बजट प्रतिक्रिया: किसी ने सराहा तो किसी ने नकारा
Chhapra: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वर्ष 2019-20 का पूर्णकालिक बजट शुक्रवार को पेश किया. बजट में आम लोगों को राहत मिली है. वही अमीरों पर एक्स्ट्रा टैक्स की बोझ बढ़ी है. जबकि मध्यम वर्ग को कोई ज्यादा राहत नहीं मिली है. सरकार ने इस बजट को दूरगामी परिणाम देने वाला बताया है. जबकि व्यापारियों ने बजट के कई प्रावधानों पर सवाल भी खड़े किये है. पक्ष के लोगों ने सराहना की है. वही विपक्ष ने सिरे से नाकार दिया है.
छपरा टुडे डॉट कॉम को व्यापारियों और राजनेताओं और शिक्षविद्द लोगों की प्रतिक्रियाएं. आप भी पढ़िए क्या कहा लोगों ने बजट के बारे में…

मध्यम वर्ग को कोई खास लाभ नहीं: पवन अग्रवाल
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिमोत्तर बिहार वाणिज्य एवं उद्योग परिषद् के महासचिव पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि बजट से मध्यम वर्ग की आशा बह गयी, उन्हें कुछ नहीं मिला है, और तो और पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ गए. उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारियों को कुछ लाभ मिलेगा. उन्हें पेंशन इत्यादि की बातें की गयी है. उन्होंने कुल मिलाकर बजट को मिला जुला बताया है. उन्होंने कहा कि अंतरिम बजट से पूर्णकालिक बजट में कोई खास अंतर नहीं दिखा.

आम लोगों के लिए नकारा साबित होगा बजट: कामेश्वर सिंह
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद सिंह विद्द्वान ने कहा कि यह आम बजट गरीब एवम आम लोगों के लिए नकारा साबित होगा. पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने से साफ है कि आम लोगों को लेकर सरकार कुछ नही सोच रही. आम करदाताओं को सरकार ने कोई राहत नही दी है. बजट पूरी तरह से फेल है.
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गांव, गरीब और किसान को समर्पित है बजट: शैलेन्द्र सेंगर
बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि यह बजट गांव, गरीब और किसान को समर्पित है. प्रधानमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना एवं स्वच्छ भारत अभियान पर फोकस करना इस सरकार की नियत को दर्शाता है.
10 हजार नये कृषि उत्पादक संगठन बनाने की पहल, गांवों को बाजार से जोड़ने वाली सड़कों को अपग्रेड किये जाने की घोषणा, अन्नदाता को ऊजार्दाता बनाने के लिए कई योजनाओं की बात की गयी है. कृषि से संबधित ग्रामीण उद्योग में 75 हजार नये उद्यमी तैयार करने की योजना, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अंत्योदय हमारा लक्ष्य प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 1.5 करोड़ मकान बनाने की घोषणा. 2019-20 से 2021-22 के बीच 1.95 करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य. 2022 तक हर ग्रामीण को गैस और बिजली का कनेक्शन की घोषणा ये सभी ग्रामीण सशक्तिकरण के सरकार के प्रयास को दर्शाती हैं.

सकारात्मक और सराहनीय बजट: श्याम बिहारी अग्रवाल
भाजपा नेता व वस्त्र व्यवसायी श्याम बिहारी अग्रवाल ने आम बजट की सराहना की है. उन्होंने कहा कि बजट 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में पाँच लाख तक की सालाना आमदनी वालों को टैक्स से पूरी तरह से राहत देने की घोषणा को दोहराया हैं, जो सराहनीय है. ई-वीकल्स खरीदने वालों को ऑटो लोन पर डेढ़ लाख के रूपये तक के ब्याज पर इन्कम टैक्स में छूट मिलेंगी. इसके अलावा अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम के तहत घर खरीदने के लिए गए लोन के ब्याज पर डेढ़ लाख की अतिरिक्त छूट मिलेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनें पहलें बजट में इन्कम टैक्स रिटर्न फाइल करनें की प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया हैं. ITR फाइल करनें के लिए अब पैन कार्ड की अनिवार्यता नहीं रहेंगी.

सबका विश्वास जितने वाली बजट: अशोक सिंह
भाजपा नेता अशोक कुमार सिंह ने कहा कि बजट 2019 में सभी वर्गों के उत्थान एवं विकास का लक्ष्य स्पष्ट है साथ ही यह बजट भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन को साकार करने का रोडमैप भी है. ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की परिकल्पना को भी साकार करने की दिशा में मजबूत कदम होगा.

सभी वर्गों के लिए लाभकारी साबित होगा: धर्मेन्द्र सिंह
भाजपा नेता धर्मेन्द्र कुमार सिंह नए भारत की अर्थव्यवस्था को और तीव्रता प्रदान करेगा. साथ ही देश के गरीबों, किसानों, युवाओं, विद्यार्थियों, महिलाओं, वृद्धजनों समेत सभी वर्गों के लिए लाभकारी साबित होगा.
देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा बजट: रामदयाल
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षाविद रामदयाल शर्मा ने कहा कि एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में देश की राजकोषीय घाटे कम करते हुये जी डी पी को और ऊपर ले जाने का संकल्प स्पष्ट दिखता है. साथ ही यह बजट पण्डित दिन दयाल उपाधयाय और महात्मा गांधी के चिंतन पर केंद्रित है. जिसमे भारत की आत्मा गाँवो में है और वहाँ भी सबसे अंतिम छोर पर खरा व्यक्ति का उत्थान ही भारत की प्रगति है. इस चिन्तन को बजट में पहले स्थान पर रखा गया है.
छोटे दुकानदारो को पेंशन, किसानों, विधार्थियो, मजदूरो को बड़ी राहत देते हुए 59 मिनट में ऋण की स्वीकृति की जो बात कही गई है वह वाकई प्रसंसनीय है. सबको घर देने की दिशा में उठाया गया कदम बजट की लोकप्रियता को जहाँ बढ़ाता है वही सबका साथ सबका विकास करते हुए सबके विश्वास पर खड़े उतरने का संकल्प दिखता है. आयकर सीमा में बढ़ोतरी मध्यम वर्ग के लिये बड़ी राहत है. इस प्रकार यह बजट सर्व हितकारी और देश के लिये प्रगतिकारी है. यह बजट देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा











आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए छपरा के स्वर्ण व्यवसायी व श्रीप्रकाश ओर्नामेंट्स के ओनर वरुण प्रकाश ने कहा कि इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सोने के दाम भी बढ़ेंगे. बिक्री में भी समस्या होगी. आम लोगों पर भी इसका बोझ बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों से बजट काफी अच्छा था. लेकिन इस इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ने के साथ ही कई और समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावें कैशलेस ट्रांसेक्शन में भी गिरावट आएगी.
हथुआ मार्केट स्थित प्रकाश ऑर्नामनेट्स के ओनर अरुण प्रकाश ने कहा कि बजट में इमोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सोने के दाम अब आकाश छूने लगेंगे. जिससे अच्छे क्वालिटी का सोना खरीदना अब सबके बस की बात नहीं होगी. इम्पोर्ट ड्यूटी सीधे 10 से 12.5 परसेंट कर देना सही नहीं है. यह ग्राहकों और दुकानदारों के लिए एक झटका है. कोई नहीं चाहता कि कम गुणवत्ता वाला सोना खरीदे लेकिन सरकार के इस बजट ने आम लोगों पर महँगाई का एक बोझ दे दिया है. जिसका असर सीधे व्यापार पर पड़ेगा. व्यापार में मंदी भी होगी.
शहर के मौना चौक स्थित न्यू जे अलंकार ज्वैलर्स के मनोज कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार के इस बजट से स्वर्ण व्यापार पर बुरा असर पड़ेगा. पहले से ही कस्टम ड्यूटी घटाने को लेकर मांग की जा रही थी. उल्टा सरकार ने इसे बढ़ाकर लोगों के ऊपर अतिरिक्त बोझ डालने का कार्य किया है. इम्पोर्ट ड्यूटी के बढ़े टैक्स को सरकार को वापस लेना चाहिए. सोने के दाम काफी महेंगे हो गए. अब बिक्री में भी बहुत समस्या आएगी. साथ ही साथ सरकार के इस कदम से स्मगलिंग को बढ़ावा मिलेगा. जो पिछले 2 साल से काफी कम हो गया था.
वहीं बजट पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए साहेबगंज के बी अलंकार ने श्याम कुमार ने कहा कि सरकार ने कुछ प्लान करके की इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाई होगी. लोगों पर असर तो पड़ेगा. थोड़ा बाजार में मंदी भी आएगी. दाम बढ़ेंगे तो लोगो को एडजस्ट करके चलना पड़ेगा. सरकार विकास को ध्यान में रखकर टैक्स बढ़ाया होगा. आने वाले कुछ दिनों में इसका असर स्वर्ण बाजारों में जरूर देखने को मिलेगा.

































































