Chhapra: राज्य सरकार द्वारा कोरोना को लेकर लगाए गए Lockdown में लूट के लिए बैंक एवं फाइनेंस शाखा सेफ जोन बन गया है. अपराधी आराम से लूट की वारदात को अंजाम देकर चलते बन रहे है. विगत 3 दिनों में जिले में अपराधियों ने लूट की दो बड़ी वारदात को अंजाम दिया है.हालांकि पुलिस जांच कर रही है लेकिन कोई उपलब्धि हाथ नही लगी है.

पहली घटना: 10 मई 2021

दिघवारा थाना क्षेत्र के दिघवारा बस स्टेंड समीप अवस्थित उत्कर्ष माईक्रो फाइनांस नन बैंकिग शाखा के कर्मी को गोली मारकर अज्ञात अपराधियों ने नौ लाख रुपये 49 हज़ार रुपये लूट लिए थे. घटना उस समय हुई जब मायक्रो फिनांस कंपनी का कर्मी सोमवार को पैसे जमा कराने पास के बैंक में जा रहा था. लूटेरे लूट की घटना को अंजाम देकर आराम से फरार हो गए. इसे भी पढ़े: दिघवारा में माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 9 लाख की दिनदहाड़े लूट, दो व्यक्ति घायल

दूसरी घटना: 12 मई 2021

नगर थाना क्षेत्र के श्रीनंदन पथ स्थित यूनी मनी फाइनेंसियल लिमिटेड के ब्रांच में ग्राहक बनकर पहुंचे लूटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया. हथियार के बल पर लूटेरों ने विदेशी करंसी, सोना और भारतीय नगद रुपये की लूट कर ली. हालांकि लूट की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गयी. सूचना पाकर नगर थाना की पुलिस पहुंची जिसके बाद एसपी संतोष कुमार भी मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों से पूछताछ की. कर्मचारियों ने बताया कि सभी लूटेरे युवा थे और भोजपुरी में बातचीत कर रहे थे. इसे भी पढ़े: पति के रवैये से तंग आकर महिला ने पति की कर दी जमकर धुनाई

गुजरात: दाहोद में आर्थिक तंगी से परेशान आकर एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली. परिवार में तीन बच्चों समेत कुल पांच लोग थे. इस घटना से इलाके में सनसनी मच गई है. यह घटना शुक्रवार की है जब सुजाई बाग इलाके में रहने वाले वोरा समुदाय के सैफीभाई दुधियावाला ने अपनी पत्नी और बच्चों अरवा (16), जैनब (14) और हुसैन (07) के साथ कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.

मृतक सौफी के पिता का कहना है कि उनके बेटे ने अपनी साली से सोना उधार लिया था. साली उससे बार-बार सोना वापस करने को कह रही थी. जिससे सैफीभाई काफी परेशान हो गया था. उसकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. इसलिए आर्थिक तंगी और साली द्वारा प्रताड़ित करने की वजह से सैफीभाई ने परिवार के साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली. हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या मानते हुए सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

Patna: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य में lockdown को 6 सितंबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. सोमवार को इस पर सहमति बनी. बैठक में पहले की तरह ही 6 सितंबर तक प्रतिबंध रखने का निर्णय लिया गया है.

राज्य में लॉकडाउन के दौरान बफर जोन और कंटेनमेंट जोन में सख्ती जारी रहेगी. सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मार्केट खुला रहेगा.

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Chhapra: लॉक डाउन में छूट मिलने के बाद एक बार फिर से छपरा में दुकानें खुल गई हैं. रक्षाबंधन के अवसर पर सोमवार को बाजार तो खुले लेकिन दुकानों पर ग्राहक काफी कम नजर आए. छपरा शहर में कंटेन्मेंट जोन छोड़कर तमाम दुकानें एक बार फिर से खुल गयी हैं. इस दौरान दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बेहद सख्ती से कराया गया. छपरा शहर के गुदरी बाजार, हथुआ मार्केट, साहेबगंज, सोनारपट्टी समेत अन्य बाजारों में दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दुकान खोली गई. कोविड-19 के कारण 16 से 31 जुलाई तक लॉक तक घोषित किया गया था. इसके बाद इसे बढ़ाकर 16 अगस्त तक कर दिया गया है. हालांकि लॉकडाउन में छूट दी गई है. जिसके तहत दुकानदारों को कड़ी शर्तों के साथ पालन करते हुए दुकानें खोलनी हैं.

पटरी से उतरा व्यापार

रक्षाबंधन के अवसर पर दुकानों पर काफी कम लोग नजर आए. छपरा के सोनार पट्टी स्थित अशोक अलंकार के मालिक ने बताया कि कोविड-19 के कारण बार-बार दुकाने बंद हो रही हैं. जिससे आर्थिक नुकसान बेहद ज्यादा हो गया है. अन्य दुकानदारों ने बताया कि काफी समय से व्यापार पटरी से उतर गया है. इसे ठीक होने में 1 साल का भी वक्त लग सकता है. आपको बता दें कि लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद दुकान खुल गई लेकिन कंटेनमेंट जोन की दुकानें भी बंद रहेंगी.

इन शर्तों के साथ खुलेंगी दुकानें

दुकानों को खोलने को लेकर प्रशासन ने कई शर्ते रखी है. इसके तहत दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. इसके अलावा लगभग दुकानें सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक के लिए ही खुलेंगे. दुकानों में प्रत्येक आने वाले व्यक्ति को सैनिटाइ करना होगा साथ ही साथ लोगों को नजदीक के दुकान में ही खरीदारी करनी होगी. यदि किसी दुकानदार द्वारा प्रशासन द्वारा जारी शर्तों की अवमानना की जाएगी तो दूकान सील करके महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

Varansi: पूर्वोत्तर रेलवे ने लाॅकडाउन के दौरान निरन्तर कार्य करते हुए गाड़ियों के समय पालन में आशातीत सुधार किया है. पिछले सप्ताह पूर्वोत्तर रेलवे पर गाड़ियों का समय पालन लगभग 100 प्रतिशत रहा . पूर्वोत्तर रेलवे पर मालगाड़ियों की औसत गति 47 किमी. प्रति घंटा रही.

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी महेश कुमार ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा उद्योग एवं वाणिज्यिक गतिविधियों के विस्तार के लिए माल लदान एवं उनके त्वरित परिवहन के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के लिए अनेक स्तर पर प्रयास हो रहे हैं. इन प्रयासों के फलस्वरूप पूर्वोत्तर रेलवे पर मालगाड़ियों की औसत गति में अपेक्षित सुधार हुआ है. मई 2020 में मालगाड़ियों की औसत गति 31.5 किमी तथा माह जून 2020 में 35.5 किमी/ प्रति घंटा थी, जो 01 से 27 जुलाई 2020 तक 47 किमी. प्रति घंटा हो गई. पिछले वर्ष की तुलना में मालगाड़ियों की औसत गति में दोगुने से ज्यादा वृद्धि हुई है.

रेलवे प्रशासन के इन सकारात्मक प्रयासों के फलस्वरूप औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं व्यापारी गण का विश्वास रेलवे पर काफी पुष्ट हुआ है, जिसके फलस्वरूप सड़क मार्ग से जाने वाला माल यातायात रेलवे को प्राप्त हो रहा है.

Chhapra: कोरोना वायरस के कारण बंद पड़े कोचिंग संस्थानों के समक्ष उत्पन्न हुए आर्थिक संकट व अन्य समस्याओं को लेकर शनिवार को सारण कोचिंग एसोसिएशन की मीटिंग हुई. कोरोनावायरस के कारण लगभग 3 महीने से ज्यादा वक्त से कोचिंग संस्थान बंद हैं. सरकार ने 31 जुलाई तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है. इस वजह से कई कोचिंग संस्थानों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.Sha

सभा की अध्यक्षता मुकुंद प्रसाद के देखरेख में एमके सिंह(Study Point) मे बैठक संपन्न हुआ. शिक्षकों का कहना है कि बिहार की शिक्षा पूरी तरह से निजी संस्थानों पर निर्भर है. आज कोविड-19 में बहुत से छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है. साथ ही ग्रामीण स्तर पर कार्य कर रहे कोचिंग संचालक पूर्ण रूप से बेरोजगारी के हालत में आ गए हैं. जबकि सरकार ने शिक्षण संस्थानों को छोड़कर लगभग सब कुछ खोल दिया है. कोचिंग संचालकों ने कोचिंग खोलने का निर्देश देने के लिए अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार सशर्त कोचिंग खोलने की इजाजत दे ताकि आर्थिक संकट से उबरा जा सके.

इस मौके पर सर्वसम्मति से सारण कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुंद प्रसाद, महासचिव प्रभात सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण शांडिल्य, तथा कोषाध्यक्ष विनोद कुमार को मनोनीत किया गया.

इसमें प्रमुख वक्ता के रूप में मुकुंद प्रसाद, प्रभात सिंह एमके सिंह, सुभाष गुप्ता, राकेश रंजन,नीरज कुमार विक्की आनंद, पंकज सिंह, प्रवीण शांडिल्य, सिकंदर कुमार, अमरेंद्र सिंह, अभिजीत सिन्हा इत्यादि शामिल थे.

कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में अनलॉक-1 लागू कर दिया है. अनलॉक-1 की गाइडलाइंस सरकार ने जारी कर दी है. कंटेनमेंट जोन के बाहर सरकार की ओर से चरणबद्ध तरीके से छूट दी गई है.

बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है. लॉकडाउन 4.0 की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है. ऐसे में सरकार ने अनलॉक-1 लागू किया है जो 1 जून से 30 जून तक रहेगा. स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला केंद्र ने राज्यों पर छोड़ दिया है. जुलाई में राज्य इसपर फैसला लेंगे. होटल 8 जून से खोल दिए जाएंगे. देशभर में रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा.

Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस क्लब छपरा टाउन द्वारा शहर के थाना चौक पर सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया. जिसमें क्लब के सदस्यों द्वारा उस सड़क से गुजरने वाले वाहनों को सैनिटाइज किया गया. जिनके पास मास्क नहीं था उन्हें मास्क भी वितरण किया गया.

अध्यक्ष मयंक जयसवाल में कहा कि क्लब द्वारा कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शहर के थाना चौक से सैनिटाइजेशन का कार्य शुरू किया. इस दौरान एसडीएस कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह भी शामिल हुए और उन्होंने भी कई गाड़ियों को सेनीटाइज किया. जिन लोगों के पास मास्क नहीं था उनको मास्क भी दिया गया.

इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष कुंवर जयसवाल, संस्थापक सचिव कबीर, संजीव कुमार, धीरज सिंह, संतोष साह, जयप्रकाश, लियो अध्यक्ष अली अहमद, उपाध्यक्ष विकास समर आनंद, कोषाध्यक्ष अभिषेक गुप्ता, राशिद रिजवी, आशुतोष कुमार आदि उपस्थित थे.

Chhapra: छपरा में सभी प्रकार के उपभोक्ता वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई है. मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार छपरा में सभी प्रकार के उपभोक्ता वस्तु की दुकाने (कपड़ा की दुकान, रेडीमेड वस्त्र की दुकानों) को दुकानों को खोलने का आदेश दे दिया गया है. दुकानों को खोलने के लिए जिला प्रशासन ने शर्ते भी रखी है.

यह दुकानें सप्ताह में सिर्फ 3 दिन ही खुल सकेंगी. मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही यह खुलेंगे जिसका समय भी निर्धारित किया गया है. जो सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक ही निर्धारित है.

जिला प्रशासन ने कहा है कि वर्तमान में सभी प्रखंड रेड जोन में है इसलिए प्रखंडों मुख्यालयों में दुकानों को खोलने की अनुमति नही होगी. इसके अलावा ग्राहकों के लिए भी कई शर्ते रखी गई है. जिसमें ग्राहकों को नजदीक के क्षेत्रों के दुकानों में ही खरीदारी करनी होंगी, ग्राहकों को अपने आवास से दूर के दुकानों से खरीदारी करने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा दुकानों में सफेद पेंट से पर्याप्त दूरी बनाए रखते हुए गोल आकृति आकृति बनाई जाएगी ताकि पर ग्राहक एक दूसरे से दूरी बना कर सामान का क्रय कर सकें. दुकान में 5 ग्राहक से अधिक प्रवेश नहीं कर सकेंगे साथ ही साथ दुकान के गेट सैनिटाइजर रखना अनिवार्य है तथा ग्राहकों और दुकानदारों को मास्क पहनना अनिवार्य है. हालांकि मॉल और शॉपिंग कंपलेक्स फिलहाल बंद रहेंगे.

Patna: बिहार के बाहर दूसरे प्रदेशों में फंसे लोगों से मुख्यमंत्री कुमार ने धैर्य रखने की अपील की है.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार अपने लोगों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर रही है. परेशान ना हो और धैर्य बनाये रखे.

उन्होंने कहा “बिहार के बाहर फंसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने को इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जाएगा। वे परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें। सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।”

Chhapra/manjhi: एक माह 20 दिन के लंबे अर्से बाद आख़िरकार फ़िरोज अपनी दुल्हन को लेकर बारात के साथ वापस हुई. बारातियों ने न सिर्फ लड़की पक्ष बल्कि पूरे गांव और सारण जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया. बारात में शामिल लोगों के चेहरें पर घर जाने की खुशी झलक रही थी.

मांझी के इनायतपुर के भिखमही में 22 मार्च को कोलकाता के बंडील से आई बारात पूरे 1 माह 20 दिन तक रही. स्थानीय जनप्रतिनिधि विधायक विजय शंकर दुबे एवं अन्य लोगों द्वारा जिला प्रशासन से आग्रह किया. वही वर एवं वधु पक्ष ने बंगाल की मुख्यमंत्री से पत्रचार भी किया. जिसके पश्चात सारण जिला प्रशासन के एडीएम डॉ गगन कुमार द्वारा वाहन पास निर्गत किया गया. बस के आधार पर सभी बाराती मंगलवार को वापस हो गए. स्थानीय लोगों ने भरपूर स्वागत के साथ नम आंखों से विदा किया.

बताते चले कि दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर टोला भिखमही में 22 मार्च को पश्चिम बंगाल से बारात पहुंची थी. मुस्लिम रीति रिवाज से खुशी खुशी शादी संपन्न हुई. इसी बीच कोरोना वायरस के तेजी से हो रहे फैलाव रोकने के मद्देनजर केंद्र सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद सम्पूर्ण देश में 23 मार्च को ट्रेन बंद करने व 24 मार्च लॉक डाउन की घोषणा कर दी.

जिससे बारातियों सहित दूल्हा व दुल्हन भी बुरी तरह फंस गए. बारातियों ने बीच मे कई बार लौट जाने का प्रयास किया मगर विफल रहे. वे पड़ोस के हीं एक विद्यालय में ठहरे थे. जहाँ एक माह 20 दिन तक स्थानीय लोगों एवं स्वयंसेवी संगठन ने भोजन सहित अन्य समानों की व्यवस्था की गई. इधर घर लौटने की छूट मिलने के बाद दूल्हा व दुल्हन पक्ष ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घर वापसी की गुहार लगाई.

उसके बाद मांझी विधायक विजय शंकर दुबे, मन्नान खां, पड़ोसी रहमत अली व साबिर अली के प्रयास से जिला प्रशासन के सारण एडीएम डॉ. गगन के द्वारा अनुमति- पत्र मिलने के बाद दुल्हन समेत कुल 27 बाराती बस द्वारा पंश्चिम बंगाल के लिए रुकसत हुए. दुल्हन खुशबू के पिता नैमुल्लाह सिद्धिकी ने बड़े सम्मान के साथ बारातियों को विदा किया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आज भारत माता रो रही है. पीएम मोदी के संबोधन के दौरान ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा कि आज भारत माता रो रही है.

राहुल गांधी ने मांग की कि पीएम मोदी सडकों पर चलते हमारे लाखों श्रमिक भाइयों-बहनों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की घोषणा करें. इसके साथ ही इस संकट के समय में सहारा देने के लिए उन सभी के खातों में कम से कम 7500 रु का सीधा ट्रांसफर करें.