छपरा: राज्य के नए जनसंख्या के आंकड़ों के मुताबिक छपरा नगर परिषद को जल्द ही नगर निगम का दर्जा मिल सकता है. नए आंकड़े बता रहे हैं कि यदि नगर निकायों का परिसीमन किया जाए तो छपरा नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिल जाएगा.

राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके आलोक में नगर विकास विभाग को सूचित करते हुए एक पत्र भेजा है. नगरपालिका के चुनावों के पहले पार्षदों की संख्या राज्य सरकार की अधिसूचना से तैयार की जाती है. इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही परिसीमन सम्बंधित अधिसूचना जारी कर सकती है. ऐसी स्थिति में छपरा का नगर निगम बनना तय हो जाएगा.

क्या है मापदंड

नगरपालिका अधिनियम 2007 के मुताबिक 2 लाख से अधिक जनसंख्या वाले निकायों को नगर निगम का दर्जा मिलता है. इसके लिए वार्ड पार्षदों की संख्या का भी निर्धारण किया गया है. दो लाख से पांच लाख तक की आबादी वाले नगर निगम में अधिकतम 57 पार्षद हो सकते हैं.  जबकि पांच से दस लाख आबादी वाले नगर निगम में पार्षदों की संख्या अधिकतम 67 हो सकती है.

जनसंख्या के नए आंकड़ो के हिसाब से छपरा ने लगभग सभी मापदंड पूरे कर लिए हैं. 2001 में हुई जनगणना के अनुसार शहर की जनसंख्या 179190 थी वहीं नए आंकड़ों के मुताबिक शहर की कुल जनसंख्या 202352 हो गई है. जो नगर निगम बनाए जाने के लिए पर्याप्त है. ऐसी स्थिति में नगर निकायों में परिसीमन के लागू होते ही सरकार छपरा को नगर निगम का दर्जा दे सकती है.

छपरा: सभी स्कूलों में इन दिनों गर्मी की छुट्टी हो चुकी है. बच्चे इन छुट्टियों में घुमने जाने को बेताब है. मगर इनकी बेताबी रेलवे की टिकट खिड़की पर जाकर दम तोड देती है. दिल्ली हो या मुंबई, कोलकत्ता हो या चेन्नई, नैनीताल या जम्मू काश्मीर या फिर शिमला-मनाली यहाँ तक की आसाम और टाटा-रांची तक की ट्रेन में वेटिंग टिकट ही मिल रहा है.

छपरा जंक्शन से गुजरने वाली लगभग सभी ट्रेन में एक सी स्थिति है. शयनयान से लेकर एसी 1, एसी 2, एसी 3 हर श्रेणी में वेटिंग 100 तो किसी में यह संख्या 200 तक पहूँच चुकी है.

ट्रेन में बढ़ती  यात्रियों की संख्या को देखते हुए कुछ माह पूर्व ही कई यात्रियों द्वारा टिकट लिया गया था. यह सोचकर कि वेटिंग कन्फर्म हो जायेगा लेकिन ऐसा नही हुआ. जिसके कारण बच्चे घर पर ही छुट्टियां मनाने को मजबूर है. हालाकि कई अभिभावकों ने तो अपने बच्चो की खुशियों के लिए तत्काल टिकट तक की व्यवस्था की थी लेकिन लेकिन इसमें भी कुछ लोग ही सफल हुए.

छपरा: ओ.डी.एल. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षको की परीक्षा 2० जून से प्रारंभ होगी. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा सम्बन्धी कार्यक्रम निर्गत कर दिया गया है.

सत्र 2013 –15 के प्रथम सत्र  के चतुर्थ सेमेस्टर में शामिल शिक्षको की परीक्षा 20 जून से 23 जून तक द्वितीय पाली में  दोपहर 02 बजे से 05 बजे तक आयोजित की जाएगी. वही द्वितीय चरण के तीसरे सेमेस्टर में शामिल शिक्षकों की परीक्षा 20 जून से शुरु होकर 25 जून तक प्रथम पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 01 बजे तक आयोजित की जाएगी.

चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में 20 जून को  ( S4.1) विद्यालय की समझ एवं  कक्षा प्रबंधन – 2, 21 जून को ( S4.2)  गणित का शिक्षण शास्त्र -2, 22 जून को ( S4.3)  अंग्रेजी का शिक्षण शास्त्र -2, 23जून को ( S4.4) भाषा का शिक्षण शास्त्र विषय की परीक्षा आयोजित होगी.

वही  द्वितीय चरण के तीसरे सेमेस्टर में शामिल शिक्षकों की परीक्षा में 20 जून को ( S3.1) शिक्षा का परिपेक्ष्य -2, 22 जून को ( S3.2) बाल विकास  और मनोविज्ञान -2, 23 जून को ( S3.3) शिक्षा का साहित्य , 24 जून को ( S3.4) हिंदी का शिक्षण शास्त्र, 25 जून को ( S3.5)  शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक ( आई सी टी ) -2, 26  जून को ( S3.6) कला शिक्षा -2 विषय की परीक्षा आयोजित की जाएँगी.

परीक्षा को लेकर राज्य में एससीईआरटी, पटना और जिले में डायट सोनपुर ने तैयारिया शुरू कर दी है. हालाकि सारण जिले में सिर्फ तीसरे सेमेस्टर के परीक्षार्थी है इस कारण यहाँ तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की जाएगी.      

 

हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ ना कुछ शौक रखता है. कुछ लोग शौक को मात्र मनोरंजन तक ही सीमित रखते हैं पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शौक को जीवन के प्रमुख कार्यों में सम्मिलित कर समाज को एक सन्देश देने का प्रयास करते हैं.

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डॉ. विजय कुमार सिन्हा

छपरा के प्रमुख शिक्षाविद् और जयप्रकाश विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय डाक टिकटों का एक अनोखा संग्रह कर शौक की एक नयी परिभाषा प्रस्तुत की है. 

छपरा टुडे से हुई बातचीत में प्रो. सिन्हा ने बताया कि जब वह 10वीं कक्षा के छात्र थे तभी से टिकट संग्रह करने का शौक उनके मन में जगा. उस समय 4 आना से लेकर 8 आना (तत्कालीन पैसा) तक के डाक टिकट मिलते थे. प्रो. सिन्हा ने छात्र-जीवन में पत्र के माध्यम से देश-विदेश में कई मित्र (पेन-फ्रेंड) बनाए थे. जब भी उनके मित्रों के पत्र का जवाब आता तो लिफाफे पर काफी आकर्षक और नए-नए प्रकार के डाक-टिकट भी लगे रहते थे.

प्रो. सिन्हा ने यादगार के तौर पर उन टिकटों को संजोकर रखना शुरू किया और यहीं से उनका ये शौक जूनन में बदल गया. तब से लेकर आज तक प्रो. सिन्हा ने भारत समेत अन्य कई देशों के दुर्लभ डाक टिकटों का संग्रह किया है.

प्रो. सिन्हा ने बताया कि उनके पास ब्रिटिशकाल से लेकर भारतीय राजनीति, विज्ञान, पशु-पक्षियों, साहित्यकार, हरित क्रांति, प्रमुख इवेंट्स, इंडियन आर्मी, प्रमुख समाजसेवी, वैज्ञानिक, भारतीय धरोहर, भारतीय संस्कृति, प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, अंतरराष्ट्रीय समाज सुधारक, कलाकार, खेल और खिलाड़ी एवं ऋषि-मुनियों के 1500 से भी ज्यादा टिकटों का संग्रह है. 

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डॉ. सिन्हा द्वारा संग्रहित डाक टिकटें 

प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने डाक टिकटों एक एल्बम बनाया है जिसमें विषयवार सभी टिकटों को सजाया गया है. भारत के राष्ट्रपति पर जारी लगभग सभी डाक टिकटों का संग्रह उनके पास मौजूद है. चित्तौड़गढ़ के विजय-स्तम्भ को दर्शाती एक आने की दुर्लभ डाक टिकट, छपरा के स्वतंत्रत सेनानी मजहरूल हक़, महाराजा रणजीत सिंह, पं. दीनदयाल उपाध्याय, अब्राहम लिंकन, मैडम क्यूरी, मुंशी प्रेमचंद और माखनलाल चतुर्वेदी पर जारी डाक टिकट उनके कुछ खास संग्रह हैं. इसके अलावा प्रो. सिन्हा के पास फर्स्ट डे कैंसिलेशन एवं स्पेशल ब्रोशर मोहर की डाक टिकटें भी मौजूद हैं.

प्रो. सिन्हा कुछ स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनियों में भी सम्मिलित हो चुके है. जहां उन्हें इस टिकट संग्रह के लिए सम्मानित भी किया जा चूका है. 

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प्रो. सिन्हा के अनुसार “डाक टिकट भारत के अलावा अन्य देशों की सभ्यता और संस्कृति को जानने और समझने का एक महत्वपूर्ण जरिया है. युवा पीढ़ी को आज के इंटरनेट की रफ़्तार के बीच डाक टिकटों के महत्व को भी समझना चाहिए”. 

छपरा टुडे के हिमांशु से बातचीत करते डॉ. सिन्हा
छपरा टुडे के हिमांशु से बातचीत करते डॉ. सिन्हा

 

आज के दौर में डाक टिकटों का प्रचलन जरूर कम हो गया है पर पुराने समय में एक दूसरे के सन्देश को पत्र के माध्यम से पहुँचाने का एक मात्र जरिया डाक सेवा और डाक टिकटों की याद आज भी कई लोगों के दिलों में ताजा है.

 

 

 

प्रभात किरण हिमांशु के साथ छपरा टुडे ब्यूरो, Photo: कबीर अहमद   

छपरा: आये दिन लगने वाले जाम की समस्या से छपरावासियों को जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है. ट्रैफिक कंट्रोल व्यवस्था को सृदृढ़ बनाने के लिए सारण पुलिस कप्तान ने पहल शुरू कर दी है. छपरा शहर में वन-वे सिस्टम को और ज्यादा सख्त कर दिया गया है साथ ही तीन दर्जन पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक कंट्रोल दुरुस्त करने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा.

अब छोटे वाहन भी होंगे वन-वे के दायरे में

ट्रैफिक नियमों को दुरुस्त करने के लिए छोटे वाहन जैसे-मोटरसाइकिल और रिक्शा का परिचालन भी वन-वे नियमों के अनुसार ही होगा.आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस और अग्निशमन वाहन को वन-वे नियमों में छुट रहेगी.

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नियमित बाइक चेकिंग अभियान होगा आरम्भ

सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने और अपराधियों पर निगरानी रखने के लिए अब नियमित वाहन जांच अभियान शुरू किया जाएगा. पुलिस कप्तान ने इस बाबत वैसे अभिभावकों से भी अपील की है जिनके बच्चे कम उम्र में ही सड़कों पर रफ़्तार में बाइक चलाते है. उन्होंने कहा है कि नाबलिको के हाथ में बाइक ना सौंपें साथ ही उन्होंने सभी नागरिकों को हेलमेट पहनकर बाइक चलाने की सलाह भी दी है.

ऑन द स्पॉट वसूला जाएगा जुर्माना

वाहन जाँच अभियान के तहत ट्रिपल लोडिंग, अधूरे कागजात एवं बिना हेलमेट बाइक चला रहे लोगों से ऑन द स्पॉट जुर्माना वसूला जाएगा. एसपी पंकज कुमार राज ने सभी थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारियों को इसके लिए अनुमति दे दी है.

एसपी स्वयं भी करेंगे नियमों का पालन

सारण पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज ने कहा है कि जब भी वो अपने निजि काम से शहर में निकलेंगे वैसी स्थिति में स्वयं भी ट्रैफिक वन-वे नियमों का पालन करेंगे. उन्होंने आम जनता से भी ट्रैफिक कंट्रोल में प्रशासन को सहयोग करने एवं नियमों के पालन हेतु अपील की है.

छपरा: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2016 के मतगणना के लिए विभिन्न केंद्रों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. मतगणना प्रक्रिया को लेकर सोनपुर, मढ़ौरा एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा विशेष दिशानिर्देश जारी किया गया है.

मतगणना के दौरान केंद्रों पर प्रत्याशियों के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के जुटने की संभावना को देखते हुए मतगणना केंद्र के चारो तरफ 500 मीटर के क्षेत्र में धारा 144  लागू रहेगा.

पंचायत चुनाव की मतगणना अपने पूर्ण परिणाम घोषित होने तक अनवरत चलते रहेगी. मतगणना सुबह 8 बजे से संध्या 4 बजे तक चलेगी.

क्र0सं0—- प्रखंड का नाम ——मतगणना केन्द्र का नाम
1. छपरा सदर ——श्री मोती सिंह जगेश्वरी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, छपरा
2. रिविलगंज —गौतम ऋषि उच्च विद्यालय, रिविलगंज
3. मांझी— दलन सिंह उच्च विद्यालय, मांझी
4. एकमा— अलख नारायण सिंह उच्च विद्यालय, एकमा
5. लहलादपुर— श्री ढ़ोढनाथ उच्च विद्यालय, लहलादपुर
6. बनियापुर— मिश्रीलाल धर्मनाथ प्रसाद उच्च विद्यालय, कन्हौली मनोहर
7. जलालपुर– शंकर दयाल सिंह इंटर कॉलेज, जलालपुर
8. नगरा– बी0बी0 राम उच्च विद्यालय, नगरा
9. गड़खा– जे0 एम उच्च विद्यालय, रायपुरा
10. परसा– प्रभुनाथ महाविद्यालय, परसा
11. मकेर– राजेन्द्र विद्या मंदिर उच्च विद्यालय, मकेर
12. मढ़ौरा–राजकीय पॉलिटेक्निक, छपरा (स्थित मढ़ौरा)
13. तरैया
14. इसुआपुर
15. अमनौर
16. मशरख
17. पानापुर
18. दिघवारा–जयगोविन्द उच्च विद्यालय, दिघवारा
19. दरियापुर 
20. सोनपुर–एस0पी0एस0 सेमिनरी, सोनपुर

फोटो: साभार

छपरा: भगवान बाजार कुली मंदिर के पास लग रहे जल जमाव की समस्या से आम जनता को निजात दिलाने के लिए भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने स्थानीय सांसद सह केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी को ज्ञापन सौंपा.

इलाके के नागरिकों द्वारा हस्ताक्षरित इस ज्ञापन को भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल, स्थानीय विधायक के प्रतिनिधि नीरज त्रिपाठी और हरिओम प्रसाद के नेतृत्व में सांसद महोदय को दिया गया.

छपरा: सदर अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिए सीक न्यू बॉर्न केअर यूनिट आईसीयू का उद्घाटन क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ बी.के. उपाध्याय द्वारा किया गया.

इस न्यू बॉर्न केअर यूनिट के माध्यम से नवजात शिशुओं के गहन उपचार के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. करीब 4 करोड़ की लागत से स्थापित यह आईसीयू 24 घंटे लगातार कार्य करेगा वहीं 16 चिकित्साकर्मियों की टीम को इसके क्रियान्वयन के लिए पदस्थापित किया गया है.

विदित हो कि जन्म के बाद नवजात शिशुओं के गहन उपचार के लिए सदर अस्पताल में समुचित सुविधा मौजूद नहीं रहने के कारण अभिभावक उन्हें पटना, मुजफ्फरपुर या बनारस ले जाते थे और कई बार तो समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण कुछ बच्चों की रास्ते में ही मृत्यु हो जाती है. छपरा में इस सुविधा के शुरू होने से नवजात शिशुओं के मृत्यु दर में कमी आएगी.

आईसीयू में मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं:-

#वार्मर थेरोपी

#फ़ोटो थेरोपी

#सैक्शन मशीन

#ऑक्सीजन

#पैथोलॉजिकल जाँच

#वातानुकूलित भवन

#100 केवी का साउंडलेस जेनेरेटर

#चार वरीय चिकित्सक

#12 ए ग्रेड नर्स

इसके अतिरिक्त एक्स-रे, पैथोलॉजी एवं अतिरिक्त वार्ड की भी व्यवस्था इस आईसीयू में की गई है.

छपरा: समाज के दलित और पिछड़े  वर्ग में शिक्षा के समुचित प्रचार-प्रसार से ही भारतीय समाज का सर्वांगीण विकास और उत्थान संभव है.  पूर्ण साक्षर भारत बनाने का संकल्प आज हर भारतीय को लेना चाहिए. अनपढ़ लोगों को साक्षर बनाने की दिशा में हम सब को मिलकर सार्थक प्रयास करना होगा.

उक्त बातें सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्राचार्य रामदयाल शर्मा ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा शहर के दलित बस्ती में आयोजित साक्षरता अभियान के समापन सत्र के दौरान कही.

पिछले एक सप्ताह से विद्या मंदिर के भैया-बहन विद्यालय के नेतृत्व में शहर के तमाम दलित बस्ती के लोगों के बीच साक्षरता अभियान चला रहे हैं. इस दौरान वैसे लोग जो गरीबी के कारण पढ़ना-लिखना नहीं सीख पाये उन्हें विद्यालय के बच्चों द्वारा अक्षर का बोध कराते हुए साक्षर बनाया गया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यामंदिर के कई छात्र-छात्राओं ने काफी उत्साह के साथ भाग लिया. विद्यालय के छात्र सिद्धार्थ ने बताया कि समाज में सबको पढ़ने का हक़ है. स्वयं की शिक्षा के साथ गरीबों की बस्ती में आकर शिक्षा का प्रसार करने में आनंद की अनुभूति होती है.

समापन सत्र में विद्या मंदिर की टीम राजेन्द्र कॉलेज के पास बने दलित बस्ती पंहुची जहां कई निरक्षर पुरुष एवं महिलाओं को अक्षर बोध कराया गया. दलित बस्ती में रहने वाली 18 वर्षीया आरती जो अबतक अंगूठा लगाया करती थी उसने आज अपना नाम लिखना सीख लिया जिसके लिए उसने विद्यालय परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त किया.

इस साक्षरता अभियान में विद्यालय समिति के सुरेश सिंह, विद्यालय के छात्र-छात्राओं समेत कई आचार्यगण उपस्थित रहे.

छपरा/मढ़ौरा/इसुआपुर: पंचायत चुनाव के दसवें एवं अंतिम चरण में सोमवार को मढ़ौरा एवं इसुआपुर में वोटिंग हुई. अंतिम चरण में मढ़ौरा में 61, इसुआपुर में 64 प्रतिशत वोटिंग हुई.

डीएम दीपक आनंद एवं एसपी पंकज कुमार राज ने पूरे दिन मढ़ौरा एवं इसुआपुर के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया. डीएम एवं एसपी की प्रशासनिक मुश्तैदी के कारण गड़बड़ी की मंशा रखने वालों की एक न चली और प्रशासन ने स्वच्छ, निष्पक्ष मतदान कराकर मतदाताओं का मनोबल बढ़ाया. मतदान को लेकर वोटरों में इस चरण में भी उत्साह दिखा.

छपरा: छपरा नगर परिषद में इन दिनों पर्याप्त रूप में संसाधन उपलब्ध हैं, लेकिन उपलब्ध संसाधनों के अनुपात में सफाई व्यवस्था शून्य है.

पिछले कुछ दिनों में दर्जनों ट्रैक्टर, सफाई एवं कचड़ा ढोने उठाने वाली मशीनों की खरीदारी की गई है. जिससे शहर साफ़ और स्वास्थ्य रहे. लेकिन कुछ संसाधनों को छोड़कर कई मशीन कार्यालय परिसर में खड़े होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए शोभा की वस्तु बन गई है.

मुख्य रूप से कुछ जगहों को छोड़कर शहर में कोई ऐसा स्थान नहीं जहाँ इन मशीनों से काम लिया जाए . शहर में ऐसे भी कई जगह है जहां इन मशीनों से सफाई व्यवस्था नहीं हो सकती है लिहाज़ा वहा बड़ी मशीनों की आवश्यकता है.

ऐसे में इन मशीनों को किन उदेश्यो की पूर्ति के लिये खरीदा गया है यह आम लोगों की समझ से परे है. शहर के कुछ लोगों से नगरपालिका की कार्य प्रणाली के बारे में बातचीत की गई अममून सभी लोगों ने नगरपालिका को स्वयं के स्वार्थ का साधन करार दिया. उपर से लेकर नीचे तक जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन के कर्मचारी प्रत्यक्ष तौर पर दोषारोपण और अप्रत्यक्ष रुप से मिली भगत से काम करते हैं.

कुछ लोगों ने चौक चौराहों पर रखी डस्ट बीन की कहानी बयान करते हुए कहा कि पहले तो कई वर्षों तक यह नगरपालिका कार्यालय में पड़ी रही गुणवत्ता खत्म होने के बाद इनको सड़को के किनारे रखा गया अब आलम यह कि यह डस्ट बीन कबाड़ी हो चुका है. शहरवासियो को तो इन डस्ट बीन का फायदा तो नहीं लेकिन उनको जरूर मिला जो इसकी खरीदारी के समय कुर्सी पर काबिज थे. वैसे ही इन मशीनों की हुई इन मशीनों से शहर की सफाई हो ना हो कार्यालय का काम जरूर हो गया.

ऐसे में हम यही कहेंगे कि जनता हो गई त्रस्त जनप्रतिनिधि और कर्मचारी हुए मस्त. बहरहाल जनता की बात में सच्चाई है बावजूद इसके नगरपालिका के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियो को भी इन बातों पर ध्यान केंद्रित करना होगा.

छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह का महामहिम रामनाथ कोविन्द ने दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन  किया.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया. महामहिम ने राहुल सांस्कृत्यायन को प्रणाम किया. संबोधित करते हुए कहा कि सारण जिला की एक गौरवशाली  परंपरा रही है. शिक्षा से समाज का विकास होता है, सभी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सामजिक विकास के लिए भी प्रयासरत रहना चाहिए. भारतीय संस्कृति की शिक्षा चरित्र एवं गुणवक्ता को निखारती है. देश के युवक अपने पैरों पर खड़े हों. राष्ट्र को युवा शक्ति पर भरोसा है.

उन्होंने सभी डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी .
कार्यक्रम में राज्यपाल के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति, विशिष्ट अतिथि, आयुक्त, जिलाधिकारी, एसपी, विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.

 

वीडियो में देखे तैयारियों की झलक