Chhapra/Panapur: मंगलवार को थानाक्षेत्र के पानापुर धेनुकी मनिया नटटोली में दोपहर में भीषण आग लगने से सात घरों समेत दो बच्चों की जलकर मौत हो गयी. मिली जानकारी के अनुसार दोपहर में आग अचानक लगी आग ने कई घरों को अपने चपेट में ले लिया. उस समय चिलचिल्लाती धूप और तेज हवा की वजह से सभी लोग अपने-अपने घरों में सोये थे. तभी आग ने अचानक से अपना रौद्र रूप ले लिया. आग की लपटें देखे सभी अपने-अपने घरों से निकलकर बाहर भागने लगे. फिर अपने बच्चों और सामनो को बचाने का प्रयास करने लगे. किसी ने थाना के अग्नीसमन वाहन तथा प्रशासन को सूचना दी.

इस घटना में टिमल नट की सात वर्षीय पुत्री नन्दनी कुमारी तथा पाँच वर्षीय पुत्र आशिक कुमार का जलकर मौत हो गया. इस घटना में बच्चों को बचाने के प्रयास में माँ बाप भी बुरी तरह से झुलस गये हैं. जिनको इलाज के लिए पीएचसी पानापुर लाया गया.

जहाँ डाक्टरों ने बेहतर ईलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया. टीमल नट और रेखा देवी के मात्र दो हीं बच्चे थे आग की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गयी. जिन लोगों के घरों में आग लगी है उसमें टिमल नट,वैद नट ,भीमराव नट तथा जिनके बथान व भुसौल जले हैं उसमें सुरेन्द्र भगत, जितेन्द्र भगत, रमेश भगत, पुलिस भगत का नाम शामिल है.

देखिये कैसे लगी आग:

गरखा: मंगलवार को ज़िले के गरखा प्रखण्ड के महमदा पंचायत स्थित एक घर में अचानक आग लग गयी. इस अगलगी में घर का सारा सामान जलकर खाक हो गया. हालांकि आसपास के लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन फरभी घर मे रखा सारा सामान जलकर भस्म हो गया.

आग लव कुमार के घर मे लगी थी. घटना की सूचना पाकर उप मुखिया फुलवन्ती देवी ने गरखा अंचलाधिकारी को आग लगने की सुचना दी और आग से हुई छती का पीड़िता को जल्द मुआवजा देने की माँग की. गरखा सीओ ने आश्वासन देते हुए कहा जो भी आग से छती पहुँचा है. पीड़ित को जल्द ही उसके लिए मुआवजा दिया जाएगा.

Kopa: गर्मी आते अगलगी की घटनाओं में इजाफा होना शुरू हो गया है. मंगलवार की देर शाम कोपा थाने क्षेत्र के चतरा गांव में आग लगने से दर्जन भर लोगों के घर जल कर राख हो गए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जगन्नाथ बिंद, पुनीलाल बिंद, पटेल बिंद, छोटेलाल बिंद, सुरेश बिंद, अवधेश विन्द, बच्चा रावत, हरेन्द्र बिंद, साहेब बिंद, विकास बिंद राजकुमार बिंद आदि के घर जलकर राख हो गए.
मिली जानकारी के अनुसार चूल्हे से निकली चिंगारी ने सबसे पहले पुनिलाल प्रसाद के घर को अपने आगोश में लिया उसके बाद पछुआ हवा के झोंके के कारण साहेब प्रसाद, बिकाऊ प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, हरेंद्र प्रसाद, जयनाथ प्रसाद, बच्चा प्रसाद, जगलाल प्रसाद की घरों को बारी-बारी से अपने आगोश में ले लिया, घर में रखे अनाज, कपड़े सहित सब कुछ जल गए.ग्रामीणों ने बताया कि खाना बनाने के समय ही यह हादसा हो गया, आगलगी के बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर से पंपिंग सेट चला कर आग बुझाने का प्रयास किया. फिर ग्रामीणों की सूचना पर अग्नि शमन वाहन भी घटना स्थल पर पहुंच कर आग बुझाया. सीओ इंन्द्रवंश राय ने घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ित परिवारों का जायजा लिया तथा राहत देने का आश्वासन दिया.

छपरा: शहर के पश्चिमी छोर स्थित ब्रह्मपुर में हुई आगलगी की घटना के पीड़ितो के बीच सहायता राशि का वितरण किया गया. अग्निकांड के 6 पीड़ितों के बीच 58 हजार 800 रूपयें की राशि के चेक वितरित किये गये.

सदर प्रखंड अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि अग्निकांड के 6 पीड़ितों के बीच 9800 रूपयें की दर से कुल 58,800 रूपयें का चेक वितरण किया गया.

छपरा: जिले में इन दिनों अगलगी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है. गर्मी और तेज पछुआ हवाओं के चलने से छोटी से चिंगारी भयानक रूप लेते हुए फसल और घर को अपने चपेट में ले ले रही है.

ऐसे में अग्निशमन विभाग की जबाबदेही भी बढ़ गयी है. प्रतिदिन अग्निशमन वाहन शहर की सड़कों पर आते जाते देखे जा सकते है. अग्निशमन कर्मियों को घटनास्थल पर पहुँचने की हड़बड़ी होती है. ऐसे में सड़क पर लगा जाम उनकी राह में बाधा उत्पन्न करता है. कर्मियों को आग के साथ साथ सडकों पर लगने वाले जाम से भी जूझना पड़ रहा है.  

सोमवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब थाना चौक से भगवान बाजार की ओर जा रहा अग्निशमन वाहन घंटों जाम में फंसा रहा. अग्निशमन वाहन के चालक समेत पुलिसकर्मी जाम से निकलने की कोशिश करते दिखे. उस वक़्त शहर में आंगनवाड़ी सेविकाओं की रैली निकली थी. काफी मशक्कत के बाद वाहन को जगह मिल सका.

सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते अग्निशमन वाहनों को घटनास्थल पर पहुँचने में होने वाली देरी से उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से से जूझना पड़ता है. ऐसे में जब कभी भी आप सड़क पर वाहन चला रहे हो तो आपको चाहिए कि अग्निशमन वाहन को रास्ता देते हुए उनके लिए मार्ग को खाली करने की कोशिश करें.

जाम में फंसा अग्निशमन वाहन   

छपरा(कबीर अहमद): पूरी ज़िंदगी की कमाई एक पल में खो देने का दर्द, खोने वाले से बेहतर और कौन समझ सकता है. दुनिया दो पल के लिए तो सांत्वना दे सकती है लेकिन वो दर्द को न तो कम कर सकती है ना ही महसूस कर सकती है.

सुबह में आँख खुली नही की शाम में घर में चूल्हा कैसे जलेगा इसकी चिंता सताने लगती थी. ऐसे ही कई परिवार जिसके पास अपनी ज़मीन नही किराया पर ठिकाना और वो भी एक पल में सब ख़ाक हो गया. वो प्यारी सी कुटिया जो महल से कम नहीं थी. अब वो भी नही रही.

जिले में इन दिनों तेज पछुआ हवा के कारण अगलगी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. लोग आग के लगने से एक पल में अपने जीवन भर की कमाई को खो दे रहे है.

रविवार की दोपहर शहर के भगवान बाज़ार थाना क्षेत्र के मिर्चईया टोला मुहल्ले में एक परिवार की ज़िन्दगी भर की कमाई पल में आगलगी से ख़ाक हो गयी. किराये की ज़मीन पर ज़िन्दगी भर की कमाई और पाई-पाई जोड़कर मोहम्मद अली ने अपना आशियाना बनाया था. वह एक पल में सब ख़ाक हो गया. मोहम्मद अली की पत्नी ने बार बार कह रही थी कि मेरे के पास अब कुछ नही बचा. जो पैसे थे घर में वो भी जल गए. सर के ऊपर जो छत संजोया था वो भी अब नही रहा. 20160424060133

वही दूसरी ओर गड़खा थाना क्षेत्र के तीन स्थानों पर हुई आगलगी की घटना में तीन लोगों की मौत आग के चपेट में आने से हो गयी. यह केवल एक दिन की बात नहीं पिछले एक महीने के अंदर लगभग सैकड़ों घर आग की चपेट में आये है और लोग बेघर हुए है.   

यह हाल किसी एक परिवार का नहीं बल्कि जिले के कई परिवार इस विभीषिका से जूझ रहे है. जिले में लगातार हो रही आगलगी की घटनाओं से कितनों के आशियाने उजड़ गए और कितनो ने अपनों को खो दिया. कुदरत के इस कहर से कई लोग खुले आसमान के नीचे रात बिताने को विवश हुए है. मुआवजे के नाम पर जो भी सरकारी सहायता मिल रही है. वह महज एक औपचारिकता मात्र है. जीवन भर संजोया एक पल में गवां बैठे लोगों को अब समझ नहीं आ रहा की जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर फिर से कैसे लाया जाए.

{फोटो: अमन कुमार, छपरा टुडे}