Chhapra: विधानसभा चुनाव करीब है. ऐसे में शहर से लेकर देहात तक भावी प्रत्याशियों के बैनर, पोस्टरों दीवालों और होडिंग्स पर देखने को मिल रहे है.
इन दिनों चुनाव के पहले ही बैनर, पोस्टरों के माध्यम से अपने को दूसरे से अच्छा प्रत्याशी साबित करने की होड़ मची हुई है. पोस्टर वार में कुछ भावी प्रत्याशी जुटे हुए है. वही कुछ आलाकमान से मिलने और टिकट फाइनल कराने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक दौरा करने में व्यस्त है.
वैसे तो अभी चुनाव की तारीखों का भी ऐलान नही हुआ है और ना ही प्रत्याशी तय किये गए है फिर भी कई प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर को देखकर ऐसा लगता है कि वह भावी प्रत्याशी नहीं बल्कि विधायक हो गए है.
छपरा शहर में तमाम ऐसे पोस्टर आपको देखने को मिलेंगे जिस पर नए-नए दावे किए जा रहे हैं. कोई सबका साथ सबका विश्वास की बातें कर रहा है तो कोई शिक्षित और विकसित की बातें कर रहा है. वही कुछ ने आत्मनिर्भर को अपना थीम बना लिया है. जबकि कुछ तो लाख के पार की बातें कर रहे है. वही कुछ ने तो अपना रास्ता विधानसभा तक पहुंचा दिया है.
बैनर और पोस्टर के इस वार में एक बात खास है कि प्रचार प्रसार में सबसे अधिक संख्या सत्तारूढ़ दल से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले और निर्दलीय प्रत्याशियों की है.
अब आने वाला समय ही बताएगा की पार्टियां किस पर अपना विश्वास जताती है और कौन टिकट लेकर आता है. परंतु जिस प्रकार पोस्टर वार देखने को मिल रहा है वैसे में यह बात भी साफ है कि पार्टियों को इस बार टिकट फाइनल करने में काफी मसक्कत करनी पड़ सकती हैं.