Chhapra: एसएफआई के केन्द्रीय कमिटी के आह्वान पर छपरा जिले के विभिन्न प्रखण्डों मे एसएफआई के युनिटों द्वारा सोशल डिस्टेशिंग का पालन करते हुए अभियान #ProtestfromHome के तहत घर के छतों एवं बालकोनियों से हस्तलिखित पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया.

पोस्टर प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें लाकडाउन का दौरान परेशानी झेल रहे छात्रों एवं प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर पुरी तरह से संवेदनहीन बनी हुई है. सरकार को सिर्फ अपने मंत्रियों और विधायकों के लाडलों की चिंता है. एक तरफ सांसद एवं विधायकों के लाडलो को घर बुलाने के लिए स्पेशल गाडी की व्यवस्था की जा रही है तो दूसरे तरफ छात्रावावासों एवं नीजी मकानो मे फंसे छात्रों के साथ साथ प्रवासी मजदूर एव उनके परिवार भूखमरी की मार झेल रहे है.

उन्होने कहा कि हद तो तब हो जाती है जब इस वैश्विक महामारी से फटेहाल हुए गरीब परिवार जिनके निवाले के लिए सरकार आटा नही उपलब्ध करा रही उनके बच्चों को पढने के डाटा की नसीहत देकर ऑनलाइन क्लासेज चलाकर गरीबो को शिक्षा से दूर करने की नापाक षड्यंत्र रच रही है. पोस्टर प्रदर्शन विभिन्न प्रखण्डों मे विभिन्न संगठन के नेताओं के नेतृत्व मे किया गया. छपरा सदर के नेतृत्वकर्ता सद्दाब अहमद मजहरी एवं देवेन्द्र कुमार इसुआपुर के नेतृत्वकर्ता रीतेश कुमार, पंचम कुमार, परसा के नेतृत्वकर्ता विकास कुमार, आलोक कुमार, जनता बजार के नेतृत्वकर्ता गोलू सिंह कुशवाहा एव रुपेश कुमार माझी-जलालपुर अमरजीत कुमार, तरैया के नेतृत्वकर्ता कल्पनाथ कुमार एवं संतोष कुमार थे.A valid URL was not provided.

Chhapra: अहमद रजा वेल्फेयर ट्रस्ट के द्वारा मंगलवार को CAA और NRC के विरोध में शांतिपूर्ण रैली निकाली गई. रैली की शुरुआत शहर के पश्चिमी छोड़ ब्रह्मपुर से हुई जो गुदरी बाजार, भगवान बाजार, दारोगा राय चौक, डाकबंगला रोड, थाना चौक, नगरपालिका चौक होते हुए समाहरणालय पहुंची. इस दौरान आक्रोश मार्च में तिरंगा झंडा लिए बड़ी संख्या में लोग शामिल थे.

आक्रोश मार्च में एनआरसी सीएए वापस लो के नारे लगाये गए. इसके बाद रैली समाहरणालय पहुंची जहां एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलानी मोबिन के नेतृत्व में उपसमाहर्ता को ज्ञापन और बुके सौंपा.

ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में जिलानी मोबिन ने कहा कि देश को अस्थिर करने के लिए मोदी शाह ने कुचक्र रचा है. जिसका विरोध किया जा रहा है.

Chhapra: नागरिकता कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा बुलाए गए बिहार बंद का असर छपरा में कुछ देर के लिए देखने को मिला. सुबह से ही महागठबंधन के नेता सड़क पर दिखाई दिए.

बंद समर्थकों ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर आगजनी कर सड़क जाम कर दिया. जिससे आवागमन बाधित हुआ.

वहीं दूसरी ओर राजद नेताओं द्वारा लोगों को गुलाब का फूल देकर बंद करने की अपील भी की गई.

राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि यह काला कानून है. सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है. वही बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि हम अपने आने वाली नस्लों के लिए सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं. यह सरकार हिटलर जैसा रवैया अपना रही है. जो हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. जब तक नागरिकता कानून वापस लिया नहीं जाता है, तब तक हम आंदोलन करते रहेंगे.

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बंद समर्थकों ने नगरपालिका चौक, थाना चौक, बाजार समिति चौक समेत प्रमुख मार्गों पर टायर जलाकर आगजनी कर आवागमन को अवरुद्ध कर अपना विरोध दर्ज कराया. हालांकि बाद में बंद समर्थन अपना विरोध जताकर आवागमन को बहाल कर दिया.

इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

Chhapra: SFI के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को नगरपालिका चौक पर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका.

कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर SFI-DYFI के आंदोलनकारी साथियों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठी चार्ज किया गया है. जिसमे सैकड़ों साथियों के हाथ पैर टूटने के साथ सर भी फटा है एवं सभी घायल अस्पताल में इलाजरत है के विरुद्ध आक्रोश मार्च आयोजित कर ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया.

आक्रोश मार्च नगर निगम मैदान से निकलकर विभिन्न चौक-चौराहो से गुजरते हुए नगरपालिका चौक पहुचा. जहा ममता बनर्जी के पुतला दहन के उपरान्त सभा आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता सरताज खान ने की.

सभा को सम्बोधित करते हुए एसएफआई राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने कहा कि ममता की सरकार शिक्षा और रोजगार के सवाल पर आयोजित आंदोलन को दबाने एवं सरकार की नकामीयों को छुपाने की नापाक कोशिश करते हुए SFI-DYFI के प्रदर्शनकारी साथियों पर निर्ममता पूर्वक लाठीचार्ज कराई है. जिसका एसएफआई कडे शब्दों मे भर्त्सना करता है एवं दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की भी मांग करता है.

नगर उपाध्यक्ष सद्दाब मजहरी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकारे भी छात्र एवं नौजवानों पर तरह तरह के जुल्म का कहर बरपा रहे है.

आक्रोश मार्च मे मुख्य रुप से रीतेश यादव, रुपेश राज, देवेन्द्र कुमार, अजय कुमार, रुपेश कुमार, पंकज कुमार, जितेन्द्र कुमार, निक्की खान, एहसान खान, दिपक राज आदि शामिल थे.

Chhapra: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद हुए देश के वीर जांबाज सैनिकों को सारण के युवाओं ने श्रद्धांजलि दी.   

शहर के नगर निगम के मैदान से कैंडल मार्च निकाला गया, जो नगरपालिका चौक, मौना चौक, साहिबगंज चौक, थाना चौक, दरोगा राय चौक होते हुए छपरा जंक्शन स्थित सौ फ़ीट ऊंचे तिरंगे के नीचे पहुंचा, जहां दो मिनट का मौन रखा गया और राष्ट्रगान गाया गया.

युवाओं ने सौ फीट ऊंचे झंडे के नीचे बने स्थल पर मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी. युवाओं ने आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारे लगाए और कहा कि पाकिस्तान ने पीठ पर वार किया है. हमारे देश के जवान इस कायरता पूर्ण हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे.

जिसने देखा वह साथ हो चला

 पुलवामा में आतंकवादी हमले के विरोध में निकाले गए मार्च को आम लोगों का भरपूर समर्थन मिला. जिसने भी देखा वह इस मार्च में शामिल होता चला गया. सभी सरकार से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे. 

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वन्दे मातरम् और शहीद अमर रहे के लगे नारे

मार्च के दौरान युवाओं ने पाकिस्तान मुर्दा बाद के नारे लगाये. इस दौरान शहीद अमर रहे, बन्दे मातरम के नारे लगते रहे.          

Chhapra: प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सारण ने 28 जनवरी को जिले के सभी निजी विद्यालयों को बंद करने का फैसला किया है. बीते दिनों सार्थक की हत्या की घटना का प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कड़ी निंदा की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि सारण में इस तरह की घटना पहली बार किसी बच्चे के साथ हुई है यह अपने आप में बहुत ही भयभीत करने वाला है.

छात्रों की सुरक्षा को लेकर एकजुट हुए छ्परा के कोचिंग संचालक

उन्होंने बताया कि सार्थक की हत्या के विरोध में जिले के सभी निजी स्कूलों को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बंद करने का फैसला लिया है. 29 जनवरी से विद्यालय फिर से सुचारू रूप से चलेंगे. 

Chhapra: कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं में व्यापक रूप से हो रही कथित धांधली के खिलाफ देशव्यापी एक दिवसीय भूख हड़ताल का आयोजन शहर के नगरपालिका चौक पर आम छात्रों के द्वारा किया गया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कर्मचारी चयन आयोग के सामने आंदोलनरत छात्रों को छपरा के द्वारा समर्थन प्रदान करना था.

ज्ञात हो कि कर्मचारी चयन आयोग की विभिन्न परीक्षाओं में हो रही धांधली के खिलाफ पूरे देश के प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों में गुस्सा है. छात्रों का कहना है कर्मचारी चयन आयोग की चल रही परीक्षाओं पर अभिलंब रोक लगाई जाए एवं सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई के द्वारा इन परीक्षाओं की जांच कराई जाए. छात्रों ने कहा कि दलाल के द्वारा कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारी खुद सौदे करते हैं और 10 लाख से लेकर 50 लाख तक विभिन्न स्तरों की नौकरियां बेची जा रही है. इसके बाद छात्रों का एक दल जिलाधिकारी से मिलकर प्रधानमंत्री को एक मांग पत्र सौंपा.

इस अवसर पर दीनदयाल भारती, विशाल कुमार, आकाश कुमार मोदी ,चितरंजन सिंह, अमरेंद्र सिंह,अमर प्रताप रिंकू कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक सिंह, आशुतोष राज, मिंटू कुमार, विकाश कुमार राम समेत सैकड़ों की संख्या में एसएससी अभियर्थी उपस्थित थे.

छपरा: दिवंगत पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के विरोध में सारण पत्रकार संघ के तत्वावधान में गुरुवार को धरना दिया गया. नगरपालिका चौक पर आयोजित इस धरने में सारण जिले के सभी प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और न्यू मीडिया से जुड़े पत्रकार शामिल हुए.

पत्रकार राजदेव के परिजाओं को सहायता राशी देने के लिए कुछ लोग सामने आये. ग्राम पंचायत मोहबत परसा के समाजसेवी रेखा मिश्रा के पति बुलबुल मिश्रा के द्वारा 5 हजार रुपये, वही अश्विनी शांडिल्य एवम् समाजसेवी मनोज कुमार तिवारी के द्वारा भी 5-5 सौ रूपये का आर्थिक सहयोग दिया.

पत्रकारों ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सशक्त कानून बनाने, राजदेव रंजन के हत्यारों को अविलंभ गिरफ्तार करने जैसे मुद्दों को लेकर धरना दिया गया.

आपको बता दें कि गत 13 मई को सीवान के पत्रकार व दैनिक हिन्दुस्तान के स्थानीय प्रभारी राजदेव रंजन की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद सारण जिले के पत्रकार लगातार आन्दोलन कर रहे है.