छपरा: नमामि गंगे परियोजना के तहत स्वच्छ और निर्मल गंगा को लेकर नदी किनारें बसे गाँवो को स्वच्छ बनाया जा रहा हैं. बुधवार को इस परियोजना के तहत शहर से सटे सदर प्रखंड के गंगा नदी के किनारें बसे गाँव का जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद द्वारा निरीक्षण किया गया और वहां बनाये जा रहे शौचालय की जाँच की गयी. जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने डोरीगंज के शेरपुर, चिरांद और महाराजगंज गाँव का दौरा कर निर्माणाधीन शौचालय का निरीक्षण किया गया. जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने आम जनता से भी स्वच्छता की बात की और किये जा रहे कार्यो की गुणवत्ता को जाना.

इस मौंके पर अपर समाहर्ता अरुण कुमार, सदर अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह, महाराजगंज, चिरांद, शेरपुर के मुखिया, बीडीसी के साथ-साथ अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

छपरा: मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन ने कदाचार में लिप्त आठ परीक्षार्थियों को निष्कासित किया किया गया. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बताया कि आरएन सिंह इवनिंग कॉलेज से 2 परीक्षार्थी, एसडीएस कॉलेज से 1 परीक्षार्थी, जगदम कॉलेज से 2 परीक्षार्थी, जेपीएम कॉलेज से 3 परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया है. वहीँ जगलाल राय कॉलेज से 1 अवैध परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि मैट्रिक की परीक्षा स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त संपन्न हो रही है.

छपरा: शिक्षा विभाग की सर्व शिक्षा अभियान एवं मध्याह्न भोजन योजना की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुधवार को जिलाधिकारी दीपक आनंद की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन को मध्याह्न भोजन योजना में सुधार लाने का निर्देश. डीएम ने कहा की सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिले के 20 प्रखंडो में कुल 8197 रसौईया सह सहायक का मानेदय का भुगतान किया जा चुका है. 

जिलाधिकारी ने सर्वशिक्षा अभियान सारण का समीक्षा करते हुए पाया कि वितीय वर्ष 2016-17 में सारण जिला अन्तर्गत कुल 2278 बच्चे विद्यालय से बाहर रह गये. इन सभी बच्चो का शिक्षा के मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सर्वशिक्षा अभियान सारण का योजना तैयार है. सरकार को निर्देश प्राप्त होते ही प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया जायेगा.

बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा अवधेश बिहारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना दिलीप कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान धन्नजय कुमार पासवान, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेन्द्र सिंह, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी उपस्थित थे.

विशेष संवाददाता 

समस्तीपुर: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना मिड-डे-मिल के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों के प्रत्येक बच्चे को भोजन करने की थाली उपलब्ध हो सके इसके लिए समस्तीपुर जिलाधिकारी ने अपने जिले में ‘समर्पण’ नामक एक अनोखी योजना का शुभारम्भ किया है.

बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत विद्यालयों के बच्चों को भोजन करने के लिए थाली उपलब्ध कराई जाती है, पर सीमित संसाधनों के बीच लाभुकों की संख्या के अनुरूप विद्यालयों में थाली उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

इस परेशानी का हल ढूंढते हुए समस्तीपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जिला प्रशासन के साथ एक बैठक कर थाली दान योजना ‘समर्पण’ की नींव रखी. बैठक में सर्वसम्मति से जनसहयोग के माध्यम से घर-घर से थाली दान करने की योजना को मूर्त रूप दिया गया.

इस थाली दान योजना के शुभारम्भ के साथ ही तमाम प्रशासनिक अधिकारियों,जनप्रतिनिधियों, स्कूल के शिक्षक एवं आम नागरिकों ने पूरे मन से अपनी इच्छानुसार थाली का समर्पण किया. योजना के उद्घाटन के दिन ही लगभग 21 हजार थाली को एकत्र कर लिया गया.

जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि जिले में कक्षा 1 से 8 तक मध्याह्न भोजन का नियमित लाभ उठाने वाले लगभग 5 लाख 60 हजार बच्चे है. ऐसे में सभी बच्चों को थाली उपलब्ध हो सके इसके लिए सरकार के साथ-साथ जनसहयोग की भूमिका भी अतिआवश्यक है. जिसे देखते हुए थाली दान महादान ‘समर्पण’ योजना की शुरुआत की गई है. विद्यालयों में पर्याप्त मात्रा में थाली उपलब्ध होने से बच्चों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और जो समय बच्चे थाली के इन्तजार में लगा देते है वो समय अब पढ़ने में देंगे.

इस योजना के अंतर्गत समस्तीपुर के कुल 20 प्रखंडों से लगभग 1 लाख 50 हजार थाली एकत्रित कर लिया गया है. जिलाधिकारी ने इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए जिला के तमाम लोगों को आगे आकर इस योजना को और ज्यादा सफल बनाने की अपील की है. जिलाधिकारी का कहना है ‘ जन-जन का हो यह अभियान, थाली प्लेट में हो मध्याह्न.

छपरा: सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विगत एक साल की सभी विभागों की उपलब्धियों की जानकारी दी.

जिलाधिकारी ने कहा कि छपरा में कार्यभार सँभालते ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के प्रयास शुरू कर दिए थे. उन्होंने कहा कि जनता दरबार में स्वयं ही सभी मामलों की सुनवाई करते हुए लोगों में सरकार के कार्यों के प्रति भरोसा दिलाने की कोशिश की गयी

उन्होंने विभागवार उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि इंदिरा आवास योजना में एक लाख 17 हज़ार पांच सौ लाभुको का डाटा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. जिसे कोई भी देख सकता है और Duplication को रोका जा सकता है. इससे सरकार के कार्यों में पारदर्शिता आएगी और लोगों का विश्वास बढेगा. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कहा कि जिले में परवरिश योजना हेतु बाल विकास परियोजना में 838 लाभुकों की पहचान की जा चुकी है. 623 लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान कर लाभुकों के खाते में राशि DBT तकनीक से अंतरित किया जा रहा है. राज्य में सारण जिला प्रथम स्थान पर है.

उन्होंने कहा कि सारण जिला को डिजिटल इंडिया 2015 में बिहार का प्रथम पुरस्कार केन्द्रीय सूचना एवं प्रौधोगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रदान की थी.

प्रेस वार्ता में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी बी के शुक्ला उपस्थित थे.