लायंस क्लब ने मनाया मदर्स डे. “मातृ शक्ति, जीवन शक्ति” के वाणी से गुलजार हुआ कार्यक्रम परिसर

chhapra : अंतर्राष्ट्रीय संस्था लायंस क्लब की स्थानीय इकाई लायंस क्लब छपरा सिटी के सदस्यों द्वारा छपरा शहर के एक होटल में मदर्स डे के अवसर पर किया कुछ बेहतरीन झांकियां और गायन कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और वहां उपस्थित मातृ शक्ति को विशेष तौर पर सम्मान प्रदान किया गया.

लायन क्लब द्वारा द्वारा पहले माताओं द्वारा केक कटवाया गया, इसके उपरांत पौधा ओर अंग वस्त्र देकर माताओं को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया. समाज में माताओं की महत्व एवं उनकी गरिमा पर बोलते हुए लायंस के संस्थापक लायन आदित्य अग्रवाल ने कहा कि माता के हाथों में त्रिलोक की शक्ति समाहित है, हमने भगवान को तो नहीं देखा लेकिन माता के रूप में ईश्वर इस पृथ्वी पर जिन्हें हम पृथ्वी माता भी कहते है वो यहां ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में सदैव विराजमान है.  श्री अग्रवाल ने कार्यक्रम संचालन के दौरान “मातृ शक्ति जीवन शक्ति” का नारा देते हुए यह भी कहा कि माताओं की कोई जाती नहीं होती और माताएं चाहे किन्हीं की हो वो हमेशा आदरणीय हैं.

सम्मान कार्यक्रम में लायंस सदस्यों की सभी माताओं ने अपनी अपनी जीवनी और जीवन संघर्ष को भी बारी बारी से अवगत कराया और लायंस क्लब को इस मदर्स डे के आयोजन कराने के लिए आभार व्यक्त करते बेहद भावुक हो गई.

इस मौके पर प्रसिद्ध लोकगायिका प्रियंका कुमारी ने माताओं के लिए अपने गायन के माध्यम से सबों की आंखे नम कर दी, उनके द्वारा सुनाए पुत्र प्रेम की कविता से सभी महिलाओं और सदस्यों के आंखों से आंसू आ गए और थोड़ी देर के लिए वातावरण भावनात्मक हो गया.

सम्मानित होने वाली महिलाओं में से अमृतांजलि जी, प्रियंका जी, अजंता जी, गीता जी, सुनीता जी, सुमन जी, सुशीला जी, संस्कृति जी सहित अन्य महिलाएं शामिल थीं, जिन्हें मदर्स डे के कार्यक्रम संयोजक लायन सुमित द्वारा आमंत्रित किया गया था, इन सभी महिलाओं को सामाजिक सरोकार हेतु लायंस क्लब के तरफ से यह सम्मान दिया गया.

कार्यक्रम का संचालन लायंस सिटी अध्यक्ष अध्यक्ष लायन सुधाकर प्रसाद और समापन छपरा विधिमंडल के अध्यक्ष, वरीय अधिवक्ता एवं लायंस क्लब छपरा सिटी के सचिव अधिवक्ता गंगोत्री प्रसाद ने आगंतुक अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित कर किया.

मौके पर संस्था के संस्थापक लायन आदित्य अग्रवाल ,अध्यक्ष लायन सुधाकर प्रसाद, सचिव गंगोत्री प्रसाद, लायंस सारण के भूतपूर्व अध्यक्ष राजेशनाथ प्रसाद, लायन दिलीप चौरसिया, कार्यक्रम संयोजक लायन सुमित, उपाध्यक्ष लायन डॉ राजेश डाबर, धर्मेंद्र साह, टेमर लायन प्रवीण ओबेरॉय, अमृतेश पप्पू सहित संस्था के सदस्यगण उपस्थित रहे.

Chhapra: सारण पुलिस ने 9 मई 25 को नगर थानान्तर्गत हिताची कैश मैनेजमेंट सर्विस कंपनी के कैश वैन से 70 लाख रूपया चोरी होने की घटना का उद्भेदन कर दिया है।

इस संबंध में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बताया कि कैश वैन से 70 लाख रुपये की चोरी की घटना में नगर थाना कांड सं0-248/25 प्रतिवेदित है। घटना से जुड़ी सभी पहलुओं की जाँच एवं घटना के त्वरित उभेदन हेतु पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण के नेतृत्व में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर सहित SIT टीम का गठन किया गया था।

उन्होंने बताया कि SIT टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान एवं प्राप्त आसूचना के आधार पर घटना कारित करने वाले कैश वैन के दो कस्टोडियन गार्ड एवं एक इनके परिजन जो घटना में संलिप्त थे, कुल तीन अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही चोरी गयी सभी 70 लाख रूपये को बरामद कर लिया गया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों के द्वारा घटना में अपनी संलिप्ता को स्वीकार किया गया है। अग्रतर विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।

वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस कांड के उद्भेदन में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मी को वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा।

पुलिस ने इस मामले में रत्नेश कुमार साह, पिता-भवसागर साह, सा०-बरदहियाँ, थाना-मढ़ौरा, जिला-सारण, सोनू कुमार सिंह, पिता-ओमप्रकाश सिंह, सा०-फकुली, थाना-मुफ्‌फसिल, जिला-सारण और कृष्ण कुमार, पिता-कमलेश सिंह, सा०-कटहरी बाग, थाना-नगर, जिला-सारण को गिरफ्तार किया है। 

साथ ही नगद राशि-70 लाख रूपये, मोबाइल- 4, घटना कारित करने में प्रयुक्त मोटरसाइकिल-1. घटना कारित करने में प्रयुक्त हेलमेट- 1, घटना के समय उपयोग किया गया पेन्ट शर्ट- 1, घटना कारित करने में प्रयुक्त डुप्लीकेट चाभी- 1 को बरामद किया गया है। 

इस कांड के उद्भेदन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-1, थानाध्यक्ष नगर थाना एवं थाना के अन्य कर्मी और जिला आसूचना इकाई, सारण शामिल थी। 

Chhapra: नगर थानान्तर्गत दो पक्षों में आपसी विवाद को लेकर हुए हत्याकांड के दो नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अन्य की गिरफ्तारी हेतु छापामारी कर रही है।

इसे भी पढ़ें:  दो पक्षों के बीच आपसी विवाद, एक की मौत

वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बताया कि  दिनांक-11.05.2025 को नगर थानान्तर्गत खनुआ मुहल्ला में दो पक्षों के बीच हुई आपसी विवाद को लेकर एक पक्ष के द्वारा द्वितीय पक्ष के दो व्यक्तियों को लाठी-डंडे के प्रहार से जख्मी कर दिया गया। जख्मियों को तत्काल उचित ईलाज हेतु सदर अस्पताल छपरा में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के क्रम में एक जख्मी व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा दूसरा जख्मी व्यक्ति इलाजरत है।

इस संबंध में इलाजरत नेहाल कुरैसी के फर्दब्यान के आधार पर नगर थाना कांड सं0-250/25, दिनांक-12.05.25, धारा-126 (2)/115(2)/125 (बी)/109/103(1)/352/351(2)/3(5) बी०एन०एस० दर्ज किया गया।

इस संबंध में गठित SIT टीम द्वारा संकलित आसूचना के आधार पर छापामारी कर दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों द्वारा कांड में अपनी संलिप्ता को स्वीकार किया गया है। इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही है। दोषियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलायी जाएगी।

पुलिस ने इस मामले में पंकज कुमार, पिता-बागेश्वर राय, सा०-छोटा तेलपा, थाना-नगर, जिला-सारण और मिंटु राय, पिता-स्व० रामजी राय, सा०-छोटा तेलपा, थाना-नगर, जिला-सारण को गिरफ्तार किया है।

Chhapra: नगर थानान्तर्गत खनुआ मुहल्ला में रविवार को दो पक्षों के बीच हुई आपसी विवाद को लेकर एक पक्ष के द्वारा द्वितीय पक्ष के दो व्यक्तियों को लाठी-डंडे के प्रहार से जख्मी कर दिया गया। जख्मियों को तत्काल उचित ईलाज हेतु सदर अस्पताल छपरा में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के क्रम में एक जख्मी व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा दूसरा जख्मी व्यक्ति इलाजरत है। मृत व्यक्ति की अन्त्यपरीक्षण की कार्रवाई की जा रही है। मृतक जाकिर कुरैसी (22) पिता नन्हे कुरैसी, निवासी करीमचक। वहीं निहाल कुरैसी (26) घायल है। जिसका ईलाज जारी है।  

पुलिस कर रही है कैम्प 

घटना स्थल पर पुलिस उप-महानिरीक्षक, सारण, जिलाधिकारी सारण, पुलिस अधीक्षक सारण एवं पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), सारण कैम्प कर रहें हैं। विधि-व्यवस्था संधारण के मद्देनजर घटनास्थल एवं आस-पास के संवेदनशील क्षेत्रों में पालीवार 02-02 पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में 20 स्थलों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

जख्मी का फर्दब्यान

जख्मी के फर्दब्यान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही उपरोक्त घटना में शामिल अभियुक्तों को गिरफ्तार करने हेतु टीम बनाकर छापामारी की जा रही है। दोषियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलायी जाएगी।

पुलिस ने की अफवाह और भ्रामक खबरों से बचने की अपील 

सारण पुलिस आमजनों से अपील करती है कि कृपया अफवाह और भ्रामक खबरों से बचें और ऐसा करने वालों के बारे में स्थानीय पुलिस या सारण जिला कंट्रोल रूम को सूचित करें।
Dispute between two parties

विक्रम उपाध्याय

भारत के साथ युद्ध के लिए पागलपन की हद तक जाने वाला पाकिस्तान आखिर किस तरह आईएमएफ से 1.3 बिलियन डॉलर का ताजा कर्ज (लोन) पाने में सफल रहा? भारत भी आईएमएफ का एक पार्टनर देश है और उसका अपना वोटिंग शेयर है। भारत ने 09 मई को हुई आईएमएफ बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान के वहशी होने का मुद्दा भी उठाया, लेकिन अंत में वोटिंग से अपने को अलग कर लिया। इसका कारण एक ही है कि अमेरिका समेत तमाम बड़े देश यह आभास दे रहे थे कि पाकिस्तान को आईएमएफ लोन नहीं दिया गया तो वहां और स्थिति खराब हो सकती है। पाकिस्तान में और अफरातफरी मच सकती है। भारत के वोट का भार तीन प्रतिशत से कम है, जो कि फैसले को प्रभावित करने के लिए काफी कम है। आईएमएफ लोन प्राप्त करने के लिए किसी भी देश को कुल वोट का 85 प्रतिशत प्राप्त करना जरूरी होता है और इसमें अमेरिका के वोट का सबसे अधिक प्रभाव होता है।

अमेरिका के वोट का भार 17 प्रतिशत है। यानी केवल अमेरिका ही किसी देश के लोन को अकेले रोक सकता है। अब जबकि सभी बड़े देश जानते हैं कि पाकिस्तान पूरी दुनिया में आतंकवाद का एक्सपोर्ट कर रहा है, फिर क्यों उसे आईएमएफ का लोन दिया जा रहा है। पाकिस्तान को लोन मिलने के पीछे जो कुछ आधार बने हैं, उनमें सबसे अधिक वजनी कारण है, पाकिस्तान द्वारा कई प्रमुख देशों को अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत देना है। पाकिस्तान ने चीन, अमेरिका, अरब देश और तुर्किये जैसे देशों को अपने यहां से मिलिट्री और व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने की इजाजत दे रखी है। उसमें भी चीन और अमेरिका पाकिस्तान को अपने उपनिवेश की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और चाहते भी हैं कि इस्लामाबाद उनका पिट्ठू बना रहे, इसलिए आतंकवाद को पालते देख भी आईएमएफ का लोन जारी होने दे रहे हैं।

यह देश पाकिस्तान को अलग से कर्ज देते हैं। वह अपने कर्ज के पैसे वापस पाने के लिए भी पाकिस्तान को कर्ज दिलाने में मदद कर रहे हैं। चीन ने पाकिस्तान को भारी कर्ज दे रखा है। पाकिस्तान चाइना इकोनोमिक कॉरिडोर में चीन ने इस्लामाबाद को 65 अरब डॉलर से अधिक का कर्ज दे रखा है। तीन दशक में भी यह इकोनोमिक कॉरिडोर बन कर तैयार नहीं हुआ है। इसका आर्थिक लाभ मिलने के बजाय चीन के लिए यह बोझ बन गया है। चूंकि पाकिस्तान की यह हैसियत नहीं है कि वह अपनी आय से चीन का कर्ज उतार सके, इसीलिए उस पर कर्ज लाद कर अपना पैसा निकालना चीन और अमेरिका दोनों के लिए सुविधाजनक रास्ता लगता है।

आईएमएफ के कोष में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी अमेरिका की है। आईएमएफ जब लोन देता है, तो पुराने लोन की रिपेमेंट की ताकीद भी करता है। यानी आईएमएफ को अपने पैसे की भी चिंता रहती है। अपने पुराने पैसे की उगाही के लिए नए कर्ज के अलावा इस समय कोई रास्ता भी नहीं है। आईएमएफ केवल एक अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसी नहीं है, बल्कि यह बड़े देशों के लिए आर्म ट्विस्टिंग टूल्स भी है। आईएमएफ अपने लोन की शर्तें मनमाने ढंग से तय करता है। यानी लोन लेने वाले देश की पूरी आर्थिक नीति को अपने ढंग से तय करने का अधिकार रखता है। इसलिए जो भी देश आईएमएफ के लोन की सिफारिश करता है, अपनी-अपनी शर्तों को लादने की कोशिश करता है। पाकिस्तान 1950 से ही आईएमएफ का लोन लेने की आदी हो चुका है। 20 बार से अधिक लोन ले चुका है।

अब भी उसके सामने आईएमएफ के सामने नतमस्तक होने के अलावा कोई चारा भी नहीं है। पाकिस्तान का निर्यात सालों से ध्वस्त पड़ा है। टेरर एक्सपोर्ट से उसे उसे कुछ मिलने वाला भी नहीं है। उसके सामने हमेशा डॉलर की किल्लत बनी रहती है। अभी भी उसका विदेशी मुद्रा भंडार 13 अरब डॉलर के आसपास है। पाकिस्तान को खुद को जिंदा रखने के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। और आयात बिल का भुगतान उसे डॉलर में ही करना है, इसलिए आईएमएफ का लोन उसके अस्तित्व से ही जुड़ गया है। इसलिए वह अमेरिका और चीन दोनों का पिछलग्गू बनने के लिए तैयार रहताहै, ताकि आईएमएफ से उसे लोन आसानी से मिल जाए।

पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान के आर्थिक संकट का समाधान आईएमएफ के इस ऋण से भी नहीं होगा। पाकिस्तान रोज के हिसाब से जी रहा है। 1.3 अरब डॉलर कुछ ही दिन में खर्च हो जाएंगे। अगले साल फिर पाकिस्तान एक नए लोन के लिए जायेगा। हां इस ऋण से पाकिस्तान पुराने ऋणों की कुछ किस्तें चुकाएगा और आवश्यक आयातों का भुगतान भी कर सकेगा। इसका साफ मतलब है कि पाकिस्तान को आईएमएफ लोन के लिए आगे भी अरब, अमेरिका, चीन और यूरोप के सामने मजबूर हो कर खड़ा रहना पड़ेगा। सभी देशों की शर्तें माननी पड़ेगी। इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि पाकिस्तान अपनी व्यापक आर्थिक नीतियों में बदलाव करेगा, आतंकवाद की खेती छोड़कर भविष्य के संकट को हल करने पर जोर देगा।

पाकिस्तान के भ्रष्ट शासक पहले ही पाकिस्तान के नाम पर काफी उधार ले चुके हैं और पाकिस्तान को सुधारने के बजाय अपने निजी व्यवसायों को बढ़ाने में लगे रहते हैं। देश-विदेश में निजी संपत्तियां बनाने में लगे हैं। पाकिस्तान के लिए शर्मसार बात यह भी है कि वह अपने मौजूदा ऋणों को चुकाने में बुरी तरह विफल रहने के बाद भी भारी कर्ज के पीछे भाग रहा है। अब आईएमएफ और अन्य वित्तीय संस्थानों को भी सोचना होगा कि वे आगे कैसे कोई ऋण कैसे स्वीकृत कर सकते हैं, जब देश अपनी पॉलिसी में दूसरे देश में आतंकवाद फैलाने को प्रमुखता देता है और जिसका स्वाद अमेरिका और चीन भी चख रहे है।

(लेखक, वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक विषयों के विशेषज्ञ हैं।)

श्रीनगर, 10 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में की गई पाकिस्तान की गोलीबारी में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थप्पा कर्तव्य के पथ पर बलिदान हो गए । यह दुखद सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज सुबह एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा है, ” राजौरी से दुखद समाचार। हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन सेवा के एक समर्पित अधिकारी को खो दिया है। कल ही वे डिप्टी सीएम के साथ जिले में घूम रहे थे और मेरी अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए थे।

इस घटना से आहत मुख्यमंत्री अबदुल्ला ने लिखा, ” आज अधिकारी के आवास पर पाकिस्तानी गोलाबारी की गई, जिसमें राजौरी शहर को निशाना बनाया गया, जिसमें हमारे अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त श्री राज कुमार थप्पा की मौत हो गई। इस भयानक जानमाल के नुकसान पर अपने सदमे और दुख को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

उमर अबदुल्ला ने दूसरी पोस्ट पर लिखा, ” मुझे यकीन नहीं है कि ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय’ कैसे सोचता है कि उपमहाद्वीप में मौजूदा तनाव कम हो जाएगा, जब आईएमएफ अनिवार्य रूप से पाकिस्तान को उन सभी आयुधों के लिए प्रतिपूर्ति करेगा, जिनका उपयोग वह पुंछ, राजौरी, उरी, तंगधार और कई अन्य स्थानों को तबाह करने के लिए कर रहा है।”

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के हथुआ मार्केट के पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से कैश लेकर जा रही कैश मैनेजमेंट सर्विस के वाहन से 70 लाख रुपये गायब होने की खबर से सनसनी फैल गई। 

सारण पुलिस ने बताया कि 09 मई 25 को दोपहर लगभग एक 01 बजे नगर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि हिटाची कैश मैनेजमेंट सर्विस कंपनी के कैश वैन के द्वारा हथुआ मार्केट के पंजाब नेशनल बैंक से 70 लाख रूपया कैश लेकर ए०टी०एम० में डालने हेतु रखा गया था। गाड़ी के ड्राईवर एवं कस्टोडियल गार्ड हथुआ मार्केट के ICICI बैंक में रूपये लेने के लिए गये बैंक से आने के बाद उन्होनें देखा कि वैन का गेट खुला हुआ है, जिसमें से 70 लाख रूपया गायब था।

पुलिस ने प्राप्त सूचना के जाँच के क्रम में घटना प्रथम दृष्टया संदिग्ध लग रही है। इससे जुड़ी सभी पहलुओं की जाँच एवं घटना के त्वरित उद्भेदन हेतु पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), सारण द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया गया है।

पुलिस उपाधीक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कैश वैन के चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। 

– भारत ने इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चार एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को रात भर हवाई संघर्ष हुआ है, जिसके बारे में भारतीय सेना सुबह 10 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अधिकृत जानकारी देगी। पाकिस्तान ने रात में भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम किया है। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई एयरबेस पर कार्रवाई की है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में चार एयरबेस के पास विस्फोट की खबरें हैं। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है।

भारतीय सेना ने शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर के बारामूला से गुजरात के भुज तक 26 स्थानों पर पाकिस्तान के हालिया ड्रोन हमलों के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार तड़के 5.45 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इसी बीच भारतीय और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच श्रीनगर, जम्मू और पंजाब के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई लड़ाई हुई। इसलिए यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे तक के लिए टाल दी गई। पाकिस्तान ने भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने भारत की ओर फतेह-2 और फतेह-1 मिसाइल दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मिसाइलों को आसमान में ही मार गिराया। पाकिस्तान से दिल्ली की ओर दागी गई फतेह-2 मिसाइल को सिरसा (हरियाणा) में रोक लिया गया।

पाकिस्तान ने जम्मू में हिंदू समुदाय के प्रसिद्ध आप शंभू मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमले को नाकाम कर दिया गया। मिसाइल मंदिर के गेट के पास गिरी, जिससे पवित्र स्थान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। राजौरी में पाकिस्तानी हमले में घायल एक नागरिक को आज इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है। श्रीनगर और आस-पास के इलाकों में सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली सक्रिय की है। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण जम्मू शहर के नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी जा रही हैं। राजौरी में जोरदार धमाके के बाद धुआं उठता दिखाई दे रहा है और क्षेत्र में लगातार विस्फोटों के बाद मकान और संपत्ति क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पाकिस्तान की ओर से किये गए हवाई हमलों के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के चार एयरबेस पर कार्रवाई की है। पाकिस्तान में कम से कम 4 एयरबेसों को भारतीय हमलों में निशाना बनाया गया है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में एयरबेस के पास विस्फोट की ख़बरों के बीच भारत की जवाबी कार्रवाई में इस बात का ध्यान रखा गया है कि शहरी आबादी को कोई नुकसान न पहुंचे। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि भारत ने नूर खान बेस, चकवाल में मुरीद बेस और पंजाब में शोरकोट बेस पर मिसाइल से हमला किया है। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान ने अभी तक अपने सिविल फ्लाइट पर रोक नहीं लगाई थी, जिसके बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को नियमित ब्रीफिंग में सवाल उठाया था।

– दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट करने से भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा

नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। अमृतसर से जम्मू, पठानकोट से भुज तक पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करके भारत के एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन चक्र’ ने अपनी ताकत दिखा दी है। भारत ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ शुरू करते समय ही दुश्मन के किसी भी जवाबी हमले को रोकने के लिए इस प्रणाली को सक्रिय कर दिया था, जिससे भारतीय लड़ाकू विमानों को सुरक्षित रूप से ऑपरेशन पूरा करने में मदद मिली। इस प्रणाली ने दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान ने 8/9 मई की रात 8.30 बजे के करीब राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात में वायु सेना के एयरबेस को निशाना बनाकर ड्रोन से मिसाइल हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रोक दिया। पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में 8 मिसाइलें दागीं, लेकिन सभी को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 (सुदर्शन) ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भी पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।

यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस अब तक भारत को 3 एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति कर चुका है, जबकि दो सिस्टम अभी मिलने हैं। चौथी प्रणाली मार्च, 2026 में और पांचवीं प्रणाली 2026 के अंत तक पहुंचाई जाएगी। यह दो साल की देरी यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के कारण हुई है। भारतीय वायु सेना ने भगवान कृष्ण के शक्तिशाली सुदर्शन चक्र के नाम पर एस-400 को ‘सुदर्शन चक्र’ नाम दिया है। भारतीय एस-400 एयर डिफेंस की मिसाइलें 20 किलोमीटर, 30 किलोमीटर और 60 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही खत्म कर सकती हैं। यह प्रणाली एक साथ दुश्मन की 80 मिसाइलों या हवाई हमलों का जवाब देने में सक्षम है।

चीन और पाकिस्तान के खतरे को देखते हुए भारत को ताकतवर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की बहुत जरूरत थी। भारत ने रूस के साथ पांच एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदने के लिए 35 हजार करोड़ रुपये में सौदा किया था, जिसे रूस और भारत के रक्षा मंत्रियों ने 06 दिसंबर, 2021 को अंतिम रूप दिया था। भारत के रक्षा बेड़े में शामिल इस रूसी डिफेंस सिस्टम से पूरी दुनिया खौफ खाती है। यह प्रणाली अपनी मिसाइलों से दुश्मन की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों, लड़ाकू विमानों को 400 किमी. की दूरी तक तबाह कर सकती है। यह मिसाइल जमीन से 100 फीट ऊपर उड़ रहे खतरे की पहचान करके हमला करने में सक्षम है। भारत ने दो एस-400 स्क्वाड्रन को पूर्वी और उत्तरी सीमा पर तैनात किया है। तीसरी स्क्वाड्रन को पंजाब में इस तरह से तैनात किया गया है, ताकि पाकिस्तान की सीमा के साथ-साथ उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों को भी कवर किया जा सके।

काठमांडू, 08 मई (हि.स.)। नेपाल से रक्सौल बॉर्डर के रास्ते भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करते चीन के संदिग्ध चार नागरिक को एसएसबी ने नेपाल- भारत मैत्री ब्रिज से गिरफ्तार कर लिया। इममें एक महिला भी है। वह बार- बार अपना बयान बदल रही है।

एसएसबी के अनुसार, चीन की महिला खुद को कभी नेपाल तो कभी चीन का नागरिक बता रही है। वह हिंदी , नेपाली , अंग्रेजी और चीनी भाषा फर्राटेदार बोल रही है। जांच अधिकारियों ने बताया कि इस महिला के पास मिले कागजों में पाकिस्तान के मोबाइल नंबर मिले हैं। इस महिला का सबंध पाकिस्तान भी हो सकता है। वह वहां के किसी व्यक्ति के संपर्क में है।

एसएसबी के अनुसार, तीनों पुरुष चीनी नागरिक पिछले एक हफ्ते से काठमाडू में रह रहे थे और रक्सौल बॉर्डर से भारत में घुसपैठ करना चाहते थे। इस काम में उनकी मदद यह चीनी महिला कर रही थी। चारों से पूछताछ जारी है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल के रक्सौल बॉर्डर पर एसएसबी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यहां से गुजरने वाले सभी लोगों की गहन जांच की जा रही है। भारत मे प्रवेश करने वाले लोगो का पहचान पत्र देख कर ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।

– लाहौर से रावलपिंडी तक 15 शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किये जाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके सीमावर्ती भारतीय इलाकों को निशाना बनाए जाने के साथ पाकिस्तानी सेना ने बुधवार की रात भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे सतर्क भारतीय बलों ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया। इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।

पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण पुंछ सेक्टर में सीमावर्ती गांवों के सोलह भारतीय निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का इस्तेमाल करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। भारत ने भी पाकिस्तान की ही तरह उसी तीव्रता से जवाब दिया है।

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान 07 मई को भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में विशेष रूप से उल्लेख किया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। इसके बावजूद पाकिस्तान ने 07-08 मई की रात को ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।

भारत के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की गई इस हिमाकत की पुष्टि की गई है। साथ ही एक बयान में बताया गया है कि इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं। इसी के जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया।

बयान में कहा गया है कि इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। पाकिस्तान वायु रक्षा इकाई के एचक्यू-9 मिसाइल लांचरों को भारी क्षति पहुंची है। एचक्यू-9 लाहौर के वाल्टन बेस पर तैनात है। बयान में यह भी कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बल संघर्ष को आगे न बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।

Chhapra:  छपरा जंक्शन पर RPF और GRP के द्वारा संयुक्त रूप से मॉक ड्रील किया गया।  जिस दौरान प्लेटफॉर्म नं 01, 02 व 03 पर संयुक्त गश्त की गई। पार्सल कार्यालय में चेकिंग किया गया।

सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल आदि की चैकिंग की गयी। यात्रियों को जागरूक किया गया। संदिग्ध सामानों की चेकिंग की गयी तथा इसी दौरान गाड़ी संख्या 14650 शहीद एक्सप्रेस को चेक किया गया।