पूरा विश्व 8 सितम्बर को हर वर्ष साक्षरता दिवस मनाता है। विश्व में शिक्षा के महत्व को दर्शाने और निरक्षरता को समाप्त करने के उद्देश्य से 17 नवम्बर 1965 को यह निर्णय  यूनेस्को द्वारा लिया गया था। पहला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 1966 को मनाया गया था।

भारत में साक्षरता दर 74.04% है जहां पुरुषों की साक्षरता दर 82.14% है वहीं महिलाओं में इसका प्रतिशत केवल 64.46 है। आशा है आने वाले 20 सालों में 99. 50% हो जाएगा। साक्षरता के क्षेत्र में विश्व में भारत का 131 वां स्थान है। भारत में अभी भी 60 लाख बच्चे स्कूल नहीं जाते। भारत में सबसे ज्यादा निरक्षर लोग रहते हैं। भारत में 28 करोड़ बच्चे पढ़ नहीं सकते। केरल में सबसे ज्यादा साक्षरता प्रतिशत 93.91 है।

सभी के लिए शिक्षा एक विकसित, सभ्य समाज की महत्वपूर्ण विशेषता है। इसलिए हम ये समझते हैं कि शिक्षा है क्या? जीवन की सुसंस्कृत और सुचारू रूप से चलाने के लिए शिक्षा अति आवश्यक है। शिक्षा मानव को एक अच्छा इंसान बनाती है। शिक्षा में ज्ञान, उचित आचरण, तकनीकी दक्षता, शिक्षण और विद्या प्राप्ति आदि समाविष्ट है। अतः शिक्षा, कौशलों, व्यापार या व्यवसाय एवं मानसिक, नैतिक और सौंदर्य विषयक के उत्कर्ष पर केन्द्रित है। समाज की एक पीढ़ी अपने ज्ञान को दूसरी पीढ़ी में स्थांतरित करने का प्रयास ही शिक्षा है। अतः हम कह सकते हैं कि शिक्षा एक संस्था के रूप में काम करती है जो व्यक्ति विशेष को समाज से जोड़ने में महत्वपूर्ण भमिका निभाती है तथा समाज की संस्कृति को निरंतरता को बनाए रखती है। शिक्षा के द्वारा ही बच्चे समाज के आधारभूत नियमों व्यवस्थाओं एवं मूल्य को सीखते है।

साक्षरता और शिक्षा का वास्तविक अर्थ क्या है? क्या इसका अर्थ यह है कि हम उनलोगों को शिक्षित और साक्षर माने जो पढ़ लिख सकते हैं और संख्याओं को समझ सकते है? क्या हम ऐसे व्यक्ति को शिक्षित मान सकते हैं। क्या हम ऐसे व्यक्ति को शिक्षित मान सकते है जिसने विद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर विभिन्न विषयों और पाठ्यक्रमों का अध्ययन किया है। यदि आप अपनी शिक्षा का विश्व के साथ व्यवहार करते समय या अपने व्यावसायिक जीवन उपयोग करने में असमर्थ है तो आपकी शिक्षा का कोई अर्थ है? शिक्षा का आधुनिक और विश्वसनीय पैमाना यह होना चाहिए कि शिक्षित व्यक्ति कितनी अच्छी तरह से और कितनी तेजी से बदलते विश्व परिदृश्य के साथ अपने आपको समायोजित करता है। सच्चे अर्थ में शिक्षा का सीधा संबंध आत्मबोध से होता है।

साक्षरता दिवस पर संकल्प:
1. कम से कम एक जरूरतमंद बच्चे को ज़रूर पढ़ाएं।
2. बच्चों के लिए किताबों का संग्रह करें और घरों में छोटा पुस्तकालय बनाएं।
3. ऑफिस में ‘पुस्तकक्लब’ ज़रूर बनाएं।

इसके साथ एक नई शुरुआत करते हैं। साक्षरता दिवस पर प्रण करते हैं कि शिक्षा का प्रचार-प्रसार करेंगे। ज्यादा से ज्यादा बच्चे जो गरीबी के कारण स्कूल नहीं जा पाते उनके पढ़ाई का खर्च उठाएंगे। सरकार पर शिक्षा के लिए बजट बढ़ाने के लिए दवाब बनाएंगे। शिक्षा की प्राप्ति को संभव बनाना अर्थात बालकों से लेकर प्रौढ़ तक के यथोचित शैक्षणिक परिवेश प्रदान करना हम सभी की जिम्मेवारी होनी चाहिए।  हमारी यही छोटी छोटी कोशिशें कई बार बड़ा आकार लेने में सक्षम होती है। इससे देश की तस्वीर बदल जाएगी। 

लेखक प्रशांत सिन्हा | ये लेखक के निजी  विचार है.

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गोपालगंज: बिहार में गोपालगंज के कुचायकोट प्रखंड के पकड़ी हाइस्कूल में कार्यरत शिक्षक सुधीर कुमार सिंह को अपराधी ने घर में घुसकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. वारदात के बाद छत पर चढ़कर भागने की कोशिश कर रहे बाइक सवार अपराधी को भी ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस की मौजुदगी में पीट-पीटकर मार डाला. यह घटना यूपी-बिहार के सीमावर्ती कुशीनगर जिले के तरेया सुजान थाने के रामपुर बंगरा की है. हत्या के बाद दोनों बिहार और यूपी दोनों राज्यों की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

बताया जाता है कि रामपुर बंगरा निवासी शिक्षक सुधीर कुमार सिंह सोमवार की सुबह अपने घर पर थे. इसी बीच बाइक पर सवार होकर एक अपराधी पहुंचा और शिक्षक के घर में घुसकर गोली मार दी. तीन गोली लगने के बाद शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गयी. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी शिक्षक के घर की सीढ़ियों से होकर छत पर चढ़ गया. इस बीच गांव के ग्रामीणों ने अपराधी को चारों तरफ से घेर लिया और पुलिस को इसकी सूचना दी. वहीं इस हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा किया. हत्या की वजह क्या रही, इसका खुलासा नहीं हो सका है.

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Chhapra: माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET), 2019 की पुनर्परीक्षा (Computer Based Test) बेल्ट्रॉन द्वारा चयनित एजेंसी TCS iON द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रां पर ऑनलाईन विधि से दिनांक 9 से 21 सितंबर 2020 तक तीन पालियो में संचालित की जाएगी.

ये है परीक्षा केंद्र
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि रोशनी इन्टीच्युट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड टेक्नोलॉजी, दहियावाँ टोला पानी टंकी, बाईपास रोड, टाँड़ी, छपरा, निलम इन्फोटेक, साढ़ा ढाला, नियर टीभीएस शो रुम, ओभर ब्रिज के स्टार्टिंग प्वाइंट के दहिनी तरफ, छपरा एवं एहु केयर इन्फोटेक, कौशल कम्पलेक्स बड़ा तेलपा, नई बस्ती, भीखारी ठाकुर चौक के पास, छपरा को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है.

तीन पालियों में होगी परीक्षा
परीक्षा तीन पालियों में आयोजित होगी. प्रथम पाली पूर्वाह्न 8 बजे से पूर्वाह्न 10ः30 बजे तक, द्वितीय पाली दोपहर 12ः00 बजे से 2ः30 बजे तक एवं तृतीय पाली अपराह्न 4ः00 बजे से 6ः30 बजे तक आयोजित होगी. प्रत्येक परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटा पूर्व केन्द्र पर पहॅुचकर रिर्पोटिंग करना अनिवार्य होगा अन्यथा परीक्षा केन्द्र की गेट को रिर्पोटिंग के बाद बंद कर दिया जाएगा.

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि परीक्षा स्वच्छ वातावरण में कदाचारमुक्त कराई जाएगी. अनुमंडल पदाधिकारी छपरा सदर को परीक्षा केन्द्र के 500 गज की परिधि में दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू करने संबंधि निदेश दे दिये गये है. परीक्षा के कदाचारमुक्त संचालन हेतु 1/4 सशस्त्र बल एवं छः गृह रक्षक के साथ स्टैटिक, गस्ती एवं उड़नदस्ता दण्डाधिकारी-सह-जोनल दण्डाधिकारी, सुपर जोनल दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. जो परीक्षा शुरु होने के दो घंटा पूर्व अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर अपना स्थान ग्रहण कर लेंगे एवं परीक्षा समाप्ति के उपरांत परीक्षा से संबंधित प्रतिवेदन भेजेगें. परीक्षा केन्द्र की विडियोग्राफी होगी. परीक्षा कक्ष में कोई भी परीक्षार्थी एवं वीक्षक मोबाईल फोन लेकर नही जाएगें.

परीक्षा को शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु अनुमंडल पदाधिकारी छपरा सदर के कार्यालय परिसर में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या 06152-242444 है जो परीक्षा के दिन प्रातः 6ः00 बजे से 7ः00 बजे संध्या तक कार्यरत रहेगी जिसपर परीक्षा से संबंधित शिकायत प्राप्त की जाएगी. नियंत्रण कक्ष के प्रभार में वंदना पाण्डेय, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, छपरा मोबाईल नं0 9431005031 रहेंगी.

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• गांव-गांव में फैलायी जायेगी पोषण पर संदेश
• पोषण के पांच मंत्रों से दूर होगा कुपोषण
• ऑडियो के माध्यम से लोगों में फैलायी जायेगी जागरूकता
• बालिका गृह में बच्चियों को दी गयी पोषण की जानकारी
Chhapra:  पोषण अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता रथ को रवाना किया गया। डीपीओ वंदना पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। इसके पूर्व डीपीओ ने परामर्श केंद्र का भी उद्घाटन किया। इसके साथ बालिक गृह में पौधा रोपण किया गया। इस मौके पर बालिका गृह में आवासित बच्चियों को पोषण के बारे में जानकारी दी गयी। डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि यह रथ गांव-गांव में जाकर लोगों के बीच पोषण के संदेशों को पहुंचायेगी। ऑडियों के माध्यम से पोषण जागरूकता फैलायी जायेगी। जागरूकता रथ का उद्देश्य लोगों को सही पोषण के लिए जागरूक करने के साथ ही गर्भावस्था में और बच्चों का ऊपरी आहार, खानपान के प्रति सजग होने, शिशु जनित रोगों से मुक्ति के लिए सही जानकारी जागरूकता रथ के माध्यम से दिया जाएगा। डीपीओ ने कहा कि पोषण माह का मुख्य उद्देश्य देश के बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं को कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत बनाना है। यह काम विभिन्न सरकारी विभागों के रूपांतरण से होगा। इसमें समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पेयजल स्वच्छता, , पंचायत राज आदि विभाग मिलकर काम करेंगे। पूरे सितंबर माह प्रतिदिन सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्रखंडों व जिलास्तर पर गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जबकि पोषण जागरूकता रथ ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण के महत्व के बारे में बताएगा। कुपोषण को दूर करने के लिए पोषण के पांच सूत्र तैयार किये गये हैं। पहला सुनहरा 1000 दिन, डायरिया प्रबंधन, पौष्टिक आहार, स्वच्छता एंव साफ-सफाई, एनिमिया प्रबंधन शामिल है। इन पांच सूत्रों से कुपोषण पर लगाम लगाया जायेगा।

बच्चे के विकास के लिए सही पोषण जरूरी
डीपीओ वंदना पांडेय ने बताया कि बच्चे के विकास के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर शुरुआती वर्षों के दौरान। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन लेना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे बच्चे की सेहत भी जुड़ी होती है। जन्म के बाद भी बच्चे को दो साल तक केवल पौष्टिक आहार ही देना चाहिए। गर्भावस्था और जन्म के बाद के शुरुआती वर्ष मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। बच्चे के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के लिए विटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार बच्चे को देना बहुत महत्वपूर्ण है।

गर्भावस्था में सही पोषण जरूरी
इस दौरान डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि गर्भावस्था में मां को अच्छे पोषण की जरूरत होती है। इस दौरान सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है.। माताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। गर्भावस्था के दौरान सही डायट चार्ट बनाना और उसका पालन करना जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है।

जागरूकता रथ देगी ये जानाकरी
• जन्म के छह माह तक सिर्फ माँ का दूध पिलायें
• छह माह के बाद बच्चों को पूरक आहार दें
• गर्भवती होने पर आंगनबाड़ी केंद्र पर रजिस्टेशन करायें
• बच्चों को खाना खिलाते समय साफ-सफाई का ध्यान रखें
• गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करें
• गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली जरूरी लेनी चाहिए

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Chhapra: सारण जिले मांझी प्रखण्ड में स्वास्थ्य विभाग के आयुष्मान भारत योजना में आरोग्य मित्र पद पर कार्यरत व समाजसेवी संगठन लियो क्लब फेमिना की पूर्व अध्यक्ष स्वेता राय की सोमवार को सड़क हादसे में मौत हो गयी.

दुर्घटना रिविलगंज थाना क्षेत्र के गोरिया छपरा गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर हुई. भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गुदरी राय चौक निवासी सुरेंद्र राय की पुत्री स्वेता प्रतिदिन की तरह अपने घर गुदरी राय चौक छपरा से अपनी स्कूटी से मांझी अपनी ड्यूटी पर जा रही थी. इसी दौरान ट्रक के चपेट में आ गयी. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. इस दुर्घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया.

ग्रामीणों की सहायता से पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेजा जहां से उसके पार्थिव शरीर को परिजनों को सौप दिया गया.

क्लब के सदस्यों में दौर गयी शोक की लहर
स्वेता राय अंतरर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस क्लब की युवा महिला इकाई लियो क्लब ऑफ फेमिना, छपरा की अध्यक्ष रह चुकी थी. वे हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेती थी. उनके असामयिक निधन पर क्लब के सदस्यों में शोक की लहर दौड़ गयी है. लायंस क्लब के पूर्व जिलापाल डॉ एसके पांडेय, मनोज वर्मा संकल्प, कुँवर जयसवाल समेत अन्य सदस्यों ने गहरा दुःख व्यक्त किया है.

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• स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
• जल जनित रोगों से बचाव के बारे में ग्रामीणों को किया जा रहा है जागरूक
• जिले में युद्ध स्तर पर चल रहा है ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव का कार्य

Chhapra: जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी घटने के बाद महामारी निरोधात्मक कार्य शुरू कर दिया गया है। जल जनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। रविवार को जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने दरियापुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वारा ब्लीचिंग पाउडर व चुना का भी छिड़काव किया गया। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिले में महामारी निरोधात्मक कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है सभी जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर और चूने का छिड़काव कराया जा रहा है। ताकि लोगों को जल जनित बीमारियों से बचाव किया जा सके। इसको लेकर सभी पीएचसी को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किया गया है। इसके साथ ही आशा एएनएम व अन्य कर्मचारियों के माध्यम से ग्रामीणों को ताजा खाना एवं शुद्ध जल का सेवन करने के लिए प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सजग व प्रयासरत है। यहां बता दें कि जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था लेकिन अब धीरे-धीरे पानी काम हो रहा है। इसके साथ ही जल जनित रोगों का खतरा भी बढ़ने लगा है इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क और सजग है।

स्वच्छ और उबला हुआ पानी पिएं

जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी उतरने के बाद बीमारियों की आशंका बनी रहती है । बाढ़ ग्रस्त इलाकों में सफाई और स्वच्छता के अभाव में डायरिया और विभिन्न संक्रामक रोगों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है। इस समय स्वच्छ व उबला हुआ पानी पीकर बीमार होने से बचा जा सकता है ।

सभी पीएचसी को दिया गया निर्देश

डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को जल जनित बीमारियों एवं इससे संबंधित अन्य लोगों के संबंध में एहतियात बरतने एवं क्षेत्र में लोगों से लगातार संपर्क बनाए रखने एवं उनका समुचित समाधान करने का निर्देश दिया गया है। जिन क्षेत्रों से पानी की निकासी अभी नहीं हो पाया है उन क्षेत्रों में भी डॉक्टरी सहायता आवश्यक दवाओं की सुविधा दी जा रही है। हर प्रखंड को जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध करा दी गई है। इसमें खासकर जल जनित बीमारी से जुड़ी दवाओं को प्रमुखता से सभी अस्पतालों को भेज दी गई है ।

इन बातों का रखें खास ख्याल

• चापाकल के पानी को सेवन के पूर्व इसे अवश्य गर्म करें।
• चापाकल में क्लोरीन की गोली डाले आसपास ब्लीचिग का छिड़काव करें।
• सर्दी जुकाम व बदन दर्द की शिकायत पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें
• लंबे समय तक बुखार रहने पर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार जांच करवाएं
• बिना चिकित्सक के सलाह के दवा व एंटीबायोटिक की खुराक न लें
• आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा व स्वच्छ रखें
• पानी जमा होने वाले स्थान पर डीडीटी व किरोसिन का छिड़काव करें।
• जलजमाव वाले क्षेत्र का पानी पीने से परहेज करें।

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Chhapra: रेल यात्रियों को राहत देते हुए रेलवे ने 12 सितंबर से 40 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को शुरू करने का फैसला लिया है. इसके तहत छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई गयी है. 

छपरा जंक्शन के लिए ट्रेनों की संख्या 5 जोड़ी बढ़ाई गई है. वहीं पूर्वोत्तर रेलवे से होकर 13 जोड़ी विशेष गाड़ियों का संचालन आरंभ किया जाएगा.

छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली विशेष ट्रेनों की सूची

02670/02669 छपरा चेन्नई एक्सप्रेस
05909/059010- डिब्रूगढ़ लालगढ़ दैनिक विशेष ट्रेन
05933/05934- अमृतसर-डिब्रूगढ़ 
09051/09052- मुजफ्फरपुर- वलसाढ़ श्रमिक एक्सप्रेस 
02561/02562- जय नगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस प्रतिदिन

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Chhapra: छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह पर अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए वार्ड पार्षदों ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है. इसके तहत बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लगाने हेतु बैठक बुलाने की मांग की गई है.

शनिवार को पार्षदों ने नगर आयुक्त को आवेदन सौंपा, पार्षदों ने मेयर पर आरोप लगाते हुए कहा कि छपरा की मेयर प्रिया सिंह ने कर्तव्य एवं दायित्व के विपरीत कार्य किए हैं. निगम में कोई कार्यकलाप सही से नजर नहीं आ रहा है. दूसरी ओर पार्षदों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया जा रहा है. पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर द्वारा किए जा रहे मनमाने कार्यों से आए दिन लोकतांत्रिक व्यवस्था आहत हो रही है. ऐसी परिस्थिति में महापौर के पद पर रहने का कोई औचित्य नहीं है.

29 पार्षद हुए एकजुट
इसके बाद कई निगम पार्षद एकजुट होकर बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे है. इसके तहत पार्षदों ने मेयर पर वित्तीय अनियमितता, योजनाओं के चयन में पक्षपात करना, जनहित के मामलों की अनदेखी करना, सफाई व्यवस्था को चौपट करना, प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था को चौपट करना, एनजीओ द्वारा संचालित सफाई का कार्य सभी वार्डों में पारदर्शिता के साथ नहीं करना, निगम पार्षदों की अपेक्षा करना जैसे आरोप शामिल हैं. पार्षदों ने कहा कि निगम में कोई काम नहीं हो रहा है ऐसे में छपरा को नए मेयर की जरूरत है. इस आवेदन की प्रतिलिपि प्रधान सचिव, नगर आवास विभाग, बिहार सरकार, प्रमंडलीय आयुक्त सारण, जिला पदाधिकारी सारण और नगर आयुक्त निगम को सौंपा गया.

आवेदन पर निगम पार्षद मुन्ना अंसारी, विकास कुमार सैनी, पूर्व डिप्टी मेयर अमिताजली सोनी, शोभा देवी, विष्णु गुप्ता समेत 29 वार्ड पार्षदों ने हस्ताक्षर किए हैं. जल्द ही छपरा नगर निगम में जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक आयोजित की जाएगी

निगम में कामकाज नहीं होने देना चाहता विपक्ष: मेयर
इन सब मामलों को लेकर छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह ने कहा कि कुछ वार्ड पार्षदों को बरगलाने की कोशिश की गई है. वह सभी हमारे पक्ष में हैं. नगर निगम में काम हो रहा है. लॉकडाउन के कारण कर्मियों की कमी के कारण काम सुस्त था लेकिन अब पूरी तरह से काम चालू हो गया है. नगर निगम  शहर की सफाई से लेकर हर तरह के कार्य में लगा हुआ है. संसाधनों की कमी के बावजूद छपरा नगर निगम में छपरा शहर में बेहतर काम किए हैं, जो भी भटके हुए वार्ड पार्षद हैं वह सभी जरूरत पड़ने पर हमारे पक्ष में आएंगे. मेरी कुर्सी पर किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है. यह सब विपक्षियों की चाल है ताकि नगर निगम के कार्यों में बाधा उत्पन्न किया जा सके.

Councilors united to bring no-confidence motion against the mayor of Chapra Municipal Corporation

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Chhapra: शिक्षकों के सम्मान से छात्रों का गौरव बढ़ता है और इस परंपरा को अक्षुण्ण रखने की आवश्यकता है. उक्त बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में भारत स्काउट एंड गाइड की ओपन इकाई डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप सारण की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में कही.

उन्होंने कहा कि आज हम आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन अपने गौरवशाली परंपरा खो खो रहे हैं. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. इसे दूर करने की जरूरत है और अपने गौरवशाली परंपरा को कायम रखने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड के इकाई डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के सदस्य इस परंपरा को कायम रखने के प्रति निरंतर प्रयत्नशील हैं. यह काफी सराहनीय कार्य है. इससे समाज के सभी लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है. इस मौके पर राज्य पुरस्कार से सम्मानित स्काउट अमन सिंह के अलावा डिस्ट्रिक्ट ओपेन ट्रूप के सदस्य तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे.

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Chhapra: शिक्षक दिवस के अवसर पर सारण के शिक्षकों के साथ सारणवासियों को गौरवान्वित होने का अवसर मिला जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सारण के गरखा प्रखण्ड के मध्य विद्यालय, चैनपुर, भैंसवारा के प्रधानाचार्य अखिलेश्वर पाठक को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया.

यह पुरस्कार समारोह आमतौर पर राष्ट्रपति भवन में होता है पर इस बार कोविड महामारी के मद्देनजर वर्चुवल माध्यम से सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम में राष्ट्रपति भवन से भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जुड़े. साथ ही शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे.

दूसरी ओर इस सम्मान को पाने वाले देश भर के 47 शिक्षक जुड़े. वही सारण से पुरस्कार पाने वाले प्रधानाचार्य अखिलेश्वर पाठक समाहरणालय के NIC की सभागार से वर्चुवली सम्मिलित हुए और पुरस्कार ग्रहण किया.

उन्हें सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने पुरस्कार प्रदान किया. इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश मौजूद थे.

पुरस्कार पाने के बाद उन्होंने कहा कि उनके लिए आज का दिन बेहद सुखद है. उन्होंने जो अपने कर्तव्य निभाये है उनको आज राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है.

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गुजरात: दाहोद में आर्थिक तंगी से परेशान आकर एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली. परिवार में तीन बच्चों समेत कुल पांच लोग थे. इस घटना से इलाके में सनसनी मच गई है. यह घटना शुक्रवार की है जब सुजाई बाग इलाके में रहने वाले वोरा समुदाय के सैफीभाई दुधियावाला ने अपनी पत्नी और बच्चों अरवा (16), जैनब (14) और हुसैन (07) के साथ कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.

मृतक सौफी के पिता का कहना है कि उनके बेटे ने अपनी साली से सोना उधार लिया था. साली उससे बार-बार सोना वापस करने को कह रही थी. जिससे सैफीभाई काफी परेशान हो गया था. उसकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. इसलिए आर्थिक तंगी और साली द्वारा प्रताड़ित करने की वजह से सैफीभाई ने परिवार के साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली. हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या मानते हुए सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

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Chhapra: शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर चार सितंबर को प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े हुये शहरी क्षेत्र के सभी निजी विद्यालयों के संचालकों द्वारा कैंडिल मार्च निकाला गया. इस मौके पर स्कूल के शिक्षक और कर्मी भी मौजूद थे.

नगरपालिका चौक से प्रारंभ इस कैंडिल मार्च में शामिल शिक्षक एवं संचालक द्वारा शांति पूर्ण मार्च करते हुए अपना विरोध दर्ज किया गया.

प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव डा हरेन्द्र प्रसाद तथा अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि समाज में अभिभावकों को संदेश देना लाज़मी हो गया है. कोरोना महामारी काल में भी निजी विद्यालयों के संचालक एवं उनके शिक्षक खुद को दीप की तरह जलकर अभिभावक के घर में शिक्षा का अलख जलाने का कार्य कर रहे है.

अपने घर के सभी पूँजी को समाज हित में न्योछावर कर के विद्यालय का पठन पाठन निरंतर जारी रखा है.

इस मौके पर देवकुमार सिंह, हरेंद्र सिंह, सीमा सिंह के साथ कई प्राइवेट स्कूल के संचालक एवं शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थी.

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