Chhapra: देश Lockdown की स्थिति में है. ऐसे में लोगों को परेशानी हो रही है पर अपनी भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सभी घरों में बंद है. इस दौर में सबसे अधिक परेशानी बीमार लोगों को हो रही है. खासकर उन लोगों को जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है और उनके परिजन उनके पास इस मुश्किल हालात में नही है.

इसे भी पढ़ें: Lockdown में Social Media बना संवाद का बेहतर माध्यम, बस अफवाहों से बचने की जरूरत

इन सबके बीच सारण पुलिस की एक पहल की सराहना हो रही है. पुलिस ने नेवी में कार्यरत जवान के अनुरोध पर उनके लकवाग्रस्त पिता जो घर में अकेले थे को बलिया उनके ईलाज के लिए वाहन कर पहुंचाया है.

इसे भी पढ़ें: Lockdown: विदेशों से लौट कर आये लोगो पर जिला प्रशासन रख रहा पैनी नज़र

सारण के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नैनी गांव निवासी नेवी के जवान उमेश यादव ने अपने लकवाग्रस्त पिता रामेश्वर राय, जो घर में अकेले थे को ईलाज के लिए बलिया भेजवाने का अनुरोध किया था. उमेश ड्यूटी पर तैनात है ऐसे में सारण पुलिस ने उनके अनुरोध पर बीमार लकवाग्रस्त उनके पिता को वाहन के माध्यम से बलिया पहुँचाया है.

सारण पुलिस के इस प्रयास से Lockdown के समय बुजुर्ग को सहायता मिली है. साथ ही पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है.

0Shares

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि घर में बंद होने पर ऐसी खबरों से बचें जो आपको परेशान कर सकती हैं और इनमें कोरोना से जुड़ी खबरें भी शामिल हैं.

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते दुनिया लगभग बंद सी हो गई है. स्कूल, दफ्तर, मॉल और सिनेमाघर बंद पड़ें है और लोग घरों में सिमटे हुए हैं. ऐसे में बोरियत होना स्वाभाविक है. लेकिन लंबे समय तक घर पर बंद होने का असर बोरियत से आगे बढ़कर मानसिक परेशानियों में भी बदलने लगा है. दुनिया भर में, एक बड़ी संख्या में लोग एंग्जायटी (घबराहट) और बाकी मानसिक तकलीफों की शिकायत करने लगे हैं.

इसे भी पढ़ें:  छपरा का 6 वर्षीय बच्चा Online Charity कर जुटा रहा राहत कोष के लिए धन, अबतक जुटाए 9 हजार रुपये

तनाव से बचने का एक तरीका स्थितियों को स्वीकार कर लेना भी है. हो सकता है कि कोरोना वायरस से पैदा हुई इस आपात स्थिति में कुछ लोग मानसिक या शारीरिक परेशानियों के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी उठा रहे हों. ऐसे में केवल यह याद रखे जाने की जरूरत है कि जान है तो जहान है. हो सकता है, कुछ लोगों को यह समाधान स्थितियों का अति-सरलीकरण लगे लेकिन फिलहाल कोई और विकल्प मौजूद नहीं है. अगर आर्थिक नुकसान नहीं है और केवल डर या बेचैनी है तो यह मान लेने में कोई बुराई नहीं कि आपको डर लग रहा है. मनोविज्ञान कहता है कि ऐसा करते ही दिमाग डर की बजाय डर के कारण और उससे निपटने के तरीकों पर केंद्रित हो जाता है. एक बार तनाव के कारणों को पहचान लेने के बाद इससे बाहर आने के लिए, प्रोग्रेसिव मसल्स रिलेक्सेशन और ध्यान जैसे तरीके ऑनलाइन सीखे जा सकते हैं.

इस मामले में उन लोगों को खास तौर पर ध्यान देने की ज़रूरत है जिनके घरों में बच्चे हैं. माता-पिता के लगातार परेशान होने का असर बच्चों पर बहुत जल्दी और बुरा पड़ता है. ऐसी परिस्थिति में बच्चों के साथ भी कोरोना वायरस के बारे में बात किए जाने की ज़रूरत है ताकि उन्हें पता चल सके कि घर और बाहर का माहौल क्यों बदला हुआ है. साथ ही, उन्हें यह बताना भी ज़रूरी है कि बहुत सी बातें आपके यानी माता-पिता के नियंत्रण में भी नहीं होता है़.

इसे भी पढ़ें: छपरा सदर अस्पताल में उपलब्ध हुआ कोरोना टेस्ट किट, लोगों को नहीं जाना होगा पटना

अच्छी नींद, पोषक भोजन, साफ वातावरण, व्यायाम और लोगों से मेल-जोल इंसान की मूलभूत ज़रूरतें हैं, इसलिए इसके विकल्प तलाशे जाने की ज़रूरत है. उदारहरण के लिए अपने घर वालों या दोस्तों से लगातार फोन पर संपर्क रखना या वीडियो चैट करना, दोनों तरफ के लोगों को सामान्य बने रहने में मदद करेगा. इसके अलावा भूले-बिसरे दोस्तों या कभी न मिलने वाले रिश्तेदारों को फोन कर उनके हाल-चाल जाने जा सकते हैं. कुछ जानकार खाना खुद बनाने से लेकर घर की सफाई करने या बाकी घरेलू काम निपटाने के विकल्प का भी इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. चूंकि ये काम सातों दिन चलते हैं इसलिए इनके साथ खुद को रोज व्यस्त रखना आसान है. इसके अलावा, वे लोग जो हमेशा समय की कमी के चलते स्वास्थ्य पर ध्यान न दे पाने की बात कहते हैं, कम से कम इन दिनों में एक्सरसाइज, योग, प्राणायाम आदि को अपना सकते हैं. यह स्वस्थ रखने के साथ-साथ तनाव कम करने में भी सहायक होगा।

यह लेखक के निजी विचार है

लेखक डॉ जीतेन्द्र कुमार सिंह एच आर कॉलेज, अमनौर, सारण में मनोविज्ञान के सहायक प्रोफेसर है. 

0Shares

छपरा: Corona Virus को लेकर सभी Lockdown में अपने घरों के अंदर रहकर तरह तरह के कार्य कर रहे है. वैसे में एक बच्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ऑनलाइन प्रस्तुति देकर प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए धन जुटा रहा है.

Lockdown की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने की अपील के बाद से ही इस बच्चें ने विगत 28 मार्च से फेसबुक के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति देे रहा है और लोगो से इस विपदा के समय मे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान देने का आग्रह कर रहा है. यह प्रस्तुति 31 मार्च तक जारी रहेगी.

शहर के साहेबगंज निवासी मनीष कुमार और रस्मिता शाह के 6 वर्षीय पल साक्षी नाम के इस बच्चें ने विगत 28 मार्च से प्रतिदिन Facebook पर अपनी प्रस्तुति दे रहा है. गीत संगीत के माध्यम से लोगों का इस Lockdown की अवधि में मनोरंजन कर देश मे आयी इस विपदा को भगाने में अपनी भागीदारी दान देकर सुनिश्चित करने का आह्वान किया जा रहा है. इसके लिए पल साक्षी ने अपनी माँ का बैंक खाता संख्या भी प्रकाशित किया है. जहाँ लोग आपदा राहत कोष के लिए दान कर सकते है. इस चैरिटी से आने वाली पूरी राशि सरकार के आपदा राहत कोष में जमा की जाएगी.

पल साक्षी का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की बीमारी है जिससे सभी देश आज विपदा में है. हमारे देश भारत मे भी यह संक्रमण पहुंच चुका है. ऐसे में इस विपदा के समय सभी को एकजुट होकर सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए जिससे कि इस कोरोना वायरस के संक्रमण से देश को बचाया जा सकें. साक्षी का कहना है कि मेरे द्वारा लॉक डाउन में इस चैरिटी का आयोजन ऑनलाइन किया जा रहा है. इससे मिलने वाली राशि को वह सरकार के देगी जिससे कि सरकार राहत कोष से उन लोगों की मदद कर सकें जो इसकी चपेट में आ रहे है. यह एक प्रयास है जिससे संक्रमित लोगो को मदद पहुंचाया जा सकें. उन्होंने सभी से आह्वान भी किया कि सभी अपने अनुसार राहत कोष में दान देकर सरकार के हाथ को मजबूत करें.

वही रस्मिता शाह ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के कारण ऑनलाइन चैरिटी किया जा रहा है. हमारा प्रयास है कि हम सरकार को इस आपदा के समय ज्यादा से ज्यादा सहयोग कर अपने देश को मजबूत बनाये. ऑनलाइन देखने वालों ने इस कार्य की सराहना की है.

अबतक ऑनलाइन देखने वालों ने 9415 रुपये की रकम सरकार के राहत कोष में देने के लिए दान किया है. जिसे 31 मार्च के लाइव के बाद भेज दिया जाएगा.

0Shares

Chhapra: सारण पुलिस अधीक्षक ने भगवान बाजार थानाध्यक्ष रमेश कुमार यादव को कर्तव्य में स्थिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है. मामला थाना परिसर से 4 अपराधियों के भागने का है.

पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र से हत्या, लूट, ट्रेन लूट में सम्मिलित रहे 6 अपराधियों को पकड़ कर भगवान बाजार थाना लाया गया था. जिनमें से 4 भगवान बाजार थानाध्यक्ष के लापरवाही और कार्य में स्थिलता के कारण थाना परिसर से फरार होने में कामयाब हो गए. इसको लेकर जांच की गई जिसके बाद थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर किया गया है.

उन्होंने बताया कि दो अन्य अपराधी गोधन और आर्यन को जेल भेज दिया गया है.

इस मामले के प्रकाश में आने के बाद आम लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे है. Lockdown के समय जब सभी जगह पुलिस एक्टिव है ऐसे में थाना से अपराधियों के भागने की घटना से लोग तरह तरह के सवाल उठा रहे है.

0Shares

Chhapra: आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ. व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर से सुख, शांति, समृद्धि की कामना करते हुए देश पर आई विपदा कोरोना वायरस के समाप्ति की भी कामना की.

लॉक डाउन के कारण व्रतियों ने अपने घर की छतों, घर के सामने अस्थायी तालाब बनाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. इस अवसर पर परिवार के सभी लोगों ने भी भगवान से कोरोना वायरस को भगाने का आह्वान किया.

व्रतियों द्वारा सुबह से ही अर्घ्य को तैयारी की जा रही थी. लॉक डाउन के बावजूद भी सभी ने अपने सामर्थ्य के अनुसार फल, पकवान से भगवान को अर्घ्य दिया.

व्रतियों द्वारा मंगलवार को अहले सुबह भी भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया जाएगा. जिसके बाद इस चार दिवसीय अनुष्ठान की समाप्ति होगी.

0Shares

Chhapra: युवाओं की सामाजिक टीम फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया द्वारा उत्तरी दहिया टोला के स्लम बस्ती में रिक्शा चालक, ठेला चालक एवं दिहाड़ी मजदूरों के लगभग 50 घरों में खाद्य सामग्री के रूप में दाल, चावल, आलू का वितरण किया गया.

ज्ञात हो कि देश में घोषित लॉक डाउन के कारण वो न तो रिक्शा चला रहे हैं, न ही ठेला चला पा रहे हैं और ना ही महिलाएं दूसरे के घर में पोछा लगा पा रही है. जिसके चलते उनकी स्थिति काफी दयनीय हो गई है. ज्ञात हो कि फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया द्वारा विगत 4 वर्षों से उनके बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिया जाता है बस्ती के कुछ परिजनों ने फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के सदस्यों को फोन के माध्यम से रोते हुए अपने दुख को बताया फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के सदस्यों ने अपने सभी सदस्यों के पॉकेट मनी से उन्हें मदद करने के लिए आगे आये.

इस अवसर पर फेस ऑफ़ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष सह राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता मंटू कुमार यादव, सचिव रंजीत कुमार, रचना पर्वत, संजीव चौधरी, सनी सुमन, सत्यानंद कुमार रंजन यादव, राजेश कुमार, सुशांत कुमार आदि सदस्यों ने अपनी बहुमूल्य भूमिका निभाई.

0Shares

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल से कोरोना वायरस के संदिग्धों को जांच के लिए पीएमसीएच रेफर नहीं करना पड़ेगा. छपरा सदर अस्पताल में कोरोना टेस्ट किट उपलब्ध हो गया है. इस जांच किट के द्वारा संदिग्धों का सैंपल कलेक्ट कर उसे पटना भेजा जा रहा है.
जहां से 48 घंटे में रिपोर्ट छपरा सदर अस्पताल को प्राप्त हो जाएगा. इस दौरान पहले दिन 20 लोगों के सैम्पल कलेक्ट कर पटना भेजा गया है.

विदित हो कि देश में कोरोनावायरस के बढ़ रहे संदिग्धों की संख्या को देखते हुए सभी जिला अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. वहीं प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है. साथ ही सभी जिला अस्पतालों को जांच किट उपलब्ध कराया गया है, ताकि वहां पदास्थापित चिकित्सक जांच किट से सैंपल कलेक्ट कर उसे पटना भेजें.

इस जांच के दौरान संदिग्ध के गले एवं नाक से स्वाब का कलेक्शन किट के माध्यम से किया जाएगा. यह सैंपल पटना के अगम कुआं स्थित आरएमआरआई सेंटर को भेजा जाएगा.

छपरा सदर अस्पताल में पहले दिन 20 संदिग्धों का सैंपल कलेक्ट किया गया. जिसे पटना भेजा गया है. इस विषय पर छपरा सिविल सर्जन डॉक्टर माधवेश्वर झा ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए सदर अस्पताल में ही अब सैम्पल कलेक्ट किया जा रहा है. अब किसी को भी जांच के लिये पटना जाने की जरूरत नहीं. 20 लोगों के गला एवं नाक से स्वाब का सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेज दिया गया है. कल तक रिपोर्ट भी आ जाएगी.

0Shares

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन के घरों में समय व्यतीत करने के लिए कार्यो में मशगूल है. इन दिनों सबसे ज्यादा समय लोग सोशल मीडिया पर बिता रहे है. सोशल मीडिया पर एक वर्ग पूरा सक्रिय है. आधुनिकता के इस दौर में लोग वीडियो कॉलिंग के जरिये भी एक दूसरे से हाल चाल ले रहे है.

सोशल मीडिया में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा पालन

सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन कर रहे लोगो का एक ऐसा भी तबका है, जो पुरी तरह से फेसबुक और व्हाट्सएप पर सक्रिय है. जिनके द्वारा लगातार देश, विदेश से आ रही जानकारियों के शेयर करते हुए लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही है. हालांकि इस दौरान कुछ वैसे भी वीडियो सामने आ रहे है जो लोगो के बीच गलतफहमी पैदा कर दे रहे है.

भ्रामक जानकारी बनेगी घातक

लॉक डाउन के बाद से जिस तरह यूजर सोशल साइट्स पर एक्टिव है, उस तरह से लोगो की जागरूकता का पता तो चलता है लेकिन बिना जांचे परखें वीडियो और विभिन्न भ्रामक मैसेज को शेयर करना घातक दिख रहा है.

गलत जानकारी देने वालो पर होगी कार्रवाई

विगत दिनों इन संदेशों पर लगाम लगाने की कवायद सरकार ने शुरू कर दी है. सरकार के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 को लेकर अफ़वाह फैलाने वाले, उससे जुड़ी गलत जानकारी देने वालो के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. इसको लेकर कार्रवाई भी शुरू हो गयी है.

लॉक डाउन में सोशल साइट्स पर एक्टिव पर्सन बिना पुष्ट जानकारी के कोरोना वायरस से सम्बंधित जानकारियों को फॉरवर्ड न करे जिससे कि उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ें.

0Shares

Chhapra: Lockdown में दिल्ली और अन्य दूसरे प्रान्त से आने वालों की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जिले में प्रवेश के साथ ही दूसरे प्रदेशों से आने वालों के रहने एवं खाने की व्यवस्था के साथ साथ उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि बिहार आने वाले व्यक्तियों को निर्धारित स्थल पर रखकर उनके भोजन की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की जाँच और क्वेरेंटाईन से संबंधित निदेषों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें: राज्य समेत अन्य राज्यों में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाईन जारी, कोषांग का हुआ गठन

इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी माँझी से समन्वय स्थापित कर स्थलों को चिन्हित कर लें. वही बीडीओ एवं सीओ माँझी को निदेश दिया गया है कि उक्त चयनित स्थलों पर भोजन, पानी और प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायेंगे और वहाँ आवसित किये जाने वाले लोगों के निबंधन की व्यवस्था करेंगे.

सिविल सर्जन को आवासित लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

इसे भी पढ़ें: सारण जिला प्रशासन ने तय किया आटा, तेल, चीनी समेत 23 खाद्य पदार्थों का रेट, यहां देखिए लिस्ट

रविवार से माँझी के दलन सिंह उच्च विद्यालय में भी आपदा राहत केन्द्र खुल गया है. जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस केन्द्र का निरीक्षण कर पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जरूरी निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि कार्यहित में प्रखंड क्षेत्र में पदस्थापित विभिन्न विभागों यथा मनरेगा, शिक्षा, आपूर्ति, सहकारिता, श्रम, सांख्यिकी, पंचायतीराज विभाग के सभी पर्यवेक्षक/कर्मी से प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार कार्य लिया जाय. पर्यवेक्षक, कर्मी प्रखंड विकास पदधिकारी के निदेशानुसार कार्य संपादित करेंगे. इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

इसे भी पढ़ें: सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने लोगों से की अपील, कहा-घरों में रहकर देश का करें सहयोग

प्रखण्ड विकास पदाधिकारी लॉकडाउन की स्थिति में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुरूप हीं कार्य लेंगे. वही जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा स्थित आपदा राहत केन्द्र पर 46 लोग, सोनपुर अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र में 54, मढ़ौरा अनुमंडल में आपदा राहत केन्द्र पर 32 और दलन सिंह उच्च विद्यालय माँझी आपदा राहत केन्द्र पर 165 लोग आवसित है.

0Shares

Chhapra: रोटरी क्लब सारण के द्वारा मौना पंचायत भवन पर जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री तथा मास्क का वितरण किया गया.

इस अवसर पर रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने सभी से अपील किया कि अपने आस-पास के जरूरतमंदो का ख्याल रखें तथा उन्हें भोजन उपलब्ध करवायें. हमेशा मास्क पहन कर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, अपनी सावधानी हीं कोरोना से बचाव हैं. बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर बिल्कुल भी न निकलें. हमेशा सामाजिक दूरियाँ बना कर रखें.

उन्होंने बताया कि कोरोना एक तरह का संक्रामक वायरस हैं, जिसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के जरिए फैलता हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को हराने के लिए लाॅक डाउन आदेश का समर्थन करें. सजग रहें, सतर्क रहें।

खाद्य सामग्री में चुड़ा, मीठा, नमक, भुजा, पावरोटी, बिस्कुट, लाइफ़बॉय साबुन, माचिस, मास्क आदि का पैकेट सौ परिवारों के बीच वितरित किया गया.

इस अवसर पर अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, सचिव अजय कुमार गुप्ता, सतीश कुमार अग्रवाल, दिनेश कुमार गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर, आदि उपस्थित थे.

0Shares

Chhapra: Corona Virus से उत्पन्न महामारी और इससे बचाव के लिए देश में लगाए गए 21 दिन के लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों तक ऑल इंडिया रोटी बैंक के सेवादार प्रतिदिन सूखा राशन पहुंचा रहे है.

छपरा शहर में ऑल इंडिया रोटी बैंक के सेवादार अपने निकटतम जरूरतमंद परिवार को चिन्हित कर उन्हें सूखा राशन वितरित कर रहे है. ताकि संकट की इस घड़ी में सभी तक भोजन पहुंच सके.

इसे भी पढ़ें: सारणवासियों से जिलाधिकारी ने की मुख्यमंत्री राहत कोष में उदारतापूर्वक दान देने की अपील

ऑल इंडिया रोटी बैंक के रविशंकर उपाध्याय ने बताया कि छपरा में विगत 20 महिने से नॉनस्टॉप रूप से रात्रि के समय जरूरतमन्दों के बीच पका भोजन वितरित की जाती रही है. परंतु आज के हालात को देखते हुए हमने जिला प्रशासन के दिशा निर्देश का पालन करते हुए जरूरतमन्दों के घर तक जाकर उनको सूखा राशन दे रहे हैं. जिसमे लगभग 5 से 7 दिन का भोज्य पदार्थ है. अभी आटा, चावल,आलू का वितरण किया जा रहा है.

निःसंदेह ही मुश्किल के इस हालात में ऑल इंडिया रोटी बैंक का यह प्रयास जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो रहा है.

0Shares

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की गई है. एक एक दिन करके इस लॉक डाउन अवधि के 6 दिन पूरे भी हो गए. लेकिन यह लॉक डाउन उनके लिए एक गंभीर समस्या है जो रोज कमाकर अपने और परिवार का भरण पोषण करते है. आय के सभी श्रोत बंद है और सरकारी योजनाओं से भी उन्हें लाभ नही मिल रहा है.

शनिवार को ऐसे ही परिवारों के बीच खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया गया. नगर निगम के वार्ड संख्या 33 के वार्ड पार्षद कृष्णा शर्मा के नेतृत्व में करीब 400 से अधिक परिवारों के बीच खाद्य सामग्री, बिस्किट, आलू के पैकेट का वितरण किया गया.

वार्ड पार्षद ने बताया कि वार्ड के वैसे घरों को चिन्हित किया गया जो बेहद गरीब है. प्रतिदिन काम करके अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करते है, जिनके पास राशन कार्ड नही है. इनको चिन्हित कर उनके बीच खाद्य सामग्री वितरण की योजना बनी. कुछ दोस्त ने मिलकर आर्थिक मदद की, कुछ दोस्तों ने समान का सहयोग किया. सभी के सहयोग से वार्ड के करीब 400 से अधिक परिवार के लिए आलू, बिस्किट, आटा, चावल का पैकेट बनाकर वितरण किया गया.

वार्ड पार्षद ने इस नेक कार्य मे सहयोग करने वाले शैलेन्द्र सेंगर, रितेश गुप्ता, मनोज कुमार, तरण जीत सिंह चावला, राजेश्वर प्रसाद, बंटी कुमार, हरि प्रसाद, संतोष कुमार, विकास कुमार का आभार व्यक्त किया है जिन्होंने इस आपदा की घड़ी में साथ देकर उन परिवारों किस सहायता की है.

0Shares