हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में गुरुवार को राज्य की दूसरी सालगिरह पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने देश का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा लहराया. हैदराबाद के हुसैनसागर तालाब के पास संजीवया पार्क पर 303 फीट यानि 92.35 मीटर का यह राष्ट्रीय झंडा हमेशा लहराएगा.
ये झंडा छत्तीसगढ़ के रायपुर में लगे झंडे से 10 मीटर ऊंचा है जिसने पिछले महीने ही झारखंड में रांची के 81 मीटर झंडे का रिकार्ड तोड़ा था. पॉलिएस्टर के बने 108 फीट लंबे और 72 फीट चौड़े इस झंडे का वजन 92 किलो है. रिपोर्ट के मुताबिक इस झंडे की लागत लगभग 2 करोड़ है.

झंडे की ऊंचाई की वजह से हैदराबाद एयरपोर्ट के आसपास हवाई जहाजों की आवाजाही में रुकावट आने के अंदेशा के चलते एएआई की अनुमति ली गई.

नई दिल्ली: फ्रेंच ओपन मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में सानिया मिर्जा और इवान डोडिग की जोड़ी पहुँच गयी है.
सानिया और डोडिग की दूसरी वरीय जोड़ी ने यंग जान चान और मैक्स मिर्नयी की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में 6-1, 3-6 10-6 से हराया. सानिया ने आखिरी बार मिश्रित युगल खिताब 2014 में यूएस ओपन के रूप में जीता था. उस वक्त उनके जोड़ीदार ब्राजील के ब्रूनो सोरेस थे.

सानिया और डोडिग का अगला मुकाबला क्रिस्टीना मालडेनोविच और पियरे ह्यूज हरबर्ट की तीसरी वरीयता प्राप्त स्थानीय जोड़ी से होगा, जिसने बॉब ब्रायन और कोको वेंडवेगे की आठवीं वरीय अमेरिकी जोड़ी को 2-6 6-2 13-11 से हराया. ड्रॉ के शीर्ष हाफ में पेस और स्विटजरलैंड की उनकी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस क्वार्टर फाइनल में इलेना वेसनिना और सोरेस की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी से भिड़ेंगे.

मुंबई: अर्पिता ने ट्विटर पर अपने सुपरस्टार भाई और नवजात बेटे आहिल की एक तस्वीर साझा की है. तस्वीर में सलमान बच्चे को गोद में लेकर उसके माथे को चूम रहे हैं. अर्पिता ने तस्वीर का शीर्षक लिखा कि मेरा पसंदीदा. इसके लिए भगवान का धन्यवाद नहीं कर सकती.
पिछले महीने सलमान ने ट्विटर पर नन्हें से आहिल की तस्वीर शेयर की थी. सलमान की बहन अर्पिता ने मार्च में आहिल को जन्म दिया था. उसके बाद से ही सलमान अपने भांजे आहिल की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते नजर आ रहे हैं.

30 मार्च को जब आहिल का जन्म हुआ था, तो सलमान अपनी बहन अर्पिता और नन्हे से भांजे से मिलने हॉस्पिटल गए थे. तब अर्पिता के पति आयूष ने एक फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थी.

मुंबई: फिल्म ‘ढिशूम’ का ट्रेलर जारी हो चुका है. वरुण ने अपने ट्विटर पर ट्रेलर का यूट्यूब लिंक साझा किया.  ट्रेलर करीब तीन मिनट का है.  फिल्म का ट्रेलर भारतीय बल्लेबाज के साथ क्रिकेट पिच के साथ शुरू होता है. वरुण धवन, जॉन अब्राहम और जैकलिन फर्नाडीज अभिनीत फिल्म का ट्रेलर दमदार और मारधाड़ से भरपूर है. इसमें जॉन विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एजेंट कबीर शेरगिल की भूमिका निभा रहे हैं. बॉलीवुड में इस फिल्म से वापसी कर रहे अक्षय खन्ना नाकरात्मक भूमिका में हैं. नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट के बैनर तले साजिद नाडियाडवाला द्वारा निर्देशित फिल्म में साकिब सलीम भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं.

यह फिल्म 2013 की मलयालम फिल्म ‘मुंबई पुलिस’ की रीमेक है, जो 29 जुलाई 2016 को रिलीज होगी.

गोपालगंज: गोपालगंज डीएम के निर्देश् पर गुरुवार को गठित टीम द्वारा चनावे मंडल कारा में सघन छापेमारी की. लगभग तीन घंटे तक चली इस छापेमारी में एक मोबाईल, 11 की संख्या में मोबाइल चार्जर, एक मोबाइल बैटरी सहित लगभग तीन हज़ार रुपये नगद भी बरामद किये गये.

मिली जानकारी के अनुसार के डी एम राहुल कुमार के निर्देश पर  गुरुवार की अहले सुबह गठित टीम का नेतृत्व कर रहे एस डी ओ मृत्युंजय कुमार एवं एस डी पी ओ मनोज कुमार सहित आधा दर्जन थानो के थानेदार सहित भारी मात्रा में पुलिस बल जेल के सभी वार्डो में जमकर छापेमारी की गई जहाँ से एक मोबाईल हैंड सेट 11 मोबाईल चार्जर, एक मोबाइल बैटरी तथा 2 हजार 9 सौ 20 रुपये बरामद किये गये.

वही उक्त मामले में जेल अधीक्षक के बयान पर दो अज्ञात पर प्राथमिक दर्ज कराई गई है. छापेमारी दल में एसडीओ एसडीपीओ सहित आधा दर्जन थानो के थानाध्यक्ष एवं फ़ोर्स शामिल थे.

साभार: DNMS

नई दिल्ली: हिंदी फिल्म जगत के शोमैन कहे जाने वाले दिवंगत अभिनेता-निर्माता-निर्देशक राज कपूर की आज पुण्यतिथि है. दो मई, 1988 को एक पुरस्कार समारोह में उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद वह एक महीने तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे. आखिरकार दो जून 1988 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
 
राज कपूर को अभिनय तो पिता पृथ्वीराज से विरासत में ही मिला था जो अपने समय के मशहूर रंगकर्मी और फिल्म अभिनेता थे. राज कपूर पिता के साथ रंगमंच पर काम भी करते थे उनके अभिनय करियर की शुरुआत पृथ्वीराज थियेटर का मंच से ही हुई थी. राज कपूर का पूरा नाम रणबीर राज कपूर था. रणबीर अब उनके पोते यानी ऋषि-नीतू कपूर के बेटे का नाम है.

राज कपूर की मशहूर फिल्मों में ‘मेरा नाम जोकर’, ‘श्री 420’, ‘आवारा’, ‘बेवफा’, ‘आशियाना’, ‘अंबर’, ‘अनहोनी’, ‘पापी’, ‘आह’, ‘धुन’, ‘बूट पॉलिश’ प्रमुख हैं. भारत सरकार ने राज कपूर को मनोरंजन जगत में उनके अपूर्व योगदान के लिए 1971 में पद्मभूषण से विभूषित किया था. साल 1987 में उन्हें सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहब फाल्के पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया था.

14 दिसंबर 1924 को पेशावर में जन्मे राज कपूर की स्कूली शिक्षा कोलकाता में हुई थी. हालांकि पढ़ाई में उनका मन कभी नहीं लगा और 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी होने से पहले ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी. राज कपूर की फिल्मों के कई गीत बेहद लोकप्रिय हुए, जिनमें ‘मेरा जूता है जापानी’ (श्री 420), ‘आवारा हूं’ (आवारा), ‘ए भाई जरा देख के चलो’ और ‘जीना इसी का नाम है’ (मेरा नाम जोकर) सबसे ज्यादा मशहूर हैं.

https://youtu.be/5wjGc1zGWBc?list=RD5wjGc1zGWBc

सीवान: पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुख्यात लड्डन मियां ने गुरुवार को सीवान CJM कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. कोर्ट ने लड्डन को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस लड्डन को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.पुलिस ने लड्डन मियां को सरेंडर करने के लिए पूर्व में ही नोटिस जारी कर दिया था.

सीवान पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार साह ने लड्डन की गिरफ्तारी जल्द से जल्द सुनिश्चित कराने के लिए उसके घर कुछ दिन पूर्व एक इश्तेहार चस्पा करवाया था साथ ही लड्डन के रामनगर (सीवान) स्थित घर के कुर्की के लिए भी CJM कोर्ट से आदेश माँगा था.

विदित हो की सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में पुलिस ने 5 अपराधियों की गिरफ्तारी पहले ही कर ली है. हत्याकांड के मास्टरमाइंड लड्डन मियां के गिरफ्तारी के लिए भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया था.

लड्डन मियां के आत्मसमर्पण के बाद पत्रकार हत्याकांड से जुड़े कई राज खुल सकते हैं. हालांकि लड्डन को रिमांड में लेने के बाद पुलिसिया पूछताछ के बाद ही हत्या के कारणों का पता चल सकेगा. लड्डन का पुलिस के गिरफ्त में आना इस हत्याकांड के अनुसन्धान में काफी महत्वपूर्ण साबित होगा.

छपरा: आये दिन लगने वाले जाम की समस्या से छपरावासियों को जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है. ट्रैफिक कंट्रोल व्यवस्था को सृदृढ़ बनाने के लिए सारण पुलिस कप्तान ने पहल शुरू कर दी है. छपरा शहर में वन-वे सिस्टम को और ज्यादा सख्त कर दिया गया है साथ ही तीन दर्जन पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक कंट्रोल दुरुस्त करने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा.

अब छोटे वाहन भी होंगे वन-वे के दायरे में

ट्रैफिक नियमों को दुरुस्त करने के लिए छोटे वाहन जैसे-मोटरसाइकिल और रिक्शा का परिचालन भी वन-वे नियमों के अनुसार ही होगा.आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस और अग्निशमन वाहन को वन-वे नियमों में छुट रहेगी.

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नियमित बाइक चेकिंग अभियान होगा आरम्भ

सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने और अपराधियों पर निगरानी रखने के लिए अब नियमित वाहन जांच अभियान शुरू किया जाएगा. पुलिस कप्तान ने इस बाबत वैसे अभिभावकों से भी अपील की है जिनके बच्चे कम उम्र में ही सड़कों पर रफ़्तार में बाइक चलाते है. उन्होंने कहा है कि नाबलिको के हाथ में बाइक ना सौंपें साथ ही उन्होंने सभी नागरिकों को हेलमेट पहनकर बाइक चलाने की सलाह भी दी है.

ऑन द स्पॉट वसूला जाएगा जुर्माना

वाहन जाँच अभियान के तहत ट्रिपल लोडिंग, अधूरे कागजात एवं बिना हेलमेट बाइक चला रहे लोगों से ऑन द स्पॉट जुर्माना वसूला जाएगा. एसपी पंकज कुमार राज ने सभी थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारियों को इसके लिए अनुमति दे दी है.

एसपी स्वयं भी करेंगे नियमों का पालन

सारण पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज ने कहा है कि जब भी वो अपने निजि काम से शहर में निकलेंगे वैसी स्थिति में स्वयं भी ट्रैफिक वन-वे नियमों का पालन करेंगे. उन्होंने आम जनता से भी ट्रैफिक कंट्रोल में प्रशासन को सहयोग करने एवं नियमों के पालन हेतु अपील की है.

छपरा: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2016 के मतगणना के लिए विभिन्न केंद्रों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. मतगणना प्रक्रिया को लेकर सोनपुर, मढ़ौरा एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा विशेष दिशानिर्देश जारी किया गया है.

मतगणना के दौरान केंद्रों पर प्रत्याशियों के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के जुटने की संभावना को देखते हुए मतगणना केंद्र के चारो तरफ 500 मीटर के क्षेत्र में धारा 144  लागू रहेगा.

पंचायत चुनाव की मतगणना अपने पूर्ण परिणाम घोषित होने तक अनवरत चलते रहेगी. मतगणना सुबह 8 बजे से संध्या 4 बजे तक चलेगी.

क्र0सं0—- प्रखंड का नाम ——मतगणना केन्द्र का नाम
1. छपरा सदर ——श्री मोती सिंह जगेश्वरी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, छपरा
2. रिविलगंज —गौतम ऋषि उच्च विद्यालय, रिविलगंज
3. मांझी— दलन सिंह उच्च विद्यालय, मांझी
4. एकमा— अलख नारायण सिंह उच्च विद्यालय, एकमा
5. लहलादपुर— श्री ढ़ोढनाथ उच्च विद्यालय, लहलादपुर
6. बनियापुर— मिश्रीलाल धर्मनाथ प्रसाद उच्च विद्यालय, कन्हौली मनोहर
7. जलालपुर– शंकर दयाल सिंह इंटर कॉलेज, जलालपुर
8. नगरा– बी0बी0 राम उच्च विद्यालय, नगरा
9. गड़खा– जे0 एम उच्च विद्यालय, रायपुरा
10. परसा– प्रभुनाथ महाविद्यालय, परसा
11. मकेर– राजेन्द्र विद्या मंदिर उच्च विद्यालय, मकेर
12. मढ़ौरा–राजकीय पॉलिटेक्निक, छपरा (स्थित मढ़ौरा)
13. तरैया
14. इसुआपुर
15. अमनौर
16. मशरख
17. पानापुर
18. दिघवारा–जयगोविन्द उच्च विद्यालय, दिघवारा
19. दरियापुर 
20. सोनपुर–एस0पी0एस0 सेमिनरी, सोनपुर

फोटो: साभार

‘अगर दिल से मेहनत की जाए तो एक ना दिन आपकी मेहनत का रंग निखर कर ज़रूर आता है’, ये कहना है ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और ‘मसान’ जैसी मशहूर फिल्म में अपनी अदाकारी का जलवा दिखा चुके बॉलीवुड अभिनेता सत्यकाम आनंद का.

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फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर का एक दृश्य’

सत्यकाम ने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में विधायक जेपी सिंह के किरदार में अपनी अभिनय का लोहा मनवाया है. इसके अलावा इन्होंने नीरज घेवन की फिल्म ‘मसान’ और अनुराग कश्यप की ‘शॉर्ट्स’ कई टीवी सीरियलों में भी सशक्त भूमिका निभाई है. 

भोजपुर (आरा) के रहने वाले सत्यकाम आनंद ने काफी मेहनत से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है. छपरा टुडे ने सत्यकाम आनंद से खास बातचीत की और उनके संघर्ष की कहानी और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानने की कोशिश की.

छपरा टुडे: आपने अपने हुनर के दम पर बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. आरा जैसे छोटे से शहर से मुंबई तक का सफर कैसा रहा है?

सत्यकाम: ये संघर्ष काफी लंबा रहा. आरा से निकलकर बॉलीवुड में पहचान मिलने में करीब 16 17 साल लग गए. इस बीच मैंने कई उतार चढ़ाव भी देखे. शुरुआती दिनों में दिल्ली में रहा. वहां कई थिएटर का हिस्सा बना. फिर धीरे धीरे मुंबई की ओर चला आया.

छपरा टुडे: आपको ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से एक सशक्त अभिनेता के तौर पर पहचान मिली है. विधायक जेपी सिंह के रोल को निभाना कितना मुश्किल रहा?

सत्यकाम: विधायक जेपी सिंह जैसे दमदार रोल को निभाने का सारा श्रेय मैं  अपने डायरेक्टर अनुराग कश्यप सर को दूंगा. अनुराग सर ऐसे डायरेक्टर हैं जो हर कैरेक्टर में एक अलग जान फूंक सकते हैं. अनुराग सर ने इस रोल को निभाने में मेरी काफी मदद की. अनुराग सर अपने फिल्म के हर एक कैरेक्टर पर इतनी मेहनत करते हैं कि उसका नतीजा हमेशा ही अच्छा ही होता है. 

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छपरा टुडे: ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का मशहूर डायलग ‘बेटा तुमसे ना हो पाएगा’ काफी मशहूर हो गया है. ये डायलग आप पर ही फिल्माया गया है जब आपके पिता का रोल निभा रहे तिग्मांशु धूलिया आपसे ये बात कहते हैं. तब आपने कभी सोचा था कि ये डायलग इतना मशहूर हो जाएगा?

सत्यकाम: सच मानिए तो बिल्कुल नहीं. ये सबकुछ अचानक हुआ था. हम शूटिंग कर रहे थे और स्क्रिप्ट के मुताबिक डायलग बोले जा रहे थे. इस सीन को तिग्मांशु सर ने अपने अभिनय के दम पर मज़बूत बनाया था. इस डायलग के खत्म होते ही जैसे अनुराग सर ने कट बोला सब लोग हंस हंस लोटपोट हो रहे थे.

छपरा टुडे: अपनी शुरुआती दिनों में जब आप आरा में थे तब आप अपने अभिनय के शौक को कैसे पूरा करते थे?

सत्यकाम: मेरा झुकाव फिल्मों के प्रति शुरू से रहा है. आरा में घर से 20 मिनट की दूरी पर ही एक सिनेमा हॉल हुआ करता था. जब मन करता था हम वहां पहुंच जाते थे. साथ ही साथ मैं वहां भी थिएटर से जुड़ा रहा और छोटे-मोटे रोल करते रहा.

छपरा टुडे: आप के छोटे शहर के मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं. आपके पिता एक स्कूल टीचर हैं. ऐसे में अपने आपको अपने परिवार को ये समझाना कितना मुश्किल रहा कि आप एक एक्टर बनना चाहते हैं?

सत्मकाम: मेरे लिए ये काफी मुश्किलों से भरा वक्त था. एक छोटे शहर से होने के नाते वहां कला और एक्टिंग को लेकर उतनी जागरुकता नहीं थी. लेकिन, मैं हमेशा शहर के रंगमंच से जुड़ा रहा और स्थानीय थिएटर के साथ मिलकर कई काम किए. धीरे धीरे एक्टिंग की ओर मेरा रुझान बढ़ता गया और फिर मैं दिल्ली के लिए निकल पड़ा.

छपरा टुडे: दिल्ली में आने के बाद जिंदगी कितनी बदली? 

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फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर का एक दृश्य’

 

सत्यकाम: दिल्ली में आने के बाद भी संघर्ष जारी रहा. हां, इस दौरान कई अच्छे थिएटर आर्टिस्ट और रंगमंच से जुड़े लोगों से मिलना हुआ. इस दौरान नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से जुड़े कई लोगों के संपर्क में आया. दिल्ली में इस दौरान मैंने कई थिएटर किए और अपनी अभिनय की कला को तराशने का मौका मिला. 

छपरा टुडे: अनुराग कश्यप और नीरज घेवन जैसे निर्देशक और मनोज वाजपेयी, तिग्मांशु धूलिया, नवाज़ुद्दीन सिद्दकी और संजय मिश्र जैसे बेहतरीन कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?

सत्यकाम: ये सारे नाम अपने अपने क्षेत्र के बड़े नाम हैं. अनुराग सर एक बेहद ही क्रिएटिव डायरेक्टर हैं जो अपने कलाकारों पर काफी विश्वास करते हैं और उन्हें अपने काम में निखार लाने की पूरी आज़ादी देते हैं. मनोज सर, तिग्मांशु सर, नवाजुद्दीन जी के साथ काम कर के काफी कुछ सीखने को मिलता है. निश्चित तौर पर इनके साथ काम करके मेरी एक्टिंग में काफी सुधार हुआ है.

छपरा टुडे: फिलहाल किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं?

सत्यकाम: मेरी फिल्म ‘मिसेज स्कूटर’ बन कर तैयार है जिसका निर्देशन शिलादित्य मौलिक ने किया है. लेकिन, किसी कारण से ये फिल्म अब तक रिलीज नहीं हो पाई है. इसके अलावा भी कई अनाम प्रोजेक्ट्स हैं जिनपर काम चल रहा है और बहुत जल्द वो पर्दे पर नज़र आ जाएंगे.

छपरा टुडे: आपने ‘AMBA’ नाम से एक संस्था बनाई है. इसके बारे में कुछ बताइए.

सत्यकाम: ‘AMBA’ का पूरा नाम दरअसल ‘अश्लीलता मुक्त भोजपुरी एसोसिएशन’ है. ऐसा देखा गया है कि भोजपुरी में बनने वाली  फिल्म को ज्यादातर लोग अच्छा नहीं मानते. इन दिनों अश्लीलता और फूहड़पन भोजपूरी फिल्मों की पहचान बन गई है. भोजपुरी फिल्मों के गिरते स्तर की वजह से भोजपुरी के सम्मान को ठेस पहुंच रही है.

मैं कुछ लोगों के साथ मिलकर इसके खिलाफ एक मुहिम चला रहा हूं और भोजपूरी के सम्मान को वापस दिलाने की कोशिश कर रहा हूं. इस संस्था की कोशिश ये है कि भोजपूरी फिल्मों और गानों को जल्द से जल्द अश्लीलता से मुक्त कराया जाए ताकि भोजपुरी और भोजपुरी फिल्मों को बराबर का सम्मान मिल सके. 

फिल्म शॉर्ट्स में अभिनेत्री हम कुरैशी के साथ सत्र्काम आनंद
फिल्म शॉर्ट्स में अभिनेत्री हम कुरैशी के साथ सत्यकाम आनंद

 

छपरा टुडे: आपके इस मुहिम और अब तक के संघर्ष की कहानी सुनकर निश्चित ही आज की युवा पीढ़ी को एक सीख मिलेगी और उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा. छपरा टुडे से बात करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद. छपरा टुडे आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता है.

सत्यकाम: छपरा भी भोजपुर और भोजपुरी से उतना ही जुड़ा हुआ है. मैं छपरा के लोगों से भी अपील करता हूं कि भोजपुरी के सम्मान की इस लड़ाई में वो भी मेरा पूरा सहयोग करें. इसके लिए वो ‘AMBA’ के फेसबुक पेज से जुड़कर हमारी इस लड़ाई में भाग ले सकते हैं. छपरा टुडे को भी बहुत बहुत धन्यवाद.

 

छपरा: कभी मॉडल रेलवे स्टेशन का दर्जा पाने वाला छपरा जंक्शन एक बार फिर यात्री सुविधाओं के मामले में नंबर एक पर काबिज होने वाला है. अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले कुछ वर्षो में छपरा जंक्शन एक उत्कृष्ट रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित होगा.

जंक्शन पर यात्री सुविधाओं में विस्तारिकरण कार्य के तहत बुधवार को 7 ऑटोमैटिक टिकटिंग वेंडिंग मशीन ने काम करना शुरू कर दिया. भारत सरकार के कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रुढी और पूर्वोतर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा द्वारा इसका उद्घाटन टिकट निकाल कर किया गया.

छपरा जंक्शन पर बहाल की जाने वाली यात्री सुविधाओं की जानकारी देते हुए जीएम राजीव मिश्रा ने बताया कि जंक्शन पर लगाये गये 7
ऑटोमैटिक टिकट वेंडिग मशीन (ATVM) से यात्रियों को जल्दी टिकट मिलेगी. इससे पीआरएस पर यात्रियों की भीड़ कम होगी. इसके आलावे यात्रियों को पांच प्रतिशत की रियायत भी टिकटों पर मिलेगी. यात्री इस व्यवस्था के उपयोग की जानकारी लेने के लिये छपरा जक्शन के कर्मियों की सहायता ले सकते है.
रिटायरिंग रूम में लगे नये फर्नीचर

जंक्शन पर बने रिटायरिंग रूम में नया फर्नीचर लगाया गया है. लाखो रूपये खर्च कर रूम के सभी पुराने फर्नीचर बदले गये है. जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले.

यात्रियों को मिलेगी शुद्ध और स्वच्छ पेयजल 

छपरा जंक्शन पर यात्रियों को शुद्ध और स्वच्छ पानी जल्द ही मिलेगा. इसके लिए वाटर वेंडिंग मशीन लगाने की तैयारी चल रही है. जिससे की कम कीमत में यात्री को शुद्ध पानी मिल सके. फिलहाल इस पर कार्यालय में कम चल रहा है.

उत्तर दिशा में भी बनेगा द्वार

छपरा शहर लगभग पूरी तरह से उत्तर दिशा में अवस्थित है. इस दिशा में हाई-वे होने के कारण पिछली बार जंक्शन का द्वार उत्तर दिशा से भी बनाने का प्रयोजन विभाग को दिया गया है. जिस पर स्वीकृति बन गयी है. पहले चरण में उत्तर दिशा में फिलहाल भवन बनाने का कार्य किया जायेगा. जिसके बाद द्वार बनाने की योजना को मूर्त रूप दिया जायेगा.

12 प्लेटफ़ॉर्म से गुजरेगी रेल

छपरा जंक्शन वाराणसी मंडल का मुख्य स्टेशन है. प्रतिदिन लगभग 80 जोरी से भी उपर ट्रेन स्टेशन से होकर गुजरती है. कम प्लेटफ़ॉर्म होने के वावजूद भी बेहतर ढंग से ट्रेन इस स्टेशन से होकर गुजरती है. पाटलिपुत्र से जुड़ने के बाद यह स्टेशन और भी महत्वूर्ण हो गया है. इस कारण स्टेशन पर 12 प्लेटफ़ॉर्म बनाने की योजना है. फ़िलहाल मास्टर प्लान के तहत 5 से 8 नंबर तक प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार किया जा रहा है. इसके अगले चरण में यहाँ 12 नम्बर तक प्लेटफार्म बनाये जायेगे.

छपरा-थावे रेलखंड पर जल्द शुरू होगा परिचालन

छपरा से थावे जाने वाले रेल खंड पर परिचालन दो चरण में शुरू किया जायेगा. पहले चरण में छपरा से दिघवा-दुबौली और दूसरे चरण में थावे तक परिचालन को शुरू किया जायेगा.

जंक्शन पर लगेंगी 2 स्वचालित सीढ़ियाँ 

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जंक्शन पर अगले जुलाई माह तक 2 स्वचालित सीढ़ी लग जाएगी. जिसके जरिये अब यात्री आसानी से एक प्लेटफ़ॉर्म से दूसरे प्लेटफ़ॉर्म पर जा सकेंगे. सबसे ज्यादा फायदा अब दिव्यांग यात्रियों को मिल सकेगा. अब तक स्वचालित सीढ़ी सिर्फ बड़े बड़े स्टेशन पर लगायी गयी है.

5 बायो टॉयलेट बनेगे

स्वच्छता अभियान और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से जंक्शन पर 5 बायो-टॉयलेट का निर्माण कराया जायेगा.

ऑनलाइन ट्रेन रिजर्वेशन चार्ट

रेलवे द्वारा प्रकाशित की जानने वाली रेलवे रिजर्वेशन चार्ट अब ऑनलाइन होगी. जिससे यात्रियों को चार्ट देखने के लिए धक्का-मुक्की नही करना होगा. यात्री आसानी से अपनी ट्रेन का चार्ट देख सकते है.

शहर में बनेगे 4 रेल ओवर ब्रिज

रेलवे द्वारा शहर के चार समपारों पर रेल ओवर ब्रिज बनाने के लिए चिन्हित किया गया है. जिसके तहत रेल समपार संख्या 41, 46, 47 और 53 पर रेल ओवर ब्रिज बनाया जायेगा. करीब 140 करोड़ की लागत से इन पुलों का निर्माण कार्य किया जायेगा.

छपरा: सारण जिला पत्रकार संघ के तत्वावधान में स्थानीय पत्रकारों के एक शिष्टमंडल ने छपरा परिसदन (सर्किट हाउस) में केंद्रीय मंत्री तथा स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी से मुलाकात कर उन्हें सीवान के पत्रकार दिवंगत राजदेव रंजन हत्याकांड से सम्बंधित एक ज्ञापन सौंपा गया.

पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए हत्याकांड से जुड़े अपराधियों के जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने एवं सरकार के माध्यम से पीड़ित परिवार को 25 लाख रूपए मुआवजा एवं अन्य सुविधाएं प्रदान कराने की मांग की तथा राज्य में अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने की बात कही.

केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी ने पत्रकार हत्याकांड की घोर निंदा करते हुए इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री से विमर्श करने का आश्वासन देते हुए केंद सरकार के माध्यम से हर संभव सहयोग दिलाने का आश्वासन दिलाया.