(संतोष कुमार ‘बंटी’) दोपहर का समय था. उपर आसमान से चिलचिलाती धूप और नीचे पानी. पसीने से लथपथ सभी के चेहरे बस एक टक अपने आशियाने को निहार रहे थे. दूर तक फैली सफेद चादरों के बीच उम्मीद की लौ के बीच इनका आशियाना आत्मबल को बढ़ा रहा था, मानों कह रहा हो, मैं अभी तुम्हारे लिये जीवित हूँ. कभी साफ और कभी गंदगी का अंबार लिये नदी की लहरें आँखमिचौली करते हुए पास आती और चली जाती. बच्चों को तो एक खेलने का खिलौना मिल गया हो जब जी चाहा पानी में हंसी ठिठोली कर खेलने लगे.

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अपने मवेशियों के साथ पुल पर शरण लिए बाढ़ पीड़ित

अर्जुन राय का पूरा परिवार सड़क पर लगें पानी के बीच चौकी पर दिन गुजारने की जुगत में है. लेकिन इसी बीच पानी में खेल रहे मोहन ने अचानक पास आकर कहा “माई खाए के दे भूख लागल बा” अपने बेटे की भूख देखकर माँ ने तुरंत रोटिया दे दी. बिना सब्जी और आचार के मोहन ने रोटी खाकर अपनी पेट की आग को ठंडा किया और फ़िर अपने दोस्तों में मग्न हो गया. दोपहर का समय था तो धीरे धीरे फिर सभी लोगों ने रोटिया खाई. 

शहर से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित निचला ईलाका कहने के लिए तो शहर का भाग हो सकता है लेकिन सरकारी दस्तावेजों में यह रिविलगंज प्रखंड क्षेत्र में होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र की श्रेणी में है. पंचायत दिलीया रहीमपुर के सैकड़ो परिवार बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे है. घर पानी में जलमग्न हो गया है. जितना हो सका लोगों ने अपने घरों से सामानों को बाहर किया और उसी के सहारें जीवन का निर्वाह हो रहा है. कुछ लोगों के घर पूरी तरह से पानी से तबाह हो चुकें है जिसके कारण वह बेघर हो चुके हैं. वही कुछ के मकान इन पीड़ितों की तरह आपना हौसला बुलंद कर पानी में भी डटे हुए है.DSCN0043 (1) 

अर्जुन राय का परिवार भी इन्हीं पीड़ितों में से एक है. घर पानी में और जरुरत के सामानों के साथ परिवार सड़क पर. पुरे दिन खुलें आसमान में दिन तो गुजर रहा है लेकिन रात की विभीषिका आंखों की नींद चुरा लेती है. जिंदगी के आख़िरी कदम पर अर्जुन की माँ घर के नजदीक सड़क के पानी में अपने चौकी पर पोते पोतियों के साथ रहने को विवश है. किसी जुगत से परिवार के पुरे दिन में एक बार ही भोजन बन रहा है. लेकिन आर्थिक तंगी से वह भी अब आस की मोहताज बनने वाली है. पुरे दिन जिन्दगीं के लिए एक दुसरें की जद्दोजहद देखकर दिन तो कट जा रहा है. लेकिन जिन्दगीं की असल जंग तो रात के साथ शुरू होती है. बच्चें अपनी थकान के साथ नींद की आगोश में चले जाते है लेकिन पानी की तेज डरावनी आवाज से बड़ों की नींद उड़ जाती है. ऊपर से सांप और बिच्छू का डर उनकी पलकों को झपकने तक नही देता है. विगत चार दिनों से बाढ़ की इस विभीषिका का दंश झेल रहे हजारों लोगों के जुबान पर बस यही शब्द है….

“दुनिया में आये है तो जीना ही पड़ेगा
जीवन है अगर जहर तो पीना ही पड़ेगा”

छपरा (संतोष कुमार बंटी): छपरा शहर के कई क्षेत्र नदी के पानी से जलमग्न हो चुके है. गंगा,सोन और सरयु नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण शहर के निचले इलाको के बाद बाढ़ के पानी ने शहर का रुख किया है. शहर की हृदयस्थली नगरपालिका चौक, थाना चौक पर बाढ़ का पानी पहुँचना शहरवासियों के लिए शुभ संकेत नहीं है. उपर से सरकारी चेतावनी लोंगो को और सोचने पर मजबूर कर रही है. flood

प्रशासन इस आपदा से निपटने के लिए पिछले कई महीनो से योजना का निर्माण कर रही है लेकिन पानी बढ़ने के साथ ही उनकी योजनाओ और कार्यो की पोल खुल गयी है. जिसके कारण अब शहर भी लोंगो के लिए सुरक्षित नही दिख रहा है.

शहर में यहाँ तक पंहुचा बाढ़ का पानी

शहर के सबसे रिहायशी इलाके साहेबगंज में पानी पहुँच चुका है. सोनारपट्टी, करीम चक,राहत रोड, कटहरी बाग़, बुटनबाड़ी, दहियांवा, धर्मनाथ मंदिर, गुदरी, सरकारी बाजार, तिनकोंनिया यहाँ तक कि नगरपलिका चौक, थाना चौक और मौना चौक तक पानी पहुँच चुका है. नदियों में जिस तरह से वृद्धि हो रही है उसी तरह पानी दक्षिण दिशा से उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है.

 

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नगरपालिका चौक पर लगा बाढ़ का पानी

किन कारणों से शहर में रुका बाढ़ का पानी

नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से निचले इलाको का प्रभावित होना स्वाभाविक है. लेकिन शहर के रिहायशी इलाकों में पानी का लगना प्रशासनिक और सरकारी विफलता का कारण है. 

कई दशक बाद नदी के जलस्तर में इतनी बढ़ोतरी हुई है. लेकिन कई वर्षो पूर्व ऐसी स्थिति को देख चुके लोंगो का कहना है कि चंवर पूरी तरह से खाली है ऐसे में शहर में बाढ़ का पानी आना चिंता का विषय है.

 

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अपनी किश्मत पर रोता खनुआ नाला, कचड़े से जाम

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पंकज कुमार अग्रवाल का कहना है कि एक समय था जब नदी से लेकर मौना चौक होते हुए नाले में नाव चला करती थी. बाढ़ का पानी इन्ही रास्तो से होकर चंवर में चला जाता था जिससे खेती होती थी. नाला को ख़त्म कर सुरक्षा के मद्देनजर पाइप लगाया गया. समय बदला और उस पाइप को हटा कर पुनः नाला बना दिया गया. लेकिन नगर परिषद् ने खनुआ नाला पर दुकान बना दिया. खनुआ नाला की आज तक कभी सफाई नही की गई जिससे आज शहर में बाढ का पानी आ गया है.

गोपाल प्रसाद का कहना है कि 70-90 के दशक में नदी का जलस्तर बढ़ता था. उस समय खनुआ नाला से पानी दो रास्ते से होकर जाता था. उन्होंने बताया कि सरकारी बाजार के समीप यह नाला दो भागो में बंट जाता था. एक सीधे मौना चौक के रास्ते होकर रामनगर के चंवर में जाता था और दूसरा तिनकोनिया, सिविल कोर्ट, नगरपालिका चौक, श्रीनंदन लाईब्रेरी के रास्ते जगदम कालेज के नजदीक रेलवे नाला में जाता था.

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प्राथमिक विद्यालय, ब्रहमपुर के प्रांगन में भरा बाढ़ का पानी
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सड़क पर खटिया लगा कर बैठे बच्चे, तस्वीर ब्रहमपुर की है.

नदी का पानी इन रास्तो से होकर ही सिविल कोर्ट पोखरा और शिल्पी पोखरा में जाता था. लेकिन यह रास्ता प्रशासनिक उदासीनता के कारण अब अतिक्रमण कर लिया गया है. नाला पर कई लोगों ने दुकान तो कितनों ने घर बना लिया है.वही शिल्पी पोखरा का अस्तित्व अतिक्रमण से अब समाप्त होने के कागार पर है.  

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ऐसे में अगर नदी के जलस्तर में जब भी वृद्धि होगी तो अब शहर की सड़कों पर बाढ़ आना स्वाभाविक है. इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन को पहले जल निकासी के लिए खनुआ नाला की सफाई करनी होगीं साथ ही साथ शहर और उनसे सटे क्षेत्रो में बने पोखर को अतिक्रमण मुक्त कर सफाई करानी होगी.

छपरा: रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहनों के पवित्र रिश्ते का अटूट त्योहार है. इस दिन का जहा बहन पुरे वर्ष भर इंतजार करती है. वही भाई भी इस त्योहार का इंतजार करते है. सावन मास की  पूर्णिमा तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व  बहुत ही खास होता है.

रक्षा बंधन को लेकर शहर में मिठाई बाजार पूरी तरह सज चूका है. छपरा टुडे डॉट कॉम की टीम ने बुधवार को शहर के कई प्रतिष्ठित मिठाई दुकानों का जायजा लिया. साथ ही रक्षा बंधन के अवसर पर बनाये गये  मिठाइयों की जानकारी ली.

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मिठाई दुकान पर खरीदारी करते लोग.

शहर के नगरपालिका चौक स्थित कुमार आइस पार्लर के प्रोपराइटर कुंवर जायसवाल  ने बताया कि रक्षा बंधन के अवसर पर ग्राहकों के लिए विशेष रूप से कई तरह की मिठाइयां बनवाई गयी है.  ग्राहकों के सेहत के साथ साथ उनके बजट का भी ध्यान रखा गया है. जिससे की वह इस पर्व का भरपूर आनंद उठा सकें.

तरह तरह की मिठाइयों की हो रही है बिक्री.
तरह तरह की मिठाइयों की हो रही है बिक्री.

  रक्षाबन्धन के अवसर पर काजू और मावे से बनी मिठाईयों की ज्यादा मांग है. उन्होंने बताया कि त्योंहार को लेकर विशेष रूप से काजू केशर बर्फी बनाई गयी है. जिसका मूल्य 750 रूपये किलो निर्धारित किया गया है.

यहाँ देखे मिठाइयों के रेट

ड्राई फ्रूट लड्डू -850 रूपये किलो

काजू गजक – 800 रूपये किलो

काजू बादाम बर्फी – 800 रूपये किलो

काजू बर्फी -700 रूपये किलो

खोया अनुराग – 320  रूपये किलो

छेना बेल्ग्रामी गजक-320 रूपये किलो

क्रीम चौप – 260 रूपये किलो

कला जामुन -240 रूपये किलो

क्रीम जलजला -260 रूपये किलो

सुखा स्पंज – 240 रुपये किलो

छेना बालुशाही -240 रुपये  किलो

सावन के महीने में सारण जिले के लह्लादपुर प्रखंड स्थित ढो़ढ़नाथ मंदिर में शिवभक्त भारी संख्या में पहुंचते है. ढो़ढ़नाथ मंदिर में स्थापित प्राचीन शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए लोग दूर-दूर से यहाँ आते है.

सावन के सोमवारी के अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा और जलाभिषेक होता है. एक अनुमान के अनुसार सोमवार के दिन लाखों लोग जलाभिषेक करने मंदिर पहुंचते है. सावन में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर मंदिर के साथ साथ समस्त परिसर को सजाया सवारा गया है. रात्री बिश्राम करने वाले शिव भक्तों के लिए मंदिर के बरामदे में विश्रामालय बनाया गया है. वही मंदिर के बाहरी हिस्‍से पर पंडाल की व्यवस्था है.

ढो़ढ़नाथ मंदिर में कावरियों द्वारा रिविलगंज से सरयू नदी का पवित्र जल लाकर जलाभिषेक किया जाता है.

कैसे पहुंचे ढो़ढ़नाथ मंदिर

इस मंदिर में पहुँचने के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन एकमा है. एकमा स्टेशन से उतर श्रद्धालू परसा केसरी होते हुए बनपुरा या दयालपुर के रास्‍ते मंदिर तक पहुँच सकते है.

पानापुर: थाना क्षेत्र के सतजोड़ा गांव में शुक्रवार की रात अज्ञात चोरो ने दो घरों में चोरी की घटना को अंजाम दिया. चोरों ने आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो घरो में घुसकर लाखों रूपये मूल्य के गहने, कपड़े एवं अन्य सामान चुरा लिए.

चोरी की पहली घटना सतजोड़ा ब्राह्मण टोली के हरेन्द्र तिवारी के घर हुई. जहाँ चोर घर की चहारदीवारी फांदकर अंदर घुस गए. चोरों ने घर में रखे 20 हजार रूपये नकद सहित लाखो रूपये मूल्य के गहने, कपड़े, बर्तन आदि सामान चुरा लिए. घटना के समय गर्मी के कारण परिवार के सभी सदस्य छत पर सो रहे थे. चोरो ने घर के पीछे मक्के के खेत में बक्से को तोड़कर कीमती सामान निकाल खाली बक्सों को फेक दिया.

वही चोरी की एक दूसरी घटना गाई टोला के सत्येंद्र सिंह के घर हुई. यहाँ भी चोरों ने सामान की चोरी कर ली. पीड़ित परिजनों के अनुसार आधी रात के बाद बिजली गुल होने पर परिवार के सदस्य छत पर सोने चले गए थे. चोर घर के पीछे लगे दरवाजे को तोड़कर अंदर घुस गए एव कीमती सामानों से भरे बक्से एवं अटैची लेकर फरार हो गए. चोरो ने गांव के पश्चिम चंवर में बक्से एवं अटैची तोड़कर फेक दिया.

सूचना पाकर थानाध्यक्ष मनोज कुमार साह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे एवं मामले की छानबीन शुरू की.

छपरा: सारण जिला की पत्रकारिता जगत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ.पहली बार सर्वसम्मति से सारण जिला पत्रकार संघ का गठन किया गया. कोर कमिटी के सदस्यों द्वारा प्रस्तावित 51 सदस्यीय कार्यसमिति को आपसी सहमति से चयनित किया गया. हालांकि चयन प्रक्रिया के दौरान कुछ महत्वपूर्ण पदों को लेकर एक-दो सदस्यों के बीच दावेदारी की रस्साकसी देखी गई मगर पत्रकारों ने अपनी बुद्धिमता और अनुशासन का परिचय देते हुए एक सफल चुनाव संपन्न कराया.

विदित हो कि पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के बाद से ही सारण के प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा वेब मीडिया के पत्रकारों ने एकजुट होकर एक ज्वलंत आंदोलन को मूर्त रूप दिया था. आंदोलन के दौरान पत्रकारों की एकजुटता ही रही कि सबने मिलकर स्व.राजदेव रंजन के परिवार को सवा लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की.fb

आंदोलन के दौरान एक कोर कमिटी का गठन किया गया था जिसके प्रयास से ही आज ‘सारण जिला पत्रकार संघ’ का एक बार फिर से गठित किया जा सका है. SDJA2

स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्रांगण में आज हुई आम सभा के दौरान कोर कमिटी के संयोजक राकेश कुमार सिंह ने संगठन के अबतक के कार्यकलापों से सभा को अवगत कराया तथा डॉ विद्याभूषण श्रीवास्तव ने विषय प्रवेश तथा संगठन के प्रारूप को प्रस्तुत किया. आज की बैठक का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ एच के वर्मा ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन नदीम अहमद ने किया.

कार्यसमिति की पूरी लिस्ट

संरक्षक मंडल-

डॉ एच के वर्मा
डॉ विद्याभूषण श्रीवास्तव
सुशील कुमार सिंह
शैलेन्द्र शर्मा
ठाकुर संग्राम सिंह
विनोद तिवारी कर्ण
सत्येंद्र कुमार तिवारी
अरविन्द प्रताप सिंह
राकेश कुमार सिंह

अध्यक्ष:-

राकेश कुमार सिंह (द टेलीग्राफ)

उपाध्यक्ष:

शिवानुग्रह नारायण सिंह
राजेश कुमार पाण्डेय
अरुण कुमार सिंह
श्री राम तिवारी
वीरेंद्र यादव
गुड्डू राय
अखिल रंजन

महासचिव:

पंकज कुमार

संयुक्त सचिव:

शशिभूषण पाण्डेय
कमलाकर उपाध्याय
मनोज कुमार सिंह
दुर्गेश प्रकाश बिहारी
अनुज प्रतीक
राणा सिंह पिंटू
मनोरंजन पाठक
धर्मेन्द्र रस्तोगी
किशोर कुमार
सुरभित दत्त सिन्हा
संतोष कुमार गुप्ता

कोषाध्यक्ष:

देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

कार्यालय सचिव:

कबीर अहमद

प्रवक्ता:

नदीम अहमद

संगठन मंत्री:

जाकिर अली

अंकेक्षक:

राजीव रंजन 

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कार्यसमिति सदस्य:-

जितेंद्र कुमार पाण्डेय, राजू जायसवाल, तीर्थ राज शर्मा, नीरज प्रताप, राजू सिंह, सुहैल अहमद, राणा प्रताप सिंह, अरविन्द अनुज, दीपक कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, संजय दिघवारवी, संजय कुमार ओझा, प्रभात किरण हिमांशु, मुकेश कुमार यादव, मुकुंद सिंह, अभय सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, सुनील कुमार पंडित, राजीव कुमार, राजेश उपाध्याय, मुकेश सिन्हा, ओमप्रकाश सिंह, धनंजय कुमार, प्रमोद सिंह टुन्ना, अरविन्द तिवारी.

छपरा: बेहतर प्रबंधन तथा कुशल परिवहन योजना की तकनीक सीखने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी विदेश जायेंगे. केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित इस दौरे हेतु बिहार से दो अधिकारीयों का चयन किया है, इस बाबत राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने लिखित पत्र के माध्यम से डीटीओ को यह जानकारी दी है.

डीटीओ श्याम किशोर सिन्हा इस ट्रेनिंग हेतु दक्षिण-पूर्व एशिया के विभिन्न देशों के दौरे पर जाएंगे, भारत से कुल 45 अधिकारियों का चयन इस प्रस्तावित दौरे के लिए किया गया है.

छपरा(सारण) में परिवहन योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में इस ट्रेनिंग से काफी मदद मिलेगी. विदेश के बेहतर प्रबंधन तकनीक को सीखने के बाद जिले में उसके प्रयोग के माध्यम से परिवहन तंत्र को सुचारू बनाया जाएगा.

छपरा: छपरा से पटना जाने वाला एक मात्र जुगाड़ू पुल पर पानी चढ़ गया है. बरसात के कारण नदी के जलस्तर में हुई बढोतरी के कारण यह पुल धीरेधीरे डुब रहा है. पुल पर पानी चढने से पूरी तरह यातायात बंद हो चुका है. अब दियरा क्षेत्र अकिलपूर में आने-जाने का एकमात्र साधन नाव ही बचा है.
जुगाड़ु पुल पर पानी चढने से छपरा से पटना जाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ गई है. अब इस पुल से पानी हटने के बाद जब-तक उसे पूरी तरह से मरम्मत नहीं किया जाता तब-तक इस पुल पर आवागमन बहाल नहीं हो सकता. लेकिन मौसम विभाग के बरिश के अनुमान को  देखकर लगता है कि अब 2017 में ही इस पुल पर आवागमन बहाल होगा.
बताते चलें कि छपरा से पटना जाने के लिए दिघवारा नदी किनारे बास बल्ले की सहायता से छोटी नदी पर जुगाड़ पुल स्थानीय लोगों द्वारा बनाया गया. इस पुल के बनने से पटना की दूरी महज़ 55 किमी हो जाती हैं, अकिलपुर गांव होते हुए दानापुर लोग आसानी और सहजता से 30 से 45 मिनट में पहुंच जाते हैं लेकिन इस पुल को पार करने के लिए मोटरसाईकिल को 10 तथा  चारपहिया वाहन को 50 रुपये का शुल्क अदा करना पड़ता है. अब इस पूल के उपर पानी चढ जाने से  हाजीपुर के रास्ते गाँधी सेतु पार कर पटना जाना होगा. जो राहगीरों के लिए बड़ी चुनौती है.

छपरा: सोनपुर दीघा रेल-सह-सड़क पुल निर्माण में अधिगृहित भूमि-सह-मकान के भुगतान न होने की शिकायत गुरुवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी दीपक आनंद से की. भरपुरा ग्रामवासी सतेन्द्र कुमार सिंह, कामेश्वर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, बहादुर सिंह एवं अन्य का कहना था कि भरपुरा ग्राम के चादर नं0 1 तथा चादर नं0 2 में भूमि-सह-मकान को खाली कराने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में भूमि स्वामियों की एक बैठक हुई थी जिसमें जिलाधिकारी की मौखिक आश्वासन मिलने पर हमलोगो ने भू-स्थल खाली कर दिया था लेकिन आजतक भुगतान कराने की कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि भुगतान की कार्रवाई हेतु विभाग को अवगत कराये. जिलाधिकारी ने आवेदको को कहा कि आपके मांगो से विभाग को अवगत कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गठित समिति को जांच के आदेश दिए गए थे, गठित समिति की जांच में यह पाया गया कि अधिग्रहण प्रारंभ होने के बाद कई मकान का निर्माण किया गया है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने अवगत कराया कि भू-अर्जन अधिनियम का प्रावधान है कि अधिसूचना की तिथि निर्गत होने के बाद भूमि का क्रय विक्रय या संरचना का निर्माण अवैध नहीं होना चाहिए. भुगतान करने के संबंध में प्रधान सचिव राजस्व विभाग से मार्गनिर्देशन की मांग की गयी है. मार्गनिर्देशन प्राप्त होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.

छपरा: सूबे में पूर्णशराबबंदी कानून के लागू होने के बाद सारण पुलिस ने युद्धस्तर पर छापेमारी अभियान चलाकर अवैध शराब का धंधा चला रहे कारोबारियों पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश की है, बावजूद इसके अवैध धंधेबाजों के हौसले इन दिनों सातवें आसमान पर हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस प्रशासन को बिहार में शराब पीने और किसी भी रूप में इसका कारोबार करने वाले लोगों को सख्त सजा देने का निर्देश दिया है, इस बाबत कड़े कानून का भी प्रावधान किया गया है. इसके बाद भी जिले में ऐसे कई धंधेबाज हैं जो गुप्त रूप से अवैध शराब निर्माण की भट्ठियां चला रहे हैं.

बीते दिनों पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज के निर्देश पर एएसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में जिले के दियारा क्षेत्रों में ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाकर सैकड़ों लीटर अवैध शराब के साथ कई धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया था, इस दौरान पुलिस ने शहर के सोनारपट्टी स्थित निचले दियारा क्षेत्र, मुफस्सिल थानाक्षेत्र के बिनटोलिया तथा रिविलगंज थानाक्षेत्र के दिलीया रहीमपुर इलाकों में एक के बाद एक छापेमारी कर अवैध धंधेबाजों के बीच हड़कंप मचा दिया था.

पुलिस के द्वारा की गई इस सघन छापेमारी के बाद ऐसा लगा कि इन धंधेबाजों में इस करवाई का असर देखने को मिलेगा और अवैध शराब निर्माण पर काबू पाया जा सकेगा, किन्तु इस घटना के बाद भी कारोबारियों के हौसले बुलंद दिखे और इनके द्वारा फिर से गुप्त रूप से शराब निर्माण का धंधा चलाने की बात उजागर हुई.जानकारी मिलते ही पुलिस ने पुनः इन इलाकों में छापा मारकर भट्ठियों को ध्वस्त किया और शराब भी जब्त कर लिया.

पुलिस के कारवाई के बाद भी अवैध कारोबारियों के इस दुस्साहस को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इनके अंदर से पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है. पुलिस अवैध भट्ठियां तोड़ती है, धंधेबाजों को गिरफ्तार भी करती है,पर पुलिस के जाते ही फिर से अवैध निर्माण शुरू हो जाता है. पुलिस की करवाई और कड़े सजा के प्रावधान के बावजूद इन कारोबारियों में दहशत का ना दिखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.

ये पुलिस की असफलता है या अवैध कारोबारियों का बेख़ौफ़ होना इस बात पर एक गंभीर विचार की आवश्यकता है, किन्तु ये बात भी तय है कि अगर पुलिस पूरी तन्मयता से निर्णय कर ले तो शराब के कारोबार पर 24 घंटों के अंदर लगाम लगाया जा सकता है. पुलिस सक्रीय है पर असली सफलता तभी मिलेगी जब ऐसे कारोबारियों को जड़ से ख़त्म किया जा सकेगा और शराब और उससे जुड़े धंधेबाजों में पुलिस का खौफ पैदा होगा.

छपरा: श्री राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति के तत्वावधान में जनक यादव लाइब्रेरी में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.इस अवसर पर शोभा यात्रा समिति से जुड़े सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया.

विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नेतृत्व में कार्यसमिति के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को सम्मान प्रदान करते हुए आगे भी शोभा यात्रा समिति के सौजन्य से शहर में भव्य शोभा यात्रा निकालने का संकल्प किया गया.
इस अवसर पर समिति के पूर्व अध्यक्ष स्व. श्यामलाल चौधरी को कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

कार्यक्रम में एसडीएस कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह, विश्व हिन्दू परिषद के अश्विनी गुप्ता, बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक राहुल मेहता, अरुण पुरोहित, अनिल कुमार सिंह, धनंजय कुमार समेत शोभा समिति के सैकड़ो कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे.

छपरा: रोटरी सारण तथा रोट्रेक्ट सारण के संयुक्त तत्वावधान में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के जागरूकता हेतु शहर में साईकिल रैली का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ रोटरी सारण के पूर्व अध्यक्ष राजेश गोल्ड ने रैली को हरी झंडी दिखाकर किया.

इस अभियान का नेतृत्व रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने किया. यह रैली मारूति मानस मंदिर से प्रारंभ हो कर थानाचौक, नगर पालिका चौक, सलेमपुर चौक, मौनाचौक, मौना फाटक, गाँधी चौक, कटहरी बाग, करीमचक, सोनार पट्टी चौक, साहेबगंज चौक, हथुआ मार्केट, थाना चौक होते हुए पुन: मारूति मानस मंदिर पहुंची.

रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया कि साईकिल रैली के माध्यम से समाज में बढ़ते भ्रुण हत्या की घटनाओं पर अंकुश लगाना तथा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अभियान के प्रति लोगों के जागरूक किया गया.

इस साईकिल रैली के दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटी नहीं बचाओंगें तो बहू कहाँ से लाओगे, बेटी भार नहीं, है अधिकार, जीवन है उसका अधिकार, शिक्षा है उसका हथियार, बढ़ाओ कदम करो स्वीकार, बेटी है तो कल है, हर जंग में मुँह की खाओंगे अगर आज बेटी को ना अपनाओंगे, बेटी को मत समझो भार, जीवन का है ये आधार, इन्द्र धनुष से सजेंगे रंग, जब संग होगी बेटी की तरंग का जैसे स्लोगन का प्रचार किया गया.

इस अवसर पर रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, रोट्रेक्ट सारण के अध्यक्ष तमीम अनवर, क्षेत्रीय प्रतिनिधि मनीष कुमार सोनी, पूर्व अध्यक्ष श्रीराम कुमार, पूर्व अध्यक्ष रविशंकर, मो०रिजवान, सिध्दार्थ अग्रवाल, मो०फहीम अहमद, अभिजीत सांवत, श्याम जायसवाल,  संस्कार जायसवाल, अतुल जायसवाल, राहुल कुमार, मोहित पाण्डेय, असगर अली, रवि रंजन, आयुष राज, राजेश फैशन, चन्द्र कान्त द्विवेदी, राजेश जायसवाल, राजकुमार गुप्ता, अजय प्रसाद, डा०मदन प्रसाद, राकेश कुमार, पंकज कुमार, सत्यनारायण प्रसाद, सुरेंद्र कुमार गुप्ता मुख्य रूप से सम्मिलित हुए.