Chhapra: छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह पर अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए वार्ड पार्षदों ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है. इसके तहत बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लगाने हेतु बैठक बुलाने की मांग की गई है.
शनिवार को पार्षदों ने नगर आयुक्त को आवेदन सौंपा, पार्षदों ने मेयर पर आरोप लगाते हुए कहा कि छपरा की मेयर प्रिया सिंह ने कर्तव्य एवं दायित्व के विपरीत कार्य किए हैं. निगम में कोई कार्यकलाप सही से नजर नहीं आ रहा है. दूसरी ओर पार्षदों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया जा रहा है. पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर द्वारा किए जा रहे मनमाने कार्यों से आए दिन लोकतांत्रिक व्यवस्था आहत हो रही है. ऐसी परिस्थिति में महापौर के पद पर रहने का कोई औचित्य नहीं है.
29 पार्षद हुए एकजुट
इसके बाद कई निगम पार्षद एकजुट होकर बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे है. इसके तहत पार्षदों ने मेयर पर वित्तीय अनियमितता, योजनाओं के चयन में पक्षपात करना, जनहित के मामलों की अनदेखी करना, सफाई व्यवस्था को चौपट करना, प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था को चौपट करना, एनजीओ द्वारा संचालित सफाई का कार्य सभी वार्डों में पारदर्शिता के साथ नहीं करना, निगम पार्षदों की अपेक्षा करना जैसे आरोप शामिल हैं. पार्षदों ने कहा कि निगम में कोई काम नहीं हो रहा है ऐसे में छपरा को नए मेयर की जरूरत है. इस आवेदन की प्रतिलिपि प्रधान सचिव, नगर आवास विभाग, बिहार सरकार, प्रमंडलीय आयुक्त सारण, जिला पदाधिकारी सारण और नगर आयुक्त निगम को सौंपा गया.
आवेदन पर निगम पार्षद मुन्ना अंसारी, विकास कुमार सैनी, पूर्व डिप्टी मेयर अमिताजली सोनी, शोभा देवी, विष्णु गुप्ता समेत 29 वार्ड पार्षदों ने हस्ताक्षर किए हैं. जल्द ही छपरा नगर निगम में जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक आयोजित की जाएगी
निगम में कामकाज नहीं होने देना चाहता विपक्ष: मेयर
इन सब मामलों को लेकर छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह ने कहा कि कुछ वार्ड पार्षदों को बरगलाने की कोशिश की गई है. वह सभी हमारे पक्ष में हैं. नगर निगम में काम हो रहा है. लॉकडाउन के कारण कर्मियों की कमी के कारण काम सुस्त था लेकिन अब पूरी तरह से काम चालू हो गया है. नगर निगम शहर की सफाई से लेकर हर तरह के कार्य में लगा हुआ है. संसाधनों की कमी के बावजूद छपरा नगर निगम में छपरा शहर में बेहतर काम किए हैं, जो भी भटके हुए वार्ड पार्षद हैं वह सभी जरूरत पड़ने पर हमारे पक्ष में आएंगे. मेरी कुर्सी पर किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है. यह सब विपक्षियों की चाल है ताकि नगर निगम के कार्यों में बाधा उत्पन्न किया जा सके.
Councilors united to bring no-confidence motion against the mayor of Chapra Municipal Corporation