सक्षमता परीक्षा का विरोध, ऐच्छिक स्थानांतरण और प्रमोशन को लेकर 13 को विधानसभा घेराव
सक्षमता परीक्षा का विरोध, ऐच्छिक स्थानांतरण और प्रमोशन को लेकर 13 को विधानसभा घेराव
इसुआपुर: राज्य के करीब साढ़े 4 लाख शिक्षक विगत कई दिनों से आंदोलनरत है. सरकार के द्वारा नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए बनाई गई नई नियमावली का लगातार विरोध हो रहा है. राज्यकर्मी बनने के लिए आयोजित होने वाली सक्षमता परीक्षा का विरोध, ऐच्छिक स्थानांतरण और प्रमोशन जैसे कई मुद्दों को लेकर शिक्षक 13 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेंगे.
इस कार्यक्रम को लेकर रविवार को इसुआपुर में शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर ने शिक्षकों से इस प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने सरकारी की नई नियमावली और उसके बिंदुओं पर प्रकाश डाला.
श्री सिंह ने कहा कि शिक्षक परीक्षा से नही डरते है, परीक्षा लेना और देना उनका कार्य है लेकिन वह परीक्षा की प्रक्रिया उसकी नीति का विरोध कर रहे है. विगत 20 वर्षो से समय समय पर नियोजित शिक्षकों ने परीक्षा देकर अपनी क्षमता दिखाई है. लेकिन सरकार हर बार एक नई नियमावली के तहत परीक्षा लेती है जिसका विरोध है.
शिक्षक वर्षो से स्थानान्तरण को लेकर आशान्वित थे लेकिन अब तीन जिला का ऑप्शन देकर उन्हें फिर छला गया है. शिक्षक अपने हक को आवाज को बुलंद करने के लिए पटना की धरती पर पहुंचे. 13 फरवरी को राज्य के चार लाख शिक्षक अपनी एकता को प्रदर्शित करेंगे.
सरकार को उनकी मांगों पर विचार करना होगा. इस मौके पर प्रखंड के दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे.

 
									 
									 
									 
									 
									

 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
                         
                         
                         
                        

 
                         
                         
                        



 
                        
 
                        





 
                        