छपरा: पुलिस सप्ताह का स्थानीय पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने सोमवार को शुभारम्भ किया. इस अवसर पर सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद समेत जिले के पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे. 

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इस अवसर पर DM, SP ने छपरा पुलिस केंद्र में पौधारोपण किया.  

CT Update: बिहार पुलिस सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर संबोधित करते सारण जिलाधिकारी दीपक आनंद

Posted by Chhapra Today on Sunday, February 21, 2016

22 फरवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक पुलिस सप्ताह मनाया जायेगा.

CT Update: बिहार पुलिस सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर संबोधित करते पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह

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इस दौरान दौरान प्रतिदिन पुलिस केंद्र में बिहार पुलिस का झंडा फहराया जाएगा. थानों में पौधरोपण किया जाएगा.SONY DSC

CT Update: बिहार पुलिस सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर संबोधित करते पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह

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पुलिस सप्ताह के मौके पर शांति दौर, फुटबाल, वॉलीबाल, कबड्डी, शराब बंदी विषय पर बच्चों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.

छपरा: रोट्रेक्ट सारण के तत्वावधान में रविवार को सेमीनार का आयोजन किया गया. ‘प्रदूषित गंगा के बचाव एवम् निवारण’ विषयक इस सेमीनार का स्थानीय गुरुकुल पब्लिक स्कूल में आयोजन किया गया. 20160221_131047

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल तथा रोटरी सारण के पूर्व अध्यक्ष पंकज कुमार ने दीप-प्रज्जवलित कर किया. 

 

रोट्रेक्ट सारण के तत्वावधान में आज स्थानीय गुरुकुल पब्लिक स्कूल में ‘प्रदूषित गंगा के बचाव एवम् निवारण’ विषय पर सेमीनार …

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इस अवसर पर वक्ताओं ने गंगा की सफाई को लेकर अपने विचार व्यक्त किये. इसके बाद सभी प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. 

छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के प्रीमियर कॉलेज में शुमार राजेन्द्र कॉलेज को NAAC के द्वारा B ग्रेड दिया गया है. नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन कांउसिल ने कॉलेज को B-grade (2.66 cgpa) दिया है. इसके साथ ही राजेन्द्र कॉलेज NAAC एक्रीडिएशन प्राप्त करने वाला जेपी विश्वविद्यालय का तीसरा कॉलेज बन गया है. इसके पहले जगदम कॉलेज को बी ग्रेड तथा नारायण कॉलेज गोरिया कोठी को नैक से सी ग्रेड मिल चूका है.

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कॉलेज के NAAC से B-Grade मिलने के बाद डा. रामश्रेष्ठ राय ने बताया कि कॉलेज को नैक से मान्यता के लिए प्रयास शुरू किये गए थे. जिसे लेकर कॉलेज में आधारभूत संरचना के साथ ही वाई फाई लैब, पुस्तकालय को आधुनिक व आन लाईन किया गया था. NAAC की टीम ने कॉलेज का मूल्यांकन कर B-Grade दिया गया है. जो कॉलेज के प्राध्यापकों, कर्मचारियों, छात्रों समेत सभी के लिए ख़ुशी की बात है. 

 

बताते चले कि 1938 में स्थापित राजेंद्र कॉलेज बिहार का पहला कॉलेज है जहां कामर्स की पढ़ाई शुरू हुयी थी.

 

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प्रभात किरण हिमांशु/कबीर अहमद ‘दुनिया में हम आएं हैं तो जीना ही पड़ेगा, जीवन है एक जहर तो पीना ही पड़ेगा’. मदर इंडिया फ़िल्म का यह गीत कई मायनों में जीवन के कठिन दौर को दर्शाता है. बढ़ते भारत के इस दौर में आज भी ऐसे कई उदहारण हैं जो अपने जीवन में संघर्ष करते हुए आगे बढ़ रहे हैं और समाज के लिए एक प्रेरणा बनते जा रहे हैं.

छपरा टुडे #SpecialStory संघर्ष के रास्ते सफलता के मुकाम को पाने की इच्छा रखने वाले युवक ‘भागीरथ’ को समर्पित है. जिसने छोटी उम्र में ही कठिनाइयों से लड़ना सीख लिया है. भागीरथ बी.ए. पार्ट वन का छात्र है जो छपरा के भागवत विद्या पीठ के पास ठेले पर चाय-नाश्ता बेचता है. उसके पिता मीना साह 68 साल के हो चुके हैं जो बुढ़ापे की थकान और कमजोरी के कारण ठेला दूकान चलाने में असमर्थ हैं. जिस कारण परिवार चलाने का एक मात्र जरिया ‘चाय दूकान’ को संभालने की पूरी जिम्मेदारी भागीरथ पर आ चुकी है. भागीरथ अपने छोटे भाई के साथ मिलकर रोज दुकान चलाता है और उसी से हुए कमाई से उसका परिवार चलता है.

‘बचपन से है पढ़ने का इरादा’

परिवार के तंग हालातों के बीच भागीरथ ने अपनी शिक्षा के साथ कभी समझौता नहीं किया. बचपन से ही दूकान चलाने के साथ-साथ उसका ध्यान पढाई में लगा रहा. दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई शहर के गांधी उच्च विद्यालय में करने के बाद 11वीं और 12वीं की पढाई राजेन्द्र कॉलेजिएट से की. फिलहाल भागीरथ भुवनेश्वर सिंह डिग्री कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र है. अपनी व्यस्त दिनचर्या से बामुश्किल समय निकाल कर भागीरथ दूकान पर ही पढाई कर लेता है. 

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काम के साथ साथ पढाई करता भागीरथ 

कंप्यूटर भी सीखता है भागीरथ

ख़राब आर्थिक हालात के बावजूद भागीरथ ने शिक्षा के स्तर को और उन्नत करने के उद्देश्य से कम्प्यूटर क्लास भी ज्वाइन किया है. हालांकि भागीरथ इतना नहीं कमाता की कंप्यूटर सीख सके. पर शिक्षा के प्रति उसका समर्पण और जीवन में कुछ अच्छा करने के इरादे ने उसके हर संघर्ष को राह दी है. भागीरथ कंप्यूटर में डिप्लोमा कर रहा है और टाइपिंग भी सीख रहा है.

सरकारी नौकरी पाने की है तमन्ना

एक आम आदमी की नजर जब एक चाय बेचने वाले पर पड़ती है तो उसे देखकर उसके अंदर के उद्देश्यों की परिकल्पना नहीं की जा सकती, पर भागीरथ आज हर चाय बेचने वालों के लिए एक उद्धाहरण प्रस्तुत कर रहा है. उसका उद्देश्य जीवन भर चाय बेचना नहीं बल्कि पढ़-लिख कर सरकारी नौकरी पाना है. भगीरथ SSC और लेखापाल की भी परीक्षा दे चूका है. एक परीक्षा का रिजल्ट अभी नहीं आया है और एक में उसने असफलता पाई है. पर असफलता शब्द भागीरथ को निराश नहीं करती बल्कि उससे प्रेरणा लेकर उसके उत्साह में और भी प्रबलता आ जाती है.

सबका चहेता है भागीरथ

चाय बेच कर पढ़ाई करना संभव तो है. पर आर्थिक तंगी और पारिवारिक बोझ के कारण कोई भी तनावग्रस्त हो सकता है. लेकिन भागीरथ में ऐसा कुछ भी नहीं है. वो हर काम मजे से करता है. हमेशा खुश रहता है. उसे जानने वाले और उसकी दूकान पर चाय पीने वाले लोग उसके व्यवहार से काफी प्रसन्न रहते हैं. उसका मुस्कुराता चेहरा हर दिल अजीज है.

अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहता है भागीरथ

भागीरथ ने अबतक के अपने जीवन में काफी कष्ट झेलें हैं. शहर के मासूमगंज स्थित उसका मकान जर्जर है. उसके ऊपर चाय बेचने वाले के नाम की मुहर लग गई है. भागीरथ इन सब चीजों को बदलना चाहता है. सफलता की सीढ़ी चढ़कर वो अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहता है. उसने प्रण लिया है कि उसकी आने वाली पीढ़ी का कोई भी सदस्य चाय नहीं बेचेगा. इतनी कम उम्र में ऐसी सोंच प्रशंसनीय है. भागीरथ चाय बेचकर प्रधानमंत्री तो नहीं बनना चाहता पर एक सफल व्यक्ति के रूप में समाज में अपनी पहचान स्थापित करना उसका मुख्य उद्देश्य है.

छपरा टुडे #SpecialStory के माध्यम से भागीरथ जैसे संघर्षशील युवक को हमने पहचान दिलाने का छोटा सा प्रयास किया है.
आज भागीरथ जैसे कई युवक पैसे के आभाव में उन्नत शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं और उनके हौसले उड़ान भरने से पहले ही दम तोड़ देते हैं. सरकार और समाज को भागीरथ के इस प्रयास को प्रोत्साहन देना चाहिए. भागीरथ और उस जैसे कई होनहार सुविधाओं के आभाव में चाह कर भी गरीबी से मुक्त नहीं हो पाते.

आज हमारी सरकारी व्यवस्थाओं को और ज्यादा सुगम होने की आवश्यकता है. अगर भागीरथ को थोड़ी बहुत भी सरकारी मदद मिल जाए तो निश्चित तौर पर उसे अपने संघर्षमय जीवन को नई दिशा देने में काफी आसानी होगी.

आइए हम सब मिलकर एक सार्थक पहल करें और भागीरथ को आगे बढ़ाने में उसका साथ दें.

चाय बेचने वाला जब हमारे देश का प्रधानमंत्री बन सकता तो भागीरथ के सपने क्यों नहीं पुरे हो सकते. सारण के इस संघर्षशील युवक के जज्बे को हमारा सलाम.

छपरा: सारण के नए उप विकास आयुक्त के रूप में सुनील कुमार ने बुधवार को पदभार ग्रहण किया. नए DDC ने छपरा टुडे से बातचीत में बताया कि आगामी पंचायत चुनाव निष्पक्ष और सही तरीके से करना और विकास की योजनाओं को शत प्रतिशत पूरा करना पहली प्राथमिकता होगी.

बताते चले कि सुनील कुमार पहले भी छपरा में पदस्थापित रहे है वह वर्ष 1998 से 2001 तक छपरा में पदस्थापित थे.

छपरा: सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विगत एक साल की सभी विभागों की उपलब्धियों की जानकारी दी.

जिलाधिकारी ने कहा कि छपरा में कार्यभार सँभालते ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के प्रयास शुरू कर दिए थे. उन्होंने कहा कि जनता दरबार में स्वयं ही सभी मामलों की सुनवाई करते हुए लोगों में सरकार के कार्यों के प्रति भरोसा दिलाने की कोशिश की गयी

उन्होंने विभागवार उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि इंदिरा आवास योजना में एक लाख 17 हज़ार पांच सौ लाभुको का डाटा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. जिसे कोई भी देख सकता है और Duplication को रोका जा सकता है. इससे सरकार के कार्यों में पारदर्शिता आएगी और लोगों का विश्वास बढेगा. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कहा कि जिले में परवरिश योजना हेतु बाल विकास परियोजना में 838 लाभुकों की पहचान की जा चुकी है. 623 लाभुकों को स्वीकृति आदेश प्रदान कर लाभुकों के खाते में राशि DBT तकनीक से अंतरित किया जा रहा है. राज्य में सारण जिला प्रथम स्थान पर है.

उन्होंने कहा कि सारण जिला को डिजिटल इंडिया 2015 में बिहार का प्रथम पुरस्कार केन्द्रीय सूचना एवं प्रौधोगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रदान की थी.

प्रेस वार्ता में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी बी के शुक्ला उपस्थित थे.    

  

नगरा (अयूब रजा): बिहार सरकार द्वारा सिंचाई के लिए लगाये गए नलकूप 20 सालों से बंद पड़े है. नलकूप के बंद होने के कारण सिंचाई कार्य पूरी तरह बाधित हो चूका है. जिससे किसान काफी परेशान है.

ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन की उपेक्षापूर्ण नीति की वजह से अफौर, डुमरी, खोदाईबाग, पटेढ़ा, तुजारपुर, खैरा आदि आसपास के क्षेत्रों में 20 वर्षो से सिंचाई की बदतर व्यवस्था होने से कृषि कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है.

क्षेत्र निवासी रमेश कुमार, पंकज सिंह, अजय महतो, महन्त सिंह, आजाद अली, असरफ अली, आरती कुँवर, देवरती कुमारी, शम्भू राय, सोनू कुमार आदि दर्जनों किसानों ने कहा कि नगरा प्रखंड में कई नलकूप है जो समुचित देख-भाल अधिकारीयों एवम् कर्मियों को इन नलकूपों से कोई मतलब नही रहता है. जबकि मौजूदा हालत यह है कि कई नलकूप बिजली ट्रांसफार्मर जले होने के कारण कई वर्षो से जंगल-झार में ध्वस्त हो चुके है. यह हाल तब है जब नलकूपों को चलाने के लिए सरकार द्वारा ऑपरेटर भी बहाल किया है. फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. किसानों ने कहा कि अगर विभाग ने इस ओर ध्यान न दिया तो चरणबध्द आंदोलन चलाया जायेगा.

छपरा: गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी दीपक आनंद ने जिला कम्प्यूटर सोसाइटी के जीर्णोद्धार के पश्चात् तैयार भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया.

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छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित करते DM

इस अवसर पर उन्होंने सोसाइटी के पांच सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किया.  कार्यक्रम में जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी राम भगवान सिंह, आईटी मैनेजर विवेक कुमार तथा जिला कम्प्यूटर सोसाइटी से जुड़े अन्य कर्मी उपस्थित थे.

छपरा: मतदाताओं को जागरूक करने के अपने अभियान के अंतिम चरण में सोमवार को जिला प्रशासन के द्वारा रोड शो किया गया. रोड शो का नेतृत्व जिलाधिकारी दीपक आनंद ने किया. इससे पहले जिलाधिकारी ने रोड शो को हरी झंडी दिखा रवाना किया.

उद्घाटन करते जिलाधिकारी
उद्घाटन करते जिलाधिकारी

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मेरा मानना है कि 28 तारीख को सारण जिला बिहार में सर्वाधिक मतदान करेगा. मतदाता जागरूकता के लिए पिछले तीन महीनों से किये जा रहे प्रयास में अब केवल दो दिन बचे है. उन्होंने कहा कि जिस तरह परीक्षा की तैयारी पहले से की जाती है पर दो दिन पहले अगर नहीं पढ़ा जाये तो रिजल्ट बढ़िया नहीं होता. ठीक वैसे ही दो दिनों में लोगों को जागरूक करें और उन सभी को घरों से निकल कर मतदान केंद्र पर वोट करने के लिए प्रेरित करें.

उन्होंने मीडिया के लोगों महिलाओं, युवाओं से वोट करने की अपील की. जिलाधिकारी ने मतदाता जागरूकता अभियान से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि सारण से लगभग 5000 युवा उनके साथ Whats App और फेसबुक के माध्यम से जुड़े है. उन सभी ने मतदाता जागरूकता के लिए प्रयास किये है और निश्चय किया है कि इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाना है.

 

 

रैली समाहरणालय परिसर से निकल नगरपालिका चौक, मौना चौक, कटहरी बाग़, साहेबगंज चौक, थाना चौक  होते हुए पुनः समाहरणालय पहुँच समाप्त हो गयी.

रैली में बड़ी संख्या में जीविका, आँगनवाड़ी सेविका, विकास मित्र आदि शामिल थे. awareness4

 

इस अवसर पर डीडीसी, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी केके पाठक, जिला परिवहन पदाधिकारी श्याम किशोर सिन्हा, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी बीके शुक्ला समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे.