Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ केदारनाथ को जीपीयू के कुलसचिव पद का प्रभार दिया गया है. डॉ केदारनाथ वर्तमान में जयप्रकाश विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी भी हैं. साथ ही साथ वित्त पदाधिकारी के पद पर भी अपने दायित्व निर्वहन कर रहे हैं. गौरतलब है कि बीते 22 दिसम्बर 2018 को जेपीयू के तत्कालीन कुलसचिव कर्नल मधुरेन्द्र कुमार ने एकाएक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.


जिसके बाद अब डॉ केदारनाथ को कुलसचिव का प्रभार दिया गया है. इसके अलावे वे जेपीयू में वित्त पदाधिकारी के प्रभार में भी रहेंगे. जब तक जेपीयू में नये कुलसचिव की नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक डॉ केदारनाथ कुलसचिव के पद पर अपने दायित्व निर्वहन करेंगे.

Chhapra: बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एक छात्र संगठन द्वारा कर्मचारियों के वेतन निर्धारण को गलत ठहराते हुए विश्वविद्यालय द्वारा तीस करोड़ राशि के भुगतान में घोटाले के आरोपो को गलत बताया है.

कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष और सचिव के हस्ताक्षर से जारी विज्ञप्ति में इसकी निंदा करते हुए इसे समुचित तथ्यों को बिना जाने समझे ही आवेश में आकर जारी किया गया बयान करार दिया है. साथ ही कुलपति तथा विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल तथा समाज को दिग्भ्रमित करने का आरोप लगाया है.

महासंघ ने कहा है कि वेतन का निर्धारण सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सिविल अपील पारित न्यायादेश के अनुपालन में राज्य सरकार द्वारा निर्गत पत्र के आलोक में किया गया है. कर्मचारी संघ ने बताया है कि वेतनमान के अनुसार ही छठे वेतन आयोग द्वारा किए गए प्रावधानों के तहत विश्वविद्यालय द्वारा वेतन का निर्धारण किया गया है जिसकी पुष्टि राज्य सरकार के पत्र द्वारा किया जा सकता है.

बता दें कि रविवार को शोष विद्यार्थी संगठन ने विश्वविद्यालय में वेतन निर्धारण में अनियमितता का आरोप लगते हुए जांच की मांग की थी.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में एक ओर जहाँ शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पैसे के आभाव में ससमय नहीं मिल रहे है. वही यहाँ कार्यरत कुछ कर्मियों को गलत तरीके से निर्धारित वेतनमान से अधिक वेतन का भुगतान किये जाने का मामला प्रकाश में आया है.

रविवार को शोध विद्यार्थी संगठन (आरएसए) के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन ने इस मामले को उजागर करते हुए लोकायुक्त से जांच की मांग की है. संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए निगरानी से भी जांच कराये जाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

शोध विद्यार्थी संगठन के  संयोजक विवेक कुमार विजय, कुणाल सिंह, सह संयोजक मनीष कुमार मिंटू, विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज गोलू, जगदम
महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष रणवीर सिंह, पृथ्वी चंद्र विज्ञान महाविद्यालय अध्यक्ष आशीष कुमार, रामजयपाल महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष
मनीष कुमार, काउंसिल मेंबर अभिषेक यादव, सोनू राय, पुनम कुमारी, छात्रा प्रमुख निधि, रोहिणी कुमारी, गौतम राय, राजकुमार सिंह, प्रवक्ता भूषण
सिंह ने पत्रकारों को बताया कि माननीय उच्च न्यायालय ने न्यायिक आदेश पर बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के शिक्षकेत्तर  कर्मचारियों के लिए सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना को लागू कर उसके आधार पर वेतन निर्धारण कर बकाया वेतन का भुगतान करने का आदेश सरकार द्वारा दिया गया था. जिसके आलोक में जेपीयू के कुलपति ने कर्मचारियों के वेतन के निर्धारण के लिए एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाई. इस कमिटी में प्राध्यापकों के साथ एक सहायक के रूप में कर्मचारी को भी सदस्य बनाया गया. जबकि नियमानुसार वेतन निर्धारण समिति में कोई कर्मचारी पूर्णतः सदस्य नामित नहीं हो सकता. जिसके द्वारा निर्धारित वेतनमान से अधिक वेतनमान निर्धारित किया गया और सदस्यों ने बिना जांच पड़ताल किये उस पर हस्ताक्षर कर दिए.

उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के आदेशानुसार 20.12.2000 के बाद नियुक्त कर्मचारी निम्न वर्गीय लिपिक कहे जायेंगे तथा उन्हें 3050-4590 का वेतनमान अनुमान्य है. 1 जनवरी 2006 से पुनरीक्षित वेतनमान के तहत 5200-20200 तथा ग्रेड 1900 का वेतनमान अनुमान्य था लेकिन सुनियोजित तरीके से 20 दिसम्बर 2000 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को 4000-6000 से वेतनमान में वेतन निर्धारित कर उन्हें 1900 के बदले 2400 ग्रेड पे के आधार पर बकाया वेतन का भुगतान किया गया जो की घोर वित्तीय अनियमितता का घोतक है.

इस विषय पर बिहार सरकार ने कुलपति को पत्र भेजकर शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन निर्धारण के सत्यापन हेतु अभिलेख भेजने का निर्देश जारी किया गया था. बावजूद इसके अभिलेख नहीं भेजे गए. उन्होंने इस मामले को उजागर करते हुए जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

आरएसए के इस बड़े खुलासे पर विश्वविद्यालय का पक्ष जानने के लिए विश्वविद्यालय पदाधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया. समाचार प्रेषण तक उनसे सम्पर्क नहीं हो सका था.

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Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के तत्वधान में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर कुलपति प्रोफ़ेसर हरिकेश सिंह, एनएसएस समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र व पूर्व एनएसएस समन्वयक विद्या वाचस्पति त्रिपाठी के नेतृत्व में स्वंयसेवको द्वारा सर्व प्रथम विश्वविद्यालय कैंपस में स्वच्छता अभियान चला कर पूरे विश्वविद्यालय के आंतरिक कैंपस को स्वच्छ एवं सुंदर बना बनाया गया.

जिसकी शुरुआत मुख्य अतिथि स्वामी अतिदेवानंद महाराज कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह, प्रतिकुलपति ए के झा, कुलसचिव सैयद रजा, एनएसए समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र, पूर्व एनएसए समन्वयक विद्यावाचस्पति त्रिपाठी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर एवं युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया.

सभा को संबोधित करते हुए स्वामी अतिदेवानंद महाराज ने बताया कि वर्तमान समय में एक नए भारत का निर्माण करना है तो स्वामी जी के बताए गए रास्ते पर चलना होगा.

तभी जाकर हम एक नव भारत का निर्माण कर सकते हैं. जहां ना कोई जात पात होगी ना कोई भेदभाव होगा. सभी लोग एक समान होंगे.

कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने अपने वक्तव्य मे सभी लोगो से राष्ट्र निर्माण में शामिल होने की अपील की.

इस अवसर पर मंच संचालन प्रो० सुधा बाला ने किया वही रमेश कुमार प्रोफेसर लाल बाबू ,अशोक सिंह, उमाशंकर सिंह, सुधीर कुमार, डॉ पूनम सिंह, डॉ नीतू सिंह, डॉ कृष्ण कुमार, प्रोफेसर उमाशंकर यादव, कार्यक्रम अधिकारी विनिता सिंह, एनएसएस स्वंयसेवक प्रीति कुमारी, रंजीत कुमार, प्रिंस कुमार, सुजीत कुमार, टिंवकल कुमारी, निधि कुमारी, समीक्षा, रंजीत भोजपुरिया, आर्य सत्संगी सिल्की कुमारी व अन्य ने भी अपने विचार रखे.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में वेतन भुगतान की मांग को आत्मदाह का प्रयास कर रहे कर्मी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मौके पर पहुंची मुफ्फसिल थाना पुलिस ने सामंजन कर्मचारी संघ के सह संयोजक प्रभुनाथ साह को विश्वविद्यालय मुख्यालय परिसर में आत्मदाह करने की सूचना मिलने पर गिरफ्तार कर लिया.

इस संबंध में संघ के नेता प्रभुनाथ साह ने बताया कि कही से न्याय नही मिला तो अंत मे थक हार के सभी कर्मियों के हित में आत्मदाह करने का निर्णय लेना पड़ा. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट तथा राज्य सरकार के आदेश का अवमानना करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन सामंजन कर्मियों को 42 माह से कोई वेतन नही दे रहा है. जिससे कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वितीय व कानूनी सलाहकारों द्वारा न्यायालय के आदेश को गलत व्याख्या करने के कारण 130 कर्मियों के परिवार आज भुखमरी के कगार पर हैं. अंत मे कर्मियों के कल्याण को लेकर आत्मदाह का निर्णय लिया गया. इसके पूर्व कर्मियों द्वारा कुलपति समेत अन्य को पत्रों व अन्य माध्यमों से एक वर्ष से अपने पक्ष को रखते हुए न्याय की गुहार लगाया जाता रहा हैं.

मंगलवार को आत्मदाह के पूर्व ही पुलिस कर्मी को गिरफ्तार कर थाने ले गई उसके बाद उन्हें एसडीओ कार्यालय भेजा गया.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में मानविकी, वाणिज्य और विज्ञान संकायों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गयी है.

विश्वविद्यालय प्रशासन में विज्ञान विभाग के संकाय अध्यक्ष के रूप में कुलानुशासक एवं स्नातकोत्तर रसायन विभाग के अध्यक्ष प्रो डॉ उमाशंकर यादव को नियुक्त किया है. वही मानविकी संकाय की अध्यक्ष के रूप में हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो डॉ सुधा बाला और वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष के रूप में प्राध्यापक प्रो डॉ लक्ष्मण सिंह को नियुक्त किया गया है.

बताते चले की इसके पूर्व में तीनों संकायों के अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो गया है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय ने नियुक्ति की है.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में शनिवार को छात्र मंडल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में छात्र हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये. कुलपति प्रो डॉ हरिकेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लंबित सत्र 2014-17 स्नातक पार्ट वन का रिजल्ट घोषित करने के मामले पर परीक्षा मंडल ने अपने अंतिम मुहर लगा दी.

जय प्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉक्टर केदारनाथ में बताया कि स्नातक 2014-17 के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट तैयार हो गया है. संभवता सोमवार (16 अक्टूबर) तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा.

छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सत्र 2013-15 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं गुरुवार से राजेन्द्र कॉलेज स्थित परीक्षा भवन में शुरू हुई. परीक्षा के पहले ही दिन विश्वविद्यालय की लापरवाही देखने को मिली. जब रसायन शास्त्र के तेरहवे पत्र की जगह दूसरा प्रश्न पत्र छात्रों को मिला. छात्रों और वीक्षकों ने इसकी सूचना केन्द्राधीक्षक को दी. तब जाकर पुनः 13 वें पत्र के प्रश्न पत्र को छात्रों को उपलब्ध कराया गया. इस कवायद में परीक्षा लगभग एक घंटे की देरी से शुरू हुई.

जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ प्रो. केदार नाथ ने बताया कि कुलपति और परीक्षार्थियों ने मिलकर इस समस्या का समाधान किया. कुलपति ने छात्रों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है.

आपको बता दें कि जय प्रकश विश्वविद्यालय के नए कुलपति प्रो हरिकेश सिंह के कार्यकाल में पहली बार विश्वविद्यालय परीक्षा का संचालन कर रहा है.

छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह का महामहिम रामनाथ कोविन्द ने दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन  किया.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया. महामहिम ने राहुल सांस्कृत्यायन को प्रणाम किया. संबोधित करते हुए कहा कि सारण जिला की एक गौरवशाली  परंपरा रही है. शिक्षा से समाज का विकास होता है, सभी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सामजिक विकास के लिए भी प्रयासरत रहना चाहिए. भारतीय संस्कृति की शिक्षा चरित्र एवं गुणवक्ता को निखारती है. देश के युवक अपने पैरों पर खड़े हों. राष्ट्र को युवा शक्ति पर भरोसा है.

उन्होंने सभी डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी .
कार्यक्रम में राज्यपाल के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति, विशिष्ट अतिथि, आयुक्त, जिलाधिकारी, एसपी, विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.

 

वीडियो में देखे तैयारियों की झलक

 

छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा के अंतर्गत किये जाने वाले BCA कोर्स के परीक्षा तिथि की घोषणा कर दी गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी सेमेस्टर की परीक्षाएं विश्वविद्यालय कैंपस स्थित पीजी विभाग में ली जायेंगे.
परीक्षा की तिथि निम्न है:
BCA 1nd सेमेस्टर (सत्र 2015-2018) – 16 मई से
BCA 2nd सेमेस्टर (सत्र 2014-2017) – 16 मई से
BCA 4th सेमेस्टर (सत्र 2013-2016) – 10 मई से
BCA 6th सेमेस्टर (सत्र 2012-2015) – 10 मई से