Chhapra: बुधवार की शाम से देर रात तक हुई मूसलाधार बारिश ने शहरवासियों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. छपरा शहर के कई इलाके यूं तो पहले से ही जलमग्न रहते है लेकिन जोरदार बारिश ने रही सही कसर भी पूरी कर दी है.

शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर अस्पताल, एसडीओ कार्यालय, नगर थाना, जजेज कॉलोनी, नगरपालिका चौक, सलेमपुर चौक  यहाँ तक की नगर निगम भी जलजमाव से खुद को नहीं बचा पाया है.  ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ी है.

जजेज कॉलोनी से जलजमाव हटाने में जुटा नगर निगम

सदर अस्पताल परिसर में जलजमाव होने से मरीजों को आने जाने में परेशानी हो रही है. इसके साथ ही अस्पताल कर्मियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

हाल सदर अस्पताल का

मौसम विभाग ने 23 से 25 सितंबर तक 72 घंटे के लिए भारी बारिश की आशंका व्यक्त करते हुए गंगा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया था. फिलहाल बारिश रुकी हुई है जिससे आमजन अपने दैनिक कार्यों में जुटे है.

Chhapra: विधानसभा चुनाव करीब है. ऐसे में शहर से लेकर देहात तक भावी प्रत्याशियों के बैनर, पोस्टरों दीवालों और होडिंग्स पर देखने को मिल रहे है.

इन दिनों चुनाव के पहले ही बैनर, पोस्टरों के माध्यम से अपने को दूसरे से अच्छा प्रत्याशी साबित करने की होड़ मची हुई है. पोस्टर वार में कुछ भावी प्रत्याशी जुटे हुए है. वही कुछ आलाकमान से मिलने और टिकट फाइनल कराने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक दौरा करने में व्यस्त है.

वैसे तो अभी चुनाव की तारीखों का भी ऐलान नही हुआ है और ना ही प्रत्याशी तय किये गए है फिर भी कई प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर को देखकर ऐसा लगता है कि वह भावी प्रत्याशी नहीं बल्कि विधायक हो गए है.

छपरा शहर में तमाम ऐसे पोस्टर आपको देखने को मिलेंगे जिस पर नए-नए दावे किए जा रहे हैं. कोई सबका साथ सबका विश्वास की बातें कर रहा है तो कोई शिक्षित और विकसित की बातें कर रहा है. वही कुछ ने आत्मनिर्भर को अपना थीम बना लिया है. जबकि कुछ तो लाख के पार की बातें कर रहे है. वही कुछ ने तो अपना रास्ता विधानसभा तक पहुंचा दिया है.

बैनर और पोस्टर के इस वार में एक बात खास है कि प्रचार प्रसार में सबसे अधिक संख्या सत्तारूढ़ दल से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले और निर्दलीय प्रत्याशियों की है.

अब आने वाला समय ही बताएगा की पार्टियां किस पर अपना विश्वास जताती है और कौन टिकट लेकर आता है. परंतु जिस प्रकार पोस्टर वार देखने को मिल रहा है वैसे में यह बात भी साफ है कि पार्टियों को इस बार टिकट फाइनल करने में काफी मसक्कत करनी पड़ सकती हैं.

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Chhapra: छपरा शहर में बन रहे भारत के दूसरे सबसे बड़े डबल डेकर फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर बड़ी ख़बर आई है. जानकारी के अनुसार IIT रुड़की से डबल डेकर निर्माण के लिए सुपरस्ट्रक्चर का नक्शा स्वीकृत हो गया है.पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि IIT रुड़की द्वारा सुपर स्ट्रक्चर का नक्शा पास कर दिया है.

उन्होंने बताया कि अब जहां ग्राउंड लेवल पर पिलर ढालने का काम पूरा हो गया है, वहां सुपरस्ट्रक्चर के नक्शा के अनुसार पिलर को ऊपर ले जाने व सड़क के दोनों तरफ बिम ढालने के साथ स्टील का गार्डर से सुपर स्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

नक्शा पास होने के बाद अब पहले फेज में गांधी चौक से भिखारी चौक की ओर सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि डबल डेकर पुल निर्माण में जमीन पर पिल्लरों के बीच की चौड़ाई 7.5 मीटर होगी. वही सबसे पहले गांधी चौक से पूरब की ओर सुपर स्ट्रक्टर का निर्माण होगा. बता दें कि सुपरस्ट्रक्चर कबनक्शा स्वीकृत होने के बाद जमीन से प्रथम डेक व दूसरे डेक के बीच की ऊंचाई 5.5 मिटर होगी.

कार्यपालक अभियंता ने जानकारी दी कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए गांधी चौक से भिखारी चौक तक की सड़क  ढलाई कर दिया गया है. जिसे आम लोगों को आने जाने में परेशानी नहीं होगी. वही नगरपालिका चौक से राजेंद्र सरोवर तक डबल डेकर निर्माण के लिए ग्राउंड पिल्लर ढालने का कार्य अंतिम फेज में है. पिलर डालने का कार्य पूरा होते हैं इधर भी सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

Chhapra: छपरा सहित राज्य के कई जिलों में मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में भारी बारिश हुआ वज्रपात की चेतावनी दी. मौसम विभाग के अनुसार मौसम की वर्तमान गतिविधि एवं संख्यात्मक मौसम मॉडल के आकलन के अनुसार अगले 72 घंटे के बीच राज्य के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात के साथ भारी वर्षा तथा राज्य के उत्तर पश्चिमी जिलों तथा गंगा नदी से सटे जिलों में कहीं-कहीं अति वर्षा होने की पूर्वानुमान है.

इसके कारण जानमाल की हानि होने के साथ-साथ निचले स्थानों में जलजमाव, यातायात बाधित, बिजली सेवा बाधित, नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है. विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वह सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतें. बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसानों तथा नागरिकों के बाद घर में शरण लेने की सलाह दी गई है. अधिक जानकारी के लिए मौसम विभाग पटना की वेबसाइट व फेसबुक पेज देख सकते हैं.

Chhapra: रोटरी क्लब छपरा ने ऑक्सीजन बैंक की शुरुआत की है. साथ ही साथ शहर के एक निजी विद्यालय में ऑटोमैटिक सैनिटाइजर मशीन भी डोनेट किया है.

इसका उद्घाटन रोटरी पूर्व मंडलाध्यक्ष राकेश प्रसाद ने किया. उन्होंने कहा कि रोटरी पूरे विश्व मे अपने सेवा के लिए जाना जाता है और उसी सेवा के लिए रोटरी छपरा ने ऑक्सीजन बैंक खोला है. मैं इस नेक कार्य के लिए सभी सदस्यों को बधाई देता हूँ. बहुत से ऐसे रोगी होते है, जिन्हें सही समय पर ऑक्सीजन की सुविधाएं नही मिलने पर उनकी मौत हो जाती है. जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन वर्ग के लिए यह ऑक्सीजन बैंक राम बाण सिद्ध होगा.

 

रोटरी ऑक्सीजन बैंक आम जनों एवं निर्धन और असहाय के लिए निःशुल्क सेवा प्रदान करेगा. मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व अध्यक्ष डॉ एच. के. वर्मा मौजूद थे. उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि इस रोटरी ऑक्सीजन बैंक का लाभ समाज के प्रत्येक वर्ग को प्राप्त होगा. पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान सत्र के कोषाध्यक्ष सुशील शर्मा ने कहा कि covid19 के इस महामारी के दौर में हमें सचेत और जागरूक रहने की जरूरत है.

ऑक्सीजन बैंक के चेयरमैन पूर्व अध्यक्ष डॉ शहज़ाद आलम ने कहा कि यह बैंक 24 घंटे सेवा देने को तैयार है. अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षा से लेकर सेहत तक कि सेवा रोटरी क्लब युद्ध स्तर पर करता है.

इस अवसर पर अध्यक्ष पुनितेश्वर समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

Patna: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत करीब 4 लाख शिक्षकों के स्थानांतरण प्रक्रिया को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा 6 सदस्यीय कमिटी बनाते हुए चार सप्ताह के अंदर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है.

शिक्षा विभाग के उप सचिव अरसद फिरोज द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवा नियमावली 2020 के नियम 16 के उपनियम 4 में शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष के स्थानांतरण हेतु प्रावधान है कि दिव्यांग शिक्षक, महिला शिक्षिका, पुस्तकालयध्यक्ष को धारित पद के समतुल्य पद पर अंतर नियोजन इकाई (अंतर जिला सहित) में उपलब्ध रिक्त पद के सापेक्ष एक बार ऐच्छिक स्थानांतरण की सुविधा होगी. वही पुरुष शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण की सुविधा होगी. इस हेतु आरक्षण कोटि, वरीयता, आदि को ध्यान में रखकर प्रशासी विभाग द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश अलग से निर्गत किया जाएगा.

समान प्रावधान प्रारंभिक शिक्षकों के लिए प्रवृत्त नियमावली में अंकित है. उक्त प्रावधान के आलोक में विस्तृत दिशा निर्देश तैयार करने के लिए 6 सदस्यों वाली कमिटी बनाई जा रही है. जिनमे शिक्षा विभाग के अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह को अध्यक्ष, उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा अमित कुमार को सदस्य, उप निदेशक प्राथमिक शिक्षा प्रभात कुमार पंकज को सदस्य, पंचायती राज विभाग द्वारा नामित एक पदाधिकारी, नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा नामित एक पदाधिकारी एवं NIC पटना के द्वारा नामित एक पदाधिकारी शामिल है.

Patna: बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने अपनी सेवानिवृत्ति से 5 महीने पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद बुधवार को मीडिया से बातचीत की.

इस दौरान उन्होंने कहा कि सुशांत केस को लेकर उनके ऊपर तमाम सवाल खड़े किये जा रहे थे. एक तरह का पॉलिटिकल एजेंडा सेट किया जा रहा था. हाल ही में बिहार में चुनाव भी है.

ऐसे में उनकी निष्पक्षता पर भी लोग सवाल खड़े करते. इस सब बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सेवानिवृत्ति ले लिया है. उन्होंने कहा कि 34 साल के उनके कैरियर में कोई दाग नहीं लगा. इसलिए निष्पक्षता के लिए यह कदम जरुरी था.

पूर्व डीजीपी ने राजनीति में जाने के सवाल पर कहा कि राजनीति में जाना कोई बुरी बात नहीं पर इस पर उन्होंने अभी फैसला नहीं लिया है.

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आपको बता दें कि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को सेवानिवृत्ति की अवधि से 5 महीने पूर्व ही ले ली थी. उनके इस्तीफे के साथ ही ऐसे कयासों का बाज़ार गर्म हो गया कि वे किसी दल में शामिल होकर चुनाव लड़ सकते है.

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• पुलिस के सहयोग से काटा गया चालान
• गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का है प्रावधान
• जिले के सभी सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों किया गया है तबांकू मुक्त घोषित

• कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की पहल

Chhapra: जिले मे कोरोना के महामारी से निपटने के लिए सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों व कार्यालयों को तंबाकू मुक्त घोषित कर दिया गया है। गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। गुटखा तंबाकू बेचने व खाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद के नेतृत्व में छपरा रेलवे स्टेशन के आसपास छापेमारी अभियान चलाया गया। भगवान बाजार थाने की पुलिस के सहयोग से गुटखा व तंबाकू बेचने वाले 10 दुकानदारों से 200-200 रूपये की जुर्माने की वसूली की गयी। एनसडीओ डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद ने बताया अगर दुबारा गुटखा या तंबाकू बेचते पकड़े गये तो दो हजार रूपये का फाइन किया जायेगा। उन्होने कहा, गुटखा व तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने से कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। जिसको रोकने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।


तंबाकू सेवन से बढ़ता मुंह का कैंसर का खतरा
एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक बन रहा है। इसमें भी पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करना, खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। अब यह युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संघठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित GATS 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आई है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5% से घट कर 25.9% हो गया है। जिसमें चबाने वाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5% है.

कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम

एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। थूकना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (IPC) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।

इस तरह से हो रहा कैंसर
• एक साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में सफेद दाग (ल्यूकोप्लेशिया)
• पांच साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में लाल दाग (एर्थोप्लेसिया)
• छह से 10 साल – मुंह का खुलना बंद होना (सब म्यूकोसल फाइब्रोसिस)
• 10 साल से अधिक सेवन पर – प्री ओरल कैंसर और उसके बाद कैंसर

Chhapra: कोरोना वायरस के कारण बंद पड़े कोचिंग संस्थानों के समक्ष उत्पन्न हुए आर्थिक संकट व अन्य समस्याओं को लेकर शनिवार को सारण कोचिंग एसोसिएशन की मीटिंग हुई. कोरोनावायरस के कारण लगभग 3 महीने से ज्यादा वक्त से कोचिंग संस्थान बंद हैं. सरकार ने 31 जुलाई तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है. इस वजह से कई कोचिंग संस्थानों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.Sha

सभा की अध्यक्षता मुकुंद प्रसाद के देखरेख में एमके सिंह(Study Point) मे बैठक संपन्न हुआ. शिक्षकों का कहना है कि बिहार की शिक्षा पूरी तरह से निजी संस्थानों पर निर्भर है. आज कोविड-19 में बहुत से छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है. साथ ही ग्रामीण स्तर पर कार्य कर रहे कोचिंग संचालक पूर्ण रूप से बेरोजगारी के हालत में आ गए हैं. जबकि सरकार ने शिक्षण संस्थानों को छोड़कर लगभग सब कुछ खोल दिया है. कोचिंग संचालकों ने कोचिंग खोलने का निर्देश देने के लिए अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार सशर्त कोचिंग खोलने की इजाजत दे ताकि आर्थिक संकट से उबरा जा सके.

इस मौके पर सर्वसम्मति से सारण कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुंद प्रसाद, महासचिव प्रभात सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण शांडिल्य, तथा कोषाध्यक्ष विनोद कुमार को मनोनीत किया गया.

इसमें प्रमुख वक्ता के रूप में मुकुंद प्रसाद, प्रभात सिंह एमके सिंह, सुभाष गुप्ता, राकेश रंजन,नीरज कुमार विक्की आनंद, पंकज सिंह, प्रवीण शांडिल्य, सिकंदर कुमार, अमरेंद्र सिंह, अभिजीत सिन्हा इत्यादि शामिल थे.

Chhapra: सारण ज़िलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी एसडीपीओ को निर्देश दिया है कि वैसे ऑगनबाड़ी भवन जो निर्मित हैं परन्तु उसके नाम पर केन्द्र निजी भवन में संचालित किया जा रहा है उसे जुलाई माह में हर हाल में सरकारी भवन में स्थानांतरित किया जाय.

जुलाई माह से ऐसे निजी भवनों का किराया नहीं देना है. अगर किसी सीडीपीओ के द्वारा निजी भवन के किराया का भुगतान किया गया .जिसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्र बन चुके हैं तो उस स्थिति में दिया गया किराया उस सीडीपीओ के वेतन से वसूल किया जाएगा.

जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि तेरहवे वित्त आयोग से प्राप्त राशि से निर्मित एवं जिला परिषद के द्वारा निर्मित आंगनबाड़ी केन्दों की खोज की जाय तथा उन्हें मरम्मत कराकर उसमें केन्द्र चलाया जाय.

जिले में 976 केन्द्र उस योजना से बने थे. जिसमें 598 का ही अभिलेख प्राप्त है. जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकर्ताओं को दस दिन का समय देकर अधूरे आंगनबाड़ी केन्द्रों को पूर्ण कराया जाय नही तो प्राथमिकी दर्ज कराते हुए उन पर सर्टिफिकेट केस किया जाय ताकि राशि की वसूली उनके वेतन या पेशन से की जा सके.

जिलाधिकारी के द्वारा 97 आंगनबाड़ी केन्द्रों के उन्नयन के लिए एक-एक लाख की राशि प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दी गयी थी. जिसकी उपयोगिता प्रमाण पत्र की माँग की गयी. जिलाधिकारी ने कहा जिला में 80 आंगनबाड़ी केन्द्र मनरेगा के द्वारा बनाये जा रहे है. इसके अतिरिक्त 100 और केन्द्र बनाये जाएँगे सभी केन्द्र 15 अगस्त के पूर्व पूर्ण करा लेने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया.

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिखकर दिया निर्देश

•नसबंदी कराने पर महिलाओं को दी जाती है 1400 की प्रोत्साहन राशि

•ऑपरेशन थिएटर को सेनीटाइज करने के दिए निर्देश

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से प्रभावित अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। बहुत सारी सेवाएं शुरू कर दी गई है। जिसमें से एक जरूरी सेवा परिवार नियोजन भी शामिल है। परिवार नियमित सेवाओं की उपलब्धता जरूरी है। परिवार नियोजन के तहत सभी सेवाओं को पुनः शुरू करने के निर्देश दिए गए है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने महिला नसबंदी सेवा को फिर से शुरू करने का निर्देश दे दिया गया है। कई जगहों पर महिलाओं का बंध्याकरण शुरू हो गई है अन्य जगहों पर शुरू करने की कार्रवाई की जा रही है।

परिवार नियोजन के अन्य सेवाओं को बहाल करने निर्देश:

कोविड-19 महामारी में स्वास्थ सेवा प्रणाली पर अतिरिक्त ध्यान देते हुए आरएमएमसीएच +ए सेवाएं दी जाती है। लॉकडाउन के कारण परिवार नियोजन की सेवा बाधित हो गई थी, जिसे राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जिले पुनः बहाल करने की पहल की जा रही है। महिला नसबंदी तथा परिवार नियोजन के अन्य सेवाओं को बहाल करने का निर्देश दिया है। साथ ही ऑपरेशन थिएटर को सेनीटाइज करने की भी बात बतायी गयी है।

पहले से पंजीकृत महिलाओं की ही होगी नसबंदी:

प्रजनन स्वास्थ्य सेवा के तहत फिक्स्ड डे सेवा, प्रसव या गर्भपात उपरांत महिला नसबंदी, कॉपर-टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर-टी सुविधा पहले की तरह प्रदान की जाएगी। महिला नसबंदी उन्हीं महिलाओं का होगा जो पहले से प्री- रजिस्टर्ड होंगी।लेकिन कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में सेवाएं प्रदान नहीं की जाएगी। फिक्स्ड डे सेवा के तहत नसबंदी की सुविधा अस्पताल में दी जाएगी प्रति दिन 10 लाभार्थियों को ही सेवा मिल सकेगी एवं कॉपर टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर टी की सुविधा की मांग करने पर यह सेवा अस्पताल में उपलब्ध होगी।

इन परिवार नियोजन साधनों का उठायें लाभ:

पीपीआईयूसीडी :

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि बच्चों में अंतराल रखने तथा अनचाहे गर्भ से निजात के लिए प्रसव के 48 घंटे के अंदर पीपीआईयूसीडी(प्रसव उपरांत कॉपर टी संस्थापन) लगाया जाता है। गर्भनिरोधक का यह एक सुरक्षित साधन है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिससे लंबे समय तक गर्भधारण की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसमें ऑपरेशन की भी आवश्यकता नहीं होती है। पीपीआईयूसीडी दो तरह की होती है। एक 5 साल के लिए तथा दूसरा 10 साल के लिए के लिए होता है। सभी सरकारी यह अस्पतालों में मुफ्त लगाई जाती है।

एमपीए (अंतरा):

अंतरा अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों में एक बहुत असरदार विधि है। एक इंजेक्शन से 3 महीने तक गर्भधारण की संभावना नहीं होती है। दूध पिलाती मां भी ले सकती है जिससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता। ना ही शिशु पर कोई हानिकारक प्रभाव पड़ता है। यदि महिला ठीक 3 महीने बाद इंजेक्शन लगवाने नहीं आती तो निर्धारित तिथि से 14 दिन पहले 28 दिन बाद तक भी इंजेक्शन लगा सकती है। अंतरा महिलाओं के लिए एक सरल व सुरक्षित असरदार साधन है जिसे प्रत्येक 3 महीने के अंतराल पर महिला को एक इंजेक्शन लेना होता है। गर्भधारण रोकने में यह 99.7% प्रभावी होता है। तिमाही लगने वाली इंजेक्शन इसका पूरा नाम मेड्रोक्सी प्रोजेस्ट्रोन एसीटेट है। अंतरा का प्रयोग बंद करने के कुछ माह बाद महिलाओं को पहले की तरह माहवारी होने लगती है और वह पुनः गर्भधारण कर सकती है।

लाभार्थी एवं प्रेरक दोनों को प्रोत्साहन राशि :

बच्चों में अंतराल एवं अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए नवीन गर्भ निरोधक- ‘अंतरा’ की शुरुआत की गयी है। ‘अंतरा’ एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है। इस तरह साल में चार इंजेक्शन दिया जाता है। साथ ही सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर प्रति डोज या सूई लाभार्थी को 100 रूपये एवं उत्प्रेरक को भी 100 रूपये दिए जाने का प्रावधान है।

Chhapra: छपरा के मौना पकड़ी से मौना पंचायत भवन तक नाला कई महीनों से साफ सफाई नहीं हुआ है. जिसके कारण यह सड़क तालाब का रूप ले चुकी है. इस समस्या को लेकर श्री बलभद्र शस्त्र अर्जुन सेना के अध्यक्ष सुनील कुमार ब्याहुत ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर इससे निजात दिलाने को मांग की है. उन्होंने लिखा है कि इस समस्या के बारे में संबंधित पदाधिकारियों को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है. मगर इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इससे सड़क लगभग हजारों आबादी प्रभावित है

उन्होंने बताया कि सड़क पर फैली गंदगी और इसी बीच डबल डेकर पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. जिस कारण गांधी चौक गरखा की तरफ जाने वाली सभी छोटी-बड़ी गाड़ियां इन्ही संकरी सड़क पर चल रही है. जिससे समस्या और बढ़ गयी है.Sha