Purniya: छपरा सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन बुधवार को शहर के होली डे इंटरनेशनल होटल में सात फेरों के बाद वैवाहिक बंधन में बंध गए. उन्होंने सुचिस्मिता के संग सात फेरे लिए. श्री सेन की जीवन संगिनी आयकर विभाग में कमिश्नर के पद पर पदस्थिापित हैं. उनकी पोस्टिंग अभी अगरतला में है.

कोरोना को देखते हुए छपरा के डीएम की शादी बेहद सादगी से हुई. देर रात बारात सिमराही से होली डे होटल पहुंची. जहां लड़की पक्ष की ओर से वर पक्ष का स्वागत किया गया. कोरोना को लेकर शादी में दोनों ओर से निर्धारित लोगों को आमंत्रित किया गया था.

सारण के जिलाधिकारी मूल रूप से सुपौल के रहने वाले हैं. उनकी प्रारंभिक पढ़ाई सुपौल के जवाहर नवोदय विद्यालय से पूरी हुई है. इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए. वहां पर उन्होंने भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वे सिविल सेवा की तैयारी करने लगे. सिविल सेवा में उनका 93वां रैंका था.

पूर्णिया के आरएन साह चौक पर स्थित होली डे इंटरनेशनल होटल में कन्य पक्ष के लोग पहले से ही ठहरे थे. डीएम की शादी को लेकर पूरे शहर में चर्चा होती रही. लोग बारात को देखने के लिए बालकनी से झांकते नजर आए.

सुब्रत कुमार सेन 2013 बैच के आइएएस अधिकारी हैं. छपरा में जिलाधिकारी पद पर उनकी पहली बार नियुक्ति हुई है. उन्होंने छपरा में एक मई 2018 को पदभागर ग्रहण किया था. इससे पूर्व वह बिहारशरीफ, बाढ़ में विभिन्न पदों पर पदस्थिापित रह चुके हैं.

Patna: मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद आज फिर तनाव की स्थिति बन गयी है.

आक्रोशित लोगों ने आगजनी की और डीएम एसपी को हटाने की मांग में जुटे रहें. लोगों के आक्रोश के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को उनके पद से हटा दिया है. आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लोको मुंगेर का नया एसपी बनाया गया है. वहीं आईएएस रचना पाटिल को नया जिलाधिकारी बनाया गया है.

Chhapra: शहर में बीती शाम से देर रात तक हुई बारिश ने आम से खास सबको पानी पानी कर दिया है. नगर निगम, जिला परिषद, नगर थाना, अभियंता जिला परिषद, डीडीसी आवास यहां तक कि जज कॉलोनी में भी जलजमाव की स्थिति है.जब ख़ास लोगों के कार्यालय से लेकर ऑफिस तक जलजमाव है तो आएम जनता कैसे अपनी जिंदगी के लिए जूझ रही है आप अन्दाजा लगा सकते है.

गरीबो के लिए बुधवार की रात कयामत की रात

बुधवार को शाम करीब 6 बजे से प्रारंभ हुई बारिश देर रात 2 बजे तक बरसी है. कभी कम कभी ज़्यादा ऊपर से आकाशीय बिजली की आवाज़ गरीब ने अपने सीने पर ही हाथ रख रात गुजारी है. सड़कों के किनारे रहने और अपना जीवन गुजार बसर करने वाले लोगों के लिए बुधवार की रात कयामत की रात थी.

डीएम, एसपी आवास से लेकर जज आवास की सड़क पर था एक फिट जलजमाव

रात के 10 बजे शहर के दरोगा राय चौक से लेकर, सदर अस्पताल, जिला अधिकारी आवास, पुलिस अधीक्षक आवास, डीडीसी आवास, जिला परिषद अध्यक्ष आवास, नगर थाना, समाहरणालय, नगरपालिका चौक, जोगिनिया कोठी सड़क हर तरफ सड़कों पर एक फिट से ज्यादा पानी था.सदर अस्पताल में घुटना तक पानी

गुरुवार की सुबह कई आवासों, मुख्य सडकों से पानी निकल चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम, जिला परिषद आवास, डीडीसी आवास, नगर थाना, दरोगा राय चौक के साथ मुख्य रूप से छपरा सदर अस्पताल में घुटने तक पानी है. मरीज और उनके परिजन अपनी जान बचाने के लिए उसी घुटने तक पानी मे आने जाने को विवश है.

जलजमाव से सदर अस्पताल में संक्रमण का ख़तरा

सबसे ज्यादा विकट परिस्थिति सदर अस्पताल की है. जहां मुख्य द्वार के साथ परिसर में घुटने तक पानी है. इमरजेंसी वार्ड के सामने लबालब पानी मे ही मरीज आ रहे है. वही बगल के सुलभ शौचालय का पानी, मलमूत्र जलजमाव में घुलमिल गया है और परिसर में फैला है.सुबह सुबह ही जज कॉलोनी से पंप के सहारे निकला पानी

जज कॉलोनी से सुबह सुबह जलजमाव को हटाने के लिए पंप चलाया गया. लेकिन अस्पताल से जलजमाव को हटाने के लिए प्रशासन चिर निद्रा में सोई रही. 10 बजे तक ना अस्पताल के सफाई कर्मचारी थे ना नगर निगम के कर्मी जिससे कि जलजमाव हटाया जा सके पंप तो दूर की बात है.

बहरहाल चुनावी वर्ष में सड़कों पर जनता का सेवक बनने का दम भर रहे भावी जनप्रतिनिधि इस विपदा में नदारद है. 

 

Chhapra: शहर के कपड़ा व्यवसायी व भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लॉक डाउन के दौरान जिले में कपड़ा की दुकानों को खोलने के जिला प्रशासन के निर्णय का स्वागत किया है.

उन्होंने कहा कि सारण के जिलाधिकारी से निवेदन किया था कि कपड़ा तथा रेडीमेड कपड़े की दुकानों को खोलने का आदेश जारी किया जाए. इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए जिला मुख्यालय में कपड़ा और रेडीमेड कपड़े की दुकानें सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को सुबह 09:00 से 02:00 अपराह्न तक खोलने का आदेश जारी किया है.

इस आदेश को लेकर जिलाधिकारी का आभार जताया है. आपको बता दें कि लॉक डाउन के कारण विगत 58 दिन से कपड़े की दुकानें बंद थी. आज आये आदेश के बाद इस व्यवसाय से जुड़े लोगों ने राहत की सांस ली है.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा सारण जिला के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ विडियो क्रॉफेंसिंग कर बाहर से आ रहे प्रवासी कामगारों को क्वारेंटीन केन्द्र पर उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के साथ-साथ सात निश्चय की योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गयी. जिलाधिकारी ने कहा कि वैसे कामगार जो क्वारेंटीन अवधि पूरा कर चुके हैं उन्हें उनकी दक्षता के अनुसार सात निश्चय की योजनाओं सहित मनरेगा के कार्यो में लगाया जाय ताकि यहीं पर उन लोगों को रोजगार मिल सके.

जिलाधिकारी ने कहा कि नल-जल और पक्की नली-गली की योजना 15 जून तक पूर्ण कराना है. इसे देखते हुए इन कार्यो में तेजी लायी जाय. समीक्षा के पाया गया कि पंचायती राज विभाग द्वारा प्रारंभ की गये सभी 3734 वार्डों में से 2557 वार्डों में नल-जल का कार्य पूर्ण करा लिया गया है. जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना से उत्पन्न इस संकट की घड़ी में सभी पदाधिकारी टीम भावना से कार्य करें. सभी पदाधिकारी जबाबदेही के साथ कार्य करें. यह समय सेवा उपलब्ध कराने का है. कहीं भी किसी को परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखा जाय.

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अंचलाधिकारी क्वारेंटीन केन्द्रों की संख्या बढ़ा लें. प्रत्येक पंचायत में तीन से चार विद्यालयों को क्वारेंटीन केन्द्र के लिए चयन कर लें. वहाँ पर पेयजल, साफ-सफाई, बिजली और शौचालय की समुचित व्यवस्था करा दें. जिलाधिकारी के कहा कि इन केन्द्रों का प्रभारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक होंगे. यहाँ पर रसोइया की व्यवस्था प्रधानाध्यापक हीं करेंगे. इसमें स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से भी आवश्यक सहयोग लिया जाय. इन केन्द्रों पर आने वाले सभी प्रवासियों को डिग्निटी किट उपलब्ध कराया जाय. जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि डिग्निटी किट, बाल्टी-मग तथा दरी का कम 200 सेट हर समय उपलब्ध रखें.

विडियो क्रॉफेंसिंग में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय के साथ अपर समाहर्ता डॉ गगन, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा, प्रशिक्षु आईएएस वैभव श्रीवास्तव सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय द्वारा संयुक्त रूप से रिविलगंज, मांझी, एकमा, जलालपुर एवं सदर प्रखण्ड में बनाये गए क्वेरेन्टीन सेंटर का निरीक्षण किया गया.

रिविलगंज के राजकीय मध्य विद्यालय, सेमरिया पूर्वी एवं पश्चिमी दोनों क्वेरेन्टीन सेंटर का निरीक्षण किया गया. सेंटर पर निर्धारित मानकों के अनुसार सभी व्यवस्था दिखी. जिसकी जिलाधिकारी द्वारा प्रशंसा की गयी एवं टीम के सभी पदाधिकारियों तथा कर्मियों की सराहना की.

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इसके उपरान्त जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मांझी प्रखण्ड स्थित दलन सिंह उच्च विद्यालय में क्वेरेन्टीन सेंटर पहुंचे. जहाँ निरीक्षण के क्रम में किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही दिखी. जिलाधिकारी श्री सेन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से स्पष्टीकरण तथा अंचल अधिकारी का वेतन बंद करते हुए उनसे स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया.

साथ ही प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी तथा संदर्भित कार्यों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को शनिवार संध्या तक किसी भी परिस्थिति में सभी आवश्यक व्यवस्था कर अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

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वही एकमा प्रखण्ड स्थित अलख नारायण सिंह उच्च विद्यालय के क्वेरेन्टीन सेंटर की व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी. वहां पूर्ण रूप से साफ-सफाई का निर्देश दिया गया. उक्त केन्द्र पर कुछ स्थानों पर चहारदिवारी टूटी हुई पायी गयी. जिसके लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी को संदर्भित स्थल पर बैरिकेडिंग का कार्य कराने का निर्देश दिया गया.

एकमा बीडीओ द्वारा बताया गया कि उनके यहॉं विभिन्न केन्द्रों पर अभी तक 500 लोगों के आवासन एवं भोजन की व्यवस्था कर दी गयी है. जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं उनकी टीम की काफी प्रशंसा की गयी.

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इसके अलावे डीएम ने जलालपुर प्रखण्ड स्थित शंकर दयाल सिंह उच्च विद्यालय, उच्च विद्यालय, जलालपुर एवं टीचर ट्रेनिंग कॉलेज बंगरा का निरीक्षण किया गया. शंकर दयाल सिंह उच्च विद्यालय में तैयारी अभी प्रारंभिक अवस्था में पायी गयी. जिसके लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को अविलम्ब सभी व्यवस्था संपन्न करने का निर्देश दिया गया. उच्च विद्यालय, जलालपुर के क्वॉरेंटाईन केन्द्र में बाहर से आये हुए लोग आवासन करते हुए पाये गये.

Chhapra: स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि स्वास्थ्य से जुड़ी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लक्ष्य हॉसिल किया जाय.

आयुष्मान भारत के तहत् गोल्ड कार्ड बनाये जाने की धीमी रफ्तार पर जिलाधिकारी के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी और प्रत्येक प्रखण्ड में प्रतिदिन पाँच सौ गोल्ड कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया जिसमें प्रखण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत कार्यरत सभी सीएससी को भी सम्मिलित किया गया. जिलाधिकारी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत लगभग 13 लाख 50 हजार गोल्ड कार्ड बनाये जाने हैं जबकि अभी तक 80 हजार गोल्ड कार्ड हीं बनाये गये हैं.

समीक्षा में पाया गया कि सितम्बर माह में 5500 कार्ड हीं बनाये गये हैं. उस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार प्रत्येक गरीब तक स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध करा रही है और इसमें जहाँ कहीं भी बाधा उत्पन्न होगी या शिथिलता पायी जाएगी तो कठोर कर्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा निदेश दिया गया कि जिन प्रखण्डों में पिछले माह 200 से कम कार्ड बना है. वहाँ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण किया जाय. बैठक में बताया गया कि जिला में 15 अस्पतालों को इस योजनान्तर्गत् पंजीकृत किया गया है.

जिला में एम्बुलेंस के माध्यम से मरीजों की निःशुल्क सेवा प्रदान की जा रही है. जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि प्रतिदिन इसका स्ट्राइक रेट 8 से घट कर 7 हुआ है जिसपर जिला समन्वयक एम्बुलेंस से स्पष्टीकरण किया गया. जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी अस्पताल में आने वाली सभी प्रसूता को हर हाल में एम्बुलेंस से हीं उसके घर भेजना सुनिश्चित किया जाय.

पूर्ण टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि पूर्व के माह में जहाँ जिला का औसत 101 प्रतिशत रहा था वहीं इस बार यह 92 प्रतिशत पर गिर कर आ गया है. इसुआपुर, माँझी, रिविलगंज तथा नगरा में इसकी उपलव्धि उपेक्षाकृत कम पायी गयी. इस पर वहाँ के बीएचएम से स्पष्टिकरण करने का निदेश दिया गया. जिलाधिकारी ने अमनौर, गड़खा और परसा में इसकी उपलब्धि 100 प्रतिशत से अधिक रहने पर प्रशंसा की और निदेश दिया कि किसी भी प्रखण्ड में यह उपलब्धि 100 प्रतिशत से कम नहीं रहना चाहिए. इससे संबंधित ड्यूलिस्ट को अद्यतन करने का भी निदेश दिया गया.

एएनसी (एन्टी नेटल केयर) की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिन प्रखण्डों का औसत जिला के औसत से कम है वहाँ के बीएचएम से स्पष्टीकरण किया जाय. एकमा, सदर छपरा, रिविलगंज में औसत कम पायी गयी. यहाँ पर एएनसी पंजीकरण भी कम पायी गई. जिलाधिकारी के द्वारा एएनसी के चौथा चरण का लक्ष्य 80 प्रतिशत दिया गया. वर्तमान में यह 57 प्रतिशत पाया गया. इस मामले में बीएचएम माँझी का 10 प्रतिशत मानदेय काटने का निदेश भी दिया गया. माँझी, मशरख, रिविलगंज पानापुर लाहलादपुर, अमनौर तरैया मढ़ौरा और सोनपुर में संस्थागत प्रसव की संख्या अपेक्षानुरुप नही पाये जाने पर जिलाधिकारी के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी तथा माँझी और रिविलगंज के बीएचएम पर आरोप पत्र गठित करने का निदेश दिया गया.

सदर अस्पताल में भी इस संबंध में स्थ्ति सुधारने का निदेश डीएस और हास्पीटल मैनेजर को दिया गया. सोनपुर अनुमण्डल अस्पताल में सी-सेक्शन में कमी पायी गयी जिसपर वहाँ के सर्जन से स्पष्टीकरण करने का निदेश दिया गया. जिलाधिकारी ने स्पष्ट निदेश दिया गया कि जननी बाल सुरक्षा योजना का कोई मामला लम्बित नहीं रहना चाहिए तथा संस्थागत प्रसव एवं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लाभन्वितों की सूची ई-जननी पोर्टल पर अपलोड होना चिहिए.

जिलाधिकारी ने कहा कि जिन प्रखण्डों में इन्ट्री शून्य है वहाँ के प्रभारी पदाधिकारी, बीएचएम ओर एकाउन्टेंट का बेतन बंद किया जाय. आमनौर, दिघवारा, लहलादपुर, मशरख और पानापुर में इन्ट्री शून्य पायी गयी.

जिलाधिकारी के द्वारा टीबी के मरीजों की पहचान करने और उनका समुचित इलाज करने का निदेश देते हुए कहा गया कि इस सम्बंध में विकास मित्रों के साथ बैठक करे और महादलित टोलों में कैम्प लगायें. सारण जिला को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

जिलाधिकारी के द्वारा डेंगू और चिकनगुनिया के बचाव हेतु जल जमाव वाले क्षेत्रों में टोमोफोस का छिड़काव कराने का निदेश दिया गया. बैठक में बताया गया कि 21 से 27 अक्टूबर के बीच विश्व आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह का आयोजन किया गया है जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी लोगों को आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे कई विमारियों से बचा जा सकता है.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी स्थानांतरित एएनएम को 24 अक्टूबर तक हर हाल में नये पदस्थापन के स्थान पर योगदान कर लेने का निदेश दिया और कहा गया कि ऐसा नहीं करने पर कार्रवायी के लिए तैयार रहें.  बैठक में प्रशिक्षु आईएएस वैभव श्रीवास्तव सिविल सर्जन, डीएस, चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस, एमओआईसी, सीडीपीओ, बीएचएम आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा मशरख प्रखण्ड और अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया गया और प्रखण्ड कार्यालय में सभीक्षा बैठक की गयी. जिलाधिकारी के द्वारा निदेश दिया गया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के प्राप्त सभी आवेदनों को 20 अक्टूबर तक स्वीकृत करायी जाय.

समीक्षा में बीडीओ मशरख के द्वारा बताया गया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन कुल 6373 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें 3243 को स्वीकृत किया गया है. तीन हजार आवेदन अभी लम्बित है जिसपर जिलाधिकारी के द्वारा यह निदेश दिया गया. एसडीओ मढ़ौरा को राष्ट्रीय पारिवरिक लाभ योजना के तहत् प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करने का निदेश दिया.

मशरख अंचलाधिकारी एवं प्रधान लिपिक से स्पष्टीकरण
अंचल कार्यालय के निरीक्षण में कैश बुक के साथ बैंक स्टेटमेन्ट डेली बेसिस पर अपडेट करने तथा एलपीसी रिकार्ड भी अद्यतन रखने का निदेश दिया. अंचल कार्यालय में दाखिल ख़ारिज पंजी संधारित नहीं पायी गयी इस पर मशरख अंचलाधिकारी एवं प्रधान लिपिक से स्पष्टीकरण करने का निदेश दिया.

स्टोरकीपर पर कार्रवाई करने का निदेश
जिलाधिकारी के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मशरख का निरीक्षण किया गया. यहाँ ओटी में वेड पर चादर नहीं था, समान यत्र-तत्र पड़े हुए थे, प्रसव कक्ष साफ-सुथरा नहीं था, शैचालय भी साफ नहीं था. इसपर वहाँ के बीएचएम से स्पष्टीकरण की माँग की गयी और सभी चीजों को व्यवस्थित करने का निदेश दिया गया. उस स्वास्थ्य केन्द्र पर 50 में से केवल 22 तरह की दवा हीं पायी गयी इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और अरविन्द कुमार स्टोरकीपर पर कार्रवाई करने का निदेश दिया.

जिलाधिकारी के द्वारा सेमरी पंचायत के वार्ड संख्या 6,7 एवं 13 में नल जल योजना के तहत् हुए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया. वार्ड संख्या 6 एवं 13 में नल के माध्यम से जलापूर्ति पिछले दो माह से बंद था जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा की गयी. जिलाधिकारी के द्वारा इस पर खेद प्रकट करते हुए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से स्ष्टीकरण करने, पंचायत सचिव का वेतन वंद करने और कनीय अभियन्ता के मानदेय से राशि कटौती का निदेश दिया गया.

बीडीओ को प्रत्येक सप्ताह योजनाओं की समीक्षा करने का निदेश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नवम्बर माह के अंत तक पूरे प्रखण्ड में नल जल की सभी योजनाओं को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें और जो राशि बचती है उससे नली-गली योजना शुरू करायें.

जिलाधिकारी के साथ उपविकास आयुक्त आदित्य प्रकाश, एसडीओ मढ़ौरा, डीसीएलआर मढ़ौरा एवं अन्य पदाधिकारी निरीक्षण के समय उपस्थि थे.

Chhapra: जिला में कार्यरत सभी जिला स्तरीय अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारीयों एवं तकनीकी पदाधिकारीयों को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा निदेशित किया गया है कि बिना सक्षम स्तर की स्वीकृति के अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे.

जिलाधिकारी के द्वारा कहा गया है कि निकट भविष्य में दुर्गापूजा और नवरात्रि त्योहार मनाये जाएँगे. जिसमें किसी भी आकस्मिक और विषय परिस्थिति में विधि व्यवस्था संधारण में प्रशासन को सहयोग प्रदान करने हेतु पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य है.

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ऐसे सभी पदाधिकारी जिन्हें अवकाश की स्वीकृति उनके वरीय विभागीय पदाधिकारी द्वारा दी जाती है, वे अवकाश स्वीकृत कराने के उपरान्त जिलाधिकारी से अनुमति प्राप्त करने के पश्चात ही मुख्यालय छोड़ेंगे. प्रखण्ड एवं अनुमण्डल में पदस्थापित सभी पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी से विधिवत् अनुमति स्वीकृति प्राप्त कर मुख्यालय से प्रस्थान करेंगे. अपरिहार्य परिस्थिति में सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, उप समाहर्त्ता भूमि सुधार, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनुमण्डल पदाधिकारी और जिला स्तरी अन्य सभी पदाधिकारी, जिलाधिकारी से विधिवत अनुमति प्राप्त कर ही मुख्यालय से प्रस्थान करेंगे.

जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी.

Chhapra:मंगलवार की विडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री के द्वारा की गयी समीक्षा में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में कुल 2300 चापाकल खराब या बंद पड़े थे. जिसमें 1851 चापाकलों की मरम्मति करा दी गयी है.

उन्होंने बताया कि 600 चापाकल ऐसे हैं. जिन्हें विशेष मरम्मती या बदलनें की जरुरत है. इसके अलावें उन्होंने बताया कि चापाकल की स्थिति के संबंध में राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री दूरभाष संख्या-18001231121 पर शिकायत दर्ज करायी जा सकती है.

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के साहेबगंज आर्य समाज पथ में रहने वाली स्वर्गीय अरुण त्रिपाठी की पत्नी विधवा मीना देवी ने डीएम को पत्र देकर अपने पुत्र द्वारा किए जा रहे अत्याचार से बचाने की मांग की है.

सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को दिए गए आवेदन में विधवा मीना कुमारी ने कहा है कि पति अरुण त्रिपाठी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के पश्चात उनके छोटे पुत्र दीपक त्रिपाठी की नौकरी विद्युत विभाग में हुई. विगत कुछ दिनों से लगातार उनके बड़े बेटे नीरज त्रिपाठी द्वारा उनके ससुर तथा छोटे बेटे दीपक, पुत्रवधू और उनके साथ मारपीट की जा रही है. साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.

विगत 1 महीने के अंदर कई बार नीरज त्रिपाठी द्वारा परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई. साथ ही कई बार गर्दन में रस्सी लगाकर मारने का प्रयास भी किया गया. जिसको लेकर नगर थाने में आवेदन देते हुए इस मामले से पूरी तरह अवगत कराया गया. लेकिन पुलिस द्वारा उस पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है. उल्टे ही नीरज द्वारा गलत आरोप में दीपक त्रिपाठी और उसके ससुराल वालों को फंसाते हुए मुकदमा दायर कर दिया गया है. इसके अलावे सभी लोगों को नीरज ने घर से बाहर निकालकर घर में असामाजिक तत्वों का अड्डा बना दिया है.

विधवा मीना कुमारी का कहना है कि बेटे के अत्याचारों से तंग आकर वह कई दिनों से बाहर शरण लिए हुए हैं. इसी क्रम में विगत 19 जुलाई को वह अपने ससुर और बेटे के साथ अपने घर पहुंची. उसी समय नीरज त्रिपाठी द्वारा मुख्य द्वार पर ताला लगाते हुए घर में नहीं आने की बात कही गई. साथ ही जबरदस्ती अंदर आने के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या करने की धमकी दी गई. नीरज द्वारा यह भी कहा गया कि वह अपनी हत्या कर लेगा और इसका जिम्मेवार सभी लोगों को बताएगा.

बेटे के इस रवैया से वह कई हफ्तों से अपने वृद्ध ससुर, पुत्र तथा पुत्र वधू के साथ इधर-उधर शरण ले रही हैं. जिसके कारण उनके ससुर की तबीयत भी खराब हो रही है.

वहीं उनके छोटे पुत्र दीपक का कहना है कि उसके द्वारा लोन लेकर एक चार पहिया वाहन खरीदी गई है. जिसको नीरज त्रिपाठी द्वारा जबरन अपने कब्जे में रखा गया है और गलत कार्यों में प्रयोग किया जाता है.

दीपक का कहना है कि इस बाबत नगर थाने को आवेदन देते हुए उनकी गाड़ी को किसी भी गलत कार्यों में संलिप्त पाए जाने पर सभी जवाबदेही नीरज त्रिपाठी के होने की बात कही गई है.

मीना कुमारी ने जिला पदाधिकारी से इस मामले पर खुद से कार्रवाई करने और जल्द से जल्द उन्हें अपने बेटे के अत्याचार से बचाने की गुहार लगाई गयी है.

Chhapra: नवरात्र के दौरान पूजा-पंडालों के दर्शन करने निकले लोगों को राहत पहुँचाने और अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट इंडिया की सारण इकाई के द्वारा निःशुल्क प्याऊ की व्यवस्था की गयी है.

नगरपालिका चौक पर लगाये गए इस निःशुल्क प्याऊ का बुधवार को सारण के जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पानी का व्यवस्था कर पत्रकारों ने एक बेहतर कदम उठाया है. जिला प्रशासन इस पुनीत कार्य में सहयोग करेगा.

इस अवसर पर एनयूजेआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सतेन्द्र तिवारी, पंकज कुमार, अध्यक्ष ठाकुर संग्राम सिंह, महासचिव राकेश कुमार सिंह, राजीव रंजन, बिपिन बिहारी, सुरभित दत्त, धनञ्जय सिंह तोमर, धर्मेन्द्र रस्तोगी, धनंजय कुमार, कबीर अहमद, डॉ सुनील प्रसाद, बिपिन मिश्रा, अमित रंजन, विकास कुमार, संजय श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे.