पास कोई चेहरा नहीं है. वित्त मंत्री से पूछिए कि बिहार को सवा लाख करोड़ का पैकेज कब और कैसे मिला. पूछिए कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला..क्या मिलेगा?

Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव करीब है ऐसे में अब सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है. ताजा घटनाक्रम में जदयू से निष्कासित व नीतीश सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक ने अब एक बार फिर से राष्ट्रीय जनता दल का दमन थाम लिया है.

सोमवार को उन्होंने राजद के नेता व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के समक्ष पार्टी का दमन थामा. ये उनकी घर वापसी है. वे इसके पूर्व राबड़ी सरकार में भी मंत्री रह चुके है. अब एक बार फिर से उनकी घर वापसी हुई है. 

श्याम रजक को रविवार को जदयू से निष्कासित किया गया था साथ ही मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था. जिसके बाद से उनके पाला बदलने की अटकले और भी तेज़ हो गयी थी.  

Chhapra: सारण जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को दौरा किया.

अपने दौरे के क्रम में वे मढ़ौरा पहुंचे जहां उन्होंने अम्बेडकर पार्क में शरण लिए बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना.

उन्होंने सरकार के द्वारा किये गए इंतजामों के बारे में लोगों से पूछा और उसे नाकाफी बताते हुए सरकार पर बरसे. उन्होंने कहा कि सरकार तमाम कैम्पों में स्वास्थ्य, भोजन आदि की सुविधा देने का दावा कर रही है पर हकीकत बिल्कुल उलट है.

उन्होंने कहा कि लालू रसोई के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को स्थानीय विधायक जितेंद्र राय मदद पहुंचा रहे है. सरकार इस क्षेत्र की जनता की ओर ध्यान नही दे रही है जो खेदजनक है.

श्री यादव इसे बाद गोपालगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए निकले.

Chhapra: परसा के पूर्व विधायक छोटेलाल राय ने एक बार फिर राजद के दामन थाम लिया है. सोमवार को पटना में छोटेलाल राय ने राजद की सदस्यता ग्रहण की. राजद की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह उपस्थित थे. इसके पूर्व पूर्व विधायक छोटेलाल राय राबड़ी देवी से भी मिले. छोटेलाल राय एक बार फिर परसा विधानसभा सीट से राजद की उम्मीदवारी ठोक रहे है. फिलहाल परसा विधानसभा सीट से चंद्रिका राय विधायक है. लेकिन पारिवारिक समस्याओं के कारण इस बार वह राजद से किनारा लेने वाले है. जानकारों के मुताबिक़ तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय के बीच चल रहे न्यायिक मुकदमे के बाद से ही दोनों परिवारों के बीच तल्ख़ी है.

ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि चंद्रिका राय इस बार जदयू के दामन थामने वाले है. लेकिन इन चर्चाओं की अभी तक कही से पुष्टि नही हो पाई है. आने वाले परेशानियों को देखते हुए छोटेलाल राय ने लोजपा को छोड़ राजद के दामन थामते हुए इस विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी ठोक दी है.