Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के साहेबगंज आर्य समाज पथ में रहने वाली स्वर्गीय अरुण त्रिपाठी की पत्नी विधवा मीना देवी ने डीएम को पत्र देकर अपने पुत्र द्वारा किए जा रहे अत्याचार से बचाने की मांग की है.
सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को दिए गए आवेदन में विधवा मीना कुमारी ने कहा है कि पति अरुण त्रिपाठी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के पश्चात उनके छोटे पुत्र दीपक त्रिपाठी की नौकरी विद्युत विभाग में हुई. विगत कुछ दिनों से लगातार उनके बड़े बेटे नीरज त्रिपाठी द्वारा उनके ससुर तथा छोटे बेटे दीपक, पुत्रवधू और उनके साथ मारपीट की जा रही है. साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
विगत 1 महीने के अंदर कई बार नीरज त्रिपाठी द्वारा परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई. साथ ही कई बार गर्दन में रस्सी लगाकर मारने का प्रयास भी किया गया. जिसको लेकर नगर थाने में आवेदन देते हुए इस मामले से पूरी तरह अवगत कराया गया. लेकिन पुलिस द्वारा उस पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है. उल्टे ही नीरज द्वारा गलत आरोप में दीपक त्रिपाठी और उसके ससुराल वालों को फंसाते हुए मुकदमा दायर कर दिया गया है. इसके अलावे सभी लोगों को नीरज ने घर से बाहर निकालकर घर में असामाजिक तत्वों का अड्डा बना दिया है.
विधवा मीना कुमारी का कहना है कि बेटे के अत्याचारों से तंग आकर वह कई दिनों से बाहर शरण लिए हुए हैं. इसी क्रम में विगत 19 जुलाई को वह अपने ससुर और बेटे के साथ अपने घर पहुंची. उसी समय नीरज त्रिपाठी द्वारा मुख्य द्वार पर ताला लगाते हुए घर में नहीं आने की बात कही गई. साथ ही जबरदस्ती अंदर आने के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या करने की धमकी दी गई. नीरज द्वारा यह भी कहा गया कि वह अपनी हत्या कर लेगा और इसका जिम्मेवार सभी लोगों को बताएगा.
बेटे के इस रवैया से वह कई हफ्तों से अपने वृद्ध ससुर, पुत्र तथा पुत्र वधू के साथ इधर-उधर शरण ले रही हैं. जिसके कारण उनके ससुर की तबीयत भी खराब हो रही है.
वहीं उनके छोटे पुत्र दीपक का कहना है कि उसके द्वारा लोन लेकर एक चार पहिया वाहन खरीदी गई है. जिसको नीरज त्रिपाठी द्वारा जबरन अपने कब्जे में रखा गया है और गलत कार्यों में प्रयोग किया जाता है.
दीपक का कहना है कि इस बाबत नगर थाने को आवेदन देते हुए उनकी गाड़ी को किसी भी गलत कार्यों में संलिप्त पाए जाने पर सभी जवाबदेही नीरज त्रिपाठी के होने की बात कही गई है.
मीना कुमारी ने जिला पदाधिकारी से इस मामले पर खुद से कार्रवाई करने और जल्द से जल्द उन्हें अपने बेटे के अत्याचार से बचाने की गुहार लगाई गयी है.