दूसरे शहरों में भी होगी सप्लाई, ब्रांड बनाने की तैयारी में निगम
चंदन समूह की महिलाओं द्वारा पारंपरिक तरीके से जांता से तैयार किया हुआ सत्तू शहर में बेचा जा रहा है. यहां अगर सब कुछ ठीक रहा तो महिलाओं द्वारा सत्तू का दूसरे शहरों में भी सप्लाई किया जाएगा ताकि इनके स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके. साथ ही साथ महिलाओं के आत्मनिर्भरता बनी रहे. नगर निगम द्वारा महिलाओं के समूह द्वारा सत्तू के उत्पादन को एक बड़ा ब्रांड बनाने की बात कही जा रही है. निगम मिशन प्रबंधक हिमांशु कुमार ने बताया कि यह समूह छपरा वासियों के लिए शुद्ध चना सत्तू के लिए हर संभव क्वालिटी मैनेजमेंट करेगी. उदघाट्न के दौरान मौके पर सभी नगर निगम तमाम अधिकारी उपस्थित थे.
आधे घन्टे में बिक गए सारे सत्तू
पहले दिन इन महिलाओं ने 20 किलो सत्तू तैयार करके घर से लाया था. स्टाल लगने के आधे घंटे बाद ही सारे सत्तू बिक गए. आपको बता दें कि सत्तू की कीमत नगर निगम अधिकारियों ने तय की है. शुद्ध चने के सत्तू की कीमत ₹120 प्रति किलो रखी गई है. महिलाओं ने बताया कि धीरे-धीरे उनका यह स्वरोजगार आगे बढ़ेगा वहीं निगम के अधिकारियों ने कहा कि महिलाओं का स्टाल शहर के अन्य जगहों पर लगाने के लिए नगर निगम उन्हें जगह देगा. नगर निगम के व्यवसायिक भवनों के आसपास भी विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का स्टॉल लगाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा बिक्री हो सके.
3 महीने बाद मिलेगी चक्र चरित राशि के 10 हज़ार
इसके तहत निगम इन्हें अपने सामान बेचने के लिए जमीन भी उपलब्ध कराएगा. ताकि इन्हें फायदा हो जो भी पैसे आएंगे उन्हें महिलाएं अपने खाते में जमा कर सकेंगी. साथ ही साथ अगर व्यापार अच्छा हुआ तो उसकी ग्रेडिंग भी नगर निगम द्वारा की जाएगी. साथ ही साथ अगर बेहतर महिलाओं का प्रदर्शन रहा तो 3 महीने बाद प्रत्येक समूह को 10 हज़ार रुपये का चक्र चरित राशि भी निगम द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी. यही नहीं, जरूरत पड़ने पर और व्यापार बढ़ाने में लिए इन महिलाओं को 2 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा. जो बेहद कम ब्याज दर पर उपलब्ध होगा.