Chhapra: कोरोना का संक्रमण प्रखंडों के बाद अब छपरा नगर में भी पहुंच चुका है. ताज़ा मामले में जयप्रकाश नारायण इंजीनियरिंग कॉलेज क्वारन्टीन सेंटर में काम करने वाला एक 40 वर्षीय पुरुष संक्रमित पाया गया है. जिसके बाद प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को सील करने की कार्रवाई की है. इसके साथ ही सारण जिले में कोरोना संक्रमण से अबतक 7 लोग संक्रमित पाए गए है जिनमे से एक स्वस्थ हो चुका है.

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इससे पहले सारण जिले के इसुआपुर, अमनौर, मांझी, रिविलगंज, बनियापुर और सोनपुर प्रखण्ड से संक्रमित मरीज मिले थे. नया मामला सदर प्रखंड के जयप्रकाश नारायण इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाए गए क्वारन्टीन सेंटर में काम करने वाला एक 40 वर्षीय पुरुष संक्रमित पाया गया है. जिसके साथ ही जिले के 20 में से 7 प्रखण्ड तक अब यह संक्रमण पहुंच चुका है.

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बता दें कि छपरा के इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाये क्वारेंटिन सेंटर में भी 2 संक्रमित मरीज मिले थे जिनमे से एक बांका और दूसरा अररिया के निवासी होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों मामलों को सम्बंधित जिलों के डाटा में जोड़ दिया है.

Chhapra: Covid19 का संक्रमण सारण जिले में बढ़ गया है. जिले में दो और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है.

संक्रमित मरीजों में सोनपुर के सबलपुर दियारा के 62 साल के एक पुरुष और बनियापुर प्रखंड के नजीबा की एक 35 साल की महिला शामिल है. जिले में अबतक 6 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें से एक स्वस्थ भी हो चुका है.

सारण जिले में पहला मरीज इसुआपुर प्रखण्ड का, दूसरा अमनौर प्रखण्ड से, तीसरा रिविलगंज प्रखण्ड, चौथा मांझी प्रखण्ड के सरयू पार का एक 46 वर्षीय व्यक्ति और अब सोनपुर के सबलपुर दियारा और बनियापुर के नजीबा में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की पुष्टि हुई है.

बता दें कि छपरा के इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाये क्वारेंटिन सेंटर में भी 2 संक्रमित मरीज मिले थे जिनमे से एक बांका और दूसरा अररिया के निवासी होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों मामलों को सम्बंधित जिलों के डाटा में जोड़ दिया है. जिससे सारण में कोरोना संक्रमण से अबतक 6 मरीज ही है.

Chhapra: Covid19 का संक्रमण सारण जिले में बढ़ गया है. जिले में एक और संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है. संक्रमित मरीज मांझी प्रखण्ड के सरयूपार गांव का बताया जा रहा है. जिससे जिले में अबतक 4 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें से एक स्वस्थ भी हो चुका है.

सारण जिले में पहला मरीज इसुआपुर प्रखण्ड का, दूसरा अमनौर प्रखण्ड से, तीसरा रिविलगंज प्रखण्ड से और अब मांझी प्रखण्ड के सरयू पार के एक 46 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है. इसके साथ ही राज्य में अबतक 321 कोरोना संक्रमित मरीज मिले है.

Chhapra: सारण में कोरोना के एक मरीज के स्वस्थ होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की साँस ली थी. वही शुक्रवार को जिले में दूसरे मरीज के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ एक बार फिर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग समेत लोगों की चिंता बढ़ गयी है.

कोरोना से संक्रमित मरीज की पुष्टि करते हुए सूबे के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सूबे में अब तक 214 मरीज कोरोना से संक्रमित पाए गए है. इसे भी पढ़ें: Lockdown को गंभीरता से नही ले रहे कुछ लोग, Social Distancing केवल शब्द बना व्यवहार से गायब

आज संक्रमित पाए गए मरीजों में सारण का भी एक मरीज शामिल है जो जिले के अमनौर प्रखंड का रहने वाला बताया जा रहा है.

सारण में मरीज मिलने के बाद अमनौर प्रखण्ड के भागवतपुर से 3 किलोमीटर की परिधि में कन्टेनमेंट ज़ोन घोषित कर सीमा सील किये जाने की कवायद शुरू कर दी गयी है.  

 

 

आपको बता दें कि इसके पूर्व सारण जिले के इसुआपुर में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला था जो अब स्वस्थ हो चूका है. 

छपरा टुडे डॉट कॉम आप सभी से अपील करता है कि घर में रहें और Lockdown का पालन करें, आपकी एक गलती सभी पर भारी पड़ेगी. 

Patna: कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सभी लोगों को मॉस्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. बिना मॉस्क पहने लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी. इसे लेकर स्वास्थय विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है. इसके तहत फल बेचने वाला, सब्जी विक्रेता, सफाई कर्मी, किराना दूकानदार, सुधा डेयरी, दवा के दूकानदार व कर्मी सहित उन सभी लोगों को इसका अनुपालन करना है जो खरीदारी करने के लिए इन दुकानों पर जाते हैं. अनुपालन नहीं करने पर संबंधित व्यक्ति को दंडित किया जायेगा.

बता दें कि आम जन एन- 95 मॉस्क के अलावा घर के बने हुये मॉस्क या जीविका समूहों के द्वारा तैयार की गई मास्क का प्रयोग कर सकते हें. विभाग का कहना है कि एन- 95 मास्क चिकित्सा से जुड़े कर्मियों के लिये आवश्यक है. अन्य कर्मी व लोगों को थ्री प्लाई मास्क या कपड़ा से बना हुआ डबल लेयर मास्क उपयुक्त है.

कपड़ें के मास्क को साफ कर बार- बार प्रयोग में लाया जा सकता है. मालूम हो कि कोरोना वायरस का संक्रमण एक आदमी से दूसरे में फैलता है. दिनों दिन कोरोना वायरस संक्रमण के पोजिटिव केस में इजाफा हो रहा है.

इस परिदृश्य में कोई भी संक्रमित व्यक्ति अनजाने में दूसरे को संक्रमित कर सकता है. साथ ही सामान्य व्यक्ति भी इस संक्रमण का शिकार हो सकता है. इसके मद्देनजर सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया हे. ताकि कोराना वायरस संक्रमण को यथासंभव कम किया जा सके.

कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उठाया कदम

बिहार व अन्य जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. रोजाना पॉजिटिव के सामने आ रहे हैं. इसके मद्देनजर सरकार ने ये सुरक्षात्मक कदम उठाया है. संक्रमण के इस दौर में सभी लोगों को इसका अनुपालन करना अनिवार्य कर दिया गया है. विभाग के अनुसार मास्क पहन कर बाहर निकलने से संक्रमण के फैलाव को कम किया जा सकता है. इसीलिए सभी लोगों के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है.

मास्क के प्रयोग से संक्रमण के फैलाव को कम किया जा सकता है

मास्क पहने के अलावा लोगों को सरकार की ओर से लगाए गए लॉक डाउन का शत-प्रतिशत पालन करना चाहिए. सोशल डिस्टनसिंग से ही कोरोना को मात दी जा सकती है. लोगो को आवश्यक कार्य होने पर बाहर निकलना चाहिए. इसके अलावा घर के किसी भी सदस्य का बाहर से घर आने पर सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए चिकित्सकों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को घर प्रवेश नहीं करना चाहिए इसके पूर्व स्नान कर लेवे. स्नान नहीं करने की स्थिति में हाथ को सैनिटाइजर व साबुन से धोना अनिवार्य है साथ ही उस व्यक्ति को पहने हुए कपड़े को भी बाहर छोड़ देना चाहिए. पूरे शरीर को साफ करने के बाद ही घर में प्रवेश करना चाहिये. इसका अनुपालन कर कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को बहुत हद तक कम कर सकते हैं.

New Delhi: Corona संक्रमण में ईलाज करने के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों पर लगातार हो रहे हमले पर केंद्र सरकार ने कड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बुधवार को केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर एक अध्यादेश पास किया गया है. स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. इसमें 3 महीने से सात साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार अध्यादेश लाई जिसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान है. स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों को जमानत नहीं मिलेगी. 30 दिन के अंदर इसकी जांच पूरी होगी. जबकि एक साल के अंदर फैसला आएगा. इसके तहत 3 महीने से 5 साल तक की सजा हो सकती है. जबकि गंभीर मामलों में 6 महीने से 7 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है. गंभीर मामलों में 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा.

वही स्वास्थ्यकर्मी की गाड़ी पर हमला करने वालों को उनकी मार्केट वैल्यू का दोगुना ज्यादा भरपाई करना होगा.

Chhapra: घर-घर सर्वे अभियान में आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को सही जानकारी दें, तभी कोरोना संक्रमण के प्रसार पर रोग संभव हो सकेगा. उक्त बातें क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता ने डोर टू डोर सर्वे अभियान का जायजा लेते हुए कहीं.

उन्होंने कहा सर्वे के दौरान एक भी घर छूटना नहीं चाहिए. उन्होंने सर्वे दल के कर्मियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक घरों की गहनता से सर्वे की जाए तथा कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उसकी पूरी जानकारी लें. शहर में चल रहा है डोर टू डोर सर्वे अभियान का क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता, आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारियों ने जायजा लिया तथा सर्वे टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. इसे भी पढ़ें: आपदा राहत केन्द्र पर आवासितों को जिलाधिकारी ने उपलब्ध करायी उनके जरूरत की चीजें

आरएडी और यूनिसेफ के एसएमसी ने शहर क्षेत्र के अजयगंज, फिदर बाजार, गुदरी मुहल्ला, आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय ने शहर के सलेमपुर, राहत रोड व बी सेमिनरी स्कूल के आस पास इलाकों में चल रहे सर्वे अभियान का जायजा लिया.

सर्वे अभियान में आमजनों की सहयोग अपेक्षित

क्षेत्रीय अपर स्वास्थ निदेशक ने कहा इस अभियान में आम जनों की सहयोग अपेक्षित है. स्वास्थ्य कार्यकर्ता आप आपके परिवार को स्वस्थ व समृद्ध बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहे है. ऐसे में प्रत्येक जनमानस का कर्तव्य है कि वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने कार्यों के निर्वहन करने में अपना पूर्ण सहयोग व सही जानकारी प्रदान करें. ऐसा कर आप स्वयं वह अपने परिवार को इस संक्रमण से बचा सकते हैं.

संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए चल रहा अभियान

कोरोना संक्रमण के वैश्विक महामारी के मद्देनजर सामुदायिक संक्रमण की स्थिति पैदा ना हो इस को ध्यान में रखते हुए आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा जिले में घर घर जाकर कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है. ताकि चिन्हित व्यक्तियों को वांछित जांच एवं चिकित्सकीय सुविधाएं ससमय उपलब्ध करायी जा सके. इसे भी पढ़ें: अपराधियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक गिरफ्तार

सर्वे के दौरान प्रत्येक घरों की हो रही मार्किंग

यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी ने बताया पल्स पोलियो अभियान की तरह इस अभियान में भी कोरोना संक्रमण व्यक्तियों के घरों की मार्किंग की जा रही है.सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं. इसमें तीन स्तरों पर सूचना एकत्रित किया जा रहा है. कोविड-19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भर रहे है. कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जा रहा है. सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जा रही है. संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर मार्किंग की जा रही है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार साफ सफाई पर ज्यादा जोर दे रही है. शहर से लेकर गांव तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है. जिससे की इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके.

छपरा नगर निगम ने भी शहरी क्षेत्र के 45 वार्डों में सैनिटाइजर का छिड़काव दूसरे चरण के लॉक डाउन से प्रारंभ किया है. नगर निगम आयुक्त के अनुसार रोस्टर के अनुरूप शहर में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. हालांकि यह कार्य वही किया जाएगा जहां उनका वाहन जा सकता है.

एक घंटे में 326 लोगों ने फेसबुक पर रखी अपनी बात

शहर में सैनिटाइजर छिड़काव को लेकर छपरा टुडे द्वारा अपने फेसबुक पेज के माध्यम से शहर के मोहल्ले में किए जा रहे सैनिटाइजर छिड़काव की जानकारी ली गई. इस पोस्ट के 1 घंटे के अंतराल में कुल 326 फेसबुक यूजर ने अपने कमेंट दिए. यूजर ने कॉमेट में अपने मोहल्ले, वार्ड के नाम के साथ अपना उत्तर दिया. जो चौकाने वाला है. खबर लगाये जाने तक 914 लोगों के कमेंट हमें मिले है.   

इन वार्ड के लोगों ने किये कमेंट

शहर में कुल 45 वार्डोमें से करीब 30 वार्ड में रहने वाले लोगों के साथ अन्य लोगों ने अपनी राय दी. जिसमे वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 20, 22, 23, 25, 26, 27, 32, 34, 37, 38, 40, 41, 43, 45 में रहने वाले लोग शामिल है. लगभग 95% लोगों ने यह कहा कि उनके मोहल्ले में सेनेटाइजर के छिड़काव का कार्य नहीं हुआ है.वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि छिड़काव हुआ है. हालांकि इससे यह प्रमाणित नहीं होता कि नगर निगम ने छिड़काव नहीं किया है. आम लोगों का यह भी कहना है कि शहर के कई वार्डों में सफाई कार्य भी नहीं चल रहा है. 

2 लाख से अधिक की आबादी, करीब डेढ़ लाख लोगों का घर संकीर्ण गलियों में

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार छपरा नगर निगम के 45 वार्डों में 2 लाख से अधिक लोग रहते हैं. 9 वर्ष बीत जाने के बाद नगर निगम क्षेत्र में एक अनुमान के मुताबिक जनसँख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. छपरा पुराना शहर है, जिसके वार्ड एक ब्रह्मपुर से लेकर वार्ड 45 रौजा तक अगर मुख्य मार्ग को छोड़ दें तो लगभग सभी सड़कें संकीर्ण और तंग गलियां ही हैं. नगर निगम का यह कहना कि सैनिटाइजिंग का काम वही होगा जहां गाड़ी जा सकती है. ऐसे में करीब डेढ़ लाख की आबादी जो खासकर शहरी क्षेत्र के उन गलियों में बसती है वहाँ रहने वाली बड़ी आबादी, वह गालियां इस कार्य से वंचित रहेगी. 

एक गाड़ी और दो कर्मी के सहारे छिड़काव

एक गाड़ी और दो कर्मी शहर पूरे शहर को सैनेटाइज करने में जुटे हैं. वाहन के अंदर से ही बाहर की सड़कों पर फुहारे लगाते हुए सरपट गाड़ी दौड़ रही है. लगता है मानों शहरवासियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा हो. हालांकि इस पर भी निगम कर्मियों की अपनी प्रतिक्रिया है. नगर निगम के कर्मी यह कह रहे है कि सिर्फ सड़कों पर छिड़काव किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: अंततः नगर निगम की खुली नींद, शुरू हुआ सेनेटाइजिंग का काम

उधर कुछ एक वार्ड पार्षद का कहना है कि मुख्य मार्ग पर छिड़काव के बाद नगर निगम के कर्मियों द्वारा गलियों में भी छिड़काव की योजना बन रही है. इसे भी पढ़ें: शहरवासियों ने पूछा आख़िर कब होगा शहर सैनेटाइज, नगर निगम सिर्फ फॉगिग से भगा रहा कोरोना

बहरहाल कोरोना वायरस को लेकर 3 मई तक लॉक डाउन है. पहले चरण में 21 दिन के लॉक डाउन में नगर निगम ने सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कर शहरवासियों की कोरोना वायरस से सुरक्षा की. वही दूसरे चरण के 19 दिन के लॉक डाउन में सिर्फ वाहन जाने वाली सड़कों पर सरपट वाहनों को दौड़ाकर कर एक बार फिर से लोगों की सुरक्षा कर रही है.

Chhapra: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सारण जिले में अभी तक कुल 13506 व्यक्तियों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान की गई है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि इनमें से 10182 लोगों को होम कोरेनटाईन में रखा गया है. 5758 लोगों के स्वास्थ्य की जाँच की गयी है.

जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय निर्देशानुसार गठित सभी कोषांग सफलतापूर्वक कार्यरत है. जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र 06152-245023 पर 1626 कॉल, जिला नियंत्रण कक्ष 06152-242444 पर 225 कॉल, स्वास्थ्य विभाग सारण, छपरा के नियंत्रण कक्ष 06152-244812 पर 984 कॉल, प्रखंड स्तरीय चिकित्सा केन्द्र पर स्थापित नियंत्रण कक्ष पर 9743 कॉल प्राप्त हुए हैं. सहायता उपलब्ध करायी गयी है.

विदेश से आये 160 लोगों का सेम्पल कलेक्शन
जिलाधिकारी ने बताया कि 20 मार्च से 3 अप्रैल-2020 तक सारण जिले में देश के विभिन्न भागों से आये 1767 व्यक्तियों में 714 व्यक्ति सारण जिला से संबंधित थे, 936 व्यक्ति अन्य जिलों से संबंधित थे तथा 85 लोग अन्य राज्यों से संबंधित थे जिन्हें उनके गंतव्य तक पहुॅचाया गया है. 18 मार्च के बाद सारण जिला में विदेश से आये 160 लोगों का सेम्पल कलेक्शन कर जाँच के लिए भेजा गया है. इसमें एक व्यक्ति का रिपोर्ट पोजेटिव तथा बाकी सब लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आया है.

होम कोरेनटाईन के लिए 329 चिन्हित
डीएम ने बताया होम कोरेनटाईन के लिए सभी पंचायतों एवं नगर पंचायतों में 329 विद्यालय चिन्हित है. जहाँ अप्रवासी मजदूरों के अवासन की व्यवस्था की गयी है.

714 लोग है आवासित
वर्तमान में विभिन्न प्रखंडों में कुल 214 पंचायतों में 714 व्यक्ति आवासीत हैं. सभी अंचलों में बने चेक पोस्ट एवं चिन्हित स्थलों पर आ रहे लोगों की स्वास्थ्य जाँच करायी जा रही है एवं आवश्यकतानुसार कोरेनटाईन में रखा जा रहा है. वर्तमान में इंजीनियरिंग काॅलेज, छपरा स्थित राहत केन्द्र में 62 एवं मढ़ौरा उच्च विद्यालय, मढ़ौरा के आपदा राहत केन्द्र में 12 लोगों के आवासन की व्यवस्था की गयी है.

यहां बनाये गए है आइसोलेशन सेंटर
सदर अस्पताल, छपरा स्थित जीएनएम स्कूल एवं सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है जिसमें 215 बेड है. अभी तक 49 लोगों को आईसोलेट किया गया है जिसमें 13 को डिस्चार्ज कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त जिला के 17 होटल को आईसोलेशन सेंटर के रुप में चिन्हित किया गया है. जहाँ 242 बेड की क्षमता है. सारण जिला के इसुआपुर के ग्राम-चाॅदपुर में एक पोजेटिव मामला पाये जाने पर उक्त ग्राम की 3 किलोमीटर परिधि को सील कर सेनिटाईज कर दिया गया है तथा वहाँ चिकित्सकों के दल की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है. बिहार से बाहर में रह रहे सारण जिला के 801 व्यक्तियों के संबंध में सूचना मिली है.

Chhapra: Lockdown में आवश्यक सेवाओं, सामग्रियों के वाहन के लिए सारण जिला प्रशासन पास जारी करेगा.

इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिंक दिया है. यहाँ आवश्यक और अति आवश्यक श्रेणी में पास निर्गत किये जायेंगे. सरकार द्वारा जिन्हें छूट दी गयी है उन्हें ही पास निर्गत किया जायेगा.   

ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले www.saran.nic.in पर जाए
फिर Covid-19 Help Tab को Click करें
यहाँ Request for Vehicle Pass के बाद एक Form खुलेगा

जिसमें आपसे जरुरी जानकारी मांगी जाएगी. इसके बाद आपका पास निर्गत किया जा सकेगा. आप 8083851139 पर Whats App कर भी पास के लिए आवेदन कर सकते है.  

नई दिल्ली: अंतराष्ट्रीय मंच सहित भारत में कोविड 19 जिस तरीके से अपना कहर बरपा रहा है उससे सभी ज्ञात है. देश में कोविड 19 के मरीज़ लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. कारोना से लडने के लिए प्रधामंत्री आह्वान पर पीएम– केयर्स फंड में लोग खुले दिल से सहयोग कर रहे है.

भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) ने इस फंड में अपना 25 लाख का सहयोग दिया हैं. संघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि देश के प्रति देशवासियों का प्यार, सेवा और समर्थन ने हम सभी को प्रेरणा प्रदान कर रही है. इसलिए, अब समय आ गया है कि हम अपने देश को किसी भी तरीके से भुगतान करे. हमें इस संकट की घड़ी में परिस्थिति से उबरने के लिए एक दूसरे के साथ खड़े रहने और एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है.

ए.आई.एफ.एफ ने इस संकट की घड़ी में परिस्थिति को ध्यान रखते हुए अपने सभी कर्मचारियों को मार्च 14 से ही घर से ही अपनी सभी कामों को करने को कहा गया है और अपने सभी घरेलू और अंतराष्ट्रीय कार्यक्रमों को रोक दिया गया है. बताते चले कि फेडरेशन के अलावा सभी खिलाड़ी और कर्मचारी अपने अपने तरीके से भी सहयोग एवं लोगों को जागरूक कर रहे है.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से देश में उत्पन्न स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से PM-Cares Fund में दान करने की शनिवार को अपील की.

प्रधानमंत्री के अपील के कुछ ही समय बाद बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने इस कोरोना वाइरस से लड़ने के लिए 25 करोड़ रुपए की राशि दान की है.

बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है कि वो कोरोना वायरस जैसी बीमारी से जंग लड़ने के लिए सहयोग करते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपए दान करने का संकल्प ले रहे हैं. 
ये वो समय है जब सब कुछ हमारे अपने लोगों की जिंदगी के लिए जरूरी है. इस समय हमें हर जरूरी चीज करने की जरूरत है. मैं अपनी बचत में से पीएम राहत कोष में 25 करोड़ रुपए दान करने का संकल्प करता हूं. इसके आगे उन्होंने लिखा है आइए जिंदगी बचाएं, ‘जान है तो जहान है’