वाराणसी: रेल प्रशासन द्वारा यात्री सुविधा में उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु छपरा जं. का यार्ड रिमाडलिंग कार्य किया जा रहा है। छपरा यार्ड रिमाडलिंग का कार्य यार्ड की क्षमता वृद्वि हेतु किया जा रहा है, जिसके पूर्ण हो जाने पर लाइन क्षमता में वृद्धि होगी।

परिणामस्वरूप पहले से अधिक गाड़ियों को प्लेटफार्म पर लिया जा सकेगा और लम्बी दूरी की गाड़ियों के यात्रियों को प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। छपरा जंक्शन पर तीन नये प्लेटफार्म उपलब्ध होंगे तथा यात्रियों की सुविधा के लिये कुल आठ अदद प्लेटफार्म उपलब्ध हो जाएंगे, जिससे और अधिक यात्री गाड़ियों का संचलन करना संभव हो सकेगा।

छपरा जंक्शन का गुड्स यार्ड, जो अब तक नॉन इंटरलॉक था और मैनुअली गाड़ियों को संचालित किया जाता था, वह इंटरलॉक हो जायेगा जिससे अधिक गुड्स गाड़ियों को अपेक्षाकृत कम समय में रिसीव एवं डिस्पैच किया जा सकेगा। परिणामस्वरूप मालगाड़ियों के संचलन समय में कमी आयेगी। यात्री गाड़ियों का संचालन और अधिक सुचारू हो जायेगा तथा ट्रेन परिचालन सम्बद्ध होगा जिससे समयपालन में सुधार होगा।

गौतम स्थान और छपरा कचहरी की तरफ से आने वाली यात्री गाड़ियों को प्लेटफार्मों के अभाव में आउटर पर रोकने आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे यात्रियों के समय की बचत के साथ बहुत सुविधा होगी। परिणामस्वरूप यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा मिलेगी।

 

कोहरा शुरू होने के पूर्व ही रेलवे ने कर ली तैयारी, इन ट्रेनों को किया निरस्त

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर राजकीय रेलवे पुलिस ने बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट ट्रेन से एसी कोच से 19 लाख 50 हजार चार सौ रुपए के साथ दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसी कोच से लावारिस हालत में 14 किलो 300 ग्राम गांजा बरामद किया गया. इस मामले में मधुबनी जिले के परिहारपुर निवासी दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है.

रेल पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी ट्रेनों में जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है. इसके अलावा सभी रेल थाने की पुलिस भी जांच कर रही है. छपरा जंक्शन पर जांच के दौरान रेलवे पुलिस को यह सफलता मिली. बरामद कैश के बारे में गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा कोई भी कागजात नहीं दिया गया. गिरफ्तार व्यक्तियों ने रेल पुलिस को बताया है कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के व्यवसाई हैं और दिल्ली से सामान लाने के लिए जा रहे थे, हालांकि उनके पास कैश और सामान से संबंधित कोई कागजात नहीं मिला है.

छापेमारी दल में इंस्पेक्टर हेमंत कुमार के अलावा इंस्पेक्टर के के सिंह, छपरा रेल थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, दिनेश कुमार साहू और अन्य पदाधिकारी शामिल थे. गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों में सौरव कुमार झा तथा वरुण कांत सत्यम शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, किसके साथ गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. जबकि लावारिस हालत में गांजा की बरामदगी के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और इस मामले में फरार गांजा के तस्कर को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है.

Chhapra: छपरा जंक्शन के पश्चिम फुट ओवर ब्रिज के समीप अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया. इसकी जानकारी देते हुए जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि पश्चिम फुटओवर ब्रिज के 25 मीटर उत्तर की ओर पोखरा में एक अज्ञात महिला मिला है. प्रथम दृश्या से यह हत्या का मामला प्रतीत होता है.

महिला की उम्र लगभग 25 वर्ष बतायी जा रही है. शव का हाथ रस्सी से बंधा हुआ था. उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि कहीं हत्या कर छुपाने की नियत से पोखरा में फेंक दिया गया है. इस संबंध में रेल थाना छपरा कांड संख्या 77/ 2020 दिनांक 5:10. 2020 धारा 302/ 201 / 34 भा0द0वी0 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है तथा शव के पहचान हेतु  सारण जिला के सभी स्थानीय थाना तथा पड़ोसी जिला के स्थानीय थाना में वितंतु के माध्यम से सूचना प्रसारित किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि शव  को देखने से ऐसा लगता है कि शव को दो-तीन दिन पहले से ही हत्या कर  पोखरा में फेंका गया है. पुलिस आगे की कार्यवाई में जुट गई है.

Chhapra: रेल यात्रियों को राहत देते हुए रेलवे ने 12 सितंबर से 40 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को शुरू करने का फैसला लिया है. इसके तहत छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई गयी है. 

छपरा जंक्शन के लिए ट्रेनों की संख्या 5 जोड़ी बढ़ाई गई है. वहीं पूर्वोत्तर रेलवे से होकर 13 जोड़ी विशेष गाड़ियों का संचालन आरंभ किया जाएगा.

छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली विशेष ट्रेनों की सूची

02670/02669 छपरा चेन्नई एक्सप्रेस
05909/059010- डिब्रूगढ़ लालगढ़ दैनिक विशेष ट्रेन
05933/05934- अमृतसर-डिब्रूगढ़ 
09051/09052- मुजफ्फरपुर- वलसाढ़ श्रमिक एक्सप्रेस 
02561/02562- जय नगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस प्रतिदिन

Chhapra:अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर छपरा जंक्शन जीआरपी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान जीआरपी इंस्पेक्टर सुमन कुमार के नेतृत्व में छपरा जंक्शन परिसर में नशा मुक्ति अभियान व इसको लेकर जागरूकता
फैलाया गया. इस मौके पर एक दर्जन पुलिसकर्मियों द्वारा जंक्शन परिसर के साथ-साथ प्लेटफार्म नंबर 1, सर्कुलेटिंग एरिया आदि में जाकर सभा की गई और नशा मुक्ति को लेकर यात्रियों व आम लोगों में जागरूकता फैलाए गया.Sha
जीआरपी पुलिसकर्मियों के साथ-साथ इस मौके पर छपरा जंक्शन चाइल्ड हेल्पलाइन के मेंबर्स भी मौजूद रहे। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने छपरा जंक्शन परिसर से लेकर भगवान बाजार थाना चौक तक रैली निकाली और लोगों को नशा मुक्ति के लिए जागरूक किया. इस दौरान लोगों को नशा से होने वाले नुकसान को बताया गया.

NewDelhi: भारतीय रेल ने 12 अगस्त तक सभी सामान्य ट्रेनों के परिचालन को बंद करने का ऐलान किया है. यात्रियों को पूरा किराया रिफंड किया जाएगा. कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. रेलवे के इतिहास में यह पहली बार है जब इतने लंबे समय तक सामान्य रेल सेवा बाधित रही है. Sha
1 जुलाई से 12 अगस्त तक के सभी टिकट कैंसिल किए जाएंगे और इसका फुल रिफंड किया जाएगा. टिकट कैंसिलेशन से जुड़े आदेश पहले ही जारी कर किए जा चुके हैं. रेलवे द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि 1 जुलाई से 12 अगस्त तक के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गई टिकट रद्द कर दी गई है. सारी राशि यात्रियों को लौटा दी जाएगी
वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने जो स्पेशल ट्रेनें शुरू किया वह यथावत चलती रहेंगी. उसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. अभी तक सामान्य रेल सेवाएं सिर्फ 30 जून तक बंद थी. लेकिन नए आदेश के अनुसार अब यह 12 अगस्त तक रेगुलर ट्रेनें बंद रहेंगी.

Chhapra: वाराणसी मंडल के DRM विजय कुमार पंजियार ने 1 जून से प्रारम्भ होने वाली यात्री ट्रेनों के संरक्षित परिचालन, यात्रियों सुरक्षा एवं कोविड-19 के प्रोटोकालों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए छपरा जंक्शन का निरिक्षण किया.

इस दौरान उन्होंने स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास मार्ग अलग करने, स्टेशन परिसर की बैरिकेटिंग करने, स्टेशन एवं प्लेटफार्म की गहन साफ सफाई करने, सार्वजनिक स्थलों यथा बुकिंग काउण्टर,स्टेशन परिसर ,सीढियों,यात्री बेंचो,ट्रेनों एवं यात्री मार्ग का डीप सेनेटाईजेशन करने, प्लेटफार्म से निकलने और बाहर से प्लेटफार्म पर आने के लिए सामाजिक दूरी के मानक के अनुसार मार्किंग करने , स्टेशन पर स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बूथ बनाने, सभी निकलने या प्रवेश करने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जाँच करने,पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निरिक्षण किया और संबंधित को उक्त सभी तैयारियां शीघ्र पूर्ण करना का निर्देश दिया.

इसके अतिरिक्त उन्होंने मंडल से गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल गाड़ियों के आवागमन में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन करने यथा थर्मल स्क्रीनिंग करने, फेस मास्क लगाने और सामाजिक दूरी कायम रखने पर बल दिया. उन्होंने स्टेशन के प्लेटफार्म से स्टेशन भवन के निकास गेट तक आने/जाने समाजिक दूरी बनाये रखने हेतु मार्क लगाने का निर्देश दिया.

इसके अतिरिक्त उन्होंने स्पेशल गाड़ियों की व्यापक व्यवस्थाओं हेतु स्टेशन भवन , सर्कुलेटिंग एरिया , कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र, सामान्य यात्री हाल ,पैदल उपरिगामी पुल , पीने के पानी बूथ, स्टेशन के निकास एवं प्रवेश मार्ग, स्टेशन पर पार्किंग को व्यापक सेनेटाईज कराकर पर्याप्त दूरी की मार्किंग कराने का संबंधितों को निर्देश दिया.

दरअसल 1 जून से चलने वाली गाडियों जो पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल से गुजरेंगी एवं जो मंडल के विभिन्न स्टेशनों से ओरिजिनेट /टर्मिनेट होंगी के प्रबंधन हेतु मऊ,देवरिया सदर,सीवान,बलिया एवं छपरा स्टेशनों तथा वाराणसी-मऊ,मऊ-देवरिया सदर, देवरिया सदर-सीवान , सीवान-छपरा,छपरा-बलिया रेल खण्ड का निरिक्षण किया.

एक औपचारिक वार्ता में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे अपने यात्रियों को कोरोना से बचाने के प्रति सचेत है और मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से इसका पालन सुनिश्चित किया जा रहा है. इस अवसर पर उनके साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) एस.पी.एस.यादव,वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री संजीव शर्मा, मंडल सुरक्षा आयुक्त(रेल सुरक्षा बल) श्री ऋषि पाण्डेय एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षक उपस्थित थे.

Chhapra: हर कोई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इस बीच मौसम ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आसमान से आग बरस रहे हैं. लोगों को घर से निकलना मुश्किल है. पारा 45 डिग्री के पास पहुंच चुका है. गर्मी में चिलचिलाती धूप बढ़ने के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है. जिसमें सबसे अहम है हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. लू उन अधिक गर्म और शुष्क हवाओं को कहा जाता है. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि लू लगने पर शरीर का तापमान एकदम बहुत बढ़ जाता है और शरीर में पानी और नमक की ज्यादा कमी हो जाती है. दरअसल जब शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम शरीर को वातारवरण के अनुकूल ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है तो शरीर में गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर की ठंडक कम हो जाती है और लू लग जाती है. साथ ही लू लगने पर शरीर में गर्मी, खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है और ज्यादा प्यास लगती है.

पानी की पूर्ति रखें
लू लगने की अहम वजह शरीर में पानी की कमी होना है, इसलिए किसी ना किसी रूप में पानी की पूर्ति कर लें. ऐसे में आप आम का पन्ना लें, जो लू से बचाने में काफी कारगर साबित होता है. इसके अलावा नींबू पानी, सादा पानी, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी आदि के माध्यम से पानी लेते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.

धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें 
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखें कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो सिर और आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. जैसे अगर आप लंबे समय से एसी में बैठे हैं तो एकदम से धूप में ना जाएं.

खाली पेट घर से ना निकलें 
वैसे तो किसी भी मौसम में घर से खाली पेट नहीं निकलना चाहिए, मगर गर्मी में तो ऐसा बिल्कुल ना करें. जब भी कर से निकले तो गर्मी के अनुसार हेल्दी खाना खाएं और फिर बाहर निकलें. साथ में पानी की बोतल ले जाना भी नहीं भूलें.

तरबूज-ककड़ी, खीरा का करें सेवन 
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए. साथ ही ऐसे फ्रूट पर ज्यादा ध्यान दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. कहा जाता है कि टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती है. वहीं जौ खाना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और आप इसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए.

लू के लक्षण
•अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना
•सिर में तेज दर्द का होना
•लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल की कार्य-क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
•नाड़ी तथा सांस की गति तेज हो जाती है
•डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आते हैं-चक्कर आना,दस्त लगना,मिचली होना
•त्वचा पर लाल दाने हो जाना
•बार-बार पेशाब आना
•शरीर में जकड़न होना

फाइल फोटो

Chhapra: लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के मजदूरों और छात्रों का आना जारी है. इसी क्रम में गुरुवार को गुजरात के सूरत से पहली Train छपरा जंक्शन पर पहुंची. इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1200 के आस-पास श्रमिक तथा यात्री पहुंचे है.

श्रमिक स्पेशल ट्रेन छपरा के प्लेटफार्म संख्या एक पर सुबह करीब 9:30 बजे पहुंची. पूर्व सूचना के मद्देनजर जंक्शन परिसर और प्लेटफार्म पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. यहां उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच की गयी. यात्रियों के समान को सेनेटाइज किया गया.

जिला प्रशासन द्वारा आने वाले यात्रियों के लिए पानी एवं नाश्ते की व्यवस्था भी जंक्शन पर की गई थी. वहीं मेडिकल टीम ने सभी की स्क्रीनिंग की. सभी यात्रियों को भोजन पैकेट और पानी की बोतल देने के बाद उन्हें बसों में उनके गृह जिला के लिए भेजा गया.

जिला परिवहन पदाधिकारी जयप्रकाश नारायण ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 31 जिलों के प्रवासी है लोग आ रहे हैं. जिनके लिए 54 बसों लगाई गई है. छपरा जंक्शन पर जांच के उपरांत उनके संबंधित जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. वही सारण जिले के विभिन्न प्रखण्डों के प्रवासियों को उनके प्रखण्ड में बने क्वारन्टीन सेंट्ररों तक पहुंचाया जाएगा. जहां इन्हें 21 दिनों तक रखा जाएगा, जिसके उपरांत स्वास्थ्य जांच के बाद घर जाने की इजाजत दी जाएगी.

लंबे समय के बाद घर वापस आये प्रवासियों के चेहरे पर घर पहुंचने की खुशी साफ देखी जा सकती थी.

 

 

Chhapra: मशरक-थावे-छपरा रेल रूट पर सोमवार को रेल‌ प्रशासन द्वारा एक विशेष स्वास्थ्य जांच स्पेशल ट्रेन चलाया गया. जो छपरा जंक्शन से चलकर मढौरा,मशरक, थावे होते हुए कप्तानगंज तक गयी. मेडिकल टीम में इंजीनियरिंग विभाग के संतोष कुमार यादव ने थर्मल जांच मशीन से सभी रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कर्मचारियों और रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच की गई.

इस स्वास्थ्य जांच स्पेशल ट्रेन खैरा,पटेरही,मढ़ौरा,श्यामकौरिया,मशरक राजापट्टी स्टेशनों पर रूकती हुई कप्तानगंज तक लगभग 500 सौ से ज्यादा कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच की गई.

इसे भी पढ़ें: विदेश या दूसरे राज्यों से आये लोगों के दरवाजे पर चस्पाया जा रहा होम क्वारेंटाइन का पोस्टर

मेडिकल जांच स्पेशल ट्रेन के इंचार्ज एडीएन छपरा पीडब्लूआइ राजकुमार ने बताया कि रेल प्रशासन के आदेशानुसार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते स्पेशल ट्रेन से छपरा से थावे होते हुए कप्तानगंज तक मेडिकल जांच टीम सभी स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों और रेल सुरक्षा बल के जवानों की थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से स्वास्थ्य जांच की गई.

 

इसे भी पढ़ें: Corona: छपरा जंक्शन पर 7 आइसोलेशन कोच बनकर तैयार, हर तरह की मेडिकल सुविधा उपलब्ध

उन्होंने बताया कि 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण देश में सभी यात्री ट्रेन सेवाओं को 14 अप्रैल तक रद्द कर दिया गया है. लेकिन वर्तमान में मालगाड़ियां चल रही हैं और इस कारण देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए स्वस्थ और सुरक्षित स्थिति में पटरियों को रखना आवश्यक है.यह सभी विभिन्न पदों पर स्टाफ द्वारा ड्यूटी के कारण ही संभव हो पाया है. इनमें परिवहन का काम करने वाले डाइबर, बिजली इंजीनियर समेत गैंग मैन, ग्रुप डी स्टाफ,रेल सुरक्षा बल और सभी स्टेशन कर्मचारियों को कवर करने के लिए रेलवे के द्वारा विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं.

Chhapra: वैश्विक महामारी नोवल कोरोना वायरस (Covid19) के संक्रमण से निपटने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मण्डल के छपरा जंक्शन कोचिंग डिपों में 07 साधारण कोचों को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित करने का कार्य पूर्ण कर लिया है. इस प्रकार वाराणसी मंडल द्वारा कुल 16 कोच परिवर्तित कर लिए गए है ,शेष 16 कोचों के परिवर्तन का कार्य प्रगति पर है जिसके पूर्ण होते ही 32 कोचों के परिवर्तन का लक्ष्य पूरा हो जाएगा.

इसे भी पढ़ें: Corona पर पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने लिखी कविता, कर्मचारियों को कर रहा प्रेरित

इन आइसोलेशन कोचों में पारदर्शी प्लास्टिक परदों से युक्त, प्रत्येक कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में पहला केबिन चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए है जिसमें मरीजों के लिए अक्सीजन की सुविधा, दवाऐं, उपकरण आदि उपलब्ध रहेगें तथा बाकी आठ केबिन रोगियों के लिए तैयार किये गये है. आइसोलेशन वार्ड में भारतीय शैली के शौचालय को बाथरूम में परिवर्तित किया जा रहा है। इसमें लाॅग हैण्डिल टैप और हैण्ड शावर के साथ- साथ एक बाल्टी, मग भी उपलब्ध कराये गये है। मच्छरों के प्रवेश से बचने के लिए मच्छरदानी उपलब्ध कराई गयी है तथा उचित वेंटिलेशन भी दिया गया है.

इसे भी पढ़ें: Covid19: सारण में अब तक 13 हज़ार से अधिक लोगों को दी गयी चिकित्सकीय सहायता: डीएम

प्रत्येक केबिन में सूखा कूड़ा, गीला कूड़ा एवं खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ के निस्तारण हेतु फुट पैडल आपरेटेड ढक्कनदार तीन अलग-अलग डस्टबिन (लाल, नीला, पीला) प्रदान किये गये है. चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए Personal Protective Equipment (पीपीई) किट उपलब्ध कराई गयी है. आइसोलेशन वार्ड में तब्दील होने के साथ ही तैनात चिकित्सक व अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ सीधे रेलवे चिकित्सालय एवं स्थानीय चिकित्सालयों में मौजूद विशेषज्ञों के सम्पर्क में रहेगे. वाराणसी मंडल द्वारा लक्षित 32 आइसोलेशन कोचों के तैयार हो जाने के उपरांत उनका पूर्ण रूप से सेनिटाइजेशन कर चिकित्सकों के उपयोग हेतु उपलब्ध कराया जा सकेगा.

•सुबह 4 बजे से तैनात थी स्वास्थ्य विभाग की टीम
• प्रधान सचिव के निर्देश पर किया गया स्क्रीनिंग
• 300 से अधिक यात्रियों की हुई स्क्रीनिंग

छपरा: दुनिया मे फैले नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार अहम कदम उठाये जा रहें है। रविवार को प्रधान सचिव के निर्देश पर छपरा जंक्शन पर बाहर से आने वाले यात्रियों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया तथा कोरोना वायरस से बचाव के बारे में जागरूक किया गया। सुबह चार बजे से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम छपरा जंक्शन पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू की गई थी। दो शिफ्ट में यह अभियान चलाया गया। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस व गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन से आने वाले 310 से यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। किसी भी यात्री में इस कोई लक्षण नहीं पाया गया है। जांच में सभी सामान्य पाए गए है।

सिविल सर्जन ने कहा बाहर से घर आने वाले यात्रियों को होम आईसोलेट करने की सलाह दी गयी है। सभी को सतर्क व सजग रहना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा, डीपीएम अरविंद कुमार, डीपीसी रमेश चन्द्र प्रसाद, डॉ रीना सिन्हा, डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ रूपेश पांडेय आदि शामिल थे।

अभी तक सारण जिले में एक भी मामले की पुष्टि नहीं:

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सारण जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रही है। संक्रमण की रोकथाम के लिए सतर्कता ज्यादा जरूरी है। सिविल सर्जन ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिले में जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। इस दिशा में जिला सहित सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मियों को दिशा निर्देश दिया गया है।

क्या है थर्मल स्क्रीनिग

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया थर्मल स्क्रीनिग गन शरीर का तापमान (टेंप्रेचर) मापने का यंत्र है। एक सामान्य मनुष्य के शरीर का तापमान 92 से 95 डिग्री. रहता है। अगर किसी यात्री के शरीर का तापमान 97 से 100 डिग्री है तो बुखार होने की पुष्टि होती है। इस जांच के दौरान यात्री का 102 या 103 डिग्री. तापमान होने पर उसे बुखार होने का पता चलता है।

जागरूकता से ही होगा बचाव:

सीएस ने बताया कि कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण साधारण सर्दी बुखार के सामान्य लक्षणों जैसे खांसी, बार-बार छींक आना, सांस फूलना से काफी मिलते जुलते हैं। इसलिए मामूली सर्दी जुकाम होने से भी लोगों में कोरोना होने का अफवाह डर का कारण बन गया है। किंतु कोरोना साधारण सर्दी बुखार या फ्लू से बिल्कुल अलग है।