Chhapra:  छपरा शहर के नगर पालिका चौक पर मोदी सरकार के खिलाफ पुतला दहन किया गया।

एक टीवी डिबेट में भाजपा की प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में प्रदर्शन किया गया.

इस दौरान शेख नौशाद और सद्दाब मजहरी ने संयुक्त रूप से कहा कि मोदी सरकार से हमलोगों का मांग है की जिस तरह दिल्ली विश्वविधालय के प्रोफेसर रतनलाल को एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया। उससे सौ गुना बड़ा गुनाह नुपुर शर्मा ने किया है उस पर भी एफआईआर दर्ज कर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति किसी धर्म के खिलाफ गलत बयान देने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। यदि नुपुर शर्मा को जेल नहीं भेजा गया तो सारण में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।


Chhapra : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर तत्काल टिकट को लेकर शुक्रवार दो यात्रियों के बीच कहासुनी से लेकर शुरू हुआ विवाद चाकूबाजी तक जा पहुंचा. छपरा जंक्शन सर्कुलेटिंग एरिया से बाहर भगवान में थाना अंतर्गत एक धर्मशाला के समीप चाकूबाजी की घटना हुई. जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों घायल युवक भगवान बाजार थाना क्षेत्र के दौलतगंज मोहल्ला निवासी रामप्रसाद के एक 30 वर्षीय पुत्र अखिलेश कुमार एवं 27 वर्षीय पुत्र मिथलेश कुमार बताए गए हैं.

दोनों घायल का इलाज छपरा सदर अस्पताल में हो रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार हमला करने वाला युवक धर्मशाला का मैनेजर बताया जा रहा है. घायल युवकों ने बताया कि रिजर्वेशन काउंटर से निकलने के बाद धर्मशाला के समीप पहुंचते ही उसने चाकू से हमला कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही रेल पुलिस और भगवान बाजार थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

Chhapra: अमनौर थाना क्षेत्र में लूट की घटना को अपराधियों ने अंजाम दिया है. अपराधियों ने सीएसपी संचालक से हथियार के बल पर 45 हज़ार से अधिक रुपए लूटकर फरार हो गए. यह घटना उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के सीएसपी संचालक से हुई है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन बाइक सवार अपराधियों ने 45 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए. सभी बाइक सवार अपराधी नकाबपोश थे और हथियार से लैस थे. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई है.

बारात से वापस हो रही बुलेरो गड्ढे में पलटी, आधा दर्जन सवार घायल

Chhapra: छपरा-सिवान मुख्यमार्ग पर स्थित रक्षाब्रम्ह बाबा स्थान व भोला ढाला के बीच शुक्रवार की अहले सुबह अनियंत्रित होकर एक बोलोरो वाहन सड़क किनारे गहरे खाई में पलट गई. दुर्घटना में बाल-बाल बचे बोलोरो पर सवार लोग. इस हादसे में बोलोरो पर सवार बच्चा सहित करीब आधा दर्जन लोग जख्मी हो गये है.सभी घायलों को स्थानीय लोगो की सहयोग दाउदपुर में एक निजी किलनिक मे उपचार कराया गया.

घटना उस वक्त की बताई जाती है जब वाहन कोपा की तरफ तेज गति से आ रहा था. तभी अचानक सामने से एक तेज गति से मैजिक वाहन आ गया जिसके बचाने की चक्कर मे वाहन चालक ने एक स्कूटी में हल्की ठोकर मार दिया. जिससे वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई जा गिरा. दुर्घटना में वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.

मिली जानकारी के अनुसार रिविलगंज थाना क्षेत्र के मोहब्बतपरसा गांव से एक शादी समारोह में सम्मलित होकर बोलोरो से सभी लोग रसूलपुर घर जा रहे थे. तभी भोला ढाला के समीप दुर्घटना के शिकार हो गए. घायलों में ओमप्रकाश साह, रीना देवी, शिवम कुमार, विवेक कुमार, सुजीत कुमार आदि शामिल है.

इस घटना में पिता तीन मासूम बच्चे व मा को गंभीर चोट आई है. सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे है. वही चालक घटनास्थल से गाड़ी छोड़कर फरार बताया जा रहा है.

लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र 98 वर्ष की आयु में आज 10 जून, 2022 को प्रातः 8 बजे निधन हो गया.

बाबा योगेंद्र पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे तथा उनका लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार चल रहा था।

बाबा योगेंद्र कला तथा साहित्य के क्षेत्र में काम करने वाली अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के संस्थापक थे तथा अनेक वर्षों तक राष्ट्रीय संगठन मंत्री रहे। कला क्षेत्र में आपके योगदान को देखते हुए वर्ष 2018 में भारत सरकार ने पद्म श्री सम्मान से अलंकृत किया था। इसके अतिरिक्त भाऊराव देवरस सेवा सम्मान तथा अहिल्या बाई होलकर राष्ट्रीय पुरस्कार तथा अनेक पुरस्कारों से भी आप सम्मानित हुए थे।

बाबा योगेंद्र का जन्म 7 जनवरी, 1924 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गांधीनगर में हुआ था. बचपन में गांव में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में जाने लगे. इसके बाद गोरखपुर में पढ़ाई के दौरान उनका संपर्क संघ के प्रचारक नानाजी देशमुख से हुआ. संघ का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह प्रचारक निकले।

बाबा योगेंद्र गोरखपुर, प्रयाग, बरेली, बदायूं और सीतापुर में प्रचारक रहे. वर्ष 1981 में जब संस्कार भारती संगठन बना, तो बाबा योगेंद्र को उसके अखिल भारतीय संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया. विश्व को भीमबेटका तथा सरस्वती नदी के मार्ग की जानकारी देने वाले पद्मश्री डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर जी के साथ मिलकर उन्होंने कला साधकों के मन में राष्ट्रीय भावना के जागरण का कार्य लम्बे समय तक किया. उनके मार्गदर्शन में संस्कार भारती आज कला के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था है।

पटना: बिहार में चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 11 से 13 जून के बीच मानसून बिहार में दस्तक दे सकता है। मानसून पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंच चुका है। पूर्णिया में प्री-मानसून की बारिश होने से इसके संकेत मिले हैं।

प्रदेश के उत्तरी भाग में गुरुवार को हुई बारिश मानसून के लिए अनुकूल साबित हो रही है। विभाग के अनुसार बिहार में 13 जून तक मानसून की बारिश होनी की संभावना है। पटना में 15 से 16 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मानसून की पहली बारिश पूर्णिया में होगी।

राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर बिहार के अररिया, किशनगंज एवं पूर्णिया में मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। इन मौसमी प्रभाव को देखते हुए मौसम विज्ञान की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर एवं भागलपुर में सामान्य बारिश का पूर्वानुमान है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही मानसून कुछ दिन के देरी से राज्य में दस्तक दे रहा है लेकिन इस बार भी अच्छी बारिश की उम्मीद है। अच्छी बारिश होने की वजह से किसानों को इसका फायदा मिलेगा।

बेगूसराय: बेगूसराय में प्रेम प्रसंग में पत्नी द्वारा पति की हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

घटना नावकोठी थाना क्षेत्र के नावकोठी गांव की है, मृतक की पहचान चंपू महतो के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा मृतक के पत्नी और भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि देवर के साथ अवैध संबंध रहने के कारण पत्नी ने अपने देवर के साथ मिलकर चंपू की हत्या कर दी।

इस मामले में देवर और भाभी को हिरासत में ले लिया गया है। जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मामले का खुलासा होगा। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मृतक की पत्नी का देवर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी होने के बाद पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होते रहता था, लेकिन पत्नी कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। इसी को लेकर रात में पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी तथा पति द्वारा फांसी लगाने का हल्ला किया। लेकिन अन्य परिजन पहुंचे तो शव बिछावन पर ही था।

सुबह में घटना की सूचना मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया है तथा ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच पड़ताल करने की मांग किया है।

चोरों ने पहले खाया आम, फिर चोरी की घटना को दिया अंजाम

Chhapra: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाजार समिति में बीती रात चोरों ने चार दुकानों को अपना निशाना बनाया. मंडी के फल दुकान, सब्जी दुकान, गुड़ दुकान में चोरो ने कहीं ताला तोड़कर तो कहीं दुकान के पीछे से दिवार तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया.

चोरों ने राजकुमार एंड आलोक कुमार फ्रूट कंपनी के फल दुकान में चोरों ने दुकान के पीछे से दीवार तोड़कर सेंधमारी की. कैश खोलने के प्रयास में सारे सामान को बिखेर दिया. ग़ल्ला में रखे 35 हज़ार रूपये नगद लेकर फरार हो गए. चोरो के द्वारा चोरी करने के बाद कैरेट में रखे आम को काट के खाया भी है.

दुकान मालिक चन्दन कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले एक महीने में बाजार समिति में कई दुकानों को चोरो ने अपना निशाना बनाया है. फिर भी प्रशासन के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हमेशा कि तरह कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है. जिससे लगातार कई दुकान चोरी की घटना का शिकार हो रहे है. दुकान में रखे आम को चोर के द्वारा बर्बाद भी किया गया.

सब्जी दुकान के मुनमुन सिंह और राजू सिंह और गुड़ दुकान के मनोज सिंह के दुकान में भी चोरो ने कैश सहित सामान की चोरी की.

बीती रात में चार दुकानों में चोरी से दुकानदारों में भय का माहौल है. सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है.

उच्च विद्यालय के शिक्षकों को पी-एच.डी कोर्स वर्क हेतु सवैतनिक अध्ययन अवकाश देने का प्रावधान करे सरकार: प्रो रणजीत कुमार

Chhapra: बिहार शिक्षा मंच के संयोजक तथा सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी डॉ रणजीत कुमार ने बिहार के शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मांग किया है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवम शिक्षक हित में माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को छः माह के प्री पी-एच.डी कोर्स वर्क में भाग लेने हेतु सवैतनिक अध्ययन अवकाश का प्रावधान किया जाए तथा पुस्तकालयाध्यक्ष एवम शारीरिक शिक्षकों को भी सेवा शर्त नियमावली 2020 में संशोधन कर पी-एच.डी करने की अनुमति दिया जाए।

डॉ कुमार ने कहा है कि बड़ी संख्या में माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने अपने एकेडेमिक कैरियर के उत्थान एवम विषय विशेषज्ञता हासिल करने हेतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवम राजभवन, पटना द्वारा निर्धारित मापदंडों के आलोक में बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों मेंछः माह के प्री पी-एच.डी कोर्स वर्क में अपने नियोक्ता प्राधिकार से विधिवत अनुमति लेकर नामांकन लिया है। वर्तमान समय में इन शिक्षकों के लिए जो सेवा नियमावली लागू है उसके अनुसार इन शिक्षकों को छः माह का प्री पी-एच.डी कोर्स वर्क करने हेतु अवैतनिक अध्ययन अवकाश लेना पड़ता है। विदित हो कि शिक्षा विभाग ने इन विद्यालयों में नियुक्त अप्रशिक्षित शिक्षकों को बी.एड करने हेतु सवैतनिक अवकाश का प्रावधान किया था। विश्वविद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों एवम प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को भी पी-एच .डी करने या किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करने हेतु सवैतनिक अध्ययन अवकाश का प्रावधान है। इसलिए विषय मे विशेषज्ञता हासिल करने हेतु प्री पी-एच.डी. कोर्स वर्क में नामांकन लेने वाले माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए भी छः माह का सवैतनिक अध्ययन अवकाश का प्रावधान किया जाना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिक्षक एवम छात्रहित में सकारात्मक निर्णय माना जाएगा।ऐसे भी शोध कार्य दुरूह, श्रम साध्य एवम खर्चीला होता है।

गौरतलब है कि इन नियोजित शिक्षकों को तमाम योग्यता रहते हुए भी वेतन के रूप में अल्प राशि ही मिलती है। पुनः सेवा शर्त नियमावली 2020 में पुस्तकालयाध्यक्ष एवम शारीरिक शिक्षकों को पी-एच.डी करने हेतु निर्धारित योग्यता नेट-पेट उत्तीर्ण रहने पर भी पी-एच.डी करने की अनुमति नहीं दी गई है। शिक्षा विभाग का यह निर्णय भेदभावपूर्ण एवम अवसर की समानता संबंधी मूल अधिकार का उल्लंघन है। इसलिए पुस्तकालयाध्यक्षों एवम शारीरिक शिक्षकों को भी पी-एच.डी. करने की अनुमति देने हेतु विभेदकारी वर्तमान सेवा शर्त नियमावली में जल्द से जल्द संशोधन किया जाए। सरकार के इन कदमों से शिक्षकों में सरकार के प्रति सकारात्मक भाव संचारित होगा।

अनियंत्रित होकर टेंपू पलटा आधा दर्जन लोग घायल

Chhapra: जिले के अमनौर सोनहो मुख्य मार्ग पर ख़ोरी पाकर गांव के समीप अनियंत्रित होकर एक टेम्पू पलट गई. जिसमें सवार आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए.

घटना गुरुवार दोपहर की है. घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराया गया. जहाँ प्राथमिक उपच्चार के बाद दो की गंभीर स्थिति को देख डॉ ने छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया.

घायलों में डेरनी थाना गांव के चालक दीनानाथ पासवान, दरिहरा सरैया गांव के सरनारायन गांव निवासी सुनील राम के पुत्र विवेक कुमार, इनका भांजी शशिकला कुमारी, पुत्री रागनी देवी, अनिशा कुमारी, बहन मंजू कुमारी समेत एक ही परिवार के सभी घायल है.

पीड़ित ने बताया कि मढौरा गढ़ देवी माता का पूजा अर्चना कर घर लौट रहे थे कि अचानक टेम्पू अनियंत्रित होकर पलट गई. लोगों के रोने चित्कारने की आवाज सुन स्थानीय ग्रामीण बीच बचाव के लिए दौरे. वही आ रही एक एम्बुलेंस से सभी को सामुदायिक अस्पताल पहुँचाया.

स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न होगी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षा, 7948 परीक्षार्थी होंगे शामिल

Chhapra: जिलाधिकारी राजेश मीणा के निर्देश के आलोक में समाहरणालय सभागार में केन्द्राधीक्षकों, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफ करते हुए अपर समाहर्ता डाॅ गगन के द्वारा बताया गया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हेतु प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षा 2022 को कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराया जाएगा.

उन्होंने कहा कि यह परीक्षा सारण जिला के बीस परीक्षा केन्द्रों पर दिनांक 12.06.2022 रविवार को आयोजित होगा. परीक्षा का आयोजन एक पाली में पूर्वाहन 11 बजे से अपराहन 1.15 बजे तक किया जाएगा जिसमें कुल 7948 परीक्षार्थी शामिल होंगे.

अपर समाहर्ता के द्वारा बताया गया कि विश्वेश्वर सेमिनरी, जिला स्कूल, राजपूत हाई स्कूल सह इंटर कॉलेज, एलएनबी उ0 विद्यालय, सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, जलालपुर बाजार, जे. एम. उ. विद्यालय सह इंटर कॉलेज रायपुरा, गरखा, बी.एन. हाई स्कूल महम्मदपुर गरखा, राजेंद्र कॉलेजिएट स्कूल छपरा, जनता उ0 विद्यालय सह इंटर कॉलेज रामपुर वीरभान गऱखा, रामकृष्ण उ0 विद्यालय सह इंटर कॉलेज सेमरिया रिविलगंज, एस.डी.एस. गर्ल्स हाइस्कूल जलालपुर, सारण एकेडमी छपरा, साधुलाल पृथ्वीचन्द प्लस टू स्कूल, छपरा, गांधी उ0 विद्यालय सह इंटर कॉलेज, छपरा, गौतम ऋषि प्लस टू स्कूल रिविलगंज, उच्च माध्यमिक विद्यालय मीठेपुर कदना, गरखा, अब्दुल क्यूम अंसारी प्लस टू उ0 विद्यालय ब्रहमपुर छपरा, राजकीय कन्या उ0 वि0 सह इंटर कॉलेज छपरा, लोकमान्य उ0वि0 सह इंटर कॉलेज छपरा, मिश्री लाल साह आर्य कन्या उ0वि0 छपरा को परीक्षा केंद्र बनाया गया है.

उप विकास आयुक्त के द्वारा बताया गया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्र पर 52 केन्द्र प्रेक्षक, 20 स्टैटिक दण्डाधिकारी, 10 गश्ती दण्डाधिकारी, 07 उड़नदस्ता दल दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, 1-4 सशस्त्र बल एवं महिला सिपाही की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. जो परीक्षा प्रारंभ तिथि को पूर्वाह्न 07 बजे से अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुँचकर परीक्षा समाप्ति के उपरांत तक विधि व्यवस्था को संधारित करेंगे.

उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी को सतत भ्रमणशील रहकर परीक्षा का संचालन कराते हुए विधि व्यवस्था को संधारित करने का निदेश दिया गया है.

उन्होंने कहा कि यह परीक्षा बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 के अंतर्गत आने के कारण परीक्षा प्रारंभ होने के समय से परीक्षा के समाप्त होने तक की अवधि में अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा के द्वारा केन्द्रों के 500 गज परिधि में दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत निषेद्याज्ञा लागू करने का आदेश जारी किया गया है. परीक्षा तिथि को केन्द्र के 500 गज परिधि में शांति भंग करने के उद्वेष्य से पाँच या उससे अधिक व्यक्तियों को एकत्रित होना प्रतिबंधित रहेगा. किसी व्यक्ति के द्वारा लाठी, भाला एवं अन्य घातक, विस्फोटक लेकर चलने, ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग को प्रतिबंधित किया गया है.

परीक्षा से संबंधित प्रत्येक गतिविधि का वीडियोग्राफी करायी जाएगी. परीक्षा अवधि में अभ्यर्थियों की फोटोग्राफी भी करायी जाएगी. उस समय प्रत्येक अभ्यर्थी के चेहरे से मास्क हटा कर ही फोटोग्राफी होगी ताकि चेहरा स्पष्ट दिखे. सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक का यह दायित्व होगा कि वे परीक्षार्थियों के लिए सीट प्लान कोविड-19 के मद्देनजर निर्धारित मानकों को ध्यान में रखते हुए करेंगे. सीट प्लान को परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निदेश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके. परीक्षा के अवधि में सभी के लिए मास्क का प्रयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अनिवार्य होगा. परीक्षार्थी मात्र एडमिट कार्ड के साथ परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेंगे. प्रेक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि अभ्यर्थी मास्क, चप्पल, हाफ-शर्ट/कुर्ती में ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करेंगे. परीक्षा केन्द्र में कैलकुलेटर, ग्रॉफ पेपर, मोबाईल फोन, चिट पुर्जा, कॉपी किताब, चाकू माचिस, ब्लेड, इलेक्ट्रॉनिक गजट आदि के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध होगा.

परीक्षा के लिए अनुमंडल कार्यालय, सदर छपरा के परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका नं0-06152-242444 है जो परीक्षा के दिन प्रातः 06:00 बजे से 5:00 बजे संध्या तक कार्यरत रहेगा. जिस पर परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकेगी. नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी कार्यपालक पदाधिकारी सदर, आई.वी.मोरगेन मोबाइल नं0-9304259750 रहेंगी. अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा मोबाईल नम्बर-9473191269 एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, छपरा मोबाईल नं-9431800075 को इस अवधि में परीक्षा में कदाचार एवं विधि व्यवस्था से संबंधित सूचना दी जा सकती है.

विश्व बैंक द्वारा जारी 2022 के लिए पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक ( EPI ) में भारत अंतिम स्थान पर है। यहां तक ​​कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार और वियतनाम भी भारत से बेहतर स्थान पर हैं।

खराब वायु गुणवत्ता और बढ़ते ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन से संबंधित मुद्दों का सामना पड़ोसी चीन कर रहा है। उसकी ईपीआई रैंकिंग 180 देशों में से 2022 के स्कोरकार्ड पर 160 वें स्थान पर है। डेनमार्क ने नंबर एक रैंकिंग अर्जित की है, जबकि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, संयुक्त राज्य अमेरिका 43वें स्थान पर है।

रूस इस सूची में 112वें स्थान पर है। डेनमार्क के बाद यूके, फिनलैंड, माल्टा और स्वीडन का स्थान है। सूचकांक से पता चलता है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए वैश्विक प्रगति 2050 तक शुद्ध-शून्य जीएचजी को पूरा करने के लिए और 2021 ग्लासगो जलवायु संधि में निर्धारित लक्ष्य अपर्याप्त है। 2020 में भारत की रैंक 180 में से 168वें स्थान पर थी।

ईपीआई इंडेक्स में भारत के प्रदर्शन में पिछले सालों से गिरावट आ रही है। 2020 में 168वें स्थान से, 2021 में भारत की रैंक गिरकर 177वें स्थान पर आ गई और 2022 में यह “पर्यावरणीय स्वास्थ्य, पारिस्थितिकी तंत्र की जीवन शक्ति की रक्षा और जलवायु परिवर्तन को कम करने” के क्षेत्र में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बन गया और सबसे नीचे स्थान पर रहा। भारत और नाइजीरिया सूची में सबसे नीचे हैं। उनके खराब ईपीआई स्कोर से संकेत मिलता है कि हवा और पानी की गुणवत्ता, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन जैसी महत्वपूर्ण चिंताओं पर विशेष जोर देने के साथ, स्थिरता आवश्यकताओं की पूरी श्रृंखला पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।

रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्ष के उपलब्ध आंकड़ों के उपयोग के साथ पर्यावरणीय प्रदर्शन के आधार पर देशों को पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 में स्कोर और रैंक किया गया है। स्कोर की गणना यह देखने के लिए की जाती है कि वे पिछले वर्षों में कैसे बदल गए हैं।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने बुधवार को पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 का यह कहते हुए खंडन किया है कि इसके द्वारा उपयोग किए जाने वाले कुछ संकेतक ” अनुमानों और अवैज्ञानिक तरीकों पर आधारित” हैं।

रिपोर्ट के अनुसार अगर यही रवैया जारी रहेगा तो चीन, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस, 2050 में वैश्विक अवशिष्ट ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार होंगे।
विकास’ के नाम पर पर्यावरण और प्रकृति को तबाह करना अब रास्ता नहीं होना चाहिए। हमें अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को तुरंत कम करना होगा।

 

लेखक प्रशांत सिन्हा, पर्यावरण मामलों के जानकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं.