New Delhi, 02 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अब से कुछ देर पहले पांच देशों की यात्रा पर नई दिल्ली से रवाना हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया के लिए प्रस्थान करने से पहले जारी वक्तव्य में कहा, ”मेरी इन देशों की यात्रा से वैश्विक दक्षिण में भारत के मैत्रीपूर्ण रिश्ते मजबूत होंगे।” प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य को भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने जारी किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी साझा किया है।

घाना वैश्विक दक्षिण में मूल्यवान भागीदार

उन्होंने लिखा है, ” आज, मैं 02 से 09 जुलाई 2025 तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की पांच देशों की यात्रा पर जा रहा हूं। राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर मैं 02-03 जुलाई को घाना जाऊंगा। घाना वैश्विक दक्षिण में एक मूल्यवान भागीदार है और अफ्रीकी संघ और पश्चिमी अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मैं अपने आदान-प्रदान की प्रतीक्षा कर रहा हूं जिसका उद्देश्य हमारे ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करना और निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, क्षमता निर्माण और विकास साझेदारी के क्षेत्रों सहित सहयोग के नए द्वार खोलना है। साथी लोकतंत्रों के रूप में, घाना की संसद में बोलना मेरे लिए सम्मान की बात होगी।”

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से मिलने का इंतजार

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ” पोर्ट ऑफ स्पेन से मैं ब्यूनस आयर्स की यात्रा करूंगा। यह 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है और जी-20 में एक करीबी सहयोगी है। मैं राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ अपनी चर्चा का इंतजार कर रहा हूं, जिनसे मुझे पिछले साल मिलने का सौभाग्य भी मिला था। हम कृषि, महत्वपूर्ण खनिजों, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्रों सहित अपने पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”

भारत ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध

उन्होंने कहा, ” मैं 06-07 जुलाई को रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। एक संस्थापक सदस्य के रूप में, भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध है। साथ मिलकर, हम एक अधिक शांतिपूर्ण, न्यायसंगत, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के लिए प्रयास करते हैं। शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं कई विश्व नेताओं से भी मिलूंगा। मैं एक द्विपक्षीय राजकीय यात्रा के लिए ब्रासीलिया की यात्रा करूंगा, जो लगभग छह दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा ब्राजील के साथ हमारी घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करने और मेरे मित्र, राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ मिलकर ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।”

नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र करेंगे संबोधित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ” मेरा अंतिम गंतव्य नामीबिया होगा। एक विश्वसनीय भागीदार जिसके साथ हम उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष का एक साझा इतिहास साझा करते हैं। मैं राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलने और हमारे लोगों, हमारे क्षेत्रों और व्यापक वैश्विक दक्षिण के लाभ के लिए सहयोग के लिए एक नया रोडमैप तैयार करने के लिए उत्सुक हूं। नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना भी एक विशेषा अवसर होगा क्योंकि हम स्वतंत्रता और विकास के लिए अपनी स्थायी एकजुटता और साझा प्रतिबद्धता का जश्न मनाते हैं।”

बहुपक्षीय मंचों पर भागीदारी होगी गहरी

प्रधानमंत्री ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि इन पांच देशों की मेरी यात्रा से वैश्विक दक्षिण में हमारी मैत्रीपूर्ण रिश्ते मजबूत होंगे। अटलांटिक के दोनों ओर हमारी साझेदारी मजबूत होगी। ब्रिक्स, अफ्रीकी संघ, इकोवास और कैरीकॉम जैसे बहुपक्षीय मंचों पर हमारी भागीदारी और गहरी होगी।”

New Delhi, 25 जून (हि.स.)। देश में साल 1975 में थोपे गए आपातकाल की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘संविधान हत्या दिवस’ पर इस काले कालखंड की लड़ाई में शामिल हर योद्धा को सलाम किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा ” हम अपने संविधान में निहित सिद्धांतों को मजबूत करने तथा विकसित भारत के अपने सपने को साकार करने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं। हम प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएं तथा गरीबों और वंचितों के सपनों को पूरा करें।”

 

प्रधानमंत्री मोदी ने एक पोस्ट में लिखा, ” हम आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में डटे रहने वाले हर व्यक्ति को सलाम करते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘संविधान हत्या दिवस’ के संबंध में एक्स पर कई पोस्ट किए हैं। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, ” हम आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में डटे रहने वाले हर व्यक्ति को सलाम करते हैं! ये पूरे भारत से, हर क्षेत्र से, अलग-अलग विचारधाराओं से आए लोग थे जिन्होंने एक ही उद्देश्य से एक-दूसरे के साथ मिलकर काम किया। भारत के लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करना और उन आदर्शों को बनाए रखना जिनके लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया। यह उनका सामूहिक संघर्ष ही था जिसने सुनिश्चित किया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को लोकतंत्र बहाल करना पड़ा और नए चुनाव कराने पड़े, जिसमें वे बुरी तरह हार गए।”

भारत के लोग इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाते हैं

उन्होंने लिखा, ” आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के पचास साल पूरे हो गए हैं। भारत के लोग इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन, भारतीय संविधान में निहित मूल्यों को दरकिनार कर दिया गया, मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया और कई राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को जेल में डाल दिया गया। ऐसा लग रहा था जैसे उस समय सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था!”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तब के क्रूर कालखंड याद करते हुए लिखा

” जब आपातकाल लगाया गया था, तब मैं आरएसएस का युवा प्रचारक था। आपातकाल विरोधी आंदोलन मेरे लिए सीखने का एक अनुभव था। इसने हमारे लोकतांत्रिक ढांचे को बचाए रखने की अहमियत को फिर से पुष्ट किया। साथ ही, मुझे राजनीतिक स्पेक्ट्रम के सभी लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिला। मुझे खुशी है कि ब्लू क्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन ने उन अनुभवों में से कुछ को एक किताब के रूप में संकलित किया है, जिसकी प्रस्तावना एच.डी. देवेगौड़ा जी ने लिखी है, जो खुद आपातकाल विरोधी आंदोलन के एक दिग्गज थे।”

उल्लेखनीय है कि ब्लू क्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन की इस किताब का नाम ‘द इमरजेंसी डायरीज – इयर्स दैट फोर्ज्ड ए लीडर’ है। फाउंडेशन के अनुसार, इस किताब का विमोचन आज केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह करेंगे।

New Delhi, 24 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विज्ञान भवन में आयोजित श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी के ऐतिहासिक संवाद की शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख कर कहा कि इसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट और कठोर नीति को दुनिया के सामने रख दिया है।

भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए अब दुनिया में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है- प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने दिखा दिया है कि भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए अब दुनिया में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है। आज का भारत अपने हितों के अनुसार हर जरूरी कदम उठाने में पीछे नहीं रहता। उन्होंने श्रीनारायण गुरु और महात्मा गांधी की 1925 में हुई ऐतिहासिक मुलाकात को याद करते हुए कहा कि यह संवाद केवल इतिहास की घटना नहीं, बल्कि आज भी सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि श्रीनारायण गुरु का जीवन समता, एकता और आध्यात्मिक उत्थान का प्रतीक रहा है। भारत की विशेषता यही है कि जब भी देश किसी संकट में होता है, कोई न कोई महान विभूति मार्गदर्शन के लिए सामने आती है। श्रीनारायण गुरु ऐसे ही संत थे, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने शिवगिरी मठ को खुद के लिए सौभाग्यशाली बताया 

प्रधानमंत्री मोदी ने शिवगिरी मठ के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं कि यह मठ हमेशा उनके साथ खड़ा रहा है। उन्होंने 2013 की केदारनाथ आपदा का ज़िक्र कर कहा कि उस कठिन समय में शिवगिरी मठ ने भारत सरकार के बजाय उन्हें संपर्क किया, जब वे केवल एक मुख्यमंत्री थे। उन्होंने ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’, ‘वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड’ और ‘वन फैमिली, वन फ्यूचर’ जैसे वैश्विक दृष्टिकोणों का उल्लेख करते हुए भारत के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सतत विकास के लक्ष्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

आज बेटियां कोर्ट से लेकर स्पेस तक भारत का नाम रोशन कर रही हैं- प्रधानमंत्री

महिला सशक्तीकरण की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख कर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बेटियां कोर्ट से लेकर स्पेस तक भारत का नाम रोशन कर रही हैं। हमने उन क्षेत्रों में भी महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की है, जहां पहले उनकी एंट्री तक वर्जित थी।

मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम एक वैचारिक महाकुंभ है

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति न केवल शिक्षा को समावेशी और आधुनिक बना रही है, बल्कि मातृभाषा में पढ़ाई को बढ़ावा देकर पिछड़े वर्गों को आगे ला रही है। शताब्दी समारोह के अवसर पर मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम एक वैचारिक महाकुंभ है, जो सामाजिक न्याय, एकता और आध्यात्मिक सद्भाव के मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह ऐतिहासिक संवाद 12 मार्च 1925 को शिवगिरी मठ में महात्मा गांधी और श्रीनारायण गुरु के बीच हुआ था, जिसमें वैकोम सत्याग्रह, धर्मांतरण, अस्पृश्यता उन्मूलन, दलित उत्थान और मोक्ष जैसे विषयों पर विचार हुआ था। श्री नारायण धर्म संघम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस आयोजन में देशभर के आध्यात्मिक और सामाजिक नेता हिस्सा ले रहे हैं।

New Delhi, 06 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर में चिनाब रेलव पुल का निरीक्षण किया। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल है। इसकी लंबाई 1,315 मीटर है। इसे भूकंप और तेज हवाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है।

इस पुल से जम्मू और श्रीनगर के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा

इस पुल से जम्मू और श्रीनगर के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना टीम के साथ बातचीत की। इस मौके पर केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, डॉ. जितेंद्र सिंह और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने कंथन चेनाब हॉल्ट पर परियोजना टीम और श्रमिकों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने इस परियोजना की प्रगति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर के लिए झंडी दिखाने वाले हैं।

Chhapra: आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रम, योजनाओं के प्रतिभागियों को वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे.


जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि इस अवसर पर सारण जिला स्तरीय कार्यक्रम, आयोजनों के प्रतिभागियों को भी प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित किया जाएगा.

जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी एवं ग्रामीण), किसान सम्मान निधि योजना, उज्जवला योजना, मातृत्व वन्दना योजना, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी एवं ग्रामीण), जल-जीवन मिशन, स्व-निधि योजना, एक देश एक राशन कार्ड, गरीब कल्याण योजना, आयुष्मान भारत, आयुष्मान भारत स्वस्थ्य एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे.
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि यह संवाद कार्यक्रम दो भागों में आयोजित होना है। जो पूर्वाह्न 10:15 बजे से पूर्वाह्न 10:50 तक आयोजित होगा. कार्यक्रम के प्रथम भाग में किसान सम्मान निधि योजना की 11वीं किस्त लाभुकों के खाते में भेजी जाएगी. इससे संबंधित कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र मांझी में आयोजित किया जाएगा. जिला कृषि पदाधिकारी को इससे संबंधित लाभुकों को कृषि विज्ञान केन्द्र मांझी में उपस्थित रहकर प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम में भाग लेने हेतु निदेशित कर दिया गया है.
संवाद कार्यक्रम के दूसरे भाग में जिला स्तर पर यह कार्यक्रम मजहरुल हक एकता भवन में आयोजित किया जाएगा. जहाँ से प्रधानमंत्री के द्वारा अन्य योजनाओं के लाभुकों से संवाद स्थापित करेंगे.

उप विकास आयुक्त सारण को निदेशित किया गया है कि जिला स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेंने हेतु वर्णित योजनाओं के दस-दस प्रतिभागियों को आमंत्रित करेंगे. साथ ही सांसद, सारण एवं महाराजगंज, सभी विधायक, विधान पार्षद, सभी प्रमुख, जिला के स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के सदस्यगण, जिला के सम्मानित नागरिकगण, सभी प्रशासनिक पदाधिकारी तथा सभी बैंकों के प्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित करने हेतु निदेश दिया गया है.

इसके अलावे सभी बैकर्स को निदेशित किया गया है कि वे प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के दस-दस लाभुकों को इस संवाद कार्यक्रम में भाग लेंने हेतु अपने स्तर से सूचित कर उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेने हेतु आमंत्रित करेंगे. मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सारण को निदेशित किया गया है कि इस कार्यक्रम के मद्देनजर एम्बुलेंस, आवश्यक मानव दवा एवं चिकित्सा दल की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर आवश्यक मदद मिल सके.

नई दिल्ली: भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वहां जारी सैन्य संकट के बीच हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि भारत-रूस के विशेष संबंधों को देखते हुए ‘मोदीजी’ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करें।

पत्रकारों से बातचीत में यूक्रेन के भारत में राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि नई दिल्ली और मास्को के बीच विशेष रणनीतिक संबंध है। परिस्थितियों को नियंत्रित करने में भारत सक्रीय भूमिका निभा सकता है। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध करते हैं कि वह तुरंत रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और हमारे राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात करें।

रूसी राजदूत ने कहा, “मोदीजी दुनिया के सम्मानित और शक्तिशाली नेता हैं। हमारी अपेक्षा है कि मोदीजी किसी तरह से पुतिन को समझाने की कोशिश करें। हम भारत की ओर से सहयोग के कुछ शब्द और किसी व्यावहारिक सहायता के लिए बेहद शुक्रगुजार होंगे।”

रूसी राजदूत ने मौजूदा परिस्थितियों में भारत के संयुक्त राष्ट्र में अपनाए गए रूख पर निराशा व्यक्त की। उनका कहना था कि भारत ने दोनों पक्षों से तनाव को बढ़ने से रोकने की अपील की है। असल में रूस ने आक्रमता दिखाई है और यूक्रेन अपनी सीमा को बचाने के प्रयास कर रहा है।

राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. पीएम ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपये का यह पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए इसमें सभी पर बल दिया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा. 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ, सभी पर बल दिया गया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार हैं. ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है. ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है. ये आर्थिक पैकेज भारतीय उद्योग जगत के लिए है जो भारत के आर्थिक सामर्थ्य को बुलंदी देने के लिए संकल्पित हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल से शुरू करके, आने वाले कुछ दिनों तक, वित्त मंत्री जी द्वारा आपको ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ से प्रेरित इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी.

नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. बिहार में बाढ़ के हालात को लेकर नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से करीब आधे घंटे बात की.

मुख्यमंत्री नीतीश ने फरक्का बांध का मुद्दा भी उठाया है.उनके मुताबिक फरक्का बांध में काफी मात्रा में गाद जमी हुई है, जिसकी वजह से बांध का पानी बिहार के अंदरुनी इलाकों में आ जाता है और यहां बाढ़ के हालात बन जाते हैं.


गौरतलब है कि बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. बिहार में गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर और तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ताशकंद के लिए रवाना हो गए. पीएम मोदी ताशकंद में एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. इस बैठक में भारत के एससीओ में पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर शामिल होने की प्रक्रिया शुरू होगी.

चीन एससीओ समूह का नेतृत्व कर रहा है. पीएम मोदी इस बैठक के अलावा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलने वाले हैं. पीएम इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग से मुलाकात भी होगी. दोनों नेताओं के बीच एनसीजी को लेकर बातचीत हो सकती है.

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर थीम सांग जारी किया गया है. इस थीम सांग में केंद्र सरकार द्वारा विगत दो सालों में किये गए कईं कार्यों, योजनाओं का जिक्र गाने के माध्यम से किया गया है.

इस गीत के बोल है, ‘मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है’ शनिवार को इस थीम सांग को प्रधानमन्त्री मरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से जारी किया गया.

केंद्र सरकार द्वारा जारी इस थीम सांग को आप भी सुने.

नयी दिल्ली(CT Budget Desk) : विकास के उम्मीदों से भरे 2016 आम बजट को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में पेश कर दिया है. सामाजिक सरोकार से जुड़े कई घोषणाओं से देश में उम्मीद की एक नई किरण जगी है.

गरीब परिवार को रसोई गैस,स्वास्थ्य बीमा योजना,किसानों के हितों के लिए 5500 करोड़ का पैकेज,जल संरक्षण के लिए गांव में 5 लाख कुँए और तालाब,सड़क निर्माण हेतु 19हजार करोड़ की राशी बजट का मुख्य केंद्र रहा.

अरुण जेटली ने शिक्षा और कौशल विकास पर जोर देते हुए उच्च शिक्षा के विकास हेतु 1 लाख करोड़ का पैकेज तथा कौशल विकास हेतु 1700 करोड़ का पैकेज उपलब्ध करने की घोषणा की है.

स्वास्थ्य,शिक्षा,सड़क,ग्रामीण विकास,कौशल विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाओं वाला यह आम बजट लोकलुभावन तो है पर इसका क्रियान्वयन सरकार के लिए एक मुख्य चुनौती होगी.

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आम बजट की मुख्य बाते-:

छोटी-बड़ी सभी कारें,  ब्रांडेड कपड़े, सोने, हीरे के आभूषण और कपड़े महंगे

डाक घरों में ATM सेवा होगी शुरू : जेटली

बीड़ी को छोड़कर हर तंबाकू उत्पाद महंगा होगा

सरकारी बैंकों में 50 फीसदी तक हिस्सेदारी करने पर विचार: जेटली

आर्थिक कमजोर वर्ग के लिए 3 घोषणाएं : फसल बीमा, LPG और स्वास्थ्य बीमा

रोड और रेलवे पर 2.18 लाख करोड़ का खर्च होगा

SEBI में संसोधन होगा, सड़कों और हाइवे पर खर्च किए जाएंगे 97 हजार करोड़

अगले तीन साल में एक करोड़ युवाओं को कुशल बनाया जाएगा : जेटली

अगले 5 सालों में दोगुनी कर देंगे किसानों की आय: अरुण जेटली

एयरपोर्ट पर करीब 100 करोड़ खर्च होंगे : अरुण जेटली

एक साल में 10000 किमी हाईवे बनेंगे: जेटली

मोटर व्हिकल एक्ट से रोजगार बढ़ाने पर जोर: जेटली

हाई-वे निर्माण के लिए 55000 करोड़ की राशि आवंटन की जाएगी-जेटली

वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 30000 रुपए की स्वास्थ्य सेवाओं में छूट: जेटली

गरीबों के लिए गैस कनेक्शन के लिए 2 हजार करोड़ का फंड : अरुण जेटली

सस्ती दवा के लिए 30,000 स्टोर खुलेंगे: जेटली

नई हेल्‍थ प्रोटेक्‍शन स्‍कीम को लॉन्‍च किया जाएगा: जेटली

1 मई 2018 तक हर गांव में होगी बिजली, गरीबों को 1 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस : जेटली 

गरीब बुजुर्गों के लिए 1 लाख 30 हजार का स्वास्थ्य बीमा: अरुण जेटली 

दालों के उत्पादन के लिए पांच सौ करोड़ रुपए: जेटली

मनरेगा के तहत पांच लाख तालाब बनेंगे : अरुण जेटली

अगले वित्‍त वर्ष के अंत तक 23 सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा: जेटली

2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्‍य: जेटली

जीडीपी की दर 7.6 हुई, दुनियाभर में मंदी का असर: जेटली

कमजोर वर्गों के लिए 3 योजनाएं शुरू कीं : अरुण जेटली

बीपीएल परिवारों को रसोई गैस देंगे : जेटली

फाइनेंशियल ईयर 2016 के संशोधित अनुमान में प्‍लान्‍ड खर्च बढ़ाया गया: जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कविता सुनाकर जताए मजबूती के इरादे, पीएम मोदी ने थपथपाई मेज

आर्थिक मंदी के बावजूद भारत आगे बढ़ रहा है, हमें विरासत में खराब अर्थव्यवस्था मिली: जेटली

वित्तमंत्री अरुण जेटली पेश कर रहे हैं आम बजट

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2016 में पहली बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरीय देशवासियो को किया संबोधित. यह ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 16वां संस्करण था. इस संस्करण में पीएम ने केंद्र की फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए योजना के बारे में विस्तार से बताया. प्रीमियम की दर नीचे किए जाने का भी पीएम ने उल्लेख किया. पीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसल बर्बाद न हो इसलिए 2016 में सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई बीमा योजना में प्रीमियम की अधिकतम सीमा खरीफ की फसल के लिए 2% और रबी की फसल के लिए 1.5% होगी. फसल बीमा योजना से हमें आने वाले एक-दो साल में कम से कम देश के 50 प्रतिशत किसानों जोड़ना चाहिए.

मोबाइल फोन नंबर किया जारी

पीएम ने ‘मन की बात’ के लिए मोबाइल फोन का नंबर भी तय किया है. अब आप मोबाइल फोन से 8190881908 नंबर पर मिस्ड कॉल करके ‘मन की बात’ कभी भी सुन सकते हैं.

खादी एक चिह्न बन चुकी है

पीएम ने ‘मन की बात’ में खादी पर भी बात की. पीएम ने कहा कि खादी एक चिह्न बन चुकी है. युवाओं के रूझान का केंद्र बनकर उभरी है. खादी के संबंध में सरदार पटेल ने कहा है, हिन्दुस्तान की आजादी खादी में ही है, हिंदुस्तान की सभ्यता भी खादी में ही है. पीएम ने कहा कि देशभर से लोगों ने उन्हें लिखकर भेजा है कि कैसे सोलर चरखा उनकी जिंदगियों को बदल रहा है. पीएम ने कहा की खादी में वह शक्ति है जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिल सकता है. हिन्दुस्तान में जिसे हम परम धर्म मानते हैं, वह अहिंसा खादी में ही है.

प्रतिमाओं की सफाई करने और तस्वीर भेजने का आग्रह

पीएम ने प्रतिमाओं को बनाने के लिए देश में दिखाई देने वाले उत्साह लेकिन सफाई को लेकर निष्क्रियता का जिक्र किया. उन्होंने आग्रह किया कि प्रतिमाओं की सफाई कर तस्वीरें MyGov  पोर्टल पर भेजें.

केंद्र की स्टार्टअप योजना पर पीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम 16 जनवरी को हुआ था. नौजवानों में नई ऊर्जा, नई चेतना, नया उमंग, नया उत्साह अनुभव किया गया. सामान्य लोगों की सोच थी कि स्टार्टअप का मतलब आईटी से है लेकिन यह बेहद परिष्कृत कारोबार है. 16 जनवरी के बाद यह भ्रम टूट किया.

जैविक राज्य सिक्किम में देशभर के कृषि मंत्रियों और कृषि सचिवों की बैठक पर पीएम ने स्टार्टअप्स का जिक्र किया. IIM के दो नौजवान अनुराग अग्रवाल और सिद्धि कर्नाणी उत्तर-पूर्व में कृषि क्षेत्र की ग्लोबल मार्केटिंग करते हैं. पीएम ने बताया कि विश्वास द्विवेदी ने ऑनलाइन किचन स्टार्टअप किया है और वो मध्यवर्गीय लोगों को ऑन लाइन नेटवर्किंग के द्वारा टिफिन पहुंचाते हैं. दिग्नेश पाठक ने किसानों के लिए और खास करके पशुओं का जो आहार होता है, उस पर काम करने का मन बनाया है. स्थानीय नागरिक, कलाकार, छात्र अपने-अपने शहर के रेलवे स्टेशन सजाने में लगे हैं.

पीएम ने इस बात पर गर्व महसूस किया कि 4 से 8 फरवरी तक भारत, विशाखापत्तनम में इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की मेजबानी कर रहा है इसमें कई देशों के युद्धपोत, नौसेना के जहाज इकट्ठे हो रहे हैं. पीएम ने कहा कि यह विश्व की सैन्य-शक्ति और हमारी सैन्य-शक्ति के बीच तालमेल का एक प्रयास है. ये एक संयुक्त अभ्यास है, भारत जैसे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और भारत का सामुद्रिक इतिहास स्वर्णिम रहा है. उन्होंने कहा कि सीमाएं हमें अलग करती होंगी, जमीन हमें अलग करती होगी लेकिन जल हमें जोड़ता है, समुद्र हमें जोड़ता है.
गुवाहाटी में सार्क देशों का खेल-कूद समारोह पर पीएम ने कहा कि यह सार्क देशों के साथ रिश्ता जोड़ने का अच्छा अवसर है. पीएम ने बोर्ड परीक्षा देने जा रहे दसवीं और बारहवीं के छात्रों को भी संबोधित किया.

पीएम ने कहा कि परीक्षाएं होंगी, विद्यार्थियों ने अपनी सफलता, तनावमुक्त परीक्षा के दिन कैसे गुजारे हैं मुझे नरेंद्र मोदी ऐप पर बताएं.