छपरा: समाज के दलित और पिछड़े  वर्ग में शिक्षा के समुचित प्रचार-प्रसार से ही भारतीय समाज का सर्वांगीण विकास और उत्थान संभव है.  पूर्ण साक्षर भारत बनाने का संकल्प आज हर भारतीय को लेना चाहिए. अनपढ़ लोगों को साक्षर बनाने की दिशा में हम सब को मिलकर सार्थक प्रयास करना होगा.

उक्त बातें सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्राचार्य रामदयाल शर्मा ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा शहर के दलित बस्ती में आयोजित साक्षरता अभियान के समापन सत्र के दौरान कही.

पिछले एक सप्ताह से विद्या मंदिर के भैया-बहन विद्यालय के नेतृत्व में शहर के तमाम दलित बस्ती के लोगों के बीच साक्षरता अभियान चला रहे हैं. इस दौरान वैसे लोग जो गरीबी के कारण पढ़ना-लिखना नहीं सीख पाये उन्हें विद्यालय के बच्चों द्वारा अक्षर का बोध कराते हुए साक्षर बनाया गया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यामंदिर के कई छात्र-छात्राओं ने काफी उत्साह के साथ भाग लिया. विद्यालय के छात्र सिद्धार्थ ने बताया कि समाज में सबको पढ़ने का हक़ है. स्वयं की शिक्षा के साथ गरीबों की बस्ती में आकर शिक्षा का प्रसार करने में आनंद की अनुभूति होती है.

समापन सत्र में विद्या मंदिर की टीम राजेन्द्र कॉलेज के पास बने दलित बस्ती पंहुची जहां कई निरक्षर पुरुष एवं महिलाओं को अक्षर बोध कराया गया. दलित बस्ती में रहने वाली 18 वर्षीया आरती जो अबतक अंगूठा लगाया करती थी उसने आज अपना नाम लिखना सीख लिया जिसके लिए उसने विद्यालय परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त किया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यालय समिति के सुरेश सिंह, विद्यालय के छात्र-छात्राओं समेत कई आचार्यगण उपस्थित रहे.

छपरा: स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के छात्रों ने रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया. अभियान के तहत विद्यालय द्वारा गोद लिए गए राजेन्द्र सरोवर की सफाई की गयी.

छात्रों ने प्रधानाध्यापक रामदयाल शर्मा के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान चलाया. प्रधानाचार्य रामदयाल शर्मा ने बताया कि विद्यालय के द्वारा अपने सामाजिक दायित्वों के लिए स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. विद्यालय ने राजेन्द्र सरोवर को पिछले साल साफ़ सफाई के लिए चिन्हित किया था. विद्यालय द्वारा प्रत्येक महीने के दूसरे रविवार को परिसर की सफाई की जाती है. उन्हीने बताया कि इस बार चैती छठ के मद्देनज़र छात्रों ने स्वच्छता अभियान चलाया है.

छपरा: नव वर्ष विक्रम संवत 2073 के आगमन पर स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के छात्रों के द्वारा प्रभातफेरी निकाली गयी. छात्रों ने विक्रम संवत अमर रहे, भारत माता की जय जैसे नारों के जय घोष के साथ प्रभातफेरी निकाली.

विद्यालय के घोष दल के साथ कदम से कदम मिलकर बच्चे विद्यालय के प्रांगन से निकलकर नगरपालिका चौक, थाना चौक, साहेबगंज चौक, मौना चौक होते हुए पुनः विद्यालय में आकर समाप्त हो गयी. vidya mandir 8 march

पथ संचलन में विद्यालय के प्रधानाचार्य रामदयाल शर्मा, विजय रंजन, सचिन्द्र उपाध्याय, हरिप्रकाश सिंह आदि उपस्थित थे. प्रधानाचार्य रामदयाल शर्मा ने कहा कि नव वर्ष की शुरुआत आज से हो रही है. प्रकृति में इसका अहसास खुद ही हो जाता है, पेड़ों में नयी पत्तियाँ आ जाती है. पूरा वातावरण नया अनुभव करता है. 

नव वर्ष के अवसर पर पथ संचलन

Posted by Saraswati Shishu Vidya Mandir Darshan Nagar Chapra on Thursday, April 7, 2016

गौरतलब है कि आज ही के दिन शकों को पराजित कर राजा विक्रमादित्य ने विक्रम संवत की स्थापना की थी. जिसको लेकर प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नववर्ष के रूप में मनाया जाता है. आज ही के दिन महर्षि दयानंद ने आर्य सामाज की स्थापना की थी.

छपरा: स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल में रविवार को वार्षिकोत्सव मनाया गया. विद्यालय के 27 वें वार्षिकोत्सव समारोह का उद्घाटन सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने दीप प्रजव्लित कर किया. वही लोक शिक्षा समिति, बिहार के सह-सचिव नकुल कुमार शर्मा, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. 

जिलाधिकारी का स्वागत करते प्रधानाचार्य
जिलाधिकारी का स्वागत करते प्रधानाचार्य

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रधानाचार्य द्वारा लिखित एकांकी ‘दहेज़ या दुल्हन’ का मंचन विद्यालय के भैया-बहनों ने इस कदर किया कि लोगों के आँखों से अंशु निकल पड़े. साथ ही संवाद बोलते समय भैया-बहनों ने यह एहसास करा दिया कि प्रयास करने पर सफलता मिलती है. गीत एवं नृत्य भी अद्भुत था. नाटक में जो दृश्य चल रहे थे तो उससे सम्बंधित गीत और उस भाव नृत्य करके बनों ने सबको मुग्ध कर दिया. a7aec1f4-81b1-46f2-9f14-8e3c4c593319

विशिष्ट अतिथि नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि विद्या भारती बच्चों में देश भक्ति की भावना तो भरती ही है समाज को भी दिशा देने का काम भी करती है.

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुधा बाला ने किया. जबकि धन्यवाद् ज्ञापन प्रधानाचार्य रामदयाल शर्मा ने किया.

छपरा: स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्राचार्य रामदयाल शर्मा को लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा  विशिष्ट संस्कृति सम्मान से नवाजा गया है. यह पुरस्कार उन्हें प्रांतीय प्रधानाचार्य सम्मेलन में प्रदान किया गया. इस पुरस्कार को उन्होंने लगातार 17वीं बार हासिल किया है. इस बार इन्हें विशिष्ट संस्कृति सम्मान से नवाजा गया है. 

इसके अलावे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विद्यालय को भी चौथी बार प्रथम पुरस्कार से भी पुरस्कृत किया गया. इस सम्मेलन में 220 विद्यालय के प्रधानाचार्यों की सहभागिता थी.

यह पुरस्कार संस्कृति के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने पर प्रदान किया जाता है.