राम जयपाल महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं का दीक्षारंभ हुआ संपन्न
छपरा : रामजयपाल महाविद्यालय में नए सत्र के छात्र-छात्राओं का दीक्षारम्भ कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में अंग्रेजी के पूर्व विभागाध्यक्ष व कला संकाय के डीन प्रोफेसर डॉ कुमार मोती उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके हुई. तदुपरांत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो डॉ इरफान अली ने छात्र-छात्राओं व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि का स्वागत शब्द गुच्छों से किया.
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि महाविद्यालय वह स्थान है जहाँ छात्र-छात्राओं के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है. राम जयपाल महाविद्यालय की पहचान इसका अनुशासन एवं इसके शानदार शिक्षक हैं. विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर डॉ कुमार मोती ने दीक्षारम्भ समारोह में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक देखकर प्रसन्नता व्यक्त की एवं कहा की यह उज्ज्वल भारत का सूचक है.
उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय आपके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास का सर्वश्रेष्ठ स्थान है. ज्ञान मोक्ष का साधन है और छात्र इसे गांठ बांध लें. डॉ कौशल किशोर ने दीक्षारम्भ कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्र महाविद्यालय में पठन-पाठन से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए किसी भी शिक्षक से कभी भी मिल सकते हैं.
उन्होंने बच्चों को पठन-पाठन के दौरान प्रश्न पूछने के लिए भी प्रेरित किया. डॉ तोशी ने कहा कि यदि आप में श्रद्धा होगी तभी आप ज्ञान ले पाएंगे. डॉ नागेंद्र ने इस कार्यक्रम को अपने अध्यापकीय जीवन का सुंदर अनुभव बताया.
प्रोफेसर डॉ शकील अहमद अत्ता ने कहा कि छात्र-छात्राओं की 12 साल की ट्रेनिंग अर्थात पूर्व की शिक्षा में यदि कोई कमी रह जाती है तो उसे महाविद्यालय में दूर किया जाता है. वर्तमान समय में गूगल जैसा शिक्षक भी विद्यमान है. बस छात्र-छात्राओं के मन में जिज्ञासा और प्रश्न होने चाहिए.
दीक्षारम्भ कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र रंजन कुमार एवं प्रदीप कुमार को रन रेड मैराथन में जिले में क्रमशः तीसरा एवं पाँचवाँ स्थान प्राप्त करने के लिए 15 अगस्त के अवसर पर सम्मानित कोई जाने की घोषणा हुई.
कार्यक्रम में हिंदी विभाग के डॉ अमित रंजन, डॉ विद्याधर सिंह, डॉ राजू प्रसाद, डॉ अभिषेक दुबे, डॉ अखिलेश सरोज, डॉ अब्दुल खालिक सैयद, डॉ जितेंद्र वत्स,डॉ राकेश यादव, डॉ नागेश्वर वत्स, डॉ सत्येंद्र सिन्हा, डॉ सुधांशु, डॉ अमृत, कुमार विश्वविभूति, देवेश राय, राजकुमार राय, आलोक कुमार इत्यादि समेत सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे. मंच संचालन धर्मेंद्र कुमार ने किया.