Chhapra: कोरोना वायरस के कारण बंद पड़े कोचिंग संस्थानों के समक्ष उत्पन्न हुए आर्थिक संकट व अन्य समस्याओं को लेकर शनिवार को सारण कोचिंग एसोसिएशन की मीटिंग हुई. कोरोनावायरस के कारण लगभग 3 महीने से ज्यादा वक्त से कोचिंग संस्थान बंद हैं. सरकार ने 31 जुलाई तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है. इस वजह से कई कोचिंग संस्थानों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.
सभा की अध्यक्षता मुकुंद प्रसाद के देखरेख में एमके सिंह(Study Point) मे बैठक संपन्न हुआ. शिक्षकों का कहना है कि बिहार की शिक्षा पूरी तरह से निजी संस्थानों पर निर्भर है. आज कोविड-19 में बहुत से छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है. साथ ही ग्रामीण स्तर पर कार्य कर रहे कोचिंग संचालक पूर्ण रूप से बेरोजगारी के हालत में आ गए हैं. जबकि सरकार ने शिक्षण संस्थानों को छोड़कर लगभग सब कुछ खोल दिया है. कोचिंग संचालकों ने कोचिंग खोलने का निर्देश देने के लिए अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार सशर्त कोचिंग खोलने की इजाजत दे ताकि आर्थिक संकट से उबरा जा सके.
इस मौके पर सर्वसम्मति से सारण कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुंद प्रसाद, महासचिव प्रभात सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण शांडिल्य, तथा कोषाध्यक्ष विनोद कुमार को मनोनीत किया गया.
इसमें प्रमुख वक्ता के रूप में मुकुंद प्रसाद, प्रभात सिंह एमके सिंह, सुभाष गुप्ता, राकेश रंजन,नीरज कुमार विक्की आनंद, पंकज सिंह, प्रवीण शांडिल्य, सिकंदर कुमार, अमरेंद्र सिंह, अभिजीत सिन्हा इत्यादि शामिल थे.