छपरा: बिहार दिवस आगामी 22 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा. इस दिवस को यादगार बनाने के लिए डीएम दीपक आनंद की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि बिहार दिवस के दिन सभी सरकारी कार्यालयों एवं महत्वपूर्ण चौक चैराहों को नीली बती से जगमग किया जाएगा. वही सभी विद्यालयों में क्विज, निबंध, पेंटिंग, वाद-विवाद और रंगौली इत्यादि की प्रतियोगिता आयोजित करायी जाएगी. बिहार दिवस (22 मार्च) के प्रातः बिहार दिवस के थीम पर आधारित विभिन्न विद्यालयों की प्रभात फेरी निकाली जाएगी.

बिहार दिवस को इस बार एक दिन अर्थात् 22 मार्च को ही मनाने का निर्णय लिया गया. ऐसा पंचायत निर्वाचन एवं विधान परिषद् स्नातक निर्वाचन को देखते हुए किया जायेगा. मानस मंदिर के प्रांगण में विभिन्न सरकारी विभागों का स्टाॅल लगाया जाएगा तथा राजेन्द्र स्टेडियम में विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिता भी आयोजित होगी. वहीं संध्या में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा.

डीएम ने सभी संबंधित पदाधिकारी को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए. डीएम ने डीडीसी सुनील कुमार को विकास मेला, डीटीओ0 श्याम किशोर को सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, नजारत उप समाहर्ता एवं जिला खेल पदाधिकारी को खेल के आयोजन की जिम्मेवारी दी. उन्होंने कहा कि उप विकास आयुक्त अलग से संबंधित अधिकारियों की बैठक कर कार्यक्रम की विस्तृत रूप रेखा तैयार कर लेंगे. उन्होंने कहा कि 15 मार्च के पूर्व कार्यक्रम की तैयारी की उनके द्वारा एक बार फिर समीक्षा की जाएगी.

बैठक में डीडीसी सुनील कुमार, एएसपी सत्यनारायण, डीटीओ श्याम किशोर, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, डीपीआरओ बीके शुक्ला समेत संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

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आधुनिकता के इस दौर में शादी-विवाह के समारोह में बारात के दौरान डीजे का डिमांड जिस प्रकार बढ़ा है उससे पुराने समय से बारात की रौनक बढ़ाते आ रहे हाथियों की मांग ना के बराबर हो गई है.

एक जमाना था जब बारात में हाथी, ऊंट, घोड़े आकर्षण का केंद्र हुआ करते थे. संभ्रांत लोग इसे विवाह समारोह की शोभा समझते थे. बारात के दौरान लोगों के मनोरंजन का केंद्र भी हाथी हुआ करते थे, पर जैसे-जैसे समय का चक्र बढ़ता गया और विवाह समारोह का जिस प्रकार आधुनिकीकरण हुआ, ऐसे में हाथियों की डिमांड अब ना के बराबर हो गई है.

डिमांड कम पर कीमत बरकरार

भले ही डीजे की धुन के सामने बारात में हाथी ले जाने का सिलसिला थम गया है, पर बुकिंग रेट के मामले में बैंड-बाजा और डीजे के आगे हाथियों की कीमत ज्यादा है. यदाकदा शौक़ीन लोग आज भी हाथियों की बुकिंग किया करते हैं.जहाँ डीजे 6 से 8 हजार में उपलब्ध है वहीं अगर बारात में हाथी ले जाने की बात हो तो शगुन के नाम पर शौकीनों को इससे कहीं ज्यादा रकम देनी पड़ती है.

हाथी रखने वाले कुछ लोगों ने बताया कि बढ़ती मंहगाई और भागदौड़ भरी जिंदगी में अब विवाह समारोह में खर्च का दायरा सीमित ही गया है, जिस वजह से अब लोग बारात में हाथियों को नहीं ले जाते. हालांकि इन सब बातों से परे ‘हाथी’ आज भी मदमस्त है. चाहे डीजे हो या अन्य कोई आकर्षण का केंद्र, आज भी यदि हाथी बारात में दिख जाये तो उसके दर्शन को लोगों का हुजुम लग जाता है.

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बजट सत्र में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए फेयर एण्ड लवली के जुमले का प्रयोग किया. संदर्भ काला धन का मुद्दा है. दरअसल 2014 के आम चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी ने यह कहा था कि हम देश के बाहर रखे कालेधन को वापस लाएंगे. और उस दौरान यह भी कहा था कि विदेशों में इतना कालाधन पड़ा है कि अगर उसे देश में लाया जाए तो हर किसी के खाते में 15 लाख जमा हो जाएंगे.

अब गौर करने वाली बात है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि मैं ऐसा करूंगा ही. हां यह जरूर कहा था कि कालाधन रखने वालों को जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
यह तथ्य है कि कालाधन पर सरकार ने थोड़ा सुस्ती से काम किया है. जिससे विरोधियों को हमला करने का अवसर मिला है. वैसे कालाधन पर हर सरकार कुछ ना कुछ स्किम लेकर आती रही है. पी चिदम्बरम ने पहले कई बार इस तरह की योजनाएं ला चुके हैं. जानकारों का भी मानना है कि काला धन निकालने का यही बेहतर विकल्प है. खैर, चूंकि सूट-बूट की सरकार वाले जुमले को वित्त मंत्री ने इस बजट में धोने का काम किया तो राहुल गांधी फेयर एण्ड लवली का जुमला लेकर आए हैं.

सवाल उठता है कि क्या देश में महज जुमलों की राजनीति होगी. जनता अब जुमलों से तंग आ चुकी है. उसे जमीन पर कुछ होता हुआ दिखना चाहिए. अभी तक पक्ष और विपक्ष दोनों में कालाधन के मामले में गंभीरता नजर नहीं आई है. इस संदर्भ में वित्त मंत्री ने एक सार्थक कदम उठाया है, जो स्वागत योग्य है. पर देखना यह है कि इसका वास्तव में कितना असर होता है और कितना कालाधन बाहर आता है. कालाधन किसी भी अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खोखला बना देता है. यही नहीं इनका उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में भी होता है. इसलिए कलाधन के खिलाफ सभी को मिल कर काम करना चाहिए.

RAVI NARAYAN PANDEY

रवि नारायण पाण्डेय

Editor-at-Large

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छपरा: इंटरमीडिएट परीक्षा के सातवें दिन जिले के विभिन्न केन्द्रों से 32 नकलची परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. जिनमे छपरा से 26 और मढ़ौरा से 6 परीक्षार्थी शामिल है. तपेश्वर सिंह काॅलेज से 5, एस.सी. काॅलेज, डोरीगंज से 6, शिवजनम राय काॅलेज से 4, रामजयपाल सिंह यादव काॅलेज से 11, जवाहरलाल नेहरू काॅलेज मढ़ौरा से 5, मढ़ौरा हाई स्कूल से 1 परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया और उन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया.

डीएम दीपक आनंद ने परीक्षार्थियों से नकल के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद नहीं करने की अपील की है. उन्होंने अभिभावकों से भी कहा है कि वे अपने बच्चों को नकल सामग्री परीक्षा केन्द्र पर नहीं ले जाने दे और उनके भविष्य को बर्बाद होने से बचाए क्योंकि प्रशासन कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए दृढ़ संकल्पित है.

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बिहार में राजद-जदयू गठबंधन की सरकार है.कुल मिलाकर लालू राज बिहार में फिर से कायम है. लालू यादव ने बिहार विधान सभा चुनाव के पहले अपनी लडखड़ाती राजनीतिक पारी को अपने अनुभव और बुद्धिमता से जिस प्रकार संभाला है वो उनकी राजनीतिक परिपक्वता का परिचायक है.

लालू प्रसाद यादव ने पहले अपनी धर्मपत्नी राबड़ी देवी फिर अपनी बेटी मीसा भारती के जरिये बिहार की राजनीति में अपने और परिवार के लोगों की साख मजबूत करने का प्रयास किया पर कहीं ना कहीं सत्ता में फ्रंट से लीड करने की उनकी तमन्ना पूरी नहीं हो पा रही थी.

ऐसे में गहन चिंतन के बाद जिस प्रकार लालू यादव ने पूरे आत्मविश्वास से अपने पुत्र तेजप्रताप और तेजस्वी यादव को बिहार की राजनीति में सक्रिय किया है और दोनों को एक मुकाम पर ला खड़ा किया है वो लालू यादव के ‘किंग मेकर’ वाली छवि को सार्थक करता है.

तेजस्वी इस समय बिहार के उप-मुख्यमंत्री है. जबकि तेजप्रताप बिहार के स्वास्थ्य मंत्री. दोनों ही नीतीश सरकार के खासमखास हैं. तेजस्वी ने जिस प्रकार हाल ही में अपने युवा जोश के साथ नीतीश कुमार के साथ कदम से कदम मिलाकर सरकार चलाने में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वो उनके राजनीतिक कुशलता को दर्शाता है. पिता से मिली सीख और वंशानुगत प्रभाव बिहार की राजनीति में स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है.

इस बात से बिहार की जनता भलीभांति अवगत है कि लालू प्रसाद यादव ने समय रहते अपनी राजनीतिक विरासत को जिम्मेदार हाथो में सौंप दिया है. आने वाले समय में दोनों पुत्र बिहार समेत देश की राजनीति में अपनी साख मजबूत करने में सक्षम होंगे. लालू प्रसाद यादव ने अपने डगमगाते राजनीतिक भविष्य को जिस प्रकार आधार दिया है वो उनके विरोधियों के लिए बहुत बड़ी सबक है.

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छपरा: पंचायत आम निर्वाचन से संबंधित तैयारियों की डीएम दीपक आनंद ने मंगलवार को समीक्षा की. डीएम ने निर्देश दिया कि सभी कोषांगों के पदाधिकारी अपने-अपने कोषांगों का टाइमलाइन चार्ट तैयार कर 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराये.

वज्रगृह संबंधित प्रखंडो में सुयोग्य भवन में होगा स्थापित

डीएम ने वज्रगृह कोषांग की समीक्षा में कहा कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से वज्रगृह संबंधित प्रखंडो में सुयोग्य भवन में स्थापित होगा जहां सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होगी.

नियंत्रण कक्ष स्थापित

जिलाधिकारी ने कहा कि विधि व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए दूरभाष संख्या 06152-242444 को चालू किया गया. जहां कोई भी व्यक्ति पंचायत चुनाव से संबंधित शिकायत, सुझाव, समस्या बता सकता है. इस दूरभाष पर प्रशिक्षित कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

डीएम ने कहा कि प्रथम चरण में मांझी एवं रिविलगंज में प्रपत्र 5 में सूचना का प्रकाशन 2 मार्च को होगा और 3 से 9 मार्च तक नामांकन दाखिल होगा. उन्होंने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को निदेश दिया कि पर्याप्त मात्रा में नामांकन पत्र खरीदने के लिए नाजीर रसीद उपलब्ध कराएंगे.

डीएम ने डीडीसी सुनील कुमार को निर्देश दिया कि नामांकन के पहले दिन वे रिविलगंज प्रखंड में तथा डीटीओ श्याम किशोर मांझी प्रखंड कार्यालय में पहुंचकर आवश्यक मार्गदर्शन संबंधित बीडीओ को देंगे. 2 मार्च को डीडीसी कम्प्यूटर आॅपरेटरों को डाटा अपलोड करने के संबंध में प्रशिक्षण देंगे.

24 घंटे के अंदर अपने कोषांग में योगदान के आदेश

डीएम ने कोषांगों में प्रतिनियुक्त कर्मियों को 24 घंटे के अंदर अपने-अपने कोषांग में योगदान का आदेश दिया है अन्यथा उनपर कार्रवाई होगी. डीएम ने डीटीओ को निर्देश दिया कि वे वाहनों का आकलन कर लें और वाहन कोषांग राजेन्द्र स्टेडियम में न होकर बाजार समिति के प्रांगण में होगा.

पंचायत निर्वाचन में मतदान के दिन सभी मतदान केंन्द्रों पर स्टेडियम मजिस्ट्रेट, पीसीसीपी, सेक्टर दंडाधिकारी एवं जोनल दण्डाधिकारी वरीय पुलिस पदाधिकारियों एवं सुरक्षा बलों के साथ प्रतिनियुक्त होंगे ताकि किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो.

आदर्श आचार संहिता कोषांग को डीएम ने निर्देश दिया कि वे प्रतिदिन का प्रतिवेदन प्राप्त करें और यह सुनिश्चित कराएं कि सभी राजनीतिक पोस्टर, बैनर हट गए हों. उन्होंने अपराध नियंत्रण अधिनियम के अन्तर्गत एसडीओ, डीएसपी से प्रस्ताव प्राप्त करने का भी निदेश दिया. उन्होंने धारा 107 में की गयी कार्रवाई के अन्तर्गत शतप्रतिशत लोगों को वाउण्ड डाउन करने का भी निदेश दिया.

बैठक में डीडीसी सुनील कुमार, डीटीओ श्याम किशोर, डीपीआरओ बी0के0 शुक्ला समेत सभी कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे.

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छपरा: इंटरमीडिएट परीक्षा में इन दिनों माहौल बदला नज़र आ रहा है. सरकार और प्रशासन की सख्ती का असर साफ देखा जा सकता है. परीक्षा केन्द्रों के बाहर लगने वाली अनावश्यक भीड़ फिलहाल देखने को नहीं मिल रही है. वही परीक्षार्थी भी परीक्षा केंद्र के अंदर चिट पुर्जा ले जाने से बच रहे है. नकल रोकने के इस अभियान से खौफ खाए नकलचियों की कलम नहीं चल रही है.

जिले के 57 परीक्षा केन्द्रों पर लगभग 65 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे है. प्रशासनिक सख्ती से परीक्षा के पहले ही दिन 86, दूसरे दिन 47 परीक्षार्थियों के निष्काशन से नकलचियों में हडकंप मच गया और अब निष्कासित होने वालों की संख्या में गिरावट देखी गयी, जो सख्ती के असर को दर्शाती है. इंटरमीडिएट की परीक्षा में अबतक जिले के विभिन्न केन्दों से 210 परीक्षार्थी निष्कासित किये जा चुके है.

परीक्षा के छठे दिन मंगलवार को परीक्षार्थियों की संख्या कम थी क्योंकि प्रथम सत्र में संगीत और दूसरे सत्र में मनोविज्ञान की परीक्षा थी. डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को छपरा सदर में 6 तथा सोनपुर में 3 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में परीक्षा से निष्कासित किया गया है.

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छपरा: शराब बंदी अभियान को लेकर सारण पुलिस क्षेत्र में सक्रिय हो गई है. अवैध शराब भठ्ठीयां को चिन्हित कर उन्हें ध्वस्त करने का अभियान शुरू कर दिया गया है. छपरा सदर एसडीपीओ मनीष के नेतृत्व में सोनारपट्टी स्थित निचले दियारा के क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे शराब की भठ्ठीयों को ध्वस्त कर दिया गया है.

दियारा क्षेत्र में चल रहे अवैध भठ्ठीयों में गुप्त रूप से शराब बनाने की सूचना मिलते ही एसडीपीओ सदर एवं भगवान बाजार थाना प्रभारी महेश यादव दल-बल के साथ दियारा क्षेत्र पंहुचे जहाँ अवैध तरीके से निर्माण की जा रही शराब की भठ्ठीयों को ध्वस्त कर दिया गया.

पुलिस के पंहुचते ही शराब बनाने वालों के बीच अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद भठ्ठीयां ध्वस्त कर हजारों लीटर शराब को नष्ट कर दिया गया जबकि 500 लीटर शराब जब्त कर लिया गया है. इस कारवाई में 4 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. रिविलगंज थाना गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है.

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छपरा: शहर के सोनारपट्टी के मंदिर से गत दिनों चोरी की गयी मूर्तियाँ के बरामद होने के बाद मंगलवार को बैंड बाजे के साथ थाने से मंदिर पहुँचाया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.थेन में मूर्तियों की पूजा की गयी. जिसके बाद  थानाध्यक्ष रवि कुमार ने मंदिर के पुजारी को मूर्तियाँ सौपी. जिसके बाद उसे मंदिर में पहुँचाया गया.

बताते चले कि गत दिनों चोरों ने मंदिर से भगवान राम, लक्ष्मण और जानकी की मूर्तियाँ चुरा ली थी. पुलिस ने शहर के गोवर्धन दास पोखर के पास से इन मूर्तियों को बरामद किया था. जिसके बाद आज इसे मंदिर के पुजारी के हवाले कर दिया गया.

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छपरा: भोजपुरिया मिट्टी के खुशबू को बरक़रार रखते हुए क्षेत्र के गौरव को बढ़ाना एवं लोगों के सम्पूर्ण शैक्षणिक और बौद्धिक विकास के लिए सदैव तत्पर रहना ही मेरा पहला लक्ष्य होगा. उक्त बातें बिहार विधान परिषद हेतु सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महागठबंधन के प्रत्याशी डॉ. विरेन्द्र नारायण यादव ने छपरा टुडे से हुई बातचीत के दौरान कहीं.

उन्होंने कहा कि मतदाताओं की अपेक्षाओं को दृढ़ता से क्रियान्वित करना एवं क्षेत्र का उत्तरोत्तर विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी.

विदित हो कि सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व में निर्वाचित विधान पार्षद डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी गई थी. जिस कारण क्षेत्र में फिर से चुनाव हो रहा है. सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में छपरा, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिला शामिल है.

डॉ. यादव के महागठबंधन के प्रत्याशी घोषित होने के बाद जदयू के जिलाध्यक्ष तपेश्वर सिंह ने उनका मुह मीठा करा शुभकामनायें दी.   

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छपरा: इंटरमीडिएट परीक्षा में सोमवार को रसायन विज्ञान की परीक्षा हुई. परीक्षार्थियों एवं अभिभावकों पर प्रशासन की तीखी नजर रही. जिले के सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त सम्पन्न हुयी. परीक्षा में नक़ल करने के आरोप में छपरा से 44 तथा सोनपुर से 3 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. जिनमे 13 परीक्षार्थियों को शिवजनम राय कॉलेज से, 2 को एएनडी पब्लिक स्कूल से 10 को भागवत विद्यापीठ से 1, राय साहब कालिका खलपुरा से 1 को निष्कासित किया गया.

परीक्षा केंद्र के बाहर से युवक गिरफ्तार

इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान भागवत विद्यापीठ में सरवजीत कुमार राय नामक एक व्यक्ति को परीक्षा केन्द्र के बाहर मोबाइल से वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उतर बोलते हुए सुनने पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने गिरफ्तार किया. उसे मोबाइल सहित भगवान बाजार थाने के हवाले करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी.

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छपरा: इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान सोमवार को हाजीपुर से प्रश्न पत्र लीक होकर छपरा पहुंचने की अफवाह पर सारण के डीएम दीपक आनंद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि इसकी जांच वरीय दंडाधिकारियों से करायी गयी किन्तु वास्तविक प्रश्न पत्र से उसका कोई मेल नहीं था.

इस खबर की डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने खंडन करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक समाचार फैलाने वाले लोगो को जिला प्रशासन चिन्ह्ति कर रहा है. इस तरह के भ्रामक समाचार फैलाने वालों और विधि व्यवस्था में खलल डालने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. 

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