Chhapra: कोरोना काल में जरूरतमंदों की मदद के लिए काफी लोग आगे आकर सहायता की है. देश में जब लॉक डाउन लागू हुआ उसके बाद छपरा के अशोक अलंकार द्वारा  5000 से ज्यादा जरूरतमंदों के लिए राशन वितरण करने का कार्य किया गया. शहर के सोनार पट्टी स्थित अशोक अलंकार के अरुण गुप्ता ने बताया कि कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान 13 हजार मास्क का वितरण किया गया है. इसके अलावा जगह-जगह जाकर जरूरतमंदों को राशन दिया गया. जब लॉक डाउन हुआ तो गरीब लोग भोजन की समस्या से जूझ रहे थे. ऐसे लोगों को राशन देकर सहायता की गई. अशोक अलंकार द्वारा राशन वितरण का अभियान मई तक चला

लॉक डाउन लागू हुआ उसके बाद अशोक अलंकार द्वारा छपरा शहर से लेकर आसपास के गांवों में भी राशन वितरण किया गया. इसके अलावा लोगों को मास्क और सैनिटाइजर भी दिया गया था. ताकि संक्रमण से भी बचाया जा सके. इस पहल जिसमें युवा क्रांति रोटी बैंक के सहयोग से शहर तथा गांवों में जरूरतमंदों को राशन वितरण किया गया. लोगों को चावल, आटा, आलू, नमक, तेल, साबुन, आदि सामग्री का वितरण किया गया. जिसके बाद अशोक अलंकार के इस पहल को काफी सराहना मिल रही है.

अशोक अलंकार के अश्वनी गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन में जब सभी का व्यवसाय बंद था तो हम लोगों ने समय निकालकर जरूरतमंदों की सहायता की. यही नहीं छपरा की कई अन्य व्यपारियों ने अपने अपने स्तर से आगे आकर जरूरतमंदों की सहायता की.

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Chhapra: छपरा में कोरोनावायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अब नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में कोरोना वायरस की जांच की जाएगी. सारण के सीएस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अभी कंटेनमेंट जोन में सभी परिवारों का जांच करने का फैसला हुआ था, लेकिन अब छपरा के सभी 45 वार्डों में जांच की जाएगी. जांच में महिलाओं, बच्चों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को चिन्हित करके इनका टेस्ट किया जाएगा.


सीएस माधेश्वर झा ने बताया कि छपरा के कई वार्डों में कोरोनावायरस फैल गया है. जिसके बाद अब सभी 45 वार्डों से लोगों का सैम्पल लिया जाएगा और सभी सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा जाएगा ताकि वायरस और संक्रमित लोगों का पता लगाया जा सकेगा.

किन लोगों की होगी टेस्टिंग

सीएस ने बताया कि सैम्पलिंग में मुख्य रूप से बुजुर्ग, गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग, दिल की बीमारी, सुगर के मरीज, महिलाओं और बच्चों का सैंपल लिया जाएगा. आपको बता दें कि छपरा शहर में कोरोनावायरस एक से दूसरे मोहल्ले में फैल रहा है. शहर में कटहरी बाग, आर्य समाज रोड, दहियावांजगदंबा रोड, गुदरी समेत कई इलाकों के लोगों में वायरस फैल गया. जिसके बाद अब छपरा के सभी 45 वार्डों में टेस्टिंग कराने का फैसला लिया गया.

सारण में कोरोनावायरस मरीजों की संख्या 220 के पार चली गई है. वही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 180 से ऊपर है. इसके अलावा 6 लोगों की मौत भी हो गई है. वही सारण में रिकवरी रेट भी काफी बेहतर है लोग वायरस से जल्दी ठीक हो रहे हैं.

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Chhapra: छपरा शहर के सरकारी बाजार स्थित व्यापार मंडल कार्यालय में गुरुवार को व्यवसायी संघ की बैठक हुई. जिसमे अगामी विधान सभा चुनाव में रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह भाजपा नेता डॉ राहुल राज के छपरा विधान सभा से उम्मीदवार बनाय जाने एवं समर्थन करने पर बल दिया गया.
बैठक में उपस्थित सारण जिला अल्पसंख्यक सेल के जिलाध्यक्ष जहांगीर आलम मुन्ना, व्यापार मंडल मनिहारी के अध्यक्ष बिन्दु सिंह आदि ने अपने संबोधन में कहा कि छपरा में डॉ राहुल राज जैसा कर्तव्यनिष्ट ,जुझारू एवं शिक्षित युवा उम्मीदवार की आवश्यकता है. जो आम जनता एवं व्यवसायी वर्ग के समस्या एवं आवाज को विधान सभा में मजबूती से रखे एवं उसका निराकरण करवाए.
वक्ताओं ने कहा कि राहुल राज की पारिवारिक पृष्ठभूमि करीब पचास वर्षों से व्यवसाय से जुड़ी है. सन 1970 से विभिन्न व्यवसाय से जुड़ा इनका वीआईपी परिवार आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. जिला में ही नहीं बल्कि पूरे बिहार में व्यवसायी जगत में पहचान अच्छी है. एक अच्छे व्यवसायी परिवार से तालुकात रखने वाले राहुल राज उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी व्यवसाय एवं सामाजिक कार्य में लगे हुए हैं.
एक सफल व्यवसायी परिवार से आने वाले सामाजिक सरोकारी डॉ राहुल राज भी वैश्य ही है. हम सभी लोग इनका तहे दिल से समर्थन करते हैं. इस पर सभी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से एकमत होकर पुरजोर ढंग से उत्साहपुर्ण समर्थन किया. व्यवसायी वर्ग ने डॉ राहुल राज को फुल माला पहनाकर कर सम्मानित करते हुए शुभकामना दी.
सम्मान एवं समर्थन मिलने से अंगीभूत डॉ राहुल राज ने व्यवसायी वर्ग एवं अन्य जनता जनार्दन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रणाम किया. उन्होने कहा कि आप सभी से यही निवेदन है की राजनीति नहीं सेवा का मौका दिजिए. जनता के मान-सम्मान, हक एवं सुरक्षा के लिए हमेशा प्रयासरत रहूंगा.
इसके पहले सरकारी बाजार आदि मुहल्लों में माननीय प्रधानमंत्री जी की एक साल के कार्य ब्योरा छपीत पत्र को घर – घर जाकर पहुंचाने के क्रम चलाया गया. इस दौरान डॉ राहुल राज एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक घर परिवार के मुखिया से पीएम मोदी के पत्र को पढने की अपील करते हुए सुझाव मांगी.
डॉ राहुल ने बताया कि पत्र बाटने के पीछे उदेश्य है कि माननीय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक साल में किये गये जनहित एवं देशहित कार्यों को जनता तक पहुंचाना एवं जनता का सुझाव कलेक्ट कर सरकार तक पहुंचाना. उन्होने कहा कि पत्र वितरण कार्य का पूरे प्रदेश से अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है.
मौके पर वैश्य कानू सभा के अध्यक्ष ददन प्रसाद, गुड्डू खां, राजेश कुशवाहा, मदन प्रसाद, आश्विन कुमार सिंह, मो इरसाद, नवाब खान, राजा बाबू, विजय प्रसाद, संतोष गुप्ता, मदन प्रसाद, सुजात भगत सिंह, राज कुमार गुप्ता आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे.
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Chhapra: छपरा शहर में कोरोनावायरस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. गुरुवार को आई रिपोर्ट में छपरा टाउन के तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसमें एक महिला भी शामिल है. छपरा के सिविल सर्जन ने बताया कि रूपगंज में 60 साल की महिला, उमा नगर में 25 साल का युवक और बड़ा तेलपा में 22 साल का युवक कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है. यह सभी किसी ना किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे.

सारण में मिले 7 नये मरीज 

इसी तरह सारण में गुरुवार को कुल 7 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिले. जिसमें छपरा शहर में तीन और विभिन्न प्रखंडों में 4 मरीज मिले. इसमें दरियापुर में दो, गरखा में एक और सोनपुर के राहर दियारा में 9 साल की बच्ची में कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.

हालांकि सारण में रिकवरी रेट भी काफी बेहतर है. सारण में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हर रोज नए केस मिलते जा रहे हैं. सीएस ने बताया कि आईजीआईएमएस से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आया है. वही छपरा में हो रही जांच से चार रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.

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• छोटे बच्चों को साइको सोशल सपोर्ट देने के लिए पहल शुरू
• आईसीडीएस-यूनिसेफ और प्रथम बुक्स ने की पहल

Chhapra: दादी-नानी की कहानियां केवल कुछ किस्से और फंतासियां भर नहीं हैं, वो एक परंपरा हैं। एक ऐसी विरासत जो खेल-खेल में ही बच्चों में अच्छे संस्कारों और आदर्शों को प्रोजेक्ट करती है। जैसे-जैसे संयुक्त परिवार का ढांचा चरमरा रहा है, बच्चों के पास से ये सारे मौके भी छूटते जा रहे हैं। आज की पीढ़ी के बच्चों को खुद नहीं मालूम वो विरासत के किन पन्नों को खोते जा रहे है। आज के आधुनिक समाज में दादी-नानी की कहानियां और किस्से पूरी तरह से विलुप्त होते जा रहे हैं। अब न तो दादी-नानी की कहानियां रह गई हैं और न ही आज के बच्चों में कहानियां पढ़ने या सुनने की प्रवृत्ति है। ऐसे में बच्चों में बचपना कहीं खोता जा रहा है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आईसीडीएस-यूनिसेफ और प्रथम बुक्स ने एक अच्छी पहल की शुरूआत की है। इसके तहत बच्चे अब एक मिस्ड कॉल पर कहानियां सुन सकते हैं।

आईसीडीएस-यूनिसेफ और प्रथम बुक्स ने की पहल

कोरोना संकटकाल में छोटे बच्चों को साइको सोशल सपोर्ट देने के लिए यह पहल शुरू की गई है। आईसीडीएस-यूनिसेफ और प्रथम बुक्स के तहत यह प्रयास किया गया है। ’मिस्ड कॉल दो कहानी सुनो’ गतिविधि के तहत एक फोन नंबर 08033094243 उपलब्ध कराया गया है। जिससे केवल एक मिस काल देकर छात्र अपने उम्र के अनुसार कहानियों का आनंद ले सकते है। यह नम्बर पर सिर्फ मिस कॉल करना है। जैसे ही मिस्ड कॉल बंद हो जायेगा तो कॉलर को एक कॉल वापस आएगा। जिसमें कुछ निर्देशों का पालन करने कहा जाएगा, जैसे भाषा चयन जिसके लिए डायलिंग पेड से 1 नंबर दबाने पर अंग्रेजी और 2 नंबर चुनने पर हिन्दी भाषा चयनित होगी। भाषा चयन के बाद उम्र की जानकारी ली जाएगी 5 वर्ष से कम उम्र वालों की कहानी के लिए 1 और 5 वर्ष से ज्यादा उम्र के लिए 2 दबाने पर कहानी का प्रसारण चालू हो जाएगा।

बॉलिवुड की सेलिब्रिटीज की आवाज में भी सुन सकेंगे कहानी

कहानी दादी-नानी की आवाज के साथ ही बॉलिवुड की सेलिब्रिटीज की आवाज में भी हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों में पढ़ने और सुनने की संस्कृति को विकसित करना। कोरोना संकट में स्कूल बंद है ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों के मन में कई तरह के सवाल आते हैं। इन कहानियों के जरिए हम साइको सोशल सपोर्ट देने की कोशिश कर रहे हैं।

कैसे सुन सकते हैं कहानी

अपने मोबाइल या फिर टेलीफ़ोन के द्वारा 8033094244 पर आप मिस्ड कॉल देंगे। मिस्ड कॉल देने के तुरंत बाद वहां से वापस फ़ोन आता है और आपको कहानी सुनाता है। एक व्यक्ति केवल एक कॉल पर दो कहानियां ही सुन सकता है। कहानियों को आप खुद से चुन नहीं सकते हैं जो भी कहानी वहां से सुनाई जाएंगी वही आपको सुननी होंगी। मिस्ड कॉल के द्वारा आप कहानियां हिंदी की और अंग्रेजी में सुन सकते हैं।

आंगनबाड़ी सेविका करेंगी जागरूक

छपरा सदर शहरी क्षेत्र के सीडीपीओ कुमारी उर्वशी ने बताया इस कार्यक्रम के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बच्चों व परिजनों को जानकारी दी जायेगी। इसको लेकर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिया गया है। ताकि अधिक-अधिक बच्चे इस कार्यक्रम का लाभ उठा सकें।

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Chhapra: भगवान बाजार थाना क्षेत्र स्थित काशी बाजार मोहल्ले में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है. गुरुवार के दिन 18 वर्षीय गोलू कुमार उर्फ हैप्पी ने रूम में फांसी लगा ली. परिजनों ने देखते ही उसे आनन-फानन में छपरा सदर अस्पताल लाया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 वर्षीय मृतक गोलू कुमार हैप्पी सत्यनारायण ठाकुर का पुत्र बताया जाता है.

सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज है वहीं जांच में जुट गई है. आत्महत्या के बाद घर वालों व मोहल्ले में मातम का माहौल है. आत्महत्या को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

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Chhapra: छपरा के गुदरी बाज़ार में इन दिनों नर्क से भी बदत्तर स्थित बन गयी है. सड़क पर नाला व गन्दगी के कारण इलाके के लोग बुरी तरह प्रभावित हैं. शहर का मुख्य बाजार होने के बाद भी सड़को का यह हाल पिछले कई सालों से नहीं बदला. कई बार लोगों ने हालत सुधारने के लिए प्रदर्शन भी किया, लेकिन कुछ भी काम न आया. न तो जन प्रतिनिधि आगे आय न ही निगम इस इलाके को लेकर कोई कदम उठा रहा है. कुछ दिन पहले गन्दगी से परेशान लोगों ने विधायक व निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया था, इसके बाद भी इस इलाक़े की सफाई के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.

मुख्य सड़क होने के बाद भी यहाँ कीचड़ जलजमाव लगना सालों से मुसीबत बना है. लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने इसपर संज्ञान नही लिया. कई बार लोगों ने लिखित शिकायत भी दर्ज करायी फिरभी स्थित जस की तस बनी हुई है. इस सड़क का हाल इतना बुरा हुआ है कि कोई इधर से जाना भी नहीं चाहता. वहीं इसके किनारे स्थित दुकानदार भी अब इससे बुरी तरह प्रभावित हैं. गन्दगी व कीचड़ जमा होने से अब ग्राहक भी दुकानों पर नहीं जाते जिससे उनका व्यापार प्रभावित हो गया है. गुदरी बाज़ार रोजाना लोग खरीदारी के लिए पहुंचाते है. जलजमाव की स्थिति राजेंद्र कॉलेज के गेट तक है. इस जलजमाव में ही गुदरी का पूरा सोनारपट्टी बाज़ार आता है. जहाँ ग्राहको को आने-जाने में काफी परेशानी होती है और व्यवसायियों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है.      

स्थित ऐसी है कि कीचड़ के काऱण कोई पैदल तो क्या वाहन से भी इससे इलाके में नहीं जाना चाहता. हाल में ही इस क्षेत्र को कंटेंमेंट जोन घोषित किया गया था, ऐसें में इसकी सफाई व समस्या के निदान के लिए निगम व जनप्रतिनिधियों को सोंचने व कार्य करने के लिए उचित समय मिला था फिर भी इसे ठीक नहीं किया गया.

जनप्रतिनिधियों के घर और निगम कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर आम आदमी थक गया है. गन्दगी व कीचड़ की मार झेल रहे इलाके के लोग जनप्रतिनिधियों व निगम की अनदेखी के कारण लाचार हो गए हैं. कुछ लोगों ने बताया कि यह समस्या सालों से है लेकिन कोई उपाय नहीं किया गया. अब हम सभी गन्दगी में जीने को मज़बूर हैं. इलाके में बीमारी फैलने का डर लोगों के मन मे बैठ गया है.

क्या है समस्या
शहर के बुटी मोड़ से गुदरी बाजार जाने वाली सड़क करीब 900 मीटर लम्बी है. जहां गुदरी बाजार से 50 मीटर पूर्व सड़क पर जलजमाव की स्थित बनी रहती थी लेकिन अब यह कीचड़ में बदल गया है, जिससे आवाजाही बिल्कुल खत्म हो गयी है. सड़क के किनारे नाला भी है जिसकी कभी सफाई नही होती. वहीं सड़क भी नाला से नीचे है. इसी वजह से आम दिनों में यहां सड़क पर नाला बहता रहता है. बिना सड़क व नाला निर्माण किये इस इलाके से जलजमाव की समस्या कभी खत्म नही होगी. साथ ही गुदरी बाज़ार चौक से राजेंद्र कॉलेज के गेट तक जलजमाव ने लोग परेशान है. 

बीते 5 वर्षों में शहर के विकास के किये जा रहे दावे की पोल इस इलाके में आकर खुल जाती है. यह पूरा इलाका तब उपेक्षित जब जनप्रतिनिधि विकास के तमाम दावे किये जा रहे है.

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•निजी एंबुलेंस से आने पर स्वास्थ्य विभाग कर रहा राशि का भुगतान

•सारण समेत 11 सबसे अधिक प्रभावित जिलों में वर्तमान में 406 एंबुलेंस हैं मौजूद

•सारण में वर्तमान में 37 एंबुलेंस उपलब्ध

Chhapra: एईएस(एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) व जेई(जापानी इंसेफलाइटिस) की रोकथाम के मद्देनजर लोगों को निशुल्क: 102 एंबुलेंस की सुविधाएं दी जा रही है। राज्य स्वास्थ्य समिति ने प्रभावित रोगियों को एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने को लेकर सभी सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक को अपनी निगरानी में इस हालात पर नजर रखने के लिए भी कहा है।

सारण समेत 11 जिलों में कुल 406 एंबुलेंस कराये गये हैं उपलब्ध

राज्य के 11 सबसे अधिक एईएस व जेई से प्रभावित जिलों में रोगियों को कई सुविधाएं के साथ एंबुलेंस सेवा भी दी जा रही है। इन 11 जिलों में वर्तमान में कुल 406 एंबुलेंस मौजूद हैं। इनमें कुल 336 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस व 24 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं। इसके अलावा मई माह में कुल 46 नये बीएलएस एंबुलेंस इन सभी जिलों को उपलब्ध कराया गया है। कुल 20 एंबुलेंस को बैकअप के तौर पर रखा गया है जो किसी भी आपात स्थिति में इस्तेमाल करने हैं।

सारण में वर्तमान में 37 एंबुलेंस उपलब्ध

सारण जिला में वर्तमान में 37 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। इसमें पूर्व से 2 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस व 33 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध है। वहीं मई माह में 2 नये बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस दिये गये है। साथ ही 2 बैकअप बीएलएस एंबुलेंस उपलब्ध हैं जो किसी आपात स्थिति में काम करेंगे।

निजी एंबुलेंस के दैनिक भाड़ा हैं निर्धारित

एईस मरीजों के परिवहन के लिए निजी एंबुलेंस का दैनिक भाड़ा निर्धारित कर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त एंबुलेंस रखा गया है। एईएस पीड़ित मरीजों को निजी एंबुलेंस या प्राइवेट वाहन की व्यवस्था कर अस्पताल पहुंचने पर निर्धारित दर पर भाड़े के एवज में राशि का भुगतान करना है। इसके लिए 0 से 20 किलोमीटर पर 400 सौ रूपये, 21 से 40 किलोमीटर के लिए 600 रुपये व 41 से 60 किलोमीटर पर 800 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। 61 किलोमीटर से अधिक होने पर अधिकतम 1000 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। मरीजों के परिजनों को राशि का भुगतान नकद किया जा रहा है।

केयर इंडिया द्वारा 861 इएमटी को मिला प्रशिक्षण

इन सभी 11 जिलों में 102 एंबुलेंस के लिए प्रतिनियुक्त किये गये इमरजेंसी मेडिकल टेक्निीशियन के प्रशिक्षण के लिए 102 एंबुलेंस पर कार्यरत इएमटी की सूची सेवा प्रदाता से प्राप्त कर स्टेट रिसोर्स यूनिट केयर पटना को उपलब्ध करायी गयी है। कुल 861 इएमटी को प्रशिक्षण दिया गया है।

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Patna: बिहार में 22.79 लाख लोगों के नए राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यालय से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में 22 लाख 79 हजार 500 परिवारों के लिए नया राशन कार्ड बनाया जा चुका है. सीएम का निर्देश है कि जल्द से जल्द इसे सुयोग्य परिवारों के बीच बांट दिया जाए.

सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि 15 जुलाई से पहले बिहार के प्रत्येक सुयोग्य परिवारों को राशन कार्ड बांट दिया जाए ताकि उन्हें समय से राशन मिल सके, मुख्यमंत्री के सचिव के अनुसार बिहार में अब तक 349000 से ज्यादा राशन कार्ड बांटे जा चुके हैं और अगले 15 जुलाई तक सभी नए राशन कार्ड को लोगों के बीच बांटने का निर्देश दे दिया गया है.

सीएम निर्देश दिया है कि राशन कार्ड बांटने में हर प्रकार से पारदर्शिता बरतनी है. राशन कार्ड बांटने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. वही हाल ही में सारण में 30,000 ने राशन कार्ड लोगों के घर-घर जाकर वितरण करने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था कि किसी भी परिस्थिति में मुखिया के हाथ में राशन कार्ड नहीं देना है.

सीएम ने निर्देश दिया है कि सभी राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराना जरूरी है ताकि जन वितरण प्रणाली के तहत लोग वितरण का लाभ उठा सकेंगे. बिहार के सभी सुयोग्य परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाए, वही जो भी आवेदन लंबित है उन्हें जल्द से जल्द स्वीकृत कर नया राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है.

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा समाहरणालय सभागार में एक चैट-वाट लाँच किया गया. यह चैट-वाट चैटिंग रोबोर्ट की तरह कार्य करेगा.

सहायक समाहर्त्ता वैभव श्रीवास्तव के नेतृत्व में इस चैट-वाट को तैयार किया गया है. इस चैट-वाट की विशेषता यह है कि मोबाईल नंबर 9262996666 पर Whats App मेसेज करने पर सारण जिला में उपलब्ध सेवाओं के लोग, तकनीकी सहायक या उधोग कर्मी जैसे कुशल कामगारों से यह सीधे जोड़ देगा. इसके माध्यम से अपनी जरुरत के अनुसार लोग कुशल श्रमिक या कामगारों की सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे. सहायक समाहर्त्ता वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि इस चैट-वैट को बनाने में आईआईटी खड़गपुर से पास आउट छात्रों का बड़ा सहयोग मिला है जो स्कील-बी से जुड़े हुए हैं.

इस अवसर पर जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि लॉकडाउन के समय लगभग 80 हजार श्रमिकों का सारण जिला में वापसी हुयी है. इन श्रमिकों का स्किल मैपिंग कराया गया है और प्रखंडवार इनकी सूची बनाकर उधोग विभाग के पोर्टल पर उपलोड कराया गया है. बाहर से आये लोग किसी न किसी विद्या में दक्ष हैं. इन्हें अब यहीं पर रोजगार के अवसर मिले इसके लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है.

इसी कड़ी में मोबाइल नं0 9262996666 जारी किया जा रहा है जिसपर Whats App मेसेज कर अपने जरुरत के अनुसार स्थानीय स्तर पर हीं कुशल कामगार की सेवा प्राप्त होनी शुरु हो जाएगी. इस मोबाइल नंबर पर Whats App मेसेज करते ही आटोमेटिक रुप से सूचनाएं प्राप्त होनी शुरु हो जाएगी और इसी के अनुरुप आगे बढ़ने पर जरुरत के अनुसार सेवा के लिए कुशल कामगारों से वार्त्तालाप हो जाएगी. बाहर से आये सभी कुशल कर्मियों का प्रोफाइल बनाकर इस मोबाइल नंबर से जोड़ा गया है.

जिलाधिकारी ने कहा डीआरसीसी, छपरा में रोजगार एवं उद्यम लगाने के लिए परामर्श भी दिया जा रहा है. सारण जिला में 50 लाख रुपया इनोवेशन फंड के रुप में आया है जिसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के उधोगों का क्लस्टर बनाया जाएगा इसकें लिए नगरा में बाँस और लकड़ी के सामान, इसुआपुर में जुता बनाने का उधोग, मढ़ौरा में फर्निचर, परसा में गारमेंट्स उधोग लगाने के लिए चिन्हित किया गया है. कामगारों को ऋण की उपलब्धता बैंको के माध्यम से सुनिश्चित कराने का भी प्रयास किया जा रहा है.

इस अवसर पर सहायक समाहर्त्ता वैभव श्रीवास्तव, अपर समाहर्त्ता डॉ गगन, निदेशक डीआरडीए सुनील कुमार पाण्डेय, डीपीआरओ ज्ञानेश्वर प्रकाश सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

 

PM गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब नवंबर महीने के आखिर तक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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Chhapra: छपरा शहर में कोरोना वायरस के मरीज धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं. मंगलवार को आयी रिपोर्ट के अनुसार छपरा शहर में एक महिला समेत तीन और लोग पॉजिटिव मिले हैं.

सारण सीएस माधेश्वर झा ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कटहरी बाग में एक और बाजार समिति में 2 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसमें एक महिला भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि यह सभी मरीज पूर्व में कोरोनावायरस मरीजों के संपर्क में आए थे. जिसके बाद इन सभी का टेस्ट पॉजिटिव आया है.

वहीं मंगलवार को सारण में कुल 6 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. जिसमें सोनपुर में दो और तरैया में एक मरीज मिला है. जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 220 हो गई है. वहीं ठीक होने वाले मरीज की संख्या 183 पहुंच गई है. वहीं अब तक 6 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई है.

छपरा शहर में बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमित लोगों की संख्या एक चिंता का विषय है. शहर के कई इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित हैं. शहर के आर्य समाज रोड, कटहरी बाग, जगदंबा रोड, बाजार समिति समेत कई मुहल्ले कंटेनमेंट जोन घोषित हैं.

धीरे-धीरे कोरोनावायरस शहर के अन्य मुहल्लों में पसर रहा है. छपरा के सीएस ने कहा कि हम वायरस का पता लगा रहे हैं. प्रत्येक कन्टेमेंट जोन में हर परिवार से सैंपल लिया जा रहे हैं ताकि जहां-जहां वायरस फैला है उसका पता लगाया जा सके.

सीएस ने बताया कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सावधानी बरतना जरूरी है.उन्होंने कहा कि लगभग मरीजों में लक्षण नहीं मिले है. लोगों को इससे बचाव करना होगा.

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Chhapra: छपरा शहर के लोगों को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए खनुआ नाले का पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है. इस ऐतिहासिक नाले का जीर्णोद्धार हो जाने के बाद शहर में जलजमाव की लगभग समस्या समाप्त हो जाएगी. इसको लेकर निर्माण कार्य प्रगति पर है. बुडको के कार्यपालक अभियंता शिव सुंदर पंडित बताते हैं कि खनुआ नाला का जीर्णोद्धार कार्य अपनी गति से चल रहा है. अगले सात-आठ महीने में इसे पूरा कर लिया जाएगा और शहर में जलजमाव की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी. इस कार्य का टेंडर जेएमडी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है. नाले के जीर्णोद्धार कार्य मे संवेदक के सामने कई तरह की चुनौतियां भी सामने आ रही हैं.

अबतक कितना पूरा हुआ कार्य

कार्यपालक अभियंता ने बताया कि लगभग 30 करोड़ की लागत से पूरा होने वाले जीर्णोद्धार कार्य में 15 फ़ीसदी तक का कार्य पूरा कर लिया गया है. जिसमें नाले के दूसरे भाग में 1750 मीटर तक करीमचक से स्लूईस गेट तक नाले की सफायी कर दी गयी है और उसके वाल का पक्कीकरण कर दिया गया है. वहीं बी सेमिनरी स्कूल के पास नाले के उड़ाहीं का कार्य पूर्ण हो गया है और 200 मीटर पक्कीकरण का कार्य भी पूरा किया गया है. निर्माण कार्य के दौरान पानी रोकने के लिए सलुईस गेट व बी सेमिनरी के पास बांध बना दिया गया था, अब वो बांध हटा दिया गया है.


कार्यपालक अभियंता ने बताया कि वर्तमान में तीन जगहों पर कोनिया से पुरानी गुरहट्टी, कोर्ट कैम्पस, जजेज कॉलोनी के पीछे वाले हिस्से में सफायी का कार्य किया जा रहा है.

दुकानों के नीचे सफाई बेहद कठिन

खनुआ नाले पर1450 मीटर तक दुकानें बनी है. उसके नीचे सफाई करने में संवेदक के सामने सबसे बड़ी समस्या आ रही है. दुकानों के नीचे से नाले की सफाई करना में समय भी लग रहा है और खतरा भी ज्यादा है. आपको बता दें कि अभी तक नाले के ऊपर से अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है जिस कारण से नाले के निर्माण कार्य में देरी हो रही है.

नाले पर 14 सौ मीटर तक जो जिला परिषद की दुकानें हैं जो साढ़ा से लेकर मोना चौक और चौक से लेकर भग्गी साह लेन होते हुए तिनकोनिया तक नाले के ऊपर दुकान बनी है. जिसके बाद संवेदक के के सामने इन दुकानों के नीचे से नाले की सफाई करना बहुत बड़ी चुनौती हो गई है.

अतिक्रमण नहीं हटाने से हो रही समस्या

कार्यपालक अभियंता ने बताया कि दुकानों के नीचे सफाई में सहयोग नहीं मिल रहा है. और इसमें खतरा भी है. यदि प्रशासन इलाके को अतिक्रमण मुक्त कर दे तो काम जल्दी जल्दी होगा. बता दें कि नाले को अतिक्रमण मुक्त करने पर अभी तक किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नहीं की गई है.

प्रभुनाथ नगर तक बननी है पीसीसी सड़क

नाला को मशीन से सफाई करके बचे हुए भाग पर पीसीसी सड़क पर निर्माण भी कराया जाएगा. जिसमें यह सड़क करीम चक, साहेबगंज तिनकोनिया होते हुए छपरा कचहरी होकर, विशेश्वर सेमिनरी होते हुए प्रभुनाथ नगर को निकलेगी. यह सड़क बनने से इस पर छोटी गाड़ियां आसानी से चल सकेंगे. साथ ही साथ जाम से बचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा.

पम्प से निकाला जा रहा पानी,

शहर को जल जमाव से मुक्ति के लिए 16.5 एचपी के 4 समरसेबुल पंप और एक डीजल पंप, 10 एचपी के 2 तथा 7.5 एचपी के 2 पंप लगाये गये हैं. स्लूइेस गेट के पास दो, करीमचक के पास एक वीसेमिनरी के पास दो तथा साढ़ा ढाला के पास एक पंप लगा हुआ है.

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