Chhapra: विगत एक महीने के लॉकडाउन में पूरी दुनिया अस्त व्यस्त हो गयी है वहीं विद्यार्थीओं के पठन पाठन पर इसका गहरा असर पड़ा है. शहर के सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल ने विद्यालय की लगभग समस्त गतिविधियों को ऑनलाइन कर दिया है. जिसका सीधा लाभ अभिभावकों और विद्यार्थियों को हो रहा है.

विद्यालय प्रबंधक विकास कुमार ने बताया कि लॉक डाउन के प्रथम सप्ताह में यह समझ आ गया था कि ये लड़ाई लम्बी होने वाली है. तभी से विद्यालय ने बच्चों को ऑनलाइन असाइनमेंट, प्रोजेक्ट देना शुरू कर दिया था. जिसको अभिभावकों ने काफी सराहा और विद्यार्थीओं ने काफी रुचि दिखाई. विगत सप्ताह से विद्यालय अब स्कूल के सहज ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुँच रहा है.

वीडिओज़, ऑडियो कॉन्टेंट, नोट्स और होम असाइनमेंट्स के माध्यम से पढ़ाई हो रही है. जिन बच्चों के पास ऑनलाइन सुविधा नहीं है वो अपने विषय शिक्षक से मोबाइल के माध्यम से अपने प्रश्नों का हल पा रहे है. पाठ्य पुस्तक की प्रतियाँ पूर्व में ही विद्यार्थीओं को ऑनलाइन मुहैया करा दी गयी है. सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ हरेन्द्र सिंह ने आशा व्यक्त किया कि जल्दी ही सारी गतिविधियां पूर्व की तरह समान्य हो जाएंगी.

Chhapra: छपरा सेंट्रल स्कूल जो अपने नविनाचार के लिए जाना जाता है. वैश्विक संकट की इस घड़ी में लॉक डाउन की वजह से सभी स्कूल बंद है. लेकिन पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है. विद्यालय ने एक अनूठे ढंग की ऑनलाइन शिक्षा का मॉडल जारी किया है. इस मॉडल को प्राचार्य ने खुद विकसित किया है.

प्राचार्य संतोष कुमार ने बताया कि घर बैठे बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं. शिक्षक ऑनलाइन के माध्यम से क्लास ले रहे हैं. जिससे विद्यालय के बच्चे काफी लाभान्वित हो रहे. विद्यालय के शिक्षक खुद अपने अपने घरों से बच्चों को पढ़ा रहे हैं. जो की काफी लोक प्रिय होता जा रहा है. इसके द्वारा पढ़ाई के बाद बच्चों को जहां दिक्कत है. उसका समाधान भी कराया जा रहा है. इसमें एक दैनिक दिनचर्या के हिसाब से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.

प्राचार्य ने आगे बताया कि इसके माध्यम से विद्यालय के शारीरिक शिक्षक भी बच्चों को स्वस्थ रहने की ट्रेनिग भी देंगे ताकि लॉक डाउन की वजह से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े तथा वो घर पे रह कर ही बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकें. अपने शिक्षको को धन्यवाद देता हूँ कि उनकी गुण वत्ता पूर्ण शिक्षा का लाभ विद्यालय के बच्चों को इस समय भी अनवरत रूप से मिल रहा है.

• स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र लिखकर दिए निर्देश
• सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को किया जाएगा सैनिटाइज्ड
• कोरोना से बचाव के मद्देनजर ओपीडी में सोशल डिसटेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल

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Chhapra: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राज्य भर में ओपीडी, आईपीडी एवं संस्थागत प्रसव सहित अन्य आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुयी हैं. इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इन जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से नियमित करने करने का फैसला लिया है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखकर विस्तार से दिशानिर्देश दिया है. पत्र में प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं चिकत्सकीय सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर मार्गदर्शन दिए जा रहे हैं. कोरोना काल में भी विभिन्न प्रकार की जरुरी चिकित्सकीय सेवाओं को लोक हित में प्रदान किया जाना अनिवार्य है. लेकिन इसकी समीक्षा क्रम में जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अपस्ताल में ओपीडी( बाह्य रोगी कक्ष), आईपीडी( अन्तर्वासी रोगी कक्ष) के मरीजों की संख्या एवं संस्थागत प्रसव में कमी देखने को मिल रही है. इसलिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन सेवाएं एवं संस्थागत प्रसव को जनहित में पहले की तरह शुरू की जाएगी.

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अस्पतालों के प्रवेश के पास फ्लू कार्नर होगा अनिवार्य
पत्र में बताया गया कि सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के प्रवेश के पास एक फ्लू कार्नर स्थापित किया जाए एवं इस फ्लू कार्नर के संचालन के लिए रोस्टरवार समुचित संख्या में चिकित्सक एवं पाराचिकित्सा कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाए. साथ ही फ्लू कार्नर में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एन-95 मास्क, नॉन स्टेराइल दस्ताना (स्टेराइल दस्ताना का उपयोग शल्य कार्य एवं अन्य अनिवार्य परिक्षण हेतु) एवं डिस्पोजेबल हेड कैप आदि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

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अस्पताल में एक ही एंट्रेंस एवं एग्जिट गेट रहेगा चालू
पत्र के अनुसार अस्पताल में आने वाले लोगों के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में एक प्रवेश द्वार( एंट्रेंस) एवं एक ही निकास द्वार( एग्जिट) चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अन्य द्वार के माध्यम से आगुन्तकों/मरीजों का प्रवेश बंद करने की सलाह दी गयी है. जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में आने वाले मरीजों/ आगुन्तकों का कोविड-19 की प्राथमिक जाँच फ्लू कार्नर में करने के निर्देश दिए गए है. साथ ही फ्लू कार्नर में अन्य जरुरी उपकरणों के साथ इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात बताई गयी है.

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कोरोना की प्राथमिक जाँच के बाद ही मरीजों को ओपीडी में मिलेगी एंट्री 
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों में सतर्कता बरती जाएगी. फ्लू कार्नर पर मरीजों/आगुन्तकों की कोरोना की प्राथमिक जाँच होगी. जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें नजदीक के क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया जाएगा एवं जिनमें कोई लक्षण नहीं मिलेगा, उन्हें ही उपचार के लिए ओपीडी में जाने की अनुमति मिलेगी. इस पूरी प्रक्रिया में सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ख्याल रखा जाएगा. ओपीडी के चिकित्सक के कमरे में भी एक बार में एक ही मरीज को जाने की अनुमति होगी ताकि संक्रमण के खतरे को टाला जा सके.

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ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर होंगे सैनिटाइज्ड
पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के द्वारा सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को अच्छी तरह सैनिटाइज्ड करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

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जरुरी स्वास्थ्य सुविधाएँ जारी रखने की अपील
पत्र के माध्यम से प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों से अनुरोध किया है कि वर्तमान परिस्थिति में मरीजों के हित के लिए सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी.आईपीडी, संस्थागत प्रसव की सेवाएं एवं अन्य आपातकालीन सेवाएं को अहर्निश रूप से बनाये रखा जाए ताकि इस विषम हालात में भी जनसमुदाय को स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो. साथ ही ओपीडी एवं संस्थागत प्रसव संबंधी अनिवार्य प्रविष्टि संजीवनी पोर्टल पर दैनिक रूप से करने की बात कही गयी है.

Chhapra: लॉक डाउन में गरीबों की मदद के लिए सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के प्रखंड प्रमुख सह भाजपा युवा नेता डॉ0 राहुल राज ने अपने सभी पार्टी सदस्यों एवं कार्यकर्ताओं की टीम गठित कर सामाजिक दूरियाँ और पूर्ण सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगभग सभी क्षेत्रों के गरीबों एवं असहाय मजदूरों की स्थिति का क्षण-प्रतिक्षण जायजा लेते हुए उन तक भोजन का पैकेट तथा अन्य सेवा स्वरूप राहत सामग्री पहुँचाने हेतु निरंतर प्रयत्नशील है. उनकी यह सकारात्मक विचारधारा लोगों में एक दूसरे के प्रति एक नई जागृति तथा चेतना का विकास करेगा.

उनका यह कहना है कि इस महामारी में जनसेवा के रूप में लोगो तक राहत सामग्री पहुँचाने में सबसे अधिक बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं का परिश्रम एवं प्रयास रहा है. इसका पूरा श्रेय उन्होंने बूथ स्तर के कार्यकर्ता को ही दिया है। यदि वे विकट स्थिति में उनके साथ उनकी मदद हेतु न होते तो यह कार्य शायद संभव नही हो पाता.

अपनी आंतरिक संवेदनाओं को व्यक्त करते हुए उन्होंने सभी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओ का आभार प्रकट किया तथा सहृदय उन्हें धन्यवाद भी दिया. सारण सांसद ी राजीव प्रताप रूडी इस कार्य मे अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. इसके लिए वे विशेषकर प्रतिदिन सुबह 11 बजे से अपनी कोर कमिटी की बैठक एकत्रित कर तथा ज़ूम एप्लीकेशन के माध्यम से नियंत्रण कक्ष से ही सम्पूर्ण गतिविधियों का पर अपनी पैनी नज़र बनाते हुए मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

कार्यकर्ता सदस्यों द्वारा सूचना प्राप्त होते ही जहाँ-जहाँ जितने पैकेट भोजन की आवश्यकता होती है वहाँ अविलंब भोजन वितरण हेतु भेजते रहते हैं. इस सेवापूर्ण कार्य में भाजपा के सभी कार्यकारिणी सदस्य अपने जी तोड़ मेहनत के साथ निष्ठापूर्ण भाव से लगे हुए हैं.

इसके साथ- साथ सभी मंडियों में कालाबाज़ारी पर भी विशेष ध्यान रखा गया है जिससे लोगों को खाद्य सामग्री खरीदने में कोई कठिनाई न हो. जिला स्तर पर भी इसकी मॉनिटरिंग सारण जिले के भाजपा जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा जी एवं जिला महामंत्री शांतनु के द्वारा निरंतर की जा रही है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सभी पिछले 12 दिनों से लॉक डाऊन का पालन करते हुए अपने घरों में है. प्रशासन द्वारा जारी निर्देशो के अनुरूप अपने अपने घरों की साफ सफाई में ध्यान दे रहे है. लेकिन घर के बाहर की स्थिति को लेकर उन्हें अब अपने स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

खासकर अब जब जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का जानकारी लोगों को मिली है, तब यह चिंता और बढ़ गयी है. कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मरीज जिले में मिलने के बाद जिले के छोटे छोटे प्रखंडों को सैनेटाइज करने का काम स्थानीय सरकारी कार्यालयों द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन छपरा नगर निगम सिर्फ फॉगिग से ही कोरोना वायरस भगाने के प्रयास में है.

रिविलगंज नगर पंचायत, मढ़ौरा नगर पंचायत और इसुआपुर, बनियापुर के पंचायतों में भी सैनेटाइज करने का काम शुरू हो चुका है. लेकिन छपरा नगर निगम इस बात पर चिर निद्रा में सोई है.

शहर के लोगों का कहना है कि नगर निगम बनने के बाद सफाई के नाम पर एक वर्ष में करोड़ों रुपये खर्च किये जाते है. लेकिन वर्तमान परिस्थिति में इस वैश्विक महामारी के रोकथाम को लेकर कोई योजना फिलहाल नही दिखती है.

नगर निगम द्वारा जिलाधिकारी के निर्देश पर फॉगिग कराई लेकिन वह सिर्फ दिखाने के लिए कुछ मिनटों में पूरे वार्ड में फॉगिग का कार्य समाप्त हो जा रहा है. घरों में फोगिंग नहीं हो रही है. गाड़ी आती है और तेजी से निकल जाती है.  लोगों का कहना है कि उसमें भी केमिकल की बजाय किरोसिन तेल की स्मैल ज्यादा आती है. एक बार के बाद फॉगिग का कार्य भी नही हुआ. खासकर गलियों की स्थिति और बद्दतर है जहां ना सफाई होती है ना ही फॉगिग.

शहर को सैनेटाइज करने के सवाल पर नगर निगम के कर्मियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा शहर की सफाई कराई जा रही है. सभी वार्डो में मच्छरों से बचाव को लेकर एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया गया है. साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव कराया गया है. हालांकि ये कार्य कहा हो रहे है यह नगर निगम के पदाधिकारी ही बता पाएंगे क्योंकि आम लोग तो अभी भी अपने शहर के सैनेटाइज करनी की मांग करते नजर आ रहे है.  

बहरहाल कोरोना महामारी ने सारण में दस्तक दी है. अभी स्थिति सामान्य है. जिला प्रशासन की मुस्तैदी निश्चित तौर ओर इस महामारी पर विराम चिन्ह लगाएगी. लेकिन नगर निगम की स्थिलता आम जनता को अपनी सुरक्षा के प्रति चिंता करने पर विवश कर रही है.

Chhapra: शैक्षणिक संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ0 राहुल राज ने लॉक-डाउन की इस विषम परिस्थिति में विद्यार्थियों को घर में पढ़ाई जारी रखने का संदेश दिया है. इस सन्देश के माध्यम से उन्होंने कहा कि यह समय हिम्मत हारने का नही, बल्कि धैर्य और सतर्कता के साथ अपने बुद्धिबल का प्रयोग करने का है.  इस बात से हम सभी भली-भांति अवगत हैं कि नए सत्र हेतु हमारे पास सम्पूर्ण शिक्षण सामग्री उपलब्ध नही है तथा ऐसी स्थिति में हम किसी निजी शैक्षणिक संस्थान में या किसी योग्य शिक्षक के पास पहुँचने में भी असमर्थ हैं.

उन्होंने कहा कि जिले के सभी बच्चों चाहे वे सरकारी, निजी या तकनीकी किसी भी विद्यालय में अध्ययनरत हों, वे इस समय अपनी शिक्षण प्रक्रिया के बीच लंबा अंतराल बिल्कुल न आने दें, क्योंकि ऐसा करने से बच्चों की बुद्धिलब्धि में कमी आने की आशंकाएँ बढ़ जाती हैं तथा इससे उनकी अध्ययन रुचि में भी कमी आने लगती है.

डॉ0 राहुल राज का कहना है कि बच्चे किसी भी माध्यम से अपनी पढ़ाई चाहे जिस भी क्षेत्र में कर रहें हो, निरंतर जारी रखें. आज का युग तकनीकी युग है. अधिकांशतः घरों में लैपटॉप, इंटरनेट, एंड्रॉयड मोबाइल फ़ोन उपलब्ध है. यही वो समय है जब हम इसका उचित सदुपयोग कर सकते हैं. उनका सभी विद्यायर्थियों से आग्रह है कि वे ऑनलाइन स्टडी के माध्यम से अध्ययनरत रहें. इसके जरिये वे किसी भी चयनित वेबसाइट, यूट्यूब इत्यादि या गूगल के माध्यम से अपनी कक्षानुसार, विषयवार, महत्वपूर्ण बिंदुओं को सर्च करके आसानी से घर बैठे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.

इस कार्य हेतु उनके माता-पिता उन्हें उत्साहवर्धित करने में एवं सुविधा प्रदान करने हेतु अपना पूर्ण योगदान दें. वे बच्चों पर इस असामयिक अवकाश अवधि में भी अनुशासन, शिक्षा एवं आत्मबल की गति निरंतर बनाये रखें. आप अपने घरेलू कार्यों के साथ-साथ समय-समय पर उनकी गतिविधियों पर पैनी नज़र बनाए रखें.

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सुरक्षा की दृष्टि से बच्चों को कदापि घर से बाहर निकलने की अनुमति न दें. अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर आप स्वयं सामाजिक दूरियाँ बनाते हुए तथा मास्क लगा कर ही बाहर निकलें. उन्हें समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहने एवं अपने आस-पास स्वच्छता बनाये रखने हेतु उत्साहित करें.

“कोरोना” नामक इस खतरनाक वायरस से लड़ने में आप सभी की अहम भूमिका है. किंतु इस संकट की घड़ी में बचाव के साथ-साथ बच्चों की अध्ययन प्रकिया भी अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आज शिक्षा का ही प्रभाव है जो हमें इस महामारी भरी जंग की जीत में कामयाबी की ओर अग्रसर कर रहा है. अंततः उन्होंने सभी अभिभावकों से नम्रता पूर्ण भाव से यह अपील किया कि आप सभी अपने बच्चों की शिक्षण प्रक्रिया ऑनलाइन के माध्यम से या किसी भी तरीके से जिसमे आप सक्षम हो, निरंतर जारी रखें. अंतराल बिल्कुल न आने दें. क्योंकि ये बच्चें ही हमारे देश के भविष्य हैं, जिसकी नींव हमे मजबूत करनी है.

Chhapra: सारण जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित पहला मरीज मिला है. जिसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है.  जिला प्रशासन ने त्वरित करवाई करते हुए इसुआपुर प्रखंड के संक्रमित गाँव के 3 किलोमीटर की परिधि में क्षेत्र को सील कर दिया है. साथ ही आने और जाने वालों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दी गयी है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी सूचना के अनुसार त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए दो पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो इस मामले पर पूरी नजर बनाए रखेंगे. यह भी बताया गया है कि पूरे क्षेत्र को सैनेटाइज किया जाए साथ ही साथ इसकी पूरी निगरानी की जाए.

क्वॉरेंटाइन वार्ड में व्यवस्था को किया गया दुरुस्त
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव के लिए सदर अस्पताल परिसर में जीएनएम स्कूल को क्वॉरेंटाइन वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमित पॉजिटिव मरीज के परिजनों तथा रिश्तेदारों को लाकर भर्ती किया गया है.

साथ ही आइसोलेशन वार्ड में तैनात कर्मचारियों को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

7 किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित
संक्रमित गांव की परिधि से लेकर सात किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित किया गया है. डीएम ने इसुआपुर के बीडीओ तथा अंचल पदाधिकारी को आदेश दिया है कि पंचायत को चारों तरफ से सील कर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दे और अगले आदेश तक उस गांव को क्वानटाइनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. सभी सरकारी तथा निजी प्रतिष्ठान एवं मार्गो को अगले आदेश तक बंद करने को कहा गया है.

गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश
डीएम ने गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया गया है. जिला मलेरिया पदाधिकारी को संक्रमण मुक्त करने के कार्यों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है क्वरेंटाइनमेंट जोन में रहने वाले सभी परिवारों की गहन निगरानी की जा रही है.

डोर टू डोर पहुंचेगा राशन
जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि इस गांव के सभी परिवारों को आवश्यक राशन सामग्री डोर टू डोर पैकेट तैयार कर आपूर्ति की जाए. इसके लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. बफर जोन में आने वाले सभी स्वास्थ्य संस्थान सरकारी एवं निजी सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थाओं को सूचीबद्ध करते हुए बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों की जांच कर सूचना नियमित रूप से प्राप्त करने का भी सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है.

Chhapra: रोटरी क्लब सारण के द्वारा मौना पंचायत भवन पर जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री तथा मास्क का वितरण किया गया.

इस अवसर पर रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने सभी से अपील किया कि अपने आस-पास के जरूरतमंदो का ख्याल रखें तथा उन्हें भोजन उपलब्ध करवायें. हमेशा मास्क पहन कर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, अपनी सावधानी हीं कोरोना से बचाव हैं. बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर बिल्कुल भी न निकलें. हमेशा सामाजिक दूरियाँ बना कर रखें.

उन्होंने बताया कि कोरोना एक तरह का संक्रामक वायरस हैं, जिसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के जरिए फैलता हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को हराने के लिए लाॅक डाउन आदेश का समर्थन करें. सजग रहें, सतर्क रहें।

खाद्य सामग्री में चुड़ा, मीठा, नमक, भुजा, पावरोटी, बिस्कुट, लाइफ़बॉय साबुन, माचिस, मास्क आदि का पैकेट सौ परिवारों के बीच वितरित किया गया.

इस अवसर पर अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, सचिव अजय कुमार गुप्ता, सतीश कुमार अग्रवाल, दिनेश कुमार गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर, आदि उपस्थित थे.

Chhapra: छपरा में लॉक डाउन का फायदा उठाकर कालाबाज़ारी कर रहे दुकानदारों क्व खिलाफ SDM अभिलाषा शर्मा ने अभियान चलाया. सदर SDM अभिलाषा शर्मा ने विभिन्न किराना दुकानों में छापा मारा, SDM ने साहेबगंज व अन्य स्थानों पर स्थित राशन दुकानों में उन्होंने छापा मारा. इस दौरान साहेबगंज चौक समीप स्थित दुकान व दहियावां में स्थित दो दुकानों के मालिकों को मूल्य से अधिक दाम में सामान बेचते हुए पकड़ लिया. इसके बाद SDM ने कारवाई करते हुए दुकानदारों के ऊपर FIR भी किया.

SDM ने बताया कि कई किराना दुकानदारों के विरुद्ध आटा के कालाबाजारी करने एवं अधिक दर लेने की शिकायत प्राप्त हुई थी.इसके बाद इन जगहों पर छापेमारी की गई है. यही नहीं साहेबगंज स्थित आटा मिल के मालिक पर भी मनमानी दाम में आटा बेचने पर FIR कराया गया.

दुकानदारों द्वारा दाल 140 रुपये प्रति किलो, व 25 किलो का आटा 825 रुपये में बेचा रहा था जो मूल दाम स्व काफी ज्यादा था. SDM ने बताया कि दुकानदारो की मनमानी बर्दास्त नही की जायेगी प्रतिदिन छापेमारी कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

प्रखंड स्तर पर भी टीम बनाकर जांच एवं कार्रवाई कराई जा रही है. जांच के समय अनुमंडल पदाधिकारी, सदर छपरा के साथ जिला आपूर्ति पदाधिकारी सारण, अंचल अधिकारी सदर छपरा एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी छपरा दल बल के साथ मौजूद थे.

Chhapra: छपरा में भाजपा कार्यकर्ता के घर पर दिनदहाड़े चोरों ने भीषण चोरी की घटना को अंजाम दिया. शहर के मौना मोहल्ला चौक के समीप स्थित गंगोत्री प्रसाद के घर से चोरों ने करीब 5 लाख रुपये से अधिक के सामानों की चोरी कर ली. घटना गुरुवार की दोपहर की है. बताया जा रहा है कि चोरों ने घर का सारा सामान, नगद जेवर तथा सभी कीमती सामान दिनदहाड़े चुरा लिए.

घटना को लेकर गंगोत्री प्रसाद के पुत्र गौरव ने बताया कि घर में मां के गहने, भाई के पुराने गहने के साथ नगद पैसे रखे हुए थे. वहीं बहन की शादी के लिए भी गहने खरीद कर रखे गए थे चोरों ने सब कुछ चुरा लिया एक भी कीमती सामान नहीं छोड़ा है. वही घर में रखे गल्ले से 30 से 35 हजार नगद रुपये भी चोरों ने चुरा लिया.

उन्होंने बताया कि घर के बाहर से बाउंड्री की गई है. बाउंड्री पार करके घर का ताला तोड़ इतनी बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है.

गृह स्वामी गंगोत्री प्रसाद ने बताया कि दिन में घर पर कोई नहीं था. दोपहर में वह भाजपा के होली मिलन समारोह में पहुंचे थे तभी चोरी की सूचना मिली. चोरी को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की. घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

• सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर मीडिया कार्यशाला का हुआ आयोजन, 2 मार्च से चलेगा अभियान
• जिले छह प्रखंडों में चलेगा सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान
• टीम का हुआ गठन, जिलास्तर पर होगी मॉनिटरिंग
• एएनएम स्कूल के छात्राओं ने निकाली जागरूकता रैली

Chhapra: सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान के चौथे व अंतिम चरण की सफलता को लेकर सदर अस्पताल में शनिवार को सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा की अध्यक्षता में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. झा ने कहा जिले के छह प्रखंडों में 2 मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान का चौथे चरण शुरूआत की जायेगी। इसके तहत नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों एवं गर्भवती माताओं को प्रतिरक्षित किया जायेगा। इसको लेकर विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गयी है। अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होने बताया आखिरी चरण के लिए 1586 बच्चे 144 गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। उन्होने कहा इस अभियान की सफलता में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान है। तीन राउंड में जिस तरह से मीडिया के माध्यम से लोगों में जागरूकता आयी है। उसी प्रकार चौथे एवं आखिरी राउंड में भी मीडिया के सहयोग की जरूरत होगी. उन्होंने मीडिया कर्मियों से सघन मिशन इन्द्रधनुष के आखिरी चरण में सहयोग की अपील की. इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. रंजितेष कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, शहरी क्षेत्र के आईएमआई नोडल डॉ. राजीव रंजन कुमार सिंह, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गणपत आर्यन, लेखापाल बंटी कुमार रजक, समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।

निकाली गई जागरूकता रैली
सदर अस्पताल के ओपीडी परिसर से एएनएम स्कूल के छात्रों ने सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर जागरूकता रैली निकाली गई। सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। छात्राओं ने रैली के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया।

225 साइट पर होगा टीकाकरण

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बताया सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 का दूसरा चरण जिले के 6 प्रखंडों में चलाया जाएगा। इसके लिए इन प्रखंडों में कुल 225 साइट का चयन किया गया है। जहां पर अभियान चलाकर महिलाओं व बच्चों प्रतिरक्षित किया जायेगा। अभियान की सफलता के लिए चिन्हित प्रखण्डों ने सूक्ष्म कार्ययोजना बना ली है।

टीम का हुआ गठन
अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गयी है। इसके लिए छह प्रखंडों में 97 एएनएम को कार्य पर लगाया गया है। इसकी मॉनिटिरिंग के लिए प्रखंडस्तर से लेकर जिलास्तर पर टीम बनायी गयी है।अभियान के दौरान टीम फिल्ड विजिट कर निरीक्षण भी करेगी

जिले के 6 प्रखंडों में चलेगा अभियान:
जिले के 6 ऐसे प्रखंडों को चिन्हित किया गया है जहां पर टीकाकरण का लक्ष्य 80 प्रतिशत से कम है। जिसमें परसा, लहलादपुर, पानापुर, मढौरा, मांझी, मशरख प्रखंड को शामिल किया गया है।

ईंट भट्ठे को किया गया चिन्हित
ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिलाओं व उनके बच्चों को भी प्रतिरक्षित किया जायेग। इसके लिए ईंट भट्ठा संचालको से भी इस अभियान में सहयोग करने की अपील की गई है।

टीकाकरण के बाद क्या करें
• टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण स्थल पर बैठे।
• अपने बच्चे की अगले टीकाकरण की जानकारी भी अवश्य लें।
• टीकाकरण के बाद बच्चे को दर्द बुखार या अन्य लक्षण है तो तुरंत अपने क्षेत्र के आशा व एएनएम से संपर्क करें।
• टीकाकरण कार्ड हमेशा संभालकर रखें। ये आपकी बच्चे के स्वास्थ्य संबधित जानकारी के लिए जरूरी है।

Chhapra: छ्परा निगम के अधिकारियों से समझौते के बाद निगम के 400 दैनिक वेतन सफाई कर्मियों ने 9 दिनों तक चली हड़ताल को रविवार की देर शाम को समाप्त कर दिया. लोकायुक्त के आदेश के विरुद्ध सफाईकर्मी  1 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. लोकायुक्त के आदेश को समाप्त करने के लिए सफाई कर्मी लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. इसके बाद नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह, डिप्टी मेयर नागेंद्र राय, उप नगर आयुक्त एवं स्थाई समिति की उपस्थिति में निगम और सफाई कर्मियों के बीच समझोता हुआ. जिसके बाद सफाई कर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर दी.

किसी भी कर्मी को नहीं हटाएगा निगम

निगम ने लिखित रूप से दिया कि छ्परा नगर निगम में कार्यरत 400 दैनिक सफाई कर्मी, खनुआ सफाई कर्मी, सफाई जमादार, ड्राइवर, पंप ऑपरेटर एवं कार्यालय लिपिक की सेवा पारिश्रमिक भुगतान यथावत बनी रहेगी. इनमें से किसी को भी नहीं हटाया जाएगा. इसके अलावा सभी कर्मियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्व की तरह जारी रहेगी. निगम में चल रहे प्रभारी व्यवस्था को समाप्त करने हेतु रिक्तियों के विरुद्ध प्रोन्नति स्थाई नियुक्ति की कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ की जाएगी.

बंद के दौरान सफाईकर्मियों पर किये मुकदमे वापस लेगा निगम

वहीं हड़ताल की अवधि में सभी तरह के दंडात्मक कार्रवाई वापस लेने पर भी समझौता हुआ. हड़ताल के दौरान सफाई कर्मियों पर कार्य में बाधा के दौरान हुए एफ आई आर को वापस लिया जाएगा. इसके इसके अलावा हड़ताल की अवधि में कर्मचारियों की वेतन कटौती भी नहीं की जाएगी. वहीं हड़ताल के दौरान छपरा नगर निगम के नेता एवं अन्य कर्मचारियों पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे तथा किसी कर्मी पर कार्रवाई नहीं की जाएगी. नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सियाराम सिंह ने बताया की सोमवार से शहर में सभी सफाईकर्मी काम पर लौट जाएंगे.