सारण में खुले में बच्चों को बैठाकर पढ़ाने वाली दो शिक्षिकाओं का वेतन बंद
Chhapra: शिक्षा विभाग में इन दिनों शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर सख्ती दिख रही है. वरीय से लेकर कनीय तक द्वारा लगातार विद्यालयों की जांच की जा रही है.
ऐसे में अब शिक्षकों को खुले आसमान के नीचे बच्चों को पढ़ाना महंगा पड़ गया. सारण के इसुआपुर में वर्ग कक्ष की उपलब्धता के बावजूद खुले में बैठकर शैक्षणिक कार्य करने वाले दो महिला शिक्षकों का वेतन डीपीओ ने बंद करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा संजय कुमार द्वारा विगत 14 दिसंबर को इसुआपुर के प्राथमिक विद्यालय दरवा पुरसौली का निरीक्षण किया गया. इस दौरान विद्यालय की दो शिक्षिकाओ द्वारा विद्यालय में वर्ग कक्ष की उपलब्धता के बावजूद वर्ग 4 से 6 तक के बच्चे खुले में बैठाकर शैक्षणिक कार्य किया जा रहा था. जो अध्यापन कार्य की खानापूर्ति है. इससे ना सिर्फ शिक्षा के अधिकार से वंचित करना तथा सरकारी कार्य के विरुद्ध आचरण एवं विभागीय निर्देशों की अवहेलना बताया गया है.
डीपीओ ने दोनों शिक्षिकाओं और प्रधान शिक्षक से दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. साथ ही यह भी कहा है कि क्यों नहीं दोनों शिक्षिकाओं के विरुद्ध निलंबन एवं अनुशासनिक कार्यवाई के लिए सक्षम प्राधिकार को लिखने की बात कही गई है.
डीपीओ ने दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए जवाब की समीक्षा उपरांत वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया है.