ख़ूबसूरत मुस्कराहट और शानदार अभिनय से हर किसी का दिल जीतने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आज हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन वह बॉलीवुड के उन अभिनेताओं में से एक थे ,जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और शानदार अभिनय की बदौलत कम समय में वह मकाम हासिल किया, जिसका सपना हर स्ट्रगलिंग एक्टर देखता हैं। बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाने वाले हैंडसम अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी,1986 को बिहार के पटना में कृष्णा कमार सिंह और ऊषा सिंह के घर हुआ था। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना के सेंट कैरेंस हाई स्कूल से लेने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली आ गए और दिल्ली के कुलाची हंसराज माॅडल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सुशांत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजिनयरिंग से मैकेनिकल इंजिनयरिंग की पढ़ाई की।

लेकिन इंजिनयरिंग में उनका मन नहीं लगा। सुशांत जब 16 साल के थे तभी उनकी माँ का निधन हो गया था। वह अपनी माँ के बहुत करीब थे। माँ के निधन के बाद सुशांत के पिता और उनकी तीन बहनों श्वेता, प्रियंका और मीतू ने मिलकर उन्हें संभाला और भरपूर प्यार दिया। सुशांत ने अपने करियर की शुरुआत बैकअप डांसर के रूप में की और कई फिल्मफेयर अवार्ड शोज़ में अपने डांस का जलवा बिखेरा। इसी दौरान सबसे पहले बालाजी टेलीफिल्मस की कास्टिंग टीम की नजर उनपर पड़ी। जिसके बाद सुशांत को टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘किस देश में है मेरा दिल’ में काम करने का मौका मिला और यहीं से सुशांत के अभिनय करियर की शुरुआत हुई। इसके बाद सुशांत को एकता कपूर के मशहूर धारावाहिक ‘पवित्र रिश्ता’ में अभिनय करने का मौका मिला। जीटीवी पर प्रसारित होने वाले इस धारावाहिक में सुशांत द्वारा निभाए गए मानव देशमुख के किरदार को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस धारावहिक में उनके साथ लीड रोल में अभिनेत्री अंकिता लोखंडे थी। इस धारावाहिक की शूटिंग के दौरान सुशांत और अंकिता का रील लाइफ लव रियल लाइफ लव में बदल गया और दोनों ने खुल्लम-खुल्ला अपने प्यार का इजहार भी किया लेकिन 6 साल के लम्बे रिलेशनशिप के बाद साल 2016 में दोनों का ब्रेकअप हो गया । हालांकि ब्रेकअप की असली वजह कभी भी सामने नहीं आ सकी। अंकिता से रिश्ता टूटने के बाद सुशांत का नाम अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती से जुड़ने लगा था।

अभिषेक कपूर निर्देशन में बनी फिल्म ‘काय पो छे’ में सुशांत को अमित साध, राजकुमार राव और अमृता पुरी के साथ अभिनय करने का मौका मिला। दोस्ती पर आधारित इस फिल्म में सुशांत के अभिनय को दर्शकों ने काफी पसंद किया गया। इसके साथ ही उन्हें इस फिल्म के लिए स्क्रीन अवार्ड का बेस्ट मेल डेब्यू अवार्ड मिला। इसके बाद सुशांत फिल्म शुद्ध देसी रोमांस, पीके और डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी में नजर आये।

साल 2016 में आई फिल्म ‘एमएस.धोनी द अनटोल्ड स्टोरी’ ने सुशांत को सफलता की ऊंचाइयों पर ला खड़ा किया। इसके बाद सुशांत कई फिल्मों में शानदार अभिनय करते नजर आये। उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में राब्ता,वेलकम टू न्यूयार्क, केदारनाथ, सोनचिरैया, छिछोरे, ड्राइव, दिल बेचारा आदि शामिल हैं। दिल बेचारा सुशांत की आखिरी फिल्म थी। लेकिन इस फिल्म की रिलीज से पहले ही सुशांत सिंह राजपूत इस दुनिया को अलविदा कह गए । सुशांत के दोस्त मुकेश छाबड़ा निर्देशित इस फिल्म में सुशांत के अपोजिट अभिनेत्री संजना सांघी मुख्य भूमिका में नजर आईं।

अभिनय के अलावा सुशांत ‘जरा नच के दिखा 2’ और ‘झलक दिखला जा 4’ जैसे डांसिग शोज के प्रतिभागी भी रहे । सुशांत खगोल शास्त्र तथा खगोलभौतिकी में भी रुचि रखते थे और उनके पास एक टेलिस्कोप भी था। सुशांत कई सामजिक कार्यों से भी जुड़े हुए थे।

सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून, 2020 को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में सुसाइड कर लिया । 15 जून को परिवार के मौजूदगी में मुंबई में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन की खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। उनके फैंस के लिए आज भी इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल है कि सुशांत इस दुनिया में नहीं हैं। सुशांत के परिवार के साथ- साथ उनके तमाम चाहने वाले आज भी उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं।

एसएसबी ने भारत-नेपाल सीमा पर चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया

SSB arrests two Chinese nationals on Indo-Nepal border

पटना/सीतामढ़ी, 13 जून ; बिहार के सीतामढ़ी जिले में भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के भिट्ठामोड़ से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने बीती रात चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है।

एसएसबी ने दोनों को सुरसंड थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह चीन से थाईलैंड होते हुए काठमांडू पहुंचे। वहां से बिहार सीमा तक का सफर साइकिल से तय किया। भारत आने के बाद कार हायर की नोएडा गए। नोएडा में दोनों अपने दोस्त कैरी के यहां 15 दिन तक रहे।

इन चाइनीज नागरिक का नाम लू लंग (28) और युंगहईलंग (34) है। इनके पास से नेपाल की करेंसी, तीन एटीएम कार्ड ,सिगरेट ,मोबाइल स्केल पेपर, पेंसिल ईयर फोन और नेपाल का पासपोर्ट जब्त किया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। भाषा की समस्या के कारण पूछताछ में कठिनाई हो रही है। दोनों को भारत-नेपाल सीमा के पिलर संख्या 11/6 के पास भारतीय सीमा क्षेत्र के 301 मीटर अंदर पकड़ा गया है।

पटना: पिछले कुछ महीनों से बिहार में अपराध बढ़ है, जिसे नियंत्रण में करने के लिए बिहार पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार चला रखा है। जिसके तहत अभियान चलाकर ताबड़तोड़ अपराधियों को गिरफ्तार किया जा रहा है लेकिन इस सफलता के लिए पुलिस के जवानों को अपराधियों का शिकार भी होना पड़ रहा है।

इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़े के अनुसार पिछले पांच महीने में पुलिस को 1297 बार अपराधियों के हमले का शिकार होना पड़ा। साल जनवरी से मई तक पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन प्रहार के दौरान 27059 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। हालांकि इस दौरान पुलिस पर हर महीने औसतन 259 हमले किए गए।

पुलिस मुख्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच महीने में पुलिस पर जनवरी में 374, फरवरी में 211,मार्च में 227, अप्रैल में 190 और मई में 295 बार हमला हुआ। वहीं इस दौरान जनवरी में 5196, फरवरी में 5146, मार्च में 5769,अप्रैल में 4369 और मई में 6576 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।

 

 

 

Courtesy: HS

Patna: पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रहे 9 वीं सीनियर राष्ट्रीय रग्बी प्रतियोगिता के महिला सीनियर वर्ग में बिहार की महिला टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते इतिहास रच दिया है। 9वीं सीनियर राष्ट्रीय रग्बी प्रतियोगिता के महिला सीनियर वर्ग में बिहार की महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता है।

मुकाबले में बिहार की महिला टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए फाइनल में पश्चिम बंगाल की महिला टीम को 15 के मुकाबले 5 अंक से हराया और स्वर्ण पर कब्जा जमाया। बिहार की तरफ से इस मुकाबले में श्वेता और धर्मशीला ने शानदार खेल दिखाया। श्वेता ने इस अहम मुकाबले में 10 अंक जबकि धर्मशीला ने 5 अंक बनाये।

बिहार खेल विकास प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्र शंकरण ने बताया कि बिहार के लिए यह गौरव की बात है। बिहार की महिला टीम ने पहली बार सीनियर वर्ग में रग्बी का यह खिताब जीता है। इससे पहले हैदराबाद में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सब जूनियर टीम ने फाइनल में जीत दर्ज की थी। दूसरी ओर हरियाणा के पुरुष वर्ग की टीम ने छठी बार इस खिताब को अपने नाम किया।

Chhapra: गंगा, सरयू और सोन नदी के संगम तीर्थ चिरांद में ज्येष्ठ पूर्णिमा को होने वाले गंगा महाआरती की तैयारी पूरी कर ली गयी है. 

चिरांद विकास परिषद व गंगा समग्र के तत्वावधान में गंगा महाआरती के साथ शुरू होने वाले गंगा गरिमा रक्षा संकल्प व चिरांद चेतना महोत्सव में इस वर्ष केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे मुख्य अतिथि होंगे.

गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र प्रसाद सिंह उपाख्या लल्लू बाबू की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह के विशिष्ट अतिथि सारण के जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम लाल शर्मा, राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा, पूर्व मंत्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह होंगे.

चिरांद विकास परिषद के सचिव व गंगासमग्र उत्तर बिहार के सह संयोजक श्रीराम तिवारी ने बताया कि इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा 14 जून 2022 मंगलवार को है. संध्या 5 बजे से यह समारोह शुरू हो जाएगा. सम्पूर्ण भारत इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. समारोह में सारण गाथा की प्रस्तुति होगी. जिसमे सारण के गौरवशाली अतीत की जीवंत प्रस्तुति होगी. प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुति के साथ ही स्वतंत्रता संग्राम में सारण के योगदान की प्रस्तुति भी होगी.

ज्ञात हो कि विश्व के दुर्लभ पुरातात्विक स्थलों में से एक चिराद में यह भव्य समारोह विगत पंद्रह वर्षो से अनवरत हो रहा है. इसमें सारण व बिहार के अन्य जिलों से श्रद्धालु शामिल होते हैं. गंगा घाट पर भारी भीड़ उमड़ती है.

कीव: यूक्रेन पर रूस के हमले के 100 से अधिक दिन बीतने के बाद भी युद्ध जारी है। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि कोई नहीं जानता कि उनके देश में युद्ध कितने समय तक चलेगा। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी सेना रूसी सैनिकों का पूर्वी यूक्रेन में मुकाबला कर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रही है।

जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्हें डोनबास क्षेत्र में रूसी सैनिकों को रोकने के लिए लड़ रहे यूक्रेन के अपने रक्षकों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि यह युद्ध का 108वां दिन है और युद्ध की शुरुआत में, यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने में विफल रहने के बाद रूस ने बड़े पैमाने पर रूसी भाषी डोनबास के हिस्सों के अलावा देश के दक्षिणी तट पर कब्जा करने पर ध्यान केंद्रित किया। जेलेंस्की ने कहा कि जब युद्ध का अंत दिखाई नहीं दे रहा है तो यूक्रेन को अपनी रक्षा करने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए।

जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की तुलना में रूस के तीन गुना अधिक सैनिक हताहत हुए हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध किस लिए है और रूस को इससे क्या मिला है।

कटक: कटक के बाराबती स्टेडियम में रविवार को खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को चार विकेट से हरा दिया है। इस जीत के साथ मेहमान टीम ने पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है।

मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 20 ओवर में छह विकेट पर 148 रन बनाए। भारत के लिए सबसे ज्यादा श्रेयस अय्यर ने 35 गेंदों में 40 रन की पारी खेली, जबकि आखिरी ओवरों में दिनेश कार्तिक ने तेजी से रन बनाते हुए 21 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए। इनके अलावा ईशान किशन 34 रन, अक्षर पटेल 10 रन और हर्षल पटेल नाबाद 12 रनों का योगदान दिया। कप्तान ऋषभ पंत और उपकप्तान हार्दिक पांड्या मैच में ज्यादा कुछ नहीं कर सके। पंत ने सात गेंदों में पांच रन और हार्दिक ने 12 गेंदों में नौ रन बनाए।

दक्षिण अफ्रीका की ओर से एनरिक नॉर्टजे ने दो विकेट लिए, जबकि कगिसो रबाडा, वेन पार्नेल, ड्वेन प्रिटोरियस और केशव महाराज को एक-एक विकेट मिला।

इसके बाद 149 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका ने हेनरिक क्लासेन के 81 रनों की बदौलत चार विकेट शेष रहते यह मुकाबला अपने नाम कर लिया। दक्षिण अफ्रीका ने 18.2 ओवर में छह विकेट पर 149 रन बनाकर लक्ष्य को हासिल किया। मैच के हिरो हेनरिक क्लासेन ने 46 गेंदों में सात चौके और पांच छक्कों की मदद से 81 रन की पारी खेली। क्लासेन के अलावा कप्तान तेम्बा बावुमा ने 35 और डेविड मिलर ने 20 रनों की पारी खेली।

मुकाबले में भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार ने चार ओवर में 13 रन देकर चार विकेट झटके, जबकि यजुवेन्द्र चहल और हर्षल पटेल ने एक-एक विकेट लिया।

पटना: शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि कक्षा नौवीं में प्रवेश के लिए एक जुलाई से 15 जुलाई तक प्रवेशोत्सव अभियान चलाया जाये. इसमें कक्षा आठ पास करने वाले सभी बच्चों का नामांकन हर हाल में होना चाहिए. उन्होंने स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले बच्चों पर निगरानी के लिए एक सिस्टम बनाने पर जोर दिया. ऐसे बच्चे जो तीन से पांच दिन स्कूल नहीं आये, तो शिक्षकों को उनके अभिभावकों से संपर्क करना चाहिए. बच्चों की स्कूल वापसी हर हाल में करानी होगी.

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने यह निर्देश रविवार को दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान के सभागार में राज्यभर के शिक्षा पदाधिकारियों को दिया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि उपस्थिति पर नजर रखने का यह सिस्टम राज्य के 80 हजार सरकारी स्कूलों में प्रभावी किया जायेगा. इस तरह की बैठकें पटना या दूसरे शहर में हर दो माह बाद आयोजित की जानी चाहिए. शिक्षा मंत्री ने पदाधिकारियों से दो टूक कहा कि टीम वर्क करके विभाग की छवि सुधारनी है. चाइल्ड फर्स्ट के साथ–साथ टीचर फर्स्ट की नीति अपनानी होगी.

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि सभी लंबित न्यायालय के मामले, लंबित सेवा संबंधी और सेवांत लाभ संबंधी मामलों को 15 जून तक जल्दी निबटाया जाये. शिक्षा विभाग के सचिव आसंगबा चुबा आओ, माध्यमिक शिक्षा मनोज कुमार और मध्याह्न भोजन निदेशक और विशेष सचिव सतीश चंद्र झा ने भी पदाधिकारियों को संबोधित किया. प्राथमिक निदेशक रवि प्रकाश ने प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति सहित अन्य मामलों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.

हरिद्वार: विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दूसरे दिन रविवार को चार प्रस्ताव पारित किए गए। इस दौरान कुटुंब प्रबोधन, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण, लव जिहाद, कश्मीर टारगेट किलिंग और काशी में ज्ञानवापी और मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि सहित कई विषयों पर चर्चा हुई।

सत्र की अध्यक्षता करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद की यह बैठक संत समाज के विचारों का मंथन है, जिससे अमृतरूपी विचार निकलेंगे और सम्पूर्ण विश्व में सार्थक संदेश जाएगा। देश भर में जुम्मे की नमाज के बाद होने वाले दंगों पर आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि यह विधर्मियों की सोची समझी साजिश है। इसको रोकने के लिए केन्द्र सरकार सख्त और प्रभावी कानून बनाए।

कृष्णानंद महाराज ने पंजाब के वर्तमान हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब 1984 के आतंकवाद के भीषण दौर को दोहराने के कगार पर है। आज सिख गुरुओं की शिक्षा पर चलने की आवश्यकता है। मध्यप्रदेश के संग्राम महाराज ने कहा हिन्दू धर्म ग्रंथों का विस्तार हिमालय से भी ऊंचा है। केंद्रीय मार्गदर्शक मण्डल की दो दिवसीय बैठकें के दोनों सत्रों में उपस्थित रहे देश के शीर्ष संतों और धर्माचार्यों ने समान नागरिकता कानून को उत्तराखंड राज्य में लागू करने की प्रतिबद्धता पर उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए हिन्दू साम्राज्य दिनोत्सव की सभी को शुभकामनाओं के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र को आत्मसात करने का संदेश दिया। देश की वर्तमान परिस्थितियों पर गहन चिन्तन मंथन करने के पश्चात सर्वसम्मति से 4 विषयों को महत्वपूर्ण मानते हुए निम्नलिखित प्रस्ताव को पारित किया गया। ये हैं-

1. कुटुम्ब प्रबोधन के माध्यम से समाज में पारिवारिक आत्मीयता और देश के प्रति जिम्मेदारी का भाव जागृत करने के उद्देश्य से कार्य करने की आवश्यकता है।

2. देश में निर्बाध चल रहे अवैध धर्मान्तरण पर तत्काल रोक लगाने के लिए कठोर कानून बनना चाहिए।

3. देश में समान नागरिक कानून को व्यापक विचार-विमर्श के पश्चात सर्वसम्मति के आधार पर कानून लागू करना चाहिए।

4. देश के सभी मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर किया जाए।

बैठक में निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, युग पुरुष स्वामी परमानंद महाराज, श्रीमहंत रवीन्द्रपुरी महाराज, म.म.स्वामी प्रेमानंद, महामंडलेश्वर स्वामी जनार्दन हरी महाराज-महाराष्ट्र, स्वामी ललितानंद, महंत रामकृष्ण दास, म.म.स्वामी जितेंद्रदास-कानपुर, स्वामी निजानंद- गुजरात, स्वामी रामदास-हिमाचल, स्वामी आत्मानंद पुरी-गुजरात, स्वामी चिदंबरानंद, आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती, स्वामी श्यामानंद-चंडीगढ़, महंत ज्ञानानंद महाराज, साध्वी प्राची, म.म.रूपेन्द्रप्रकाश महाराज, स्वामी परमानंद सरस्वती-ओडिशा सहित देश भर से 178 शीर्ष संतों और 34 साध्वी धर्माचार्यों ने प्रतिभाग किया।

बैठक का संचालन विहिप के केन्द्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने किया। इसमें पधारे संतजनों का स्वागत विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक दिनेश चन्द्र, केन्द्रीय उपाध्यक्ष एवं राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय, केन्द्रीय संगठन महामंत्री विनायकराव देशपांडे, केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे, केन्द्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंघल, केन्द्रीय मंत्री धर्मनारायण, राजेंद्र सिंह पंकज, राज बिहारी, केंद्रीय मंत्री एवं प्रांत अध्यक्ष उत्तराखंड रविदेव आनंद ने किया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रांत संगठन मंत्री उत्तराखंड अजय कुमार, क्षेत्र सेवा प्रमुख भारत गगन अग्रवाल, प्रांत संयोजक बजरंग दल अनुज वालिया, विभाग अध्यक्ष बलराम कपूर, जिला अध्यक्ष नितिन गौतम, जिला मंत्री भूपेंद्र सैनी, जिला उपाध्यक्ष प्रभाकर कश्यप, मयंक चौहान, अमित मुल्तानिया आदि उपस्थित रहे।

मशरक : मशरक प्रखण्ड क्षेत्र के दुरगौली नहर के पास रविवार को खाना बनाने के दौरान निकली चूल्हे की चिंगारी से लगी आग में फूसनुमा करकटनुमा मकान और किराने की दुकान में आग लग गई. आग ने किराने दुकान का सामान समेत सभी गृहपयोगी सामान, गहना, टीवी, सिलाई मशीन, आलमीरा, कपड़ा, पलंग बिछावन, नगदी, अनाज सभी सामान जल कर राख हो गया.

अग्निकांड पीड़ित दुरगौली गाँव के 70 वर्षीय पारस पाण्डेय है. मौके पर अग्निकांड पीड़ित ने बताया कि घर में खाना बनाया जा रहा था कि उसी दौरान चुल्हे से निकली चिंगारी ने रद्दी कपड़े में पकड़ लिया. जिससे फूस की टाटी में आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया जब तक आस पास के ग्रामीण पहुंच आग पर काबू पाते तब तक आग ने सब कुछ जलाकर राख कर दिया.

मौके पर पीड़ित ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास में लगे सभी फलदार वृक्ष जल गए वही मकान जलकर राख हो गया है. पीड़ित ने कहा कि आग पर काबू गांव वालों की एकजुटता से पायी गयी.

बोधगया: यूं तो तथागत की ज्ञानभूमि बोधगया के कई युवकों की ससुराल विभिन्न देशों में है और कई देशों की बहुओं की यहां परवरिश हो रही है. इनमें जापान पहले नंबर पर है. लेकिन, पिछले कुछ वर्षों से पश्चिमी देशों में फ्रांस की युवतियों का दिल बोधगया के युवकों पर आ रहा है और बोधगया भ्रमण के दौरान दोनों में दोस्ती व बाद में दांपत्य जीवन में बंधने का सिलसिला शुरू हो चुका है.

पिछले महीने फ्रांस की एक युवती के साथ बोधगया के भागलपुर में रहने वाले एक युवक नागमणि ने भी कोर्ट मैरेज किया था. अब 10 जून की रात को बोधगया के एक होटल में फ्रांस की युवती के साथ बोधगया के कटोरवा गांव के रहने वाले रोहित कुमार ने हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी की. सात जन्मों तक एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खायीं और अग्नि को साक्षी मान कर सात फेरे भी लिये.

जयमाला का कार्यक्रम हुआ और शादी समारोह में काफी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए. हालांकि, रोहित कुमार ने चार साल पहले ही युवती के साथ कोर्ट मैरेज कर लिया था और चार वर्षों में फ्रांसीसी युवती कई मर्तबा बोधगया भी आ चुकी हैं. शादी से रोहित कुमार के घरवाले भी खुश हैं और शादी समारोह में उत्साह पूर्वक हिस्सा लिये.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के लचर कुव्यवस्था को लेकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय छात्र संघर्ष मोर्चा के शीर्षनेताओं की अहम बैठक सर्किट हाउस छपरा में संपन्न हुई। छात्र संघर्ष मोर्चा में एआईएसएफ, छात्र राजद, एसएफआई, छात्र जनशक्ति, छात्र जनाधिकार परिषद के नेताओं ने अतिथि गृह में उपस्थित हुए। अध्यक्षता छात्र राजद के प्रिंस कुमार सिंह ने की। उन्होंने कहा कि ज़ेपी विवि के सूरते हाल बदलने को लेकर छात्रों को एकजुट होना पड़ेगा। वरिष्ठ छात्र नेता शेख नौशाद ने कहा कि विद्यालय में 3 वर्ष से अधिक दिनों से कार्यरत पदाधिकारियों को दूसरे जगह स्थानांतरित किया जाए।एआईएसफ जिला सचिव अमित नयन ने कहा कि छात्र संघर्ष मोर्चा के सभी साथियों ने जेपी विश्वविद्यालय के सूरते हाल को बदलने के लिए सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन जारी की रणनीति बनाई है जिसका बिगुल 22 जून से फुंका जाएगा एसएफआई जिला मंत्री सद्दाब मजहरी ने कहा की छात्रों के जीवन के साथ कुलपति महोदय ने खिलवाड़ किया है।जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि 22 जून 2022 मंगलवार को जयप्रकाश विश्वविद्यालय कैंपस में इन सभी समस्याओं के मद्देनजर उग्र आंदोलन होगा।

आज के बैठक में मुख्य रूप से वरिष्ठ छात्र नेता शेख नौशाद, छात्र राजद के प्रमंडलीय प्रमुख प्रिंस कुमार सिंह, छात्र जनशक्ति परिषद अध्यक्ष रचित भारती, एआईएसएफ जिला सचिव अमित नयन, जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार यादव, राहुल यादव,जन अधिकार छात्र परिषद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता,रंजीत सिंह, आदि नेता मौजूद थे।