छपरा: रिविलगंज और मांझी अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी दीपक आनंद और पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज ने बुधवार को दौरा किया. उन्होंने निरीक्षण के क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी सदर छपरा, वरीय प्रभारी पदाधिकारी मांझी, रिविलगंज, अंचलाधिकारी मांझी और रिविलगंज को निर्देश दिया कि नदियों का जलस्तर घट रहा है. ऐसी स्थिति में अविलम्ब बाढ़ प्रभावित परिवारों का सर्वेक्षण करा लें, ताकि उन्हें फसल क्षति, मकान क्षति एवं अन्य क्षति की राशि मुहैया कराया जा सकें. 

जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारी रिविलगंज एवं मांझी तथा लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिया कि सभी बाढ़ पीड़ितों का अभियान चलाकर खाता खुलवा दें. बाढ़ प्रभावितों को अनुदान की राशि खाता के माध्यम से भुगतान किया जायेगा. जिलाधिकारी ने कहा कि जी0आर0 वितरण हेतु बाढ़ प्रभावित परिवारों के सर्वेक्षण एवं सूची निर्माण के क्रम में उनकी पहचान पत्र संख्या एवं बैंक खाता का विवरण अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि जी0आर0 वितरण किए गए प्रत्येक परिवार के संबंध में आॅन-लाईन पोर्टल पर आॅकड़े अपलोड किये जायेंगे तथा जी0आर0 आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से बाढ़ प्रभावित लोगो को दिया जायेगा. वही पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि युद्ध स्तर पर बाढ़ प्रभावित लोगो के बीच पशुचारा वितरण किया जाय. उन्होंने कहा कि रिविलगंज एवं मांझी सहित सभी बाढ़ प्रभावित अंचलो के बाढ़ पीड़ितो को युद्ध स्तर पर पशुचारा मुहैया कराये. उन्होंने कहा कि रिविलगंज में 100 क्विंटल पशुचारा का वितरण हो चुका है, आवश्यकतानुसार अधिक से अधिक पशुचारा का वितरण बाढ़ पीड़ित परिवारो के बीच किया जाय. उन्होंने असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ समाप्ति के बाद महामारी को रोकने के लिए बाढ़ प्रभावित सभी अंचलों में युद्ध स्तर पर गैमेक्सिन पाउडर, ब्लिचिंग पाउडर एवं चूना का छिड़काव किया जाय. सभी मेडिकल कैम्पों में चिकित्सक एवं ए0एन0एम0 पूरी मुश्तैदी के साथ लोगो की ईलाज करें. मानव दवा की कमी किसी भी कीमत पर न हो. बाढ़ पीड़ितों के बीच हैलोजन टैबलेट का वितरण किया जाय. उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविरों में आवश्यकतानुसार महिलाओं को सेनिटरी नेपकिन का वितरण कराये.

पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज द्वारा रिविलगंज एवं मांझी के थाना प्रभारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार गश्ती करने का निर्देश दिया गया. उन्होंने बाढ़ राहत शिविरो, मेडिकल कैम्पों एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्ती करने का निर्देश दिया.

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छपरा: पूर्व विधायक रणधीर सिंह  ने बाढ़ से प्रभावित टेकनिवास पंचायत के कई गाँवों का बुधवार को दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों को सभी संभव सहायता प्रदान करने का भरोसा दिया. 

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बाढ़ से प्रभावित टेकनिवास पंचायत के गावों का दौरा करते पूर्व विधायक

बाढ़ प्रभावित लक्ष्मीपुर गाँव में पहुंचे पूर्व विधायक ने ग्रामवासियों के मध्य राहत सामग्री के साथ बच्चों को मिठाई और बिस्कुट वितरण किया. वही पंचपतरा में बाढ़ प्रभावितों को  भोजन तैयार कर वितरण का निर्देश दिया.

पूर्व विधायक देवरिया, जखुवा गाँव भी पहुंचे और ग्रामीणों का दुःख दर्द बांटा. इस दौरान उनके साथ रिविलगंज के प्रमुख राहुल राज़, अरविन्द सिंह, सरोज सिंह, नविन सिंह, अनिल यादव, मोहन यादव, रिंकू यादव भी उपस्थित थे.

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गरखा: थाना क्षेत्र के खोदाईबाग रोड के समीप ज़मीनी विवाद को लेकर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया. इस द्विपक्षीय विवाद में शमीम मियां नामक एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि इस घटना में पांच लोगों के घायल होने की सूचना मिली है. प्राप्त सूचना के अनुसार गरखा थाना के खोदाईबाग के पास दो पक्षों में आपसी ज़मीनी विवाद को लेकर गोलीबारी हो रही थी, उसी बीच शमीम मियां अपना दूकान खोलने के लिए वहां से गुजर रहे थे तभी गोलीबारी की चपेट में आ गये जिससे उनकी मौत हो गयी. वहीँ इस गोलीबारी में पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायलों का ईलाज गरखा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है.

दिन दहाड़े हुई इस गोलीबारी की घटना से स्थानीय लोगो में भय व्याप्त है. घटना की सूचना मिलते ही गरखा थानाअध्यक्ष मिथिलेश कुमार मौके पर पहुंचकर मामले की जाँच में जुट गये है.

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इसुआपुर: प्रखंड क्षेत्र में गुरूवार को महावीरी झंडा मेला लगने वाला है. झंडा मेला को लेकर इसुआपुर में तैयारियां जोरो पर हैं. प्रखंड के सभी पंचायतों में झंडा मेला की पूजा शुरू हो चुकी हैं. सभी मंदिरों में राम चरित मानस का पाठ किया जा रहा हैं. इसुआपुर, पुरसौली, आतानगर, अचितपुर, डटरा, सहवा, मुडवा सहित कई गाँव में झन्डा मेला को लेकर बच्चों और बड़ों द्वारा आखाड़ा की तैयारी की जा रही हैं. पूरा बाजार खिलौनों और मिठाई दुकानों से सज रहा है. हालांकि यह मेला मुख्य रूप से आर्केस्ट्रा के लिए प्रसिद्ध है. सभी आखाड़ा समिति द्वारा हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के बाद हाथी, घोड़े, के साथ भव्य जुलूस निकलता हैं.
सभी आखाड़ा खेल कर मुख्य बाजार पहुंचते हैं. दूर दराज की महिलाएं इस दृश्य को देखने के लिए पहुंचती हैं. शाम ढलने के साथ ही मेला परवान पर चढ़ जाता है करीब 6 से अधिक स्टेज पर नर्तकिया गानों पर नृत्य करती है यह सिलसिला अगले सुबह तक चलता हैं. इसुआपुर के अलावे इस मेला को देखने के लिए छपरा शहर, बनियापुर, मढ़ौरा, मशरख, लह्लादपुर से आते हैं.
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दिघवारा: बिहार परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ की दिघवारा इकाई की बैठक सोमवार को प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में बीआरसी भवन में संपन्न हुई जिसमे नियोजित शिक्षकों की कई समस्याओं पर चर्चा की गयी.सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शिक्षकों के लंबित एरियर भुगतान के लिए सभी शिक्षक एकजुट होकर सितम्बर में बीआरसी पर आंदोलन करेंगे.साथ ही साथ सभी शिक्षको ने बाढ पीड़ित परिवारों के सहायतार्थ के लिए एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया,वही हर शिक्षकों से बाढ़ पीड़ित परिवारो को हरसंभव सहयोग देने की अपील की गयी.बैठक में नीरज कुमार,राजू भक्त,अनिल यादव,अभिषेक रौशन,कुंदन कुमार,गोपाल कुमार,नूतन,रीना वर्मा समेत कई नियोजित शिक्षक मौजूद थे.

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अवतार: नगर थाना क्षेत्र के छोटा झौवा निवासी राम अनुज राय के 18 वर्षीय पुत्र सुमन कुमार की मौत बाढ की पानी मे डुबने से हो गयी. वह रविवार की सुबह मवेशी के लिए चारा काटने अपने गांव के समीप खेत में गया था कि तेज धार के चपेट मे आकर गहरे पानी मे चला गया. उसके अन्य साथी के द्वारा इसकी सूचना गांव में दी गयी तो लोग वहाँ पहुंच उसे पानी से अचेतावस्था में निकाला गया और दिघवारा पीएचसी ले जाया गया. जहां चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया गया. वहीं सुमन की मौत की खबर सुन पुरे परिवार मे चीख पुकार सा मच गया और गांव में मातम का माहौल है. सुमन तीन भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा था.

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पानापुर: अनियमित विद्युत् आपूर्ति के खिलाफ रविवार को उपभोक्ताओं का गुस्सा फुट पड़ा. प्रखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवो से सैकड़ो उपभोक्ता रविवार की सुबह धेनुकी गांव स्थित पॉवर सबस्टेशन पहुँचे एवं मौके पर उपस्थित कर्मचारियों को बाहर निकालकर ताला जड़ दिया. इससे पुरे प्रखण्ड में विद्युत् सेवा ठप्प हो गयी. भीषण गर्मी में विद्युत् आपूर्ति ठप्प हो जाने से पुरे प्रखण्ड में हाहाकार मच गया. नाराज उपभोक्ता विद्युत् एसडीओ एवं जेई को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे. उपभोक्ताओं का कहना था कि जबतक धेनुकी पावर सबस्टेशन को सीधे चैनपुर पावर ग्रिड से जोड़ने का आश्वासन पदाधिकारी नही देते है तबतक विद्युत् आपूर्ति ठप्प रखा जायेगा.

नही पहुँचा कोई पदाधिकारी

विद्युत् सेवा ठप्प होने के लगभग 7 घंटे बाद तक भी कोई पदाधिकारी पावर सबस्टेशन नही पहुँचे है. उपभोक्ताओं के आक्रोश को देखते हुए एसडीओ एवं जेई भी यहाँ आने की हिम्मत नही जुटा सके. एसडीओ ने विभिन्न जनप्रतिनिधियो के माध्यम से विद्युत् आपूर्ति बहाल कराने की काफी कोशिश की लेकिन उपभोक्ता कुछ भी सुनने को तैयार नही थे.

क्या है उपभोक्ताओं की समस्या?

धेनुकी पावर सबस्टेशन को विद्युत् आपूर्ति चैनपुर पॉवर ग्रिड से सीधे न होकर वाया मशरक के द्वारा होता है. मशरक पॉवर सबस्टेशन से ही पानापुर, बनियापुर और लहलादपुर प्रखण्डों में बिजली सप्लाई होती है. शाम होते ही मशरक पावर सबस्टेशन के कर्मियो द्वारा कम मेगावाट का बहाना बनाकर पानापुर सहित अन्य प्रखण्डों में विद्युत् सप्लाई बन्द कर दी जाती है. इसी कारण उपभोक्ता धेनुकी सबस्टेशन को सीधे चैनपुर पावर ग्रिड से जोड़ने की मांग कर रहे है.

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छपरा: सारण में विगत 10 दिनों से बाढ़ का प्रकोप बदस्तूर जारी है, सारा प्रशासनिक अमला बाढ़ प्रभावितों के बीच राहत पहुँचाने में लगा हुआ है, पर इस गंभीर हालात से बेपरवाह कुछ लोग जिले में आई इस आपदा के बीच शराब का अवैध कारोबार फ़ैलाने की भरपूर कोशिश में लगे हुए हैं. हालांकि इस भीषण त्रासदी के बीच पुलिस प्रशासन ने इन कारोबारियों पर नकेल कसने की पुरजोर कोशिश की है पर हाल के दिनों में जिले में जिस प्रकार विदेशी शराब बड़ी संख्या में बरामद की गई है वो कहीं ना कहीं शराबबंदी अभियान के सार्थकता पर प्रश्नचिन्ह जरूर खड़ा करता है.

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विगत 16 अगस्त को जब नदी का जलस्तर उफान पर था उसी बीच छपरा के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र से एक ट्रक में चावल और दाल के बीच छुपाकर रखे लगभग 350 विदेशी शराब के कार्टून को जब्त किया गया. 23 अगस्त को जब पूरा प्रशासनिक महकमा सारण में भीषण आपदा के बीच राहत कार्य में जुटा था वहीं छपरा नगर थाना क्षेत्र के योगिनीय कोठी में एक गोदाम से लगभग 50 कार्टून विदेशी शराब की बोतलें बरामद की गई. इस बीच पुलिस ने कई इलाकों से अवैध शराब के छोटे-मोटे कारोबारियों को गिरफ्तार किया. 25 अगस्त को अमनौर थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पिकअप वैन में बिस्कुट और चिप्स के बीच लदे शराब को जब्त किया जिसमें से विदेशी शराब की 1872 बोतलें बरामद हुई.

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सारण के सांसद केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी भी इस मसले पर सवालिया निशान लगा चुके हैं. पुलिस का दावा है कि सारण में शराब का कारोबार बंद है ऐसे में एक बात तो तय है कि जितनी भी शराब जब्त की गई है वो कहीं ना कहीं सीमावर्ती राज्यों से जिले में लायी जा रही है. एक तरफ जहाँ बाढ़ के प्रभाव से जिले में आने वाले अधिकतर रास्ते बंद है वहीं बाहर से शराब का बड़ी खेप में आना पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल है.

हालांकि विगत 10 दिनों के अंदर भारी मात्र में विदेशी शराब जब्त किया जाना पुलिस की सक्रियता का ही परिणाम है पर राज्य सरकार के पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत शराब का पकड़ा जाना पुलिस महकमे के लिए ही सिर का दर्द बन सकता है.

Prabhat Kiran Himanshu/Kabir Ahmad

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छपरा: सूबे में शराब बंदी के बावजूद धड़ल्ले से शराब की खेप पहुँच रही है. कभी चावल तो कभी दाल की बोरियों  के बीच तो कभी बिस्कुट के डिब्बों के बीच रख कर चोरी छिपे लाया जा रहा है. गुरूवार की तड़के अमनौर थाना पुलिस ने बिस्किट के पिकअप वैन से शराब के 100 कार्टून को बरामद किया. पुलिस ने पिकअप वैन को जब्त कर मामले की जाँच कर रही है.

इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए अमनौर थाना प्रभारी उदय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर शीतलपुर सीवान  मुख्य मार्ग एस एच 73 पर खोड़ी पाकर के समीप एक पिकअप वैन को रोका गया. पिकअप वैन की तलाशी के क्रम में  बिस्किट और लावा चिप्स के बीच सैकड़ों पेटी शराब बरामद की गयी. उदय कुमार ने बताया कि पिकअप वैन से रॉयल स्टैग 750 एम एल के 52 कार्टून, 375 एमएल के 49 कार्टून के साथ डोली मेरी बिस्कुट 5 कार्टून बड़ा तथा 25 कार्टून छोटा और 30 पैकेट ओयस लावा चिप्स बरामद किया गया है.

थाना प्रभारी ने बताया कि जब्त सामानों के आधार पर आई पी सी की धारा 188, 420, 34 तथा बिहार उत्पादन संसोधन अधिनियम 2010 की धारा 47, 47(अ), 48(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

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{कुतुबपुर दियारा से धर्मेन्द्र रस्तोगी के साथ सुरभित दत्त की रिपोर्ट}
बाढ़ की विभीषिका से इन दिनों सारण जिला जूझ रहा है. हर ओर पानी ही पानी नजर आ है. ऐसे में सारण के कई क्षेत्र ऐसे है जहाँ रहने वाले लोगों को राहत की फौरी जरुरत है पर सरकार और प्रशासन को वहां के लोगों की समस्या फिलहाल नज़र नहीं आ रही. 

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जिले के दक्षिणी छोर पर गंगा और सोन नदियों से चारो और से घिरे भोजपुरी के शेक्सपीयर लोक कवि भिखारी ठाकुर का पैतृक गाँव कुतुबपुर दियारा के लोग इन दिनों बाढ़ की जो भीषण आपदा झेल रहे है उसे सोच कर ही लोगों की रूह काँप उठेगा. बाढ़ प्रभावित इस क्षेत्र का हाल ऐसा है कि लोग यहाँ बीते दस दिनों से चारो ओर से पानी से घिरे लोग घर की छतों पर रहने को मजबूर है. बाढ़ पीड़ितों को हर संभव राहत पहुँचाने का सरकारी दावे की पोल यहाँ आने के बाद खुल जाती है. 

क़ुतुबपुर दियारा यूँ तो छपरा सदर ब्लॉक में पड़ता है किन्तु नदी के बीच में टापू पर होने के कारण शहर से दूर है. यहाँ के तीन पंचायतों कोटवा पट्टी रामपुर, रामपुर बिंद गावा और बडहरा महाजी की लगभग 25 हज़ार की आबादी बाढ़ के पानी में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही है. बाढ़ के पानी में लोक गायक भिखारी ठाकुर के गाँव कुतुबपुर सहित सुरतपुर, सबलपुर, दयालपुर, चकिया में सैकड़ों घर जलमग्न है. लोग मवेशियों के साथ घरों की छतों पर शरण लिए हुए है. लोगों के लिए भोजन और मवेशियों के चारे का कोई प्रबंध सरकार और प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया है.

बाढ़ प्रभावित इस क्षेत्र में पीड़ितों के लिए ना ही किसी राहत शिविर का निर्माण किया गया है और ना ही भोजन आदि के लिए कोई व्यवस्था की गयी है. स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलमग्न है. पिछले दस दिनों से लोग जैसे-तैसे घरों के छतों पर अपना गुजर बसर कर रहे है. पानी के बढ़ने और सब कुछ ख़त्म होने की आशंका से दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गयी है.

कुतुबपुर दियारा के सुरतपुर दलित बस्ती निवासी दूधनाथ मांझी ने बताया कि उन लोगों को सरकार और प्रशासन से कोई सहायता और राहत अब तक नहीं मिली है. ग्रामीण इस बात से भी नाराज़ दिखे कि जन प्रतिनिधियों का भी ध्यान इस क्षेत्र की ओर नहीं है. ग्रामीण इस बात से भी नाराज़ दिखे कि चुनाव के समय वोट की तलाश में नाव पर सवार होकर इन क्षेत्रों का तूफानी दौरा करने वाले नेता इन दिनों कही नहीं दिख रहे है. ना ही सरकार पर राहत कार्य में तेजी लाने का दबाब बना रहे है. kutubpur diyara (1)

भोजपुरी को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाले लोक कवि भिखारी ठाकुर जीवन भर अपने गाँव के तरक्की और उन्नति के लिए संघर्षरत रहे. इस दौर में कुतुबपुर के विकास के लिए तमाम दावे और वादे किये गए पर बाढ़ के इस मंजर में भी सरकारी सहायता का ना पहुंचना उन तमाम दावों पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है.

बाढ़ की इस त्रासदी में कुतुबपुर के साथ साथ सारण के अन्य क्षेत्र भी प्रभावित है. उन सभी में तत्काल राहत पहुँचाने की जरुरत है.

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दाउदपुर: सारण के दाउदपुर में जैतपुर मठिया गाँव में इन दिनों हेपेटाईटिस-बी आम लोगों के लिए काल बनता जा रहा है. विगत एक सप्ताह में इस बीमारी से गाँव के 3 लोगों की मौत हो चुकी है. गाँव के सवालिया गिरी का पूरा परिवार हेपेटाईटिस की चपेट में है, उनकी पोती नेहा और उसका छोटा भाई इस बीमारी के कारण पहले ही मौत के मुंह में जा चुके हैं वही परिवार के अन्य सदस्य मौत से जूझ रहे हैं. मंगलवार को इसी गाँव के अक्षयलाल गिरी के 12 वर्षीय पुत्र आदित्य की मौत भी दाउदपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हो चुकी है.

एक के बाद एक हो रही इन मौतों से पूरा गाँव दहशत में है वहीँ सवलिया गिरी और अक्षयलाल गिरी के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. गाँव के दर्जनों लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. एक सप्ताह के अन्दर हुई 3 मौतों ने गाँव के लोगों के साथ स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक महकमे को भी को भी सोंचने पर मजबूर कर दिया है.

घटना को गंभीरता से लेते हुए सीओ सिद्धनाथ सिंह और बीडीओ सूरज कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है. गाँव के सभी पीड़ितों के इलाज के साथ-साथ क्षेत्र में डीटीटी छिड़काव का निर्देश दिया गया है. हालाँकि लगातार हो रही इन मौतों के बाद ग्रामीण आक्रोश में हैं. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. स्वास्थ्य केंद्र में भी पीड़ितों के इलाज के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थिति गंभीर होते जा रही है.

चिकित्सा पदाधिकारी शम्भू नाथ सिंह ने इस सन्दर्भ में बताया कि जैतपुर मठिया में पीड़ितों के जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम का गठन किया गया है. प्रभावित लोगों के ब्लड सैम्पल की जांच के बाद उन्हें उचित इलाज प्रदान किया जाएगा.

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छपरा/सोनपुर: सोनपुर अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंगलवार को जिलाधिकारी दीपक आनंद और पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज ने जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित सोनपुर प्रखंड के विभिन्न राहत शिविरों का निरीक्षण किया.

डीएम ने राम सुन्दर दास काॅलेज, डीआरएम कार्यालय एवं छोवा गोदाम स्थित राहत कैम्प का निरीक्षण किया. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के साथ मुलाकात कर, उनकी समस्याओं की जानकारी प्राप्त की. वही राहत शिविर में जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक ने बाढ़ पीड़ितों के साथ बैठकर भोजन भी किया.

इसके बाद जिलाधिकारी ने मीरदाहा विद्यालय, पहलेजा घाट, रामलखन दास आश्रम, नयागांव स्टेशन, शोभेपुर, हासिलपुर तथा दुधैला मोर पर राहत कैम्प नियमित रूप से चलाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि रामसुन्दर दास काॅलेज स्थित राहत कैम्प में 550, डीआरएम काॅलेज स्थित राहत शिविर में 600, छोवा गोदाम स्थित कैम्प में 750, मीरदाहा विद्यालय स्थित राहत कैम्प में 450, पहलेजा घाट स्थित राहत कैम्प में 750, रामलखन दास आश्रम स्थित राहत कैम्प में 250, नयां गांव स्टेशन राहत कैम्प में 500, शोभेपुर स्थित राहत कैम्प में 500, हासिलपुर स्थित राहत कैम्प में 300 तथा दुधैला स्थित राहत कैम्प में 300 बाढ़ पीड़ितों कों भात, दाल, सब्जी सहित भोजन स्टील के बरतन में दिया जा रहा है.

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