Chhapra: नियोजित शिक्षकों की समान काम समान वेतन की मांग को लेकर 25वे दिन भी हड़ताल जारी है. शिक्षको द्वारा स्थानीय नगरपालिका चौक सहित जिले के 20 प्रखंड के बीआरसी केंद्रों पर धरना देते हुए अपनी 7 सूत्री मांगों के खिलाफ आवाज बुलंद की.

नगरपालिका चौक पर धरने के संबोधित करते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर ने कहा कि होली जैसे त्यौहार में शिक्षको की होली फीकी कर सरकार होली खेल रगों है. शिक्षको के साथ सरकार का यह वर्ताव याद रहेगा. उन्होंने कहा कि इस होली पर सभी शिक्षको ने प्रण लिया है कि शिक्षक सरकार की दिवाली भी फीकी कर देंगे. शिक्षक का परिवार, शिक्षक के बच्चें, शिक्षक के माता पिता की होली सुनी करने वाले दमन कुमार अब अपनी जाने की तैयारी शुरू कर दें. श्री सिंह ने कहा कि हमने होली के पूर्व समय रहते सरकार को वार्ता करने की बात कही थी लेकिन हठधर्मी सरकार अपने हठ पर टिकी रही. समय आ गया है जिले के सभी स्तर के सरकारी विद्यालयों में आगामी 16 मार्च से प्रारंभ होने वाली मूल्यांकन परीक्षा प्रारंभ नही होगी इसका हम ऐलान करते है. जिले के सभी 20 प्रखंड में प्रश्न उत्तर पुस्तिका का उठाव नही होगा. सभी बीआरसी में तालाबंदी की जाएगी.उन्होंने सभी नियमित शिक्षको से करबद्ध प्रार्थना किया कि हड़ताल पर शिक्षक 25 दिनों से डटे है. आपके समर्थन की जरूरत है. आपका समर्थन सूबे के 4 लाख शिक्षको का भविष्य बना सकता है. सरकार की दमनकारी नीति माध्यमिक शिक्षको पर दिखी लेकिन वह टस से मस नही हुए. लड़ाई अब शिखर छू रही है इसको सहयोग की जरूरत है.इसके पूर्व आदर्श मध्य विद्यालय के शिक्षक वीरेश्वर कुमार सिंह की आकस्मिक निधन पर शोक सभा का आयोजन कर मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.

धरने के संचालन अरविंद राय और अध्यक्षता समरेंद्र बहादुर सिंह ने की. इस अवसर ओर कमलेश्वर यादव, सतीश सिंह, राजू सिंह, संतोष कुमार, सुनील सिंह, विजय कुमार सहित सैकड़ों महिला पुरुष शिक्षक मौजूद थे.

(संतोष कुमार बंटी)
राजनीति में वही जीत दर्ज कर सकते हैं जिनकी बिसात बेहतर बिछाई गई हो. राजा के लिए समर्पित सैनिक एक बेहतर राजनीति के तहत जीत दर्ज कर सकते हैं. कहा भी गया है, योजनाबद्ध तरीके से किया गया कार्य ही सफल होता है. साफ मंसूबे ही जीत के दावेदार होते हैं.

इन सारी बातों का अगर गहन अध्ययन करें तो मंगलवार को आयोजित राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्रेस वार्ता ने बहुत कुछ साफ करते हुए अपना बिहार की राजनीति में एक संकेत जरूर दे दिया है. हालांकि स्पष्ट रूप से भले ही उन्होंने कुछ भी नहीं कहा लेकिन जिस तरह से उन्होंने वर्तमान नीतीश सरकार के 15 वर्षों के कार्यों की प्रशंसा के साथ आलोचना की, नीतीश कुमार से निजी और राजनीतिक संबंध तथा 15 वर्षों के विकासात्मक कार्यों की 2005 की सरकार से की गई तुलना. साथ ही साथ प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे शिक्षा, बिजली और सड़क तीनों का समेकित विश्लेषण कर एक खास वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करने के प्रयास से यह कहा जा सकता हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए रणनीति बनाने वाले राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री पद के लिए बिहार में एक विकल्प हो सकते हैं.

नीतीश कुमार से पिता पुत्र की भांति संबंध, जोड़ना-हटाना उनका निर्णय
प्रशांत किशोर ने प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पिता और पुत्र की भांति संबंध होने की बात कही. उनका कहना है कि पार्टी में उन्होंने जोड़ा और हटाया यह उनका निर्णय है. प्रत्येक व्यक्ति की अपनी एक विचारधारा होती है. जिसके साथ वह आगे बढ़ता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 वर्षों में निश्चित ही बिहार की तस्वीर बदली है. लेकिन प्रदेश का विकास 15 वर्ष पहले जहां था आज भी वही है.

प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे बन सकते हैं हथियार
प्रशांत किशोर ने राजनीति में रणनीतिकार के रूप में अपनी शुरुआत की और सफल भी हुए. भाजपा, कांग्रेस और तत्काल में आप के साथ सफलता की गाथा लिखी है. जनता के नब्ज को वह अच्छी तरह से जानते है. 2020 के चुनाव में प्रदेश के विकास में जन सरोकार के मुद्दे को एक हथियार के रूप में शामिल कर सकते हैं.

श्री किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि राज्य में 2005 के मुकाबले साइकिल योजना, पोशाक योजना एवं छात्रवृत्ति योजना का वितरण कर सरकार ने विद्यालयों में नामांकन का ग्राफ़ भले ही बढा लिया लेकिन गुणवत्ता वाली शिक्षा बच्चों को नहीं मिली.

प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुए जिसके लिए सीएम बधाई के पात्र हैं लेकिन सूबे में बिजली की खपत नहीं है. सूबे में परिवार सिर्फ एक बल्ब और एक पँखे के सहारे जीता है. उसके पास अन्य चीजों के खरीदने के पैसे नहीं है. जिसका वह उपयोग कर सकें.

सड़को का सूबे में जाल बिछा 2005 के मुकाबले सड़कों की स्थिति अच्छी है. वाहनों की संख्या भी अच्छी खासी निबंधित है लेकिन सड़क पर चलाने के लिए उनके पास आय नहीं है. बेरोजगारी बढ़ी है और इसके चलते पलायन होता है.

विगत कई वर्षों से राजनीति में युवाओं को जोड़ने का कर रहे हैं कार्य

जंग में सिपाही का होना बेहद जरूरी है और सिर्फ उनकी संख्या ही नहीं बल्कि उनमें हुनर हो. सिपाही अगर हुनरमंद होंगे तो वह संख्या में कम होने के बावजूद भी विपक्षी पर भारी पड़ सकते हैं. प्रशांत किशोर ने विगत वर्षों में राजनीति की रणनीति और उसमें युवाओं की भागीदारी को लेकर तैयारी की जा चुकी है. जिसके कारण उनके साथ हुनरमंद और हर काम मे माहिर काम करने वाले युवाओं की अच्छी खासी तादाद है जो उन्हें किसी भी लड़ाई में जीत दिलवा सकते है.

दिल्ली में संपन्न दिल्ली चुनाव के परिणाम के बाद ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर बिहार में एक नया ढांचा खड़ा कर सकते हैं. हालांकि जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर एक प्रोफेशनल व्यक्ति है. दिल्ली चुनाव में उन्होंने अरविंद केजरीवाल की आप पार्टी के लिए रणनीति बनाई थी.

बहरहाल 2020 बिहार के लिए चुनावी वर्ष है और सभी पार्टी अपनी तरफ से इस चुनाव को जीतने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है. बीते वर्ष में प्रशांत किशोर ने चुनाव में किसी न किसी पार्टी के लिए काम किया है. वैसे श्री किशोर ने मीडिया के सामने भी चुनावी महाकुंभ में डुबकी लगाने की अपनी इच्छा जाहिर नहीं की है. लेकिन जन सरोकार के मुद्दे को आंकड़ों के साथ प्रदर्शित करना निश्चित तौर पर एक विकल्प के रूप में देखने को मजबूर करता है.

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Chhapra/ Ekma : सूबे के मुखिया नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा के चौथे चरण में जिले के एकमा प्रखंड स्थित छपिया चंवर पहुंचे. रविवार को वैशाली के देशरी कार्यक्रम के बाद श्री कुमार एकमा प्रखंड के परसा पूर्वी पंचायत के तिलकार छपिया गांव के चंवर पहुंचे.

मुख्यमंत्री श्री कुमार ने एकमा के छपिया गांव चंवर में महत्वाकांक्षी जल जीवन हरियाली के तहत किसानों द्वारा विकसित किये गए तालाब, पक्षी विहार, गाय पालन, पशु पालन, मत्स्य पालन के लिए हेचरी प्लांट, बत्तख पालन, तालाब के सौंदर्यीकरण, पौधरोपण, वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा संयंत्र प्लांट, जीविका की ग्राम आदि के अलावा जल संचयन, कृषि सहित अन्य विभागों द्वारा सरकार की विभिन्न विभागों की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने से संबंधित प्रदर्शनियों का भी अवलोकन व लोकार्पण किया.इस दौरान मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया.

इस दौरान उन्होंने कुछ चयनित किसानों, पशुपालकों के अलावा गठबंधन के सांसद, विधायकों व पदाधिकारियों से भी मुलाकात की.

एकमा के बाद सीएम समाहरणालय पहुंचे. जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीएम ने अधिकारियों के साथ जल जीवन हरियाली से संबंधित सारण प्रमंडल स्तर की समीक्षा बैठक करके विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी हासिल की.

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर एकमा से शहर के समाहरणालय तक सड़को की मरम्मती, रंग रोगन किया गया था. छपरा और एकमा दोनों जगहों पर मुख्यमंत्री की झलक पाने को लेकर लोग बेताब थे लेकिन लोगो की हसरत धरी की धरी रह गयी. सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इन्तेजाम और पदाधिकारियों तथा दलीय नेताओ की भीड़ से मुख्यमंत्री का दीदार न हो सका.

इस मौके पर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय सहित प्रदेश के कई प्रशासनिक अधिकारी और महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, दूरोंधा के अजय सिंह, पूर्व विधायक कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह, एकमा विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह, संतोष महतो, ब्रजेश सिंह सहित जिले के सभी जदयू कार्यकर्ता मौजूद थे.

इसके पूर्व जल जीवन हरियाली यात्रा के चौथे चरण के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुनः तीन दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को वैशाली जिले से यात्रा की शुरुआत की. इसके क्रम में सबसे पहले वैशाली जिले के देसरी प्रखंड के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रुट व जल संचयन योजना का अवलोकन किया.

  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन
  • तैयारियों ने जुटे नेता व कार्यकर्ता

Chhapra: युवा राजनीति की दिशा और दशा का निर्धारक होता है. युवा वर्ग ही क्रांति का अग्रदूत और विकास का साथी बनता है. अनुभव बुजुर्गो के पास होता है तो जोश युवाओ के पास मिलता है. युवा ही देश की तरक्की का सारथी होता है. इसलिए युवाओ की टोली हमेशा अच्छाई के साथ और बुराई के खिलाफ खड़ी मिलती है. उक्त बातें सारण जिला जदयू अध्यक्ष अलताफ आलम राजू ने कहीं.

श्री राजू ने बताया कि सम्पूर्ण क्रांति और पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रदेश युवा जदयू द्वारा पटना के बापू सभागार में युवा संकल्प सम्मेलन का आयोजन 5 जून को किया जा रहा है. जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री सह राष्ट्रीय अध्यक्ष जदयू नीतीश कुमार करेंगे. सारण जिला का इतिहास गवाह है कि पटना में आयोजित होने वाले कार्यक्रमो में चार चांद लगाने का काम जिला के निवासियों ने किया है. युवा संकल्प सम्मेलन में भी सारण जिला के युवा साथियो की उपस्थिति सर्वाधिक होगी और इसकी तैयारी जोरशोर से की जा रही है.

उन्होने बताया कि सम्मेलन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए सारण जिला जदयू ने अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है.
सम्मेलन में जदयू संसदीय दल के नेता रामचंद्र प्रसाद सिंह और राज्यसभा सांसद सह प्रदेशाध्यक्ष जदयू बिहार मुख्य अतिथि होंगे.

Chhapra/Ekma: (सुरभित/कबीर): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समीक्षा यात्रा के दौरान जिले के एकमा प्रखण्ड के हँसराजपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 18 पहुंचे. मुख्यमंत्री ने गांव में सरकार द्वारा चल रही योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने 2010 में प्रवास के दौरान अपने द्वारा की गई योजनाओं का उद्घाटन भी किया. जिसमे गंजपर पक्षी विहार का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने यहां वृक्षारोपण भी किया और पीपल का पेड़ लगाया. वही मिट्टी को निरोग बनाने के लिए केचुआ खाद वर्मी कंपोस्ट का उद्घाटन किया.

इसके बाद मुख्यमंत्री एकमा गंजपर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचे जहाँ उन्होंने विद्यालय में बने पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय, रसोई घर का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने विद्यालय के बच्चों से मुलाकात कर शिक्षा व्यवस्था को जाना.

इसके बाद मुख्यमंत्री ने सारण की जनता के लिए करोड़ो  लागत से 331 विकास व कल्याण की योजनाओं का शिलान्यास किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिलान्यास किये गए मुख्य योजनाएं:

जेपी के गांव सिताब दियारा में स्मृति भवन सह पुस्तकालय.  

छपरा में संग्रहालय भवन का निर्माण.

जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय भवन का निर्माण.

जेपी इंजीनियरिंग कॉलेज के 150 बेड के छात्रों का छात्रावास.

पाॅलीटेक्निक कॉलेज मढ़ौरा में  150 बेड का बालक छात्रावास.

आईटीआई मढ़ौरा का नया कर्मशाला एवं प्रशासनिक भवन का निर्माण किया जाएगा.

जिला निबंधन केंद्र सह प्रबंध केंद्र छपरा.

सदर अस्पताल परिसर में निर्मित 50 बेड का नाइट शेल्टर.

सदर प्रखंड के फकुली में एकल ग्रामीण जलापूर्ति योजना.

मशरक स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का भवन.

जलालपुर प्रखंड के बंगरा स्थित शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय का भवन.

दिघवारा नगर पंचायत का नवनिर्मित प्रशासनिक भवन.

रिविलगंज नगर पंचायत के निर्मित प्रशासनिक भवन.

सिद्धपीठ आमी मंदिर में  नागरिक सुविधाओं के विस्तार का कार्य.

दिघवारा-भेल्दी-अमनौर-तरैया-पानापुर पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का शिलान्यास किया.

Chhapra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकमा आगमन के खिलाफ माकपा ने 18 जनवरी को प्रदर्शन करने की घोषणा की है. उक्त बातें माकपा नेता डा सत्येन्द्र यादव ने मांझी प्रखंड के शीतलपुर बाजार पर आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में बुधवार को कही.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के निश्चय समीक्षा यात्रा के खिलाफ माकपा की ओर से प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एवं सरकार की नाकामयाबी छिपाने के लिए नीतीश कुमार बिहार का दौरा कर रहे हैं. विकास कार्य पिछले दो वर्षो से मुख्यमंत्री की हठधर्मिता के कारण बाधित है.

उन्होंने कहा कि बालू की आपूर्ति पर रोक ने लाखो लोगों की जीविका बर्बाद कर दिया है. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के समक्ष रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया है. राज्य में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. सरकार केरोसिन तेल के लिए आवंटित अनुदान की राशि को अन्य मद मे खर्च कर लोगो को केरोसिन तेल से वंचित कर दिया है. ऐसी परिस्थिति में समीक्षा यात्रा का कोई मकसद नही है.

उन्होंने कहा कि हर हाल मे इनके आगमन की पूर्व संध्या पर जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालय पर नीतिश कुमार का पुतला दहन किया जाएगा. सरकार के विरुद्ध मे प्रदर्शन कर अर्थी जलाई जाएगी और 18 जनवरी को सुबह शीतलपुर बाजार से हजारों लोग पैदल मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन के लिए एकमा प्रस्थान करेंगे.

बैठक को पार्टी नेता बटेशवर कुशवाह, दिनेश पंडित, कन्हैया मांझी, बिस्मिल्लाह खान, किसान नेता प्रह्लाद राम, रमेश यादव, युवा नेता कमलेश यादव, रंजन यादव तथा किसान सभा के राज्य प्रभारी अरूण कुमार ने सम्बोधित किया.

 

Chhapra: शहर की खराब सड़कों की मरम्मती का कार्य किया जा रहा है. दिन में हो रहे मरम्मती के कार्य से सोमवार को दिन भर जाम की समस्या से शहरवासियों को दो चार होना पड़ा. मेवालाल चौक से मौना चौक तक कि सड़कों में हुए छोटे से बड़े गड्ढो को भरा जा रहा है.

राहगीर राहुल कुमार ने बताया कि शहर कि कई ऐसी सड़कें है जिन्हें तभी मरम्मत कार्य किया जाता है जब छपरा में मंत्री का आगमन होता है. शहर की सड़कों को बनवाने का कार्य ना करके चिप्पी साटने का कार्य किया जा रहा है. बहुत निंदनीय है कि सड़क को बनाने के बजाए चिप्पी साटा जा रहा है. पिछले दिनों भी पथ निर्माण मंत्री के आने पर शहर की सड़कें चमक उठी थी.

बताते चलें कि प्राप्त जानकारी के अनुसार आगामी दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छपरा आएंगे. छपरा में आयोजित समीक्षा बैठक में शिरकत भी करेंगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल अभी मुख्यमंत्री के आगमन की तिथि तय नही है.

पटना: बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे, वर्तमान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से जुड़े नेता शाहिद अली खान का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि शाहिद अली खान अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर माथा जियारत के लिए अजमेरशरीफ गये थे. इस दौरान अचानक तबीयत खराब होने और हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. शाहिद अली खान 54 वर्ष के थे. मंत्री के निधन की जानकारी मीडिया को हम के प्रवक्ता की ओर से दी गयी.

पूर्व मंत्री के निधन के बाद नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शाहिद अली के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि शाहिद अली का निधन पार्टी और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. वे पार्टी के स्तंभ थे. वहीं राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि पूर्व मंत्री शाहिद अली खान साहब के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. वे एक संघर्षशील राजनेता के साथ-साथ लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता थे.

छपरा: शहर के प्रशासनिक कार्यालयों की चहारदीवारी अब लोगों को संदेश देने का काम करेंगी. जिला प्रशासन की ओर से इन चहारदीवारियों पर सरकार द्वारा चलाई जा रही सात निश्चय की जानकारी दी जा रही है.

जिससे आम जनता उसके प्रति आकर्षित होकर उसका लाभ ले सकें. शहर के नगरपालिका चौक से लेकर थाना चौक और डाक बंगला रोड की प्रशासनिक चहारदीवारियों चित्रों को बनाया जा रहा हैं.

सूबे की सरकार द्वारा आम जनता की सहूलियत को लेकर सात निश्चय की शुरुआत की गई. जिसमे हर घर नल का जल, पक्की गली और नाली, आर्थिक हल युवाओं को बल सहित 7 निश्चय को दिखाया गया है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके 66वें जन्मदिवस पर बधाई दी. मोदी ने एक ट्वीट किया, ‘श्री नीतीश कुमार से बात की और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। ईश्वर उन्हें लंबी आयु एवं अच्छा स्वास्थ्य दे।’.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951 को हुआ था. मोदी एवं कुमार ने बिहार में एक हालिया समारोह में एक दूसरे की प्रशंसा की थी. इससे पहले दोनों के बीच संबंध कुछ खास अच्छे नहीं थे. उल्लेखनीय है कि कुमार नोटबंदी का समर्थन करने वाले ऐसे एकमात्र मुख्यमंत्री थे जो राजग का हिस्सा नहीं हैं.

कोलकाता: ममता बनर्जी ने लगातार दूसरी बार शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

ममता बनर्जी के साथ 43 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. ममता सरकार में इस बार 18 नए चेहरे शामिल किये गए है. जबकि 15 पुराने मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है.

शपथ ग्रहण समारोह में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, फारुख अब्दुल्ला, लालू यादव आदि शामिल हुए.

पटना: छठ पर्व बिहार में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है. चैती छठ के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनायें दी है.

अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, चैती छठ के अवसर पर सभी बिहारवासियों को हार्दिक शुभकामनायें. आशा करता हूँ कि यह पवित्रता एवं आस्था का पर्व सब के जीवन में समृद्धि लाये.

छठ पूजा के अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी प्रदेशवासियों को शुभकामनायें दी है.