पोषण जागरूकता रथ को डीपीओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

पोषण जागरूकता रथ को डीपीओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

• गांव-गांव में फैलायी जायेगी पोषण पर संदेश
• पोषण के पांच मंत्रों से दूर होगा कुपोषण
• ऑडियो के माध्यम से लोगों में फैलायी जायेगी जागरूकता
• बालिका गृह में बच्चियों को दी गयी पोषण की जानकारी
Chhapra:  पोषण अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता रथ को रवाना किया गया। डीपीओ वंदना पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। इसके पूर्व डीपीओ ने परामर्श केंद्र का भी उद्घाटन किया। इसके साथ बालिक गृह में पौधा रोपण किया गया। इस मौके पर बालिका गृह में आवासित बच्चियों को पोषण के बारे में जानकारी दी गयी। डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि यह रथ गांव-गांव में जाकर लोगों के बीच पोषण के संदेशों को पहुंचायेगी। ऑडियों के माध्यम से पोषण जागरूकता फैलायी जायेगी। जागरूकता रथ का उद्देश्य लोगों को सही पोषण के लिए जागरूक करने के साथ ही गर्भावस्था में और बच्चों का ऊपरी आहार, खानपान के प्रति सजग होने, शिशु जनित रोगों से मुक्ति के लिए सही जानकारी जागरूकता रथ के माध्यम से दिया जाएगा। डीपीओ ने कहा कि पोषण माह का मुख्य उद्देश्य देश के बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं को कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत बनाना है। यह काम विभिन्न सरकारी विभागों के रूपांतरण से होगा। इसमें समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पेयजल स्वच्छता, , पंचायत राज आदि विभाग मिलकर काम करेंगे। पूरे सितंबर माह प्रतिदिन सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्रखंडों व जिलास्तर पर गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जबकि पोषण जागरूकता रथ ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण के महत्व के बारे में बताएगा। कुपोषण को दूर करने के लिए पोषण के पांच सूत्र तैयार किये गये हैं। पहला सुनहरा 1000 दिन, डायरिया प्रबंधन, पौष्टिक आहार, स्वच्छता एंव साफ-सफाई, एनिमिया प्रबंधन शामिल है। इन पांच सूत्रों से कुपोषण पर लगाम लगाया जायेगा।

बच्चे के विकास के लिए सही पोषण जरूरी
डीपीओ वंदना पांडेय ने बताया कि बच्चे के विकास के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर शुरुआती वर्षों के दौरान। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन लेना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे बच्चे की सेहत भी जुड़ी होती है। जन्म के बाद भी बच्चे को दो साल तक केवल पौष्टिक आहार ही देना चाहिए। गर्भावस्था और जन्म के बाद के शुरुआती वर्ष मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। बच्चे के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के लिए विटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार बच्चे को देना बहुत महत्वपूर्ण है।

गर्भावस्था में सही पोषण जरूरी
इस दौरान डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि गर्भावस्था में मां को अच्छे पोषण की जरूरत होती है। इस दौरान सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है.। माताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। गर्भावस्था के दौरान सही डायट चार्ट बनाना और उसका पालन करना जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है।

जागरूकता रथ देगी ये जानाकरी
• जन्म के छह माह तक सिर्फ माँ का दूध पिलायें
• छह माह के बाद बच्चों को पूरक आहार दें
• गर्भवती होने पर आंगनबाड़ी केंद्र पर रजिस्टेशन करायें
• बच्चों को खाना खिलाते समय साफ-सफाई का ध्यान रखें
• गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करें
• गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली जरूरी लेनी चाहिए

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