Chhapra: आगामी 18 मार्च को जिले के सभी लोक शिक्षा केंद्रों पर नवसाक्षरों की महापरीक्षा का आयोजन किया जाएगा. महापरीक्षा के आयोजन को लेकर जन शिक्षा निदेशालय के प्राप्त निर्देशों के आलोक में तैयारी शुरू हो चुकी है.

जिला मुख्य कार्यक्रम समन्वयक संजय कुमार सिंह ने बताया कि महापरीक्षा को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. 323 पंचायतों के नवसाक्षरों का पंजीयन प्रारंभ किया जा चुका है. 18 मार्च को आयोजित परीक्षा में 24940 नवसाक्षर परीक्षा में शामिल होंगे.

उन्होंने बताया कि जिले के पंचायतों में साक्षर भारत मिशन एवं महादलित अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग अंचल योजना के तहत चलने वाले साक्षरता केंद्रों के करीब एक केंद्र पर 60 से अधिक नवसाक्षर परीक्षार्थी शामिल होंगे.

महापरीक्षा को लेकर जिला द्वारा उड़नदस्ता टीम का गठन किया जाएगा. चार उड़नदस्ता टीम बनाई जा रही है. जो सभी लोक शिक्षा केंद्रों पर आयोजित महापरीक्षा का निरीक्षण करेगी.

हालांकि इस महापरीक्षा के आयोजन में विभाग को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत में कार्यरत प्रेरक को विगत करीब 2 वर्षों से मानदेय नही मिला है वही इनकी सेवा भी 31 मार्च को समाप्त हो रही है.

Chhapra/Gorakhpur: यात्रियों की अतिरिक्त सुविधा हेतु रेलवे ने उधना-छपरा के बीच 2 जोड़ी ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ियों का संचलन करने का निर्णय लिया है. 

82911 उधना-छपरा साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 15, 22, 29 अप्रैल, 06,13, 20 एवं 27 मई, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 82912 छपरा-उधना साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 17, 24 अप्रैल, 01, 08, 15, 22 एवं 29 मई, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 8, साधारण श्रेणी के 3, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 4, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 1 तथा एलएलआर/डी के 2 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे.  

09019 उधना-छपरा साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 03, 10, 17 एवं 24 जून, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 09020 छपरा-उधना साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 5, 12, 19 एवं 26 जून, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 08, साधारण श्रेणी के 03, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 04, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01 तथा एलएलआर/डी के 02 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे. 

Chhapra: जैव चिकित्सा अवशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. बैठक में जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कहा कि चिकित्सा से संबंधित कचरे का सही ढ़ग से प्रबंधन नही करने वाले चिकित्सा संस्थानों को दण्डित किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि जैव चिकित्सा अवशिष्ट नियमावली 2016 के तहत चिकित्सा से संबंधित कचरे का प्रबंधन करना है. इसके लिए सरकार द्वारा मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 को चिकित्सा संबंधी कचरे का प्रबंधन करने की जम्मेवारी दी गयी है. ये संस्था सभी चिकित्सा संबंधी संस्थानो से कचरे का कलेक्शन कर उसका प्रबंधन करेगी.

जिन संस्थानों से मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 कचरे का कलेक्शन करेगी उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित दर पर कलेक्शन हेतु भुगतान करना आवश्यक होगा. उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक 150 चिकित्सकीय संस्थानों को चिन्हित किया जा चुका है परन्तु मात्र 49 संस्थानों से ही कचरे का उठाव हो पा रहा है बाकी बचे संस्थानों की जिम्मेवारी है कि वे मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 के कलेक्शन सेंटर को अपना कचरा दे अन्यथा उन्हें दण्डित किया जाएगा.

बैठक में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, आईएमए के स्थानीय प्रतिनिधी, डॉ बी.के. श्रीवास्तव, मेडीकेयर इन्वार्मेन्टल मैनेजमेंट प्रा0 लि0 के प्रतिनिधी, मानस, छपरा के देवेश दिक्षीत एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के के सदस्य उपस्थित थे.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में एक ओर जहाँ शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पैसे के आभाव में ससमय नहीं मिल रहे है. वही यहाँ कार्यरत कुछ कर्मियों को गलत तरीके से निर्धारित वेतनमान से अधिक वेतन का भुगतान किये जाने का मामला प्रकाश में आया है.

रविवार को शोध विद्यार्थी संगठन (आरएसए) के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन ने इस मामले को उजागर करते हुए लोकायुक्त से जांच की मांग की है. संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए निगरानी से भी जांच कराये जाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

शोध विद्यार्थी संगठन के  संयोजक विवेक कुमार विजय, कुणाल सिंह, सह संयोजक मनीष कुमार मिंटू, विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज गोलू, जगदम
महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष रणवीर सिंह, पृथ्वी चंद्र विज्ञान महाविद्यालय अध्यक्ष आशीष कुमार, रामजयपाल महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष
मनीष कुमार, काउंसिल मेंबर अभिषेक यादव, सोनू राय, पुनम कुमारी, छात्रा प्रमुख निधि, रोहिणी कुमारी, गौतम राय, राजकुमार सिंह, प्रवक्ता भूषण
सिंह ने पत्रकारों को बताया कि माननीय उच्च न्यायालय ने न्यायिक आदेश पर बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के शिक्षकेत्तर  कर्मचारियों के लिए सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना को लागू कर उसके आधार पर वेतन निर्धारण कर बकाया वेतन का भुगतान करने का आदेश सरकार द्वारा दिया गया था. जिसके आलोक में जेपीयू के कुलपति ने कर्मचारियों के वेतन के निर्धारण के लिए एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाई. इस कमिटी में प्राध्यापकों के साथ एक सहायक के रूप में कर्मचारी को भी सदस्य बनाया गया. जबकि नियमानुसार वेतन निर्धारण समिति में कोई कर्मचारी पूर्णतः सदस्य नामित नहीं हो सकता. जिसके द्वारा निर्धारित वेतनमान से अधिक वेतनमान निर्धारित किया गया और सदस्यों ने बिना जांच पड़ताल किये उस पर हस्ताक्षर कर दिए.

उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के आदेशानुसार 20.12.2000 के बाद नियुक्त कर्मचारी निम्न वर्गीय लिपिक कहे जायेंगे तथा उन्हें 3050-4590 का वेतनमान अनुमान्य है. 1 जनवरी 2006 से पुनरीक्षित वेतनमान के तहत 5200-20200 तथा ग्रेड 1900 का वेतनमान अनुमान्य था लेकिन सुनियोजित तरीके से 20 दिसम्बर 2000 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को 4000-6000 से वेतनमान में वेतन निर्धारित कर उन्हें 1900 के बदले 2400 ग्रेड पे के आधार पर बकाया वेतन का भुगतान किया गया जो की घोर वित्तीय अनियमितता का घोतक है.

इस विषय पर बिहार सरकार ने कुलपति को पत्र भेजकर शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन निर्धारण के सत्यापन हेतु अभिलेख भेजने का निर्देश जारी किया गया था. बावजूद इसके अभिलेख नहीं भेजे गए. उन्होंने इस मामले को उजागर करते हुए जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

आरएसए के इस बड़े खुलासे पर विश्वविद्यालय का पक्ष जानने के लिए विश्वविद्यालय पदाधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया. समाचार प्रेषण तक उनसे सम्पर्क नहीं हो सका था.

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Chhapra: अगर आप इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने की सोंच रहे हैं तो आपको कोटा या दिल्ली जाने की जरुरत नहीं. तैयारी के लिए छपरा में भी ऐसे संस्थान हैं जहां से छात्रों ने प्रवेश परीक्षा की तैयारी की और सफल भी हुए है. छपरा में जेईई की तैयारी के लिए शारदा क्लासेज ज्वाइन करना आपके लिए बेहतर हो सकता है.

छपरा में रहकर जेईई की परीक्षा क्वालीफाई करना पहले आसान नहीं था, लेकिन शहर में ऐसे कोचिंग संस्थान खुलने के बाद छात्रों के लिए बड़ा अवसर मिला है. साल 2016 में इस कोचिंग संस्थान से पांच छात्रों ने ज़ेईई मेंस की प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी. वहीं 2017 में इस संस्थान से पढाई कर मेंस क्वालीफाई करने वाले छात्रों की संख्या दोगुनी होकर 10 हो गयी.

इस कोचिंग संस्था की सबसे बड़ी खासियत यहाँ के दो दो क्वालिफाइड टीचर्स हैं. सिद्धार्थ जिन्होंने 2006 में IIT कानपुर से भौतिकी मेऺ डुअल डिग्री कोर्स की है,छपरा के छात्रों में एक नई ऊर्जा भरने का काम किया है. साथ ही साथ वसुमित्र सिंह ने 2008 में आईआईटी क्लियर कर IISER पुणे से गणित में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की.

वसुमित्र बताते हैं कि छात्रों को सबसे ज्यादा पढाई के प्रति समर्पित होना जरुरी होता है. जरुरी नहीं की आप शहर या राज्य से बाहर जाकर ही तैयारी करेंगे. ये दोनों शिक्षक यहाँ के छात्रों में तैयारी के लिए एक माहौल बनाकर रखते हैं. छात्रों को बेहतरीन स्टडी मैटेरियल्स भी देते हैं साथ ही साथ पैरेंट सुपरविज़न का भी खास ध्यान रखते हैं.

एक तरह से देखा जाये तो छपरा में अब इन्जिनीरिंग की तैयारी करने को बाहर जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं. क्वालिफाइड टीचर्स के साथ तैयारी के लिए वो माहौल बनना यहाँ के छात्रों में एक बड़ा अवसर प्रदान करता है. पिछले परीक्षाओं के रिजल्ट्स ने ये साबित कर दिया है की छपरा में रखकर आप IIT JEE जैसी परीक्षाओं को क्रैक कर सकते हैं. शारदा क्लासेज इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.

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Chhapra: जिलास्तरीय विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी. बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने सर्वप्रथम पूर्व के बैठक की कार्रवाई एवं तत्संबंधी प्रतिवेदन को ससमय प्राप्त कराने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास की सराहना की.

बैठक में केन्द्र सरकार की योजनाओं के साथ-साथ जिला स्तर पर विकास के कार्यो की समीक्षा की गयी. केन्द्र सरकार की योजना में जन-धन योजना के तहत कुल 14,35,540 नया खाता खोले जाने के बारे में एलडीएम के द्वारा बताया गया. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि बहुत से ऐसे जनधन खाते है, जिसमें ट्रांजेक्शन नहीं हो रहे है, उसके लिए कारगर व्यवस्था किया जाय. एलडीएम ने बताया कि 07 फरवरी से 20 फरवरी तक इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत बैंक ऋण देेने में काफी पिछें चल रहे है इसे मिशन के रूप में लेने की बात अध्यक्ष ने कहा एवं इससे संबंधित प्रतिवेदन 15 दिन के अंदर एलडीएम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अन्तर्गत मात्र 01 रूपया में बीमा की जानी है. इस जिला में कुल 1,51,768 बीमा की गयी है. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना में कितना क्लेम आया है और उसके विरूद्ध कितनी राशि का भुगतान हुआ है, से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध करायें.       बैठक में इन्शयूरेन्स कम्पनी के प्रतिनिधि एवं रेलवे के वरीय पदाधिकारियों के उपस्थित नहीं रहने को गंभीरता से लिया गया एवं अगली बैठक में उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. एनएचएआई के प्रतिनिधि ने एनएच 102-85 एवं 19 के विषय मंे विस्तृत ब्योरा दिया. दिशा के उपाध्यक्ष सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ने सड़क परियोजना में लंबित भू-अर्जन से संबंधित राशि का वितरण बकायादारों की सूची बनाकर कैम्प के माध्यम से करने का परामर्श दिया. उन्होंने छपरा शहर के आस-पास के बाईपास खासकर रिविलगंज बाईपास के निर्माण से संबंधित प्रस्ताव बनाने एवं सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग की.  बैठक में अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने मानपुर गड़खा सड़क का कार्य गुणवता पूर्ण नहीं होने के संबंध में जांच कराने का निदेश जिला पदाधिकारी को दिया. उन्होंने परामर्श दिया कि एनएचएआई एजंेसी से जांच कराकर जांचोपरांत ही इसका भुगतान किया जाय.

सिताब दियारा को बाढ़ के कटाव से बचाने के लिए 80 करोड़ रूपये की राशि बिहार सरकार एवं 40 करोड़ की राशि उतर प्रदेश सरकार दे रखी है. इस पर बाढ़ नियंत्रण के प्रभावी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कार्य आवंटन हो गया है. भू-अर्जन की प्रक्रिया चल रही है. अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने बताया कि सिताब दियारा के मामलें को इंटर स्टेट काॅन्सिल की विषय सूची में रख दिया गया है, ताकि गृह मंत्रालय भी इसकी समीक्षा करते रहे.

सोनपुर के विधायक रामानुज प्रसाद ने गंगा नदी के किनारे ऋण बांध निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया. पंडित दिन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत कुल 1342 टोले बचे हुये है, जहां बिजली कनेक्शन देना है. अप्रैल 2018 तक पूरा करने का बैठक में अधीक्षण अभियंता द्वारा आश्वासन दिया गया. अध्यक्ष ने निदेश दिया कि अगले 6 माह में जिला में कोई भी बिजली का तार खुला नहीं रहना चाहिए. अभियान चलाकर इसे पूरा करें. यह निदेश उपाध्यक्ष श्री सिग्रीवाल की मांग मांझी प्रखंड के दाउदपुर बाजार में लटकते हुये तार को बदलने पर दिया गया.

बैठक दो चरणों में सम्पन्न हुयी. द्वितीय चरण में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मनरेगा, मध्यान् भोजन योजना, उज्जवला योजना, आईसीडीएस, सर्वशिक्षा अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि की समीक्षा की गयी. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत फेज 01 संबंधित कार्य को शीघ्र ही पूर्ण करने का निर्देश दिया गया एवं फेज 02 से संबंधित प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने का निदेश दिया गया. फेज 01 अन्तर्गत 500 की आबादी वाले बस्ती को सम्पर्क पथ से जोड़ा जाना है. अध्यक्ष ने इसे प्राथमिकता सूची में सबसे उपर रखने की बात बतायी एवं कहा कि फेज 01 में जो कार्य बचा है, उसको दो माह के अंदर डीपीआर बनाकर सरकार को प्रस्ताव भेजा जाय. इसके लिए डीआरडीए निदेशक को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया. उन्होंने ग्रामीण सड़को के निर्माण में गुणवता पर ध्यान देने की बात कही.


बैठक में उपाध्यक्ष सिग्रीवाल ने बनियापुर के हरपुर में बने पुल को चालू नहीं कराये जाने की जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि आवागमण पुराने पुल के माध्यम से ही हो रहा है, जो कही न कही बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है. अध्यक्ष श्री रूढ़ी ने जिला पदाधिकारी को निदेश दिया कि वैसे संवेदक जिन्हें डीवार कर दिया गया है, उनकी सूची प्रकाशित करा दी जाय एवं सड़क निर्माण के क्रम में निविदा की स्वीकृति के पश्चात् जनप्रतिनिधि को भी इसकी सूचना दी जाय, ताकि कार्य का अनुश्रवण करने में लोगों की जागरूकता बढ़ें. मनरेगा की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि जिला में लक्ष्य के विरूद्ध 76 प्रतिशत मानव दिवस का श्रृजन किया गया है, जबकि 54 प्रतिशत शुरू किये गये कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है. 95,000 श्रमिकों की आधार सिडिंग कर दी गयी है. आधार सिडिंग के मामलें में छपरा जिला बिहार में अग्रणी स्थान बनाये हुये है, जिसपर अध्यक्ष महोदय ने संतोष व्यक्त किया और इसमें और तेजी लाने का निदेश दिया. मध्याह्न भोजन योजना के समीक्षा के क्रम में उपाध्यक्ष सांसद श्री सिग्रीवाल ने प्रत्येक प्रखंड के किसी एक पंचायत में आदर्श व्यवस्था लागू करने की मांग की, जिसके तहत उठाव विद्यालय तक पहुंच एवं कितने बच्चे लाभान्वित हुये, इसका सही आकड़ा रखा जाय. उज्जवला योजना के तहत सारण जिलें में 2,43,000 की सूची प्राप्त है, जिसमें 1,61,000 की केवाईसी प्राप्त कर लिया गया है और इसके विरूद्ध 1,10,000 लाभुकों का कनेक्शन कर दिया गया है. कनेक्शन के मामलें में सारण जिला बिहार में प्रथम स्थान बना लिया है. इस पर अध्यक्ष महोदय ने संतोष व्यक्त की.  बैठक के अंत में उपाध्यक्ष सिग्रीवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया. उन्होंने जिला के विकास के लिए प्रशासन के कार्यों की सराहना की और आशा व्यक्त किया कि इसमें और तेजी लायी जायेगी. उन्होंने बैठक में सदस्यों के द्वारा गरीब जनता की भावनाओं को उठाने के लिए धन्यवाद दिया और गरीब से जुड़ी हुयी रोजगार को धरातल पर उतारने के लिए सभी को संकल्पित करने का आह्वान किया.
बैठक में विधान पार्षद गण, अध्यक्ष जिला पार्षद, जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra: शहर को स्वच्छ रखने और स्वच्छ शहरों के श्रेणी में शुमार कराने के उद्देश्य से इन दिनों स्वच्छता सर्वे की जा रही है. स्वच्छता सर्वे के माध्यम से शहर को सफाई के अनुसार रैंकिंग मिलेगी. शहर के तमाम चौक चौराहों पर इसे लेकर होर्डिंग्स के माध्यम से लोगों से आग्रह किया जा रहा है की वे अपने शहर को रैंकिंग देकर आगे रखने में भूमिका निभाए. इसके लिए सभी से एक ऐप डाउनलोड कर उस पर वोटिंग करने का अनुरोध किया गया है. इस ऐप के माध्यम से लोग गन्दगी की शिकायत भी कर सकते है.

इन सब के बीच शहर के कई ऐसे सड़क गली मोहल्ले है जहाँ स्वच्छता नाम की कोई चीज दिखती ही नहीं है. ऐसे में लोग अपने शहर को स्वच्छता के पायदान में आगे रखने की पहल में सहयोग करने से कतरा रहे है. लोगों का कहना है कि शहर में सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है. मुख्य सड़क पर जलजमाव हो या कचड़ा प्रबंधन नगर निगम अपने दायित्वों के प्रति सजग नहीं दिख रहा है.

ऐसे में स्वच्छता के रैंकिंग में बेहतर स्थान पाना नामुमकिन सा प्रतीत होता है. ऐसे में सभी के मन में एक ही सवाल है कि कैसे मिलेगी स्वच्छ शहर की बेहतर रैंकिंग.

आपको बता दें कि पिछली बार स्वच्छता रैंकिंग में छपरा का स्थान 422वां था. 

स्वच्छ सर्वेक्षण: बिहारशरीफ सूबे का सबसे साफ़ शहर, पटना 262वें और छपरा 422वें स्थान पर

Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के तत्वधान में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर कुलपति प्रोफ़ेसर हरिकेश सिंह, एनएसएस समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र व पूर्व एनएसएस समन्वयक विद्या वाचस्पति त्रिपाठी के नेतृत्व में स्वंयसेवको द्वारा सर्व प्रथम विश्वविद्यालय कैंपस में स्वच्छता अभियान चला कर पूरे विश्वविद्यालय के आंतरिक कैंपस को स्वच्छ एवं सुंदर बना बनाया गया.

जिसकी शुरुआत मुख्य अतिथि स्वामी अतिदेवानंद महाराज कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह, प्रतिकुलपति ए के झा, कुलसचिव सैयद रजा, एनएसए समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र, पूर्व एनएसए समन्वयक विद्यावाचस्पति त्रिपाठी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर एवं युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया.

सभा को संबोधित करते हुए स्वामी अतिदेवानंद महाराज ने बताया कि वर्तमान समय में एक नए भारत का निर्माण करना है तो स्वामी जी के बताए गए रास्ते पर चलना होगा.

तभी जाकर हम एक नव भारत का निर्माण कर सकते हैं. जहां ना कोई जात पात होगी ना कोई भेदभाव होगा. सभी लोग एक समान होंगे.

कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने अपने वक्तव्य मे सभी लोगो से राष्ट्र निर्माण में शामिल होने की अपील की.

इस अवसर पर मंच संचालन प्रो० सुधा बाला ने किया वही रमेश कुमार प्रोफेसर लाल बाबू ,अशोक सिंह, उमाशंकर सिंह, सुधीर कुमार, डॉ पूनम सिंह, डॉ नीतू सिंह, डॉ कृष्ण कुमार, प्रोफेसर उमाशंकर यादव, कार्यक्रम अधिकारी विनिता सिंह, एनएसएस स्वंयसेवक प्रीति कुमारी, रंजीत कुमार, प्रिंस कुमार, सुजीत कुमार, टिंवकल कुमारी, निधि कुमारी, समीक्षा, रंजीत भोजपुरिया, आर्य सत्संगी सिल्की कुमारी व अन्य ने भी अपने विचार रखे.

Chhapra: जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र के एक गाँव मे जहरीली चाय पीने से तीन लोगों की मौत हो गई है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार डेरनी थाना क्षेत्र के खिडकियां गांव में घर में बने लकड़ी के चूल्हे पर रखे थाईमेट (कीटनाशक दवा)जहर को मिलाकर बनाई गई चाय पीने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई हैं.

इस घटना में देवकली देवी सहित तीन लोगों की मरने की सूचना मिल रही है. घटना के बाद स्थानीय पुलिस पहुंची मौके पर कर मामले की जांच कर रही हैं. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. आस पास के लोग घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जानकारी ले रहे हैं.

Chhapra: सदर अनुमंडल प्रशासन द्वारा स्थानीय एकता भवन में एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन अपर समाहर्ता अरुण कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी चेत नारायण राय, डीएसओ अनिल कुमार रमण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया.

कार्यक्रम में देश भक्ति गानों के साथ साथ सदाबहार नग़मों से कलाकारों ने समां बांधा. कार्यक्रम की शुरुआत में ही अनवर हुसैन ने ‘सजन रे झूठ मत बोलो’ से लोगो का खूब मनोरंजन किया.

पटना से आये कलाकारों ने लोगों को अपने गीतों के माध्यम से दर्शकों को ठंड में भी कुर्सियों पर डटे रहने के लिए मजबूर कर दिया. कलाकारों द्वारा गाये जा रहे गानों पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई.

इस मौक़े पर जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद, डीसीएलआर सदर, जिला शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर सिंह, डीपीओ स्थापना दिलीप कुमार सिंह, सदर अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह मौजूद थे.

Chhapra(Kabir): इन दिनों कड़ाके की ठंड में भी बच्चे व युवा पतंगबाजी का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है. कोई अखबार को काटकर पतंग में साटने के लिए पूंछ बनता है तो कोई लई से फटी पतंग को चिपकाता दिखता है. हाथों में लटाई और पतंग इसके बाद शुरू हो जाता है पतंग उड़ाने का दौर.

समय के साथ पतंगबाजी के सामानों में बदलाव तो हुआ है लेकिन उत्साह में कोई कमी नही दिख रही है. तरह तरह के मांझे की जगह चाइनीज धागों ने जरूर ले ली है. पतंग के दाम में वृद्धि हुई है लेकिन फिल्मों के नाम, हीरो, हीरोइन, क्रिकेटर आदि की तस्वीर लगी डिजिटल प्रिंट वाली पंतग की धूम है.

पतंगबाजों ने छपरा टुडे से बात करते हुए कहा कि अब पहले की तरह कोई मांझे में समय देना नही चाहता, क्योंकि मांझे से मजबूत प्लास्टिक के धागे बाजार में उपलब्ध है. ऐसा नही है कि अभी मांझा नही किया जाता है लेकिन समय को देखते हुए बाजार से खरीदना आसान होता है.

भतमंझा की बात करें तो पतंगबाज जीतोड़ मेहनत करके पतंगबाजी के लिए धागा को तैयार करते थे. शीशे को बारीक पिसा जाता था. धागे को भात और शीशे से गुजारते हुए लटाई में लपेटा जाता था. मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी के लिए इसकी खास तैयारी की जाती थी.

Chhapra: शहर के एकता भवन में गुरुवार की संध्या ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन अनुमंडल प्रशासन सारण द्वारा किया जाएगा.

शहीद सैनिक एवं अपंग हुए जवानों के परिजनों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘एक शाम शहीदों के नाम’ सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा आयोजन.