मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर संजीव की कोर्ट रूम में गोली मारकर हत्या

मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर संजीव की कोर्ट रूम में गोली मारकर हत्या

लखनऊ, 07 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कैसरबाग स्थित एसी-एसटी कोर्ट में बुधवार की दोपहर पेशी पर आए कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर अधिवक्ता की वेशभूषा में आए थे। कई राउंड चली गोली में एक बच्ची लक्ष्मी, दो पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल हुए हैं।

वारदात को अंजाम देने के बाद भाग रहे हमलावरों में एक को वकीलों ने पकड़ लिया। उसे जमकर पीटा भी। कोर्ट में चली गोली से कुख्यात अपराधी की मौत की खबर मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और भारी संख्या में पुलिस बल कोर्ट परिसर में तैनात कर दी गई। वहीं, कोर्ट परिसर में हुई जघन्य अपराध को लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त है। अधिवक्ताओं ने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध शुरू कर दिया। पथराव में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने अधिवक्ताओं को शांत कराने का प्रयास किया।

जौनपुर का रहने वाला हमलावर
कुख्यात अपराधी संजीव की कोर्ट रूम में हत्या करने वाले हमलावर को अधिवक्ताओं ने पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया है। प्रारंभिक पूछताछ में हमलावार का नाम जौनपुर का रहने वाला विजय यादव बताया गया है। वह वकील की वेशभूषा में कोर्ट रूम पहुंचा था। जिस हथियार से उसकी हत्या हुई है, वह सेमी आटोमेटिक गन बतायी गई है। अब यह सवाल सामने आ रहा है कि जिस तरह से उसने कुख्यात अपराधी को मारा है, उसके पीछे उसका मकसद क्या है ? गोली चलाने की ट्रेनिंग कहां से मिली है ? उसके पीछे कौन है ? ऐसे कई सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।

बुलेट प्रुफ जैकेट में आता था संजीव
कोर्ट रूम में जिस कुख्यात अपराधी की गोली मारकर हत्या की गई है। उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह जब भी कोर्ट में पेशी पर आता था तो उसे बुलेटप्रुफ जैकेट में लाया जाता था। चारों तरफ पुलिस उसे घेरे रहती थी। लेकिन आज वो बुलेटप्रुफ में क्यों नहीं लाया गया है। इसको लेकर भी प्रश्न उठा रहा है। हालांकि उप्र शासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जीवा को बुलेटप्रूफ जैकेट में लाए जाने का कभी कोई आदेश नहीं दिया गया है।

अधिवक्ताओं ने सुरक्षा की मांग की
कोर्ट रूम में जिस तरह से एक कुख्यात अपराधी की हत्या की गई, उससे अधिवक्ता खेमें में हड़कम्प मचा हुआ है। वह अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। अधिवक्ता रिया रचना मिश्रा का कहना है कि जिस तरह से यह घटना हुई है, इससे कोर्ट परिसर में मौजूद सुरक्षा कर्मियों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कई अधिवक्ताओं ने खुद की सुरक्षा की मांग की है।

कंपाउडर से कुख्यात अपराधी बना जीवा
मुजफ्फरनगर जनपद के रहने वाले ओमप्रकाश माहेश्वरी का पुत्र संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पश्चिम उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी था। 90 के दशक में मुजफ्फरनगर में एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर की नौकरी करने वाले संजीव को पैसा कमाने की ललक ऐसी लगी कि उसने मालिक को ही अगवा कर लिया और बड़ी फिरौती की मांग की। वर्ष 1992 में उसने कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगी थी। पुलिस रिकार्ड के अनुसार उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में 24 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका था, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। वहीं, संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप था। हाल ही में उसकी करोड़ों की संपत्ति भी प्रशासन द्वारा कुर्क की गई थी।

भाजपा नेता ब्रम्हदत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया
कुख्यात अपराधी संजीव का नाम 10 फरवरी 1997 को हुई भाजपा नेता ब्रम्हदत्त द्विवेदी की हत्या में भी आया था। जिसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद वह मुन्ना बजरंगी गैंग में शामिल हो गया। इसी समय उसका सम्पर्क मुख्तार अंसारी से हुआ। मुख्तार को अत्याधुनिक हथियारों का शौक था तो संजीव के पास हथियारों को जुटाने का तिकड़मी नेटवर्क। इसी दौरान उसका नाम कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया। हालांकि, कुछ साल बाद कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था। इसके बाद सन 2017 में हरिद्वार में कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में कुख्यात बदमाश संजीव समेत चार आरोपितों को द्वितीय अपर जिला जज सहदेव सिंह ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद से वह लखनऊ जेल में रह रहा था।

पत्नी ने बताया था पति की जान को खतरा
कुख्यात बदमाश की पत्नी पायल ने साल 2021 में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर कहा था कि उसके पति (जीवा) जान को खतरा है। पायल 2017 में आरएलडी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ी थी, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

जिलाधिकारी बोले
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि कोर्ट रूम में पेशी के दौरान आये कुख्यात अपराधी संजीव उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है। हमले में एक बच्ची लक्ष्मी घायल है। सिपाही लाल मोहम्मद के पैर में गोली लगी है। कुछ सिपाही घायल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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