नयी दिल्ली: भारतीय रेलवे मुसाफिरों का बोझ उठाने वाले कुलियों की चर्चा किये बगैर अधूरी है. अपने कन्धों पर यात्रियों का सामान उठाने वाले कुलियों को भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने एक नया सम्मान दिया है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बजट के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि अब कुली शब्द की जगह ‘सहायक’ सम्बोधन का इस्तेमाल किया जाएगा.
रेलवे द्वारा प्राप्त इस नए नाम से देश भर के कुलियों में काफी प्रसन्नता है. इसके पूर्व भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकलांगों को सम्मान देते हुए उन्हें दिव्यांग कहकर पुकारने की एक अच्छी पहल की है.
कुली एशोसिएशन तथा रेलवे के कर्मचारियों ने रेल मंत्रालय के इस पहल का स्वागत किया है. कुली शब्द अब सिर्फ फ़िल्मी गानों में ही सुनने को मिलेगा. अब यात्री रेल यात्रा के समय सहायक की मदद लेते नजर आएँगे.