राम जयपाल महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं का दीक्षारंभ हुआ संपन्न

छपरा : रामजयपाल महाविद्यालय में नए सत्र के छात्र-छात्राओं का दीक्षारम्भ कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में अंग्रेजी के पूर्व विभागाध्यक्ष व कला संकाय के डीन प्रोफेसर डॉ कुमार मोती उपस्थित रहे.

कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके हुई. तदुपरांत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो डॉ इरफान अली ने छात्र-छात्राओं व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि का स्वागत शब्द गुच्छों से किया.

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि महाविद्यालय वह स्थान है जहाँ छात्र-छात्राओं के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है. राम जयपाल महाविद्यालय की पहचान इसका अनुशासन एवं इसके शानदार शिक्षक हैं. विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर डॉ कुमार मोती ने दीक्षारम्भ समारोह में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक देखकर प्रसन्नता व्यक्त की एवं कहा की यह उज्ज्वल भारत का सूचक है.

उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय आपके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास का सर्वश्रेष्ठ स्थान है. ज्ञान मोक्ष का साधन है और छात्र इसे गांठ बांध लें. डॉ कौशल किशोर ने दीक्षारम्भ कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्र महाविद्यालय में पठन-पाठन से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए किसी भी शिक्षक से कभी भी मिल सकते हैं.

उन्होंने बच्चों को पठन-पाठन के दौरान प्रश्न पूछने के लिए भी प्रेरित किया. डॉ तोशी ने कहा कि यदि आप में श्रद्धा होगी तभी आप ज्ञान ले पाएंगे. डॉ नागेंद्र ने इस कार्यक्रम को अपने अध्यापकीय जीवन का सुंदर अनुभव बताया.

प्रोफेसर डॉ शकील अहमद अत्ता ने कहा कि छात्र-छात्राओं की 12 साल की ट्रेनिंग अर्थात पूर्व की शिक्षा में यदि कोई कमी रह जाती है तो उसे महाविद्यालय में दूर किया जाता है. वर्तमान समय में गूगल जैसा शिक्षक भी विद्यमान है. बस छात्र-छात्राओं के मन में जिज्ञासा और प्रश्न होने चाहिए.

दीक्षारम्भ कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र रंजन कुमार एवं प्रदीप कुमार को रन रेड मैराथन में जिले में क्रमशः तीसरा एवं पाँचवाँ स्थान प्राप्त करने के लिए 15 अगस्त के अवसर पर सम्मानित कोई जाने की घोषणा हुई.

कार्यक्रम में हिंदी विभाग के डॉ अमित रंजन, डॉ विद्याधर सिंह, डॉ राजू प्रसाद, डॉ अभिषेक दुबे, डॉ अखिलेश सरोज, डॉ अब्दुल खालिक सैयद, डॉ जितेंद्र वत्स,डॉ राकेश यादव, डॉ नागेश्वर वत्स, डॉ सत्येंद्र सिन्हा, डॉ सुधांशु, डॉ अमृत, कुमार विश्वविभूति, देवेश राय, राजकुमार राय, आलोक कुमार इत्यादि समेत सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे. मंच संचालन धर्मेंद्र कुमार ने किया.

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जयप्रकाश महिला महाविद्यालय के प्रांगण में नव-नामांकित छात्राओं का दीक्षा आरंभ कार्यक्रम का आयोजन

Chhapra: जयप्रकाश महिला महाविद्यालय के प्रांगण में सत्र 2024 – 2028 में नव-नामांकित छात्राओं का दीक्षा आरंभ कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मंजु कुमारी सिन्हा की अध्यक्षता में किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मंजु सिंहा ने सभी छात्राओं का महाविद्यालय में स्वागत किया तथा यह शुभकामनाएं दी कि सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करें तथा महाविद्यालय का नाम रौशन करें। दीक्षा आरंभ कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से

प्रतिनिधि के रूप में भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. उषा सिंह उपस्थित रहीं। इन्होंने सभी नवनामांकित छात्राओं का स्वागत किया तथा (CBCS) 4 वर्षीय चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए सभी को नियमित महाविद्यालय आने की बात कही तथा एबीसी (एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट) में रजिस्टर करने की बात कही।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक गण जिसमें हिंदी विभाग से डॉ .रेखा श्रीवास्तव, नम्रता कुमारी , अर्थशास्त्र विभाग से डॉ अर्चना सिन्हा ,इतिहास विभाग से डॉ शिखा सिन्हा, उर्दू विभाग से डॉ. अलीना अली मलिक, राजनीति शास्त्र विभाग से डॉ रिंकी सिंह, रसायन शास्त्र विभाग से डॉ अंबिका श्रीवास्तव , गृह विज्ञान से डॉ आंचल सिंह, जंतु विभाग से मुग्धा पांडे , संस्कृत विभाग से डॉ विजय चौधरी, मनोविज्ञान विभाग से डॉ विवेक तिवारी,अंग्रेजी विभाग से सुश्री चंचल कुमारी उपस्थित रहें।

साथ ही सभी ने अपना और अपने विषय का परिचय छात्राओं को दिया । महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में डॉ मनीषा सिंह, शिलानाथ सिंह, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, मुकेश , प्रमोद, सुबोध, अनवर ,नीलू, प्रवीण आदि ने अपना परिचय देते हुए छात्राओं को बहुत सारी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग की सुश्री चंचल कुमारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग की नम्रता कुमारी के द्वारा किया गया।

आज के इस कार्यक्रम में नव नामांकित छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय रही । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरे महाविद्यालय परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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राजेंद्र कॉलेज छपरा में नये छात्रों के लिए आयोजित हुआ दीक्षारंभ कार्यक्रम

Chhapra: स्नातक प्रथम सेमेस्टर, सत्र 2024-28 में नव नामांकित छात्रों के लिए दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि प्रो. उदय अरविंद तथा डीएसडब्ल्यू प्रो. उदय शंकर ओझा उपस्थित थे।

प्राचार्य ने अपनी अध्यक्षीय उद्बोधन में राजेंद्र कॉलेज के बारे में बताया और कहा कि छात्रों के लिए यहाँ हर सुविधा उपलब्ध है। 75 प्रतिशत उपस्थिति की अनिवार्यता को बताते हुए उन्होंने बेहतर शिक्षक, कैंपस, पुस्तकालय आदि की सुविधा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए उपलब्धता पर जोर दिया।

प्रो. उदय अरविंद ने नये कोर्स के बारे में विस्तार से बताया और प्रो. उदय शंकर ओझा ने छात्रों को जीवन में अनुशासित और क्रमबद्ध होने के महत्व को बताया। इस कड़ी में डॉ. सोमनाथ घोष ने छात्रों को पाठ्यक्रम के प्रारूप से अवगत कराया। डॉ. जया कुमारी पांडेय ने एनएसएस, एनसीसी, सेहत केंद्र, रेड रिबन क्लब के कार्यक्रमों और उसके व्यक्तित्व विकास में भूमिका को बताया।

मंच संचालन डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रशांत कुमार सिंह ने किया। विदित है कि माननीय कुलपति महोदय के निर्देश पर जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत कॉलेजों में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह पाठ्यक्रम छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए सहायक सिद्ध होगा।

प्रथम सेमेस्टर में छात्रों को मुख्य विषय के साथ उसी संकाय का एक विषय, अन्य संकाय से एक विषय, स्किल तथा नैतिक विकास हेतु विषयों को पढ़ाया जाना है। कुल चार वर्ष व आठ सेमेस्टर में छात्रों को सभी क्षेत्र के विषय के बारे में जानना होगा जो उसे न सिर्फ भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी साबित होगा बल्कि राष्ट्र निर्माण हेतु युवावों को तैयार भी करेगा। यह विकसित भारत में सहायक साबित होगा।

कार्यक्रम के अंत में अभिभावकों व छात्रों के जिज्ञासाओं का समाधान किया गया और सभी को वर्ग में आने हेतु कहा गया । इस दौरान प्रो. एन पी वर्मा, प्रो ए के वर्मा, प्रो. आर के मिश्रा, डॉ. देवेश रंजन, डॉ. तनु गुप्ता, डॉ. नेहा दूबे, डॉ. ज्योति, ज्योत्सना, डॉ. रजनीश यादव, डॉ. अलाउद्दीन ख़ान, शादाब हाशमी, डॉ. कन्हैया प्रसाद, डॉ. ऐमान रियाज़, अजय कुमार, डॉ. रवि प्रकाश नाथ त्रिपाठी समेत सैकड़ों छात्र उपस्थित थे ।

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Chhapra:  छपरा नगर निगम क्षेत्र में समस्याओं के निराकरण के लिए निगम प्रशासन ने पहल की है।

इसके लिए महापौर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। जिसके तहत टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। जिससे आम लोग अपनी समस्याओं की शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

इस व्यवस्था का उद्घाटन छपरा नगर निगम के महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता, उप महापौर रागिनी कुमार एवं नगर आयुक्त सुमित कुमार के द्वारा मंगलवार को किया गया।

इस अवसर पर नगर आयुक्त ने कहा कि कट्रोल रूम के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। जनता से प्राप्त शिकायतों के समाधान के लिए उसे अलग अलग पदाधिकारियों को भेजा जाएगा, साथ ही शिकायत के निवारण के बाद शिकायत करता को सूचना भी दी जाएगी।

महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि छपरा शहर स्वच्छ और सुंदर हो और यहां विकास प्रभावी ढंग से दिखे इसके लिए ऐसे प्रयास जारी रहेंगेl

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Chhapra: सारण प्रेक्षा गृह में माह जून 2024 का अपराध निरोध गोष्ठी पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। बैठक में सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक (मु0), पुलिस उपाधीक्षक, अंचल पुलिस निरीक्षक, थानाध्यक्ष एवं सभी शाखा प्रभारी तथा अभियोजन पदाधिकारी शामिल रहे।

गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक द्वारा, विधि-व्यवस्था, अनुसंधान की गुणवता एवं कांडो के निष्पादन तथा Citizen Centric policing के संदर्भ में विभिन्न दिशा- निर्देश दिये गये। 

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि 1 जुलाई 2024 से लागू तीन नये आपराधिक कानून के सफल क्रियान्वयन तथा आमलोगों के समस्याओं के निराकरण हेतु टोल फ्री नं0-1800-345-6270, दूरभाष सं0-0612-2294189 एवं दूरभाष संख्या-0612-2294073 बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किया गया है। नये कानूनों से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए उक्त दिये गये टोल फ्री नं0 तथा दूरभाष नं0 पर सम्पर्क किया जा सकता है। कांडो के निष्पादन में तेजी लायें एवं प्रत्येक माह प्रतिवेदित कांडो का कम-से-कम 1.5 गुणा कांडों का निष्पादन करायें।

 ERSS के तहत कंट्रोल रूम से प्राप्त होने वाली समस्याओं पर हर हाल में 20 मिनट के अंदर Responce करें। पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी थानों मे आने वाले आगंतुको से नम्र एवं शालीन व्यवहार रखें एवं उनकी समस्याओं को जानकर त्वरित निष्पादन करायें। पीड़ित व्यक्तियों का प्राथमिकी तुरंत दर्ज करें एवं एक प्रति पीड़ित को निःशुल्क मुहैया करायें। सभी थानाध्यक्ष थानों मे साफ-सफाई रखे एवं थानों मे उपलब्ध संसाधनों को बेहतर उपयोग करते हुये उनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दें।

कर्तव्य पर तैनात प्रत्येक पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी हमेशा वर्दी मे रहें एवं उनका टर्न-आउट उच्च कोटि का हो। प्रत्येक थानाध्यक्ष प्रतिदिन थाना में आने वाले आगंतुकों की समस्याओं को सुनकर उनका नियमानुसार उचित निवारण करें। थानो मे आने वाले आगंतुको के लिए आगंतुक कक्ष में पंखा, पानी एवं बैठने की व्यवस्था रखें।

पासपोर्ट एवं चरित्र सत्यापन हेतु प्राप्त आवेदनों का निर्धारित समयावधि के अंदर निष्पादन करें। लापरवाही या शिथिलता पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक शनिवार थाना मे आयोजित होने वाले भूमि-विवाद बैठक में भूमि-विवाद से सम्बंधित प्राप्त मामलो का निपटारा करें।

सभी थानाध्यक्ष प्रत्येक माह थाना क्षेत्र के सामाजिक एवं प्रबुद्ध व्यक्तियों के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित करें। साथ ही प्रत्येक पर्व-त्यौहार से पूर्व अवश्य शांति समिति की बैठक करें।

बालू के अवैध खनन, परिवहन, भंडारण, शराब कारोबार एवं जमीन विवाद तथा अन्य अवैध गतिविधियों मे किसी भी पुलिस पदाधिकारी, कर्मी की संलिप्तता पाये जाने पर उनके विरूद्ध कठोर अनुशासनिक, विधिक कार्रवाई की जाएगी।

मद्यनिषेध विशेष अभियान चलाकर शराब के निर्माण, बिक्री एवं कारोबार के विरूद्ध कार्रवाई करें। इस दौरान दियारा क्षेत्र में Drone एवं खोजी श्वान दस्ता का उपयोग करें।

सभी थानाध्यक्ष सक्रिय अपराधकर्मियों, जेल से छुटे अपराधकर्मियों एवं फिरारियों की सूची को अद्यतन करते हुये नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करें।

छपरा शहर एवं अन्य थाना क्षेत्रान्तर्गत ट्रैफिक की समस्या से निजात हेतु आवश्यक उपाय करें एवं यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई करें। साथ ही अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध पुलिस एक्ट की धारा-34 के तहत अनुमंडल पदाधिकारी को प्रस्ताव समर्पित करें।
आगामी मुहर्रम पर्व को लेकर शांति/विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी प्रकार के आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

उन्होंने बताया कि माह जून में कुल 1134 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें हत्या के कांड में-31, दहेज हत्या के कांड में-07, लूट में-04, डकैती में-06, आर्म्स अधि0 में-29, हत्या के प्रयास में-88, एन0डी0पी0एस0 में-02, अपहरण में-22, बलात्कार में-03, पाॅक्सो मे-02, अनु0जाति/जनजाति में-34, पुलिस पर हमला के कांड में-12, आई0टी0 अधि0 में-11, खनन के कंाड में-103, चोरी के कांड में-23, अन्य विशेष कांड में-52, मद्यनिषेध के कांड में-557, वारंट में-133 तथा अन्य कांडों में 15 अभियुक्त शामिल हैं।

तत्पश्चात पुलिस केंद्र में पुलिस सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न रैंक के पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया इसके निराकरण हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा संबंधित शाखा को आदेशित किया गया।

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राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन विभाग की प्राथमिकता: आरपीएमयू

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित:

शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सीय सुविधाओं को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिए शुरू हुई कवायद: अपर निदेशक

एक्शन प्लान तैयार करने के लिए अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश: आरपीएम

गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य:

Chhapra: सारण जिला मुख्यालय स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज और बड़ा तेलपा के साथ—साथ सिवान शहर के महादेवा और लक्ष्मीपुर मोहल्ला स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के निर्धारित मानकों के अनुरूप बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। जिसको लेकर सारण और सिवान जिले के जिला मूल्यांकन और अनुश्रवण पदाधिकारी, जिला लेखा प्रबंधक, चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर को क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार और जपाइगो की क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक बनानी मिश्रा के द्वारा प्रशिक्षित किया गया। संबंधित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी और कर्मियों के अलावा क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार, क्षेत्रीय लेखा प्रबंधक विजय कुमार राम, क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजीनियर साबित्री पंडित, कार्यालय सहायक मनोज कुमार, जपाईगो की क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक बनानी मिश्रा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी, लेखापाल निहारिका, आरपीएमयू कर्मी अंकुर और रंजय सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सीय सुविधाओं को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिए शुरू हुई कवायद: क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक

क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को तीन स्तर पर प्रमाणीकरण के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाणीकरण योजना की शुरुआत की गई है। जिसको लेकर सारण और सिवान के यूपीएचसी में चिकित्सीय सुविधाएं और चिकित्सकीय इंतजामों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के प्रमाण पत्र के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत अंक लाना होगा। इसके लिए सक्षम पोर्टल पर सभी मानकों से संबंधित डाटा को अपलोड करना होगा।

एक्शन प्लान तैयार करने के लिए अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा- निर्देश: आरपीएम

क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण को लेकर की जा रही तैयारियों से संबंधित एक्शन प्लान तैयार करने के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। इसके अलावा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जिम्मेदारी, संबंधित कार्य में विशेष दक्षता व कौशल रखने वाले कर्मियों को एक महीने का समय दिया गया है। ताकि उसको एनक्यूएएस प्रमाणीकरण से प्रमाण पत्र मिल सके। सक्षम पोर्टल पर संधारण, अंकेक्षण और अनुश्रवण से संबंधित प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।

गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य: जपाईगो

जपाईगो की क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक बनानी मिश्रा ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों से कहा कि शहरी स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने के लिए कार्ययोजना है। लेकिन इसके लिए आप सभी को प्रशिक्षित करना जरूरी है। क्योंकि इसका मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के अलावा स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा अनिवार्य रूप से लगातार प्रयास किया जाता हैं। ताकि शहरी क्षेत्र के निवासियों को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा सके

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कबड्डी में शिशु मंदिर के छात्राओं ने पाया प्रथम स्थान

Chhapra: कैटोला,मधुबनी में आयोजित 35 वां प्रांतीय खेलकूद प्रतियोगिता कन्हर कपिल देव सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दर्शन नगर, छपरा के छात्रों ने कबड्डी प्रतियोगिता में भाग लिया.

प्रांत से आए विभिन्न विद्यालयों के कबड्डी टीमों को पराजित करते हुए सरस्वती विद्या मंदिर, दर्शन नगर, छपरा के बहनों ने प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय के नाम के साथ-साथ छपरा शहर को भी गौरांवित की।

इस टीम में मुख्य रूप से अनुष्का, किरण, दिव्या सिंह, सौम्या, राजनंदनी, रिया पांडे, अकृति गिरी, पलक, आकृति सिंह एवं अंजू शामिल थी।

कैटोला में विजयश्री होने के उपरांत टीम के कप्तान अनुष्का ने अपने जीत पर प्रसन्नता व्यक्त करती हुई. जीती हुई ट्रॉफी को विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ को सुपुर्द कर दी।

प्रधानाचार्य ने ट्रॉफी को प्राप्त करते हुए विजयी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं दी. 16 एवं 17 जुलाई को होने वाला क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता लोहरदगा, झारखंड में भी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, दर्शन नगर, छपरा का विजयी पताका लहराने का आशीर्वाद भी दिया।

इस कार्यक्रम के अवसर पर प्रधानाचार्य ने सभी भैया बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि आप भी विद्या भारती द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने विद्यालय में माता-पिता का नाम रौशन कर सकते हैं। U- 17 टीम के मार्गदर्शक सचिंद्र उपाध्याय, सुश्री रंजीता कुमारी, मीडिया प्रमुख अनिल कुमार आजाद, आचार्य बंधु – भगनी अशोक पूरी, राजेश पाठक, राजेश कुमार, मणि भूषण दर्शना सिंह, नीलू कुमारी, रिचा गुप्ता, प्राची, आशुतोष चौधरी इत्यादि एवं भैया बहन उपस्थित थे।

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अमेठी में हुआ भीषण सड़क हादसा, पांच लोगों की मौत, इसुआपुर के लोग शामिल

अमेठी: नई दिल्ली से सिवान जा रही बस बीती रात्रि 2 बजे के करीब जैसे ही अमेठी जिले के बाजार शुकुल थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर 68.8 किलोमीटर पर पहुंची थी कि किसी अज्ञात वाहन से पीछे से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह से डैमेज हो गया। इसी हादसे में 4 यात्रियों की मौके पर मौत हो गई। जबकि करीब 12 यात्री घायल हो गए। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान गंभीर रूप से घायल एक यात्री की मौत हो गई।

सूचना पर पहुंची बाजार शुकुल थाने की पुलिस ने तत्काल एंबुलेंस की मदद से सभी घायल यात्रियों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। जहां पर डॉक्टर ने गंभीर रूप से घायल तीन यात्रियों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

गौरीगंज स्थित जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर पीतांबर कनौजिया ने बताया कि एक गंभीर रूप से घायल यात्री की भी मौत हो गई। जिसकी मौत जिला अस्पताल में हुई वह बिहार का रहने वाला है। अभी तक मृतकों के नाम पते की शिनाख्त नहीं हो सकी है।

घटना की जानकारी होते ही तत्काल पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार सहित पूरी फोर्स घटनास्थल और जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना।

पुलिस क्षेत्राधिकाररी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली से सिवान जा रही प्राइवेट बस रात्रि में करीब 2 बजे बाजार स्कूल थाने के अंतर्गत पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 68.8 किलोमीटर पर किसी अज्ञात वाहन से टकरा गई। इस पर बैठे हुए करीब 12 लोग घायल हो गए और चार लोगों की मौके पर मौत हो गई।

पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया जिसमें से तीन लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। क्रेन मंगवा कर बस को सड़क के किनारे करवा दिया गया है। यातायात बहाल हो गया है। शांति व्यवस्था कायम है।

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10 नवनियोजित महिला पर्यवेक्षिका को गुरुवार को दिया जायेगा नियोजन पत्र

Chhapra: समाज कल्याण विभाग के तहत समेकित बाल विकास परियोजना अंतर्गत सारण जिला में उपलब्ध रिक्तियों के विरुद्ध 37 महिला पर्यवेक्षिकाओं का नियोजन किया गया है।

इनमें से 21 महिला पर्यवेक्षिकाओं को उनके दस्तावेजों के सत्यापन के उपरांत पहले ही नियोजन पत्र दिया गया है। इनमें से 17 महिला पर्यवेक्षिकाओं ने योगदान भी दे दिया है।

10 अन्य नियोजित महिला पर्यवेक्षिकाओं के दस्तावेज सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका है। इन सभी- किरण कुमारी,प्रिती सिंह,पूर्णिमा कुमारी, खुशबू कुमारी,सुधा कुमारी, सरिता कुमारी, कुमारी अम्बालिका, श्वेता कुमारी, निर्मला देवी एवं ममता कुमारी को गुरुवार को नियोजन पत्र वितरित किया जायेगा।

शेष 6- कुमारी श्वेता सिंह, बबीता कुमारी, किशोर प्रसाद सुमना, अर्चना देवी, विजया रानी एवं कुसुम शर्मा के दस्तावेजों का सत्यापन प्रक्रियाधीन है, सत्यापन पूरा होने के उपरांत इन्हें नियोजन पत्र दिया जायेगा।

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयाम “खेलो भारत” के द्वारा रन फॉर एनवायरमेंट एंड क्लाइमेट मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन मगाईडीह एन.एच पर किया गया .

इस दौरान खेलो भारत के जिला संयोजक शैलेश कुमार मांझी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में सैकड़ो प्रतिभागियों ने भाग ग्रहण किया प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित हुआ बालक और बालिका जिसमें, 1500 मी. बालिका वर्ग पहला स्थान प्रीति कुमारी साह दूसरा स्थान राखी कुमारी ,तीसरा स्थान रुचि कुमारी चौथा स्थान मनीषा कुमारी और पांचवा स्थान अंजली कुमारी ने प्राप्त किया ।

3 किलोमीटर बालिका वर्ग में पहला स्थान जिन्नत तमन्ना दुसरा स्थान दुर्गा कुमारी तीसरा स्थान रवीना कुमारी चौथा स्थान गीता कुमारी और पांचवा स्थान ऋतुराज ने प्राप्त किया।

5 किलोमीटर बालक वर्ग पहला स्थान दीपू कुमार दूसरा स्थान रितेश कुमार तीसरा स्थान निशांत कुमार चौथा‌ स्थान मोनू कुमार सिंह और पांचवा स्थान अरविंद कुमार, 1500 मीटर बालक वर्ग पहला स्थान कन्हैया कुमार दूसरा स्थान पिंटू कुमार तीसरा स्थान गोविंद कुमार चौथा स्थान रमेश कुमार और पांचवा स्थान आदित्य कुमार ने हासिल किया.

इस मौके पर मुख्य रूप से तेज्स फिजिकल अकादमी के कोच मोनू सिंह सैनिक फिजिकल अकादमी के कोच और डायरेक्टर प्रमोद सिंह सुशील कुमार यादव सारन फिजिकल अकादमी के कोच मिंटू कुमार, इस दौरान हिंदुस्तान स्काउट्स एवं गाइड्स के टीम के सदस्य भी शामिल रहे.

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Chhapra: जल जनित बीमारियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में घर के आसपास बहुत से कीटाणुओं के बढ़ने के कारण लोगों के बीमार होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। जिस कारण ऐसे मौसम में लोगों को डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से ग्रसित होने का खतरा मंडारने लगता है।

जिलेवासियों को इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। जिस दौरान लोगों को डेंगू होने के कारण, पहचानने के लक्षण के साथ- साथ अस्पताल में इसके इलाज के लिए उपलब्ध सुविधाओं के प्रति जागरूक किया जाता है। डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से जिलेवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अमन समीर के अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई।

सरकारी अस्पताल के साथ – साथ निजी अस्पतालों में भी डेंगू मरीजों को चिन्हित किया जाए: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा बताया गया कि बदलते मौसम के साथ जिले में डेंगू मरीजों को सुरक्षित और बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के निजी अस्पतालों और पंजीकृत जांच घरों को डेंगू मरीज की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिया जाता है। निजी अस्पताल व जांच घरों से मरीज के डेंगू ग्रसित होने की जानकारी होने की स्थिति में मरीज को सूचित करते हुए उन्हें इलाज कराने की जानकारी दी जाती है। इसके साथ- साथ संबंधित मरीज के परिजनों को भी डेंगू या चिकनगुनिया जांच करवाने का निर्देश दिया जाता है, जिससे कि लोग संबंधित बीमारी की पहचान कर अपना इलाज सुनिश्चित करें। क्योंकि मानसून के कारण कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में लोगों को इन बीमारियों से बचाव के उपाय के संबंध में जानकारी अतिआवश्यक हो जाता है। बारिश के समय घर के आसपास पानी का जमाव हो जाता है। स्थिर साफ पानी के जमाव होने से उसमें एडीज मच्छर पनपने लगता है। संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से कोई भी व्यक्ति डेंगू या चिकनगुनिया का शिकार हो जाता है। यह मच्छर दिन के समय में ही लोगों को अपना शिकार बनाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल और जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक इलाज की व्यवस्था है। जिलेवासियों से अपील की जाती है कि संक्रमित व्यक्ति को डेंगू से सुरक्षा के लिए अपना और अपने परिजनों का ध्यान रखने के साथ लक्षण दिखाई देने की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच अवश्य करायें।

डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए सदर अस्पताल में 10 तो एसडीएच में 5 जबकि प्रखंड स्तर पर दो बेड सुरक्षित: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि बारिश के मौसम में डेंगू से ग्रसित मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। इसके लिए जिले के सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाया जाता है। जहां डेंगू से ग्रसित मरीजों को भर्ती करते हुए उन्हें इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए जिला मुख्यालय सहित सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडलीय अस्पताल में 05 बेड तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2-2 बेड को डेंगू के मरीजों हेतु सुरक्षित रखा गया है। डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर प्रखंड स्तरीय अस्पताल में मरीजों की एनएस-1 की जांच होती है। इसमें ज्यादा ग्रसित पाए जाने पर संबंधित मरीजों की सदर अस्पताल में एलिजा टेस्ट कराई जाती है। वहां चिन्हित होने के बाद ही उक्त मरीज को डेंगू ग्रसित मानते हुए इलाज की जाती है। डेंगू एवं चिकनगुनिया बुखार की स्थिति में सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि समय पर पहचान और इलाज करवाने पर मरीज घर में ही आइसोलेटेड स्थिति में रह सकता हैं। निजी अस्पताल और जांच घरों से जांच के दौरान अगर दूसरे जिला के रहने वाले कोई व्यक्ति डेंगू या चिकनगुनिया ग्रसित पाया जाता हैं तो मरीज को सूचित करने के साथ- साथ संबंधित जिला के विभागीय अधिकारी को भी सूचित किया जाता है। ताकि संबंधित क्षेत्र के लोगों को भी जागरूक करते हुए ग्रसित मरीजों की पहचान कर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

डेंगू मरीज होने पर संबंधित क्षेत्रों में कराई जाती है फॉगिंग: डॉ दिलीप कुमार
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि वर्ष 2024 में फिलहाल डेंगू के मात्र दो मरीजों की पहचान हुई है। हालांकि डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के लिए शहरी क्षेत्र के कटरा, अस्पताल चौक, लाह बाजार, मौना चौक, भगवान बाजार, दहियावां, नई बाजार, रेलवे कॉलोनी तो वहीं रिविलगंज के गोदना मोड़, गड़खा के स्थानीय बाजार ले अलावा बसंत रोड के साथ साथ सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल क्षेत्र के दुधैला और बाकरपुर को हॉट स्पॉट के लिए चिन्हित किया गया है। विभागीय अधिकारियों का ध्यान इन इलाकों में सबसे अधिक है। लेकिन इसके अलावा जिले के सभी क्षेत्रों में डेंगू मरीज की पहचान होने पर संबंधित क्षेत्र के आसपास के घरों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक सप्ताह के अंदर ही फॉगिंग कराया जाता है। इससे संबंधित क्षेत्र के डेंगू होने वाले मच्छर नष्ट हो जाते हैं। साथ ही अन्य लोग डेंगू ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं। इसके अलावा क्षेत्र के लोगों को भी डेंगू की पहचान के लिए लक्षण की जानकारी देते हुए इलाज के लिए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए जागरूक किया जाता है, ताकि जिलेवासी डेंगू या चिकनगुनिया जैसे बीमारी से सुरक्षित रह सकें।

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Chhapra: शहर में हर ओर कोई ना कोई निर्माण एजेंसी निर्माण में जुटी है। कहा जा रहा है की विकास की गंगा बह रही है। लेकिन इन विकास के दौरान एजेंसियाँ गुणवक्ता का कितना ख्याल रख रही है यह समझने का विषय है। 
विगत दिनों शहर के पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवर लाइन का काम हुआ। अब मानसून के आगमन के बाद यहाँ सड़क धंस गई। यही नहीं 10 दिनों के अंदर दो बाद धस गई। जैसे तैसे मरम्मत किए जाने से दुबारा धसी। 

मरम्मत के नाम पर मिट्टी भर के छोड़ देने के कारण अब पहले के स्थान के बगल में सड़क धस गई। इस सड़क से भारी वाहन गुजरते हैं, यदि समय रहने इसे सही नही कराया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
आपको बात दें कि विगत 28 जून को भी सड़क धसी थी, जिसे मिट्टी भर कर जैसे तैसे मरम्मत कर दिया गया था। जिसकरण एक बार पुनः धसी है। अब देखने वाली बात होगी कि विभाग की नींद कब टूटती है और इसको सही कराया जाता है। फिलहाल बड़े वाहनों के गुजरने से इसके और धसने का अनुमान लगाया जा रहा है। छोटे वाहन चालक बच कर गाड़ी चल रहे हैं।    

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