Patna: कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए रेलवे ने पूरे देश में 21 मार्च से 14 अप्रैल 2020 तक सभी तरह की यात्री ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी है.

इसके बाद लोग लगातार टिकट वापस कराने लगे थे, लेकिन 21 मार्च तक वापस किए गए टिकटों की पूरी राशि वापस नहीं की गई थी. इसकी शिकायत जब पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों से की गई तो उन्होंने पूरा पैसा वापस करने का आश्वासन यात्रियों को दिया. अधिकारियों ने कहा कि टिकटों की बची राशि लेने के लिए उन्हें टीडीआर फाइल करना होगा. रेलवे के सॉफ्टवेयर में अपडेशन का काम नहीं होने से यात्रियों को कम पैसे मिले. रेलवे का सॉफ्टवेयर बनाने वाली क्रिस ने ट्रेन रद होने की सूचना 21 मार्च की बजाय 22 मार्च को डाली. इसके कारण 21 मार्च तक रद किए गए यात्रियों को पुराने नियम के तहत ही पैसे वापस हुए.

इस तरह मिलेगा काउंटर से कटे टिकट का पैसा

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि काउंटर्स से लिए गए टिकटों की वापसी पर जो भी राशि काट ली गई होगी, उसकी वापसी के लिए उन्हें 21 जून तक किसी भी दिन टीडीआर फाइल करने पर मिल जाएगी. पैसा लेने के लिए भरा हुआ फॉर्म मुख्य वाणिज्य प्रबंधक के पास जमा कराना होगा. रेलवे की ओर से उन्हें पर्ची दी जाएगी. पर्ची के आधार पर उन्हें काउंटर्स से कटौती की गई राशि वापस की जाएगी.

ऑनलाइन टिकट के लिए ये है पैसे वापसी की व्यवस्था

अगर आप ने आइआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुक किए हैं तो एप और वेबसाइट दोनों पर टीडीआर का आप्शन है. ध्यान रखें कि अगर आपकी आइडी से टिकट बुक हुए होंगे तो ही टीडीआर का ऑप्शन खुलेगा, अन्यथा नो ट्रांसेक्शन का मैसेज आपको मिल जाएगा. इसके लिए आपको यूजर आइडी औऱ पासवर्ड की आवश्यकता होगी.

Chhapra: भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस को लेकर हाई एलर्ट जारी किया है. इस क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है. मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार के निर्देशन में वाराणसी मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर आटो एनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने हेतु जागरूक किया जा रहा है.

मंडल के सबसे अधिक यात्री घनत्व वाले मंडुवाडीह , छपरा एवं सिवान स्टेशनों पर यात्रियों के लिए हेल्पलाइन बूथ बनाये जा रहे हैं. संक्रामक कोरोना वायरस के संदर्भ में विशेषज्ञों ने उपचार के सापेक्ष सावधानियां बरतने को ज्यादा महत्वपूर्ण बताया है. आटो एनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से जरुरी सावधानियों में (पहला- अपने हाथों को बार-बार धूलें , दूसरा- भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, तीसरा-खाँसने या छींकने के दौरान रुमाल, टिशू पेपर अथवा अपनी कोहनियों से जरुर ढकें. चौथा- जुखाम, खाँसी और साँस लेने में परेशानी होने पर तुरन्त डाक्टर को दिखाएँ ) का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. इसके अतिरक्त मंडल चिकित्सालय एवं उसकी यूनिटों पर पृथकीकरण (आइसोलेशन) वार्ड बनाये गये हैं जिनसे आम मरीजों को संक्रमण से बचाया जा सके.

इसके साथ ही सभी रेलवे कर्मचारियों फेस मास्क पहनने का निर्देश दिया गया है. मंडल रेल प्रबंधक के अनुसार मंडल के सभी स्टेशनों पर बैनर एवं पोस्टरों के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया जा रहा है. नई दिल्ली की अधिकांश गाड़ियों के आवागमन के कारण मंडुवाडीह स्टेशन पर पृथकीकरण (आइसोलेशन) तथा कर्मचारियों को हाईजीन मास्क का प्रयोग करने का कड़ा निर्देश दिया गया है.

Chhapra: छपरा ग्रामीण जंक्शन पर ट्रेनों के ठहराव के लिए JPU छात्र संघ अध्यक्ष आगे आय हैं. सोमवार को अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने छपरा ग्रामीण स्टेशन पर सवारी गाड़ी के ठहराव हेतु जिला पदाधिकारी के माध्यम से रेल मंत्री को ज्ञापन भेजा.

इस सम्बन्ध में रजनीकांत सिंह ने बताया कि इस स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव नहीं होने से विश्वविद्यालय आने जाने वाले छात्र-छात्राओं को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. यूनिवर्सिटी के सामने स्टेशन होते हुए भी रेलगाड़ी यहाँ नहीं रूकती. उन्होंने बताया कि इस वजह से सिवान, गोपालगंज, सोनपुर से आने वाले छात्रों को छपरा जंक्शन या कचहरी उतरना पड़ता है. वहा से यूनिवर्सिटी आने के लिए अन्य सवारी के अधिक पैसे भी खर्च करने पड़ते हैं. अगर ट्रनों का ठहराव शुरू हो जाय तो छात्रो का समय और पैसा दोनों बचाया जा सकेगा.

उन्होंने बताया कि छात्रों और अभिभावकों से लगातार उन्हें इस समस्या को लेकर शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद उन्होंने जिला पदाधिकारी के माध्यम से रेल मंत्री को सवारी गाड़ी की ठहराव के लिए ज्ञापन भेजा. इस मौके पर प्रतिनिधि मंडल में नवलेश कुमार सिंह, दिवाकर सिंह चरणदास, अविनाश कुमार उपस्थित थे.

Chhapra/Gorakhpur: यात्रियों की अतिरिक्त सुविधा हेतु रेलवे ने उधना-छपरा के बीच 2 जोड़ी ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक विशेष गाड़ियों का संचलन करने का निर्णय लिया है. 

82911 उधना-छपरा साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 15, 22, 29 अप्रैल, 06,13, 20 एवं 27 मई, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 82912 छपरा-उधना साप्ताहिक सुविधा विशेष गाड़ी 7 फेरों हेतु 17, 24 अप्रैल, 01, 08, 15, 22 एवं 29 मई, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 8, साधारण श्रेणी के 3, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 4, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 1 तथा एलएलआर/डी के 2 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे.  

09019 उधना-छपरा साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 03, 10, 17 एवं 24 जून, 2018 दिन प्रत्येक रविवार को उधना से 23.55 बजे प्रस्थान कर दूसरे नन्दूरवार, अमलनेर, जलगांव, भुसावल, खण्डवा, हरदा, इटारसी, पिपरिया, जबलपुर, कटनी, सतना, मानिकपुर, छिवकी स्टेशनों पर रूकते हुए तीसरे दिन वाराणसी से 02.40 बजे तथा बलिया से 05.05 बजे छूटकर छपरा 06.15 बजे पहुंचेगी.  

वापसी यात्रा में 09020 छपरा-उधना साप्ताहिक विशेष गाड़ी 4 फेरों हेतु 5, 12, 19 एवं 26 जून, 2018 दिन प्रत्येक मंगलवार को छपरा से 07.50 बजे प्रस्थान कर बलिया से 08.50 बजे, वाराणसी से 12.50 बजे छूटकर छिवकी, मानिकपुर, सतना, कटनी, जबलपुर दूसरे दिन पिपरिया, इटारसी, हरदा, खण्डवा, भुसवाल, जलगांव, अमलनेर तथा नन्दूरवार स्टेशनों पर रूकते हुए उधना 13.35 बजे पहुंचेगी. 

इस विशेष गाड़ी की संरचना में शयनयान श्रेणी के 08, साधारण श्रेणी के 03, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 04, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01 तथा एलएलआर/डी के 02 कोचों सहित कुल 18 कोच लगाये जायेंगे. 

छपरा: छपरा जंक्शन के नंबर एक नंबर प्लेटफार्म को लगभग 50 दिनों बाद एक बार फिर से ट्रेनों की आवाजाही के लिए शुरू कर दिया गया है.

वाराणसी मंडल के “ए” श्रेणी में शुमार छपरा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक को रेलवे यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वाशेबुल एप्रन के निर्माण कार्य के वजह से इस प्लेटफार्म को ट्रेनों की आवाजाही के लिए 50 दिनों के लिए बंद करना पड़ा था.

शनिवार को नंबर एक प्लेटफार्म से आम्रपाली एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस और पुणे-दरभंगा, बरौनी ग्वालियर समेत कई ट्रेनों का आगमन और प्रस्थान हुआ.

निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नंबर एक प्लेटफार्म की रौनक भी बढ़ गयी है और ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद से यहाँ यात्रियों की भीड़ भी बढ़ गयी है.

स्टालों पर पड़ा था बुरा असर:

प्लेटफार्म के बंद होने से यहाँ लगने वाले बुक स्टाल, व खाने पीने की चीजों को बेचने वालों के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा था. इसके चालू होने के बाद इनके चेहरे पर भी खुसी देखी जा रही है.

होली के बाद इस प्लेटफार्म पर ग्रेनाइट लगाने का भी कार्य शुरू कर दिया जायेगा.

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे व पूर्व मध्य रेलवे के दो महत्वपूर्ण स्टेशनों के बीच रविवार को आक्रोशित लोगों ने रेल सेवा को 7 घंटे तक बाधित रखा. कड़ी मशक्कत के सात घंटे बाद छपरा-सोनपूर रेलखंड पर  यातायात बहाल हुई . पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन व पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर स्टेशनों के बीच ट्रेनों का परिचालन अवरूद्ध होने से डाउन बलिया सियालदह एक्सप्रेस, मौर्या एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, छपरा टाटा एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस वहीं अप साइड की बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बाघ एक्सप्रेस, वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस, गरीब नवाज एक्सप्रेस, पुरबिया एक्सप्रेस, टाटा छपरा एक्सप्रेस, अवध आसाम एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस प्रभावित  रही. जिसके कारण ट्रेनों में बैठे यात्री हलकान रहे. विभिन्न स्टेशनों पर इन ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों को भी  परेशानियों का सामना करना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सोनपुर व परमानंदपुर स्टेशनों के बीच गोविंदचक रेलवे गुमटी के निकट आक्रोशित लोगों ने पहले छपरा पटना मुख्य मार्ग को जाम किया फिर रेलवे ट्रैक से ट्रेनों को गुजरता देख रेल परिचालन को भी बाधित कर दिया. आक्रोशित लोगों ने छपरा-सोनपुर रेलखंड को 7 घण्टे तक बाधित रखा.  इस दौरान रेल प्रशासन ने अप बाघ एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति   व वैशाली ट्रेन को जैसे ही सोनपुर से रवाना किया उसे देख जाम कर रहे लोग  और आक्रोशित हो गए और उन्होंने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव करना शुरूकर दिया. संध्या में परमानंदपुर से रवाना हुई पाटलिपुत्रा पैसेंजर पर भी लोगों ने पथराव किया जिससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राईवर घायल हो गया. हालांकि रेल प्रशासन ने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव की घटना से इंकार किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ पीड़ितों के बीच प्रशासन द्वारा राहत शिविर में राहत वितरण सही तरीके से नही किया जा रहा है. वही अधिकांश लोग बिजली की मांग को लेकर जाम करने पहुंचे थे. परमानंदपुर व आसपास के लोग प्रशासन की उपेक्षा के कारण आक्रोशित थे. काफी मशक्कत के बाद संध्या करीब 7:50 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. अप से पहली ट्रेन बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस जबकि डाउन से पहली ट्रेन बलिया सियालदह रवाना हुई .

छपरा(कबीर अहमद):  शहर में नवनिर्मित रेल ओवरब्रिज इन दिनों युवाओं के सेल्फी लेने का केंद्र बन गया है. शहर के इस पहले रेल ओवर ब्रिज के बनने की प्रतीक्षा कर रहे लोग अब इसपर घूमने से अपने को रोक नहीं पा रहे है. फिलहाल, इस ओवरब्रिज को आधिकारिक रूप से चालू नहीं किया गया है फिर भी लोगों ने बाइक, साईकिल और पैदल इस पर घूमना शुरू कर दिया है.

जब छपरा टुडे की टीम ने इस ओवरब्रिज जायज़ा लिया तो एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला. क्या बच्चे, क्या बूढ़े और नौजवान सभी के चेहरे की मुस्कान ही सब बयां कर रही थी. कोई सेल्फी लेता दिख रहा था तो कोई ब्रिज पर चल रही ठंडी हवा का लुत्फ ले रहा था. लोगों का कहना था कि पुल बन जाने से जाम की समस्या का काफी हद तक राहत मिलेगी. इसके साथ ही रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फंसे रहने वालों के लिए यह बेहतर विकल्प साबित होगा. जब हमने बच्चों से बात की तो उन्होंने कहा कि रेलवे क्रासिंग पार कर स्कूल जाने में बहुत परेशानी होती थी जो अब ओवरब्रिज के बन जाने से समाप्त हो गयी है.

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वीडियो में देखे क्या कहा लोगों ने

आपको बता दें कि शहर के पहले रेल ओवरब्रिज को बनाने में लगभग 3 सालों का वक्त लगा है. इसके निर्माण से लोगों को रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फसने से छुटकारा मिलेगा. हालांकि इस ओवरब्रिज का फिलहाल विधिवत उद्घाटन नहीं हुआ है.

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे के GM राजीव मिश्र ने मंगलवार को छपरा ग्रामीण जंक्शन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई निर्देश दिए.

GM ने अधिकारीयों को निर्देश दिया कि रेलवे क्रासिंग से जंक्शन तक सड़क के निर्माण को नवम्बर तक पूरा कर लिया जाए. साथ ही जंक्शन पर दो और पांच नंबर लाइन को जल्द चालू करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने सभी लाइनों पर बिजली के ट्रैक्शन लगाने के निर्देश दिए ताकि ट्रेनों का ठहराव प्लेटफार्म पर हो सके. 

निरीक्षण के दौरान GM के साथ डीआरएम और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

छपरा: जिले में रेलवे के माध्यम से विकास की नई परिभाषा लिखी जाएगी. ऐसी ही कुछ बात बीते सप्ताह केंद्रीय मंत्री एवं छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने छपरा कचहरी रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही थी. हालांकि विकास के तमाम वादे काफी दिनों से किये जा रहे हैं पर नेताओं के भाषणों और रेलवे बोर्ड के द्वारा किये जा रहे लोक-लुभावन वादों और उसके क्रियान्वयन में हो रही देरी का खामियाजा यात्री अपनी जान जोखिम में डाल कर चूका रहे है. 

छपरा कचहरी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म के आभाव में यात्री आये दिन रेलवे ट्रैक से ही ट्रेन पकड़ने को विवश नजर आते हैं. छपरा जंक्शन से छपरा कचहरी होते हुए हाजीपुर की तरफ जाने वाली सभी ट्रेनों को बिना प्लेटफॉर्म वाली ट्रैक पर ही लाया जाता है. जिससे यात्री ट्रेन के आने से पूर्व ट्रैक के अगल-बगल खड़े हो जाते है. इस दौरान अगर प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर भी यदि कोई ट्रेन आ रही होती है तो ऐसी स्थिति में यात्रियों में असमंजस की स्थिति हो जाती है और अफरातफरी भी मच जाती है.

रेलवे प्रशासन की नाकामी और स्थानीय व्यवस्था का परिणाम ही है कि ट्रेन किस प्लेटफॉर्म पर आ रही है इसकी सूचना भी यदा-कदा ही दी जाती है. पूर्वोत्तर रेलवे महाप्रबंधक राजीव मिश्रा ने भी छपरा में रेलवे के विकास से सम्बंधित तमाम योजनाओं की एक लंबी फेहरिस्त जारी की है, पर प्रतिदिन जान जोखिम में डाल कर यात्रा कर रहे लोगों की सुरक्षा को लेकर रेलवे बोर्ड चुप्पी साधे हुए है.

स्थानीय सांसद और रेल बोर्ड ने विकास के तमाम वादे तो स्थानीय जनता से किये है पर देखने वाली बात होगी कि उम्मीदों के इस दौर में आम यात्री कबतक जान हथेली पर रख यात्रा करते है.

नयी दिल्ली:  भारतीय रेलवे मुसाफिरों का बोझ उठाने वाले कुलियों की चर्चा किये बगैर अधूरी है. अपने कन्धों पर यात्रियों का सामान उठाने वाले कुलियों को भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने एक नया सम्मान दिया है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बजट के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि अब कुली शब्द की जगह ‘सहायक’ सम्बोधन का इस्तेमाल किया जाएगा.

रेलवे द्वारा प्राप्त इस नए नाम से देश भर के कुलियों में काफी प्रसन्नता है. इसके पूर्व भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकलांगों को सम्मान देते हुए उन्हें दिव्यांग कहकर पुकारने की एक अच्छी पहल की है.

कुली एशोसिएशन तथा रेलवे के कर्मचारियों ने रेल मंत्रालय के इस पहल का स्वागत किया है. कुली शब्द अब सिर्फ फ़िल्मी गानों में ही सुनने को मिलेगा. अब यात्री रेल यात्रा के समय सहायक की मदद लेते नजर आएँगे.

नयी दिल्ली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने संसद में 2016-17 का रेल बजट पेश किया. रेलवे को तरक्की के राह पर ले जाने के संकल्प के साथ रेल मंत्री ने एक नए तरीके का रेल बजट पेश किया. भारतीय रेलवे को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने, यात्री सुविधाओं पर जोड़ देते हुए. उन्होंने रेलवे को अत्याधुनिक बनाने के विजन को पेश किया.
हालाकि रेल मंत्री ने आम यात्रियों का ख्याल रखते हुए. रेल बजट में यात्री किराये में कोई बदलाव नहीं किया है. रेल मंत्री ने नयी ट्रेनों को बढ़ाने के बजाय पुराने ट्रेनों को व्यवस्थित करने पर जोर दिया है. रेल मंत्री ने चार तरह की नयी ट्रेनों का ऐलान किया है.

रेल बजट 2016-17 के अहम बिंदु:-

-अब कुलियों को सहायक कहकर बुलाया जाएगा.
-400 स्टेशनों का सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए आधुनिकीकरण किया जाएगा.
-रेलवे स्टेशनों पर मिल्क फूड की व्यवस्था होगी.
-राज्यों के साथ मिलकर पीपीपी मॉडल.
-हर दिन सात किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बनाए.
-2800 किलोमीटर रेलवे ट्रैक को पूरा गया है.
-मालगाड़ियों की गति बढ़ाकर 50 किलोमीटर प्रति घंटा करने की कोशिश.

-जीपीएस सिस्टम से ट्रेनों की सही और सटीक जानकारी मिलेगी
-ट्रेन की हर कोच में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे.
-यात्रियों की पसंद का खाना मुहैया कराने की कोशिश.
-ट्रेनों में पायलट आधार पर बच्चों के खाने की अलग से व्यवस्था पेश होगी.
-रेलवे वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली सीट का कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत करेगी.
-कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर पायलट आधार पर बार कोड वाले टिकट की शुरूआत होगी.
-तीन सीधी और पूर्णत: वातानुकूलित ‘हमसफर’ रेल गाड़िया 130 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी.

-पैसेंजर ट्रेन में बायो टॉयलेट बनाने की कोशिश की जाएगी.
– रेलवे के परिचालन शुल्क को कम करने की कोशिश.
-लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगा यह रेल बजट.
-रेलवे कर्मचारियों को 11.67 फीसदी ज्यादा वेतन मिलेगा.
-रेलवे की दो एप्प के जरिए सारी समस्या का समाधान होगा.

-महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाए.
– 5 साल में रेलवे प्रोजेक्ट पर 8.5 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे.
– इस साल रेलवे की 40 नई परियोजनाएं शुरू हुई.
-रेलवे में सभी पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती होगी।
-वित्त वर्ष 2015.16 के बजट में बिजली समेत ईधन लागत में 8,720 करोड़ रूपये की बचत.
– हमें उम्मीद है कि परिचालन अनुपात वर्तमान वर्ष के 90 प्रतिशक की तुलना में 92 प्रतिशत होगा.
-शुल्क राजस्व के अतिरिक्त राजस्व के नये स्रोतों का दोहन करेंगे.
-मुख्य उद्देश्य रेल को आर्थिक वृद्धि का इंजन बनाना, रोजगार पैदा करना और उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं देना है.

-हर कैटेगरी में 30 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी.
-124 सांसदों ने सांसद निधि से यात्री सुविधाओं के विकास में योगदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की.
-रेल पुलों के निर्माण के लिए 17 राज्यों ने भारतीय रेलवे के साथ संयुक्त उद्यम बनाने पर सहमति व्यक्त की.
-2020 तक 95 फीसदी ट्रेनें सही समय से चलेंगी.
-रेल मंत्री ने कहा कि यात्रियों के किराये में सब्सिडी के चलते रेलवे को 30 हजार करोड़ रूपये का नुकसान.
-रेलवे वित्त वर्ष 2017.18 में नौ करोड़ और वित्त वर्ष 2018.19 में 14 करोड़ मानव दिवस सृजित करेगा.
-रेलवे में एलआईसी का 1.5 लाख करोड़ रुपए निवेश.
-पिछले साल के 139 वादों पर काम जारी.
– सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी और महिलाओं के लिए हेल्पलाईन होंगे.
-रेलवे विद्युतीकरण पर खर्च में 50 प्रतिशत वृद्धि, अगले वित्त वर्ष में 2000 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्यतीकरण किया जायेगा.
-रेलवे को सरकार से 40,000 करोड़ रुपए का बजटीय समर्थन मिलेगा.
– रेलवे में दुर्घटना को शून्य करने का लक्ष्य.

-पत्रकारों के लिए रियायती दर पर टिकटों की ई-बुकिंग पेश की गई.
-2020 तक ट्रेनों में जब चाहें तब टिकट मिलेगी.
-महिलाओं के लिए 24 घंटे की हेल्पलाईन नंबर 182.
-रेलवे के 2 एप्प के जरिए टिकट बुक या कैंसिल होंगे.
-धार्मिक स्थलों के लिए आस्था सर्किट पर ट्रेनें चलाई जाएंगी.
-अहमदाबाद से मुंबई तक हाईस्पीड ट्रेन चलेगी

 

 

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा मंगलवार को छपरा पहुंचे. महाप्रबंधक ने छपरा जंक्शन का निरीक्षण किया. उन्होंने सुलभ शौचालय, वेटिंग हाल, सर्कुलेटिंग एरिया आदि का निरीक्षण किया. टिकट काउंटर के पास जमीन में बैठे लोगों को देख कर उन्होंने पर्याप्त मात्र में कुर्सियों को लगाने का निर्देश दिया. GM ने छपरा जंक्शन पर दिव्यांग लोगों, मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर रखने का निर्देश अधिकारीयों को दिया. GM 2

पत्रकारों से बात करते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि छपरा जंक्शन पूर्वोत्तर रेलवे का महत्वपूर्ण स्टेशन है. यहाँ यात्री सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.

जंक्शन पर बनेगे 3 नए प्लेटफॉर्म

GM ने कहा कि छपरा जंक्शन पर बहुत जल्द 3 और नए प्लेटफार्म बनाये जायेंगे. जिसके बाद यहाँ प्लेटफार्म की संख्या बढ़ कर 8 हो जाएगी. वही प्लेटफॉर्म पर कोच की जानकारी देने के लिए कोच डिस्प्ले बोर्ड लगाये जायेंगे.

यात्रियों की सुविधा के मद्देनज़र तत्काल दो चलंत सीढीं लगाये जायेंगे बाद में इनकी संख्या चार कर दी जाएगी.

टिकट के लिए लगेंगे स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन

जंक्शन पर टिकट में भीड़ को कम करने के उद्देश्य से ऑटोमेटिक टिकेट वेंडिंग मशीन लगाये जायेंगे.

31 मार्च तक आमान परिवर्तन पूरा होने की सम्भावना

छपरा से थावे तक जाने वाली 108 किमी रेल लाइन के आमान परिवर्तन का काम 31 मार्च तक पूरा होने की सम्भावना है. आमान परिवर्तन के बाद इस रूट पर मालगाड़ी का परिचालन शुरू किया जायेगा. बाद में सवारी गाड़ियों का भी परिचालन शुरू किया जायेगा. इस रूट पर छपरा ग्रामीण स्टेशन से भी ट्रैक मिलायी जा रही है.

उन्होंने कहा कि आरक्षण की जानकारी के लिए सभी प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड लगाये जायेंगे.

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