शिक्षक अभ्यर्थियों को बिहार सरकार कर रही दीग्भ्रमित: अभाविप

शिक्षक अभ्यर्थियों को बिहार सरकार कर रही दीग्भ्रमित: अभाविप

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छपरा इकाई के द्वारा डोमिसाइल नीति हटाने एवं शिक्षक अभ्यर्थियों को बिहार सरकार द्वारा दीग्भ्रमित करने के विरुद्ध एक दिवसीय धरना नगरपालिका चौक पर आयोजित हुआ।

जिसमें अभाविप के छात्र नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि बिहार एक युवा प्रधान राज्य है जहां उद्योग एवं कल कारखाने का घोर अभाव है ऐसे में राज के युवाओं के पास रोजगार के दृष्टिकोण से सरकारी नौकरी ही एकमात्र उपाय बचता है, सरकारी नौकरी की वैकेंसी भी कई -कई सालों तक नहीं निकलती एवं अगर निकलती है तो कई जगह प्रश्न पत्र लीक और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है.  ऐसे में पिछले माह घोषित एक लाख सत्तर हजार (1.70) स्कूली शिक्षकों की बहाली की घोषणा से युवाओं में एक नई उम्मीद जगी लेकिन पिछले कुछ महीने से घटनाक्रम और सरकार के प्रतिनिधियों के बयानों को देखने से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि या घोषित नीति बिहार के युवाओं के खिलाफ षड्यंत्र है एवं जानबूझकर नियुक्ति को टालने का प्रयास किया जा रहा है।

शिक्षक बहाली प्रक्रिया के बीच में डोमिसाइल नीति को बदलना तकनीकी रूप से गैरकानूनी है इससे बिहार के बच्चों के लिए अवसर की कमी हो जाएगी जहां सभी राज्यों अपने राज्यों में केवल अपने बच्चों को ही प्राथमिकता देने के लिए डोमिसाइल नीति को लागू करते हैं तो वहीं सभी गैर हिंदी राज्य अपने स्थानीय भाषा का ज्ञान भी अवश्यक कर देते।

शिक्षा मंत्री के बयान पर विद्यार्थी परिषद कहना चाहती है कि बिहार में नहीं है मेघा की कमी शिक्षक बहाली के लिए ऑल इंडिया लेवल पर वैकेंसी खोले जाने का जो शिक्षा मंत्री तर्क दे रहे हैं वह बहुत ही शर्मनाक है बिहार में मेघा की कोई कमी नहीं है विज्ञान स्ट्रीम में अभ्यर्थियों की भी कोई कमी नहीं है शिक्षा मंत्री गणित के लिए भी अभ्यर्थियों की कमी की बात करते हैं जबकि पूरे देश और दुनिया में गणित के क्षेत्र में बिहार की छात्रों का जलवा है शिक्षक बहाली की नियमावली और सिलेबस में जिस प्रकार परिवर्तन हो रहे हैं उससे सभी छात्र अभ्यर्थी परेशान हैं और कंफ्यूज में हैं अभी तक 8 बार विज्ञापन में संशोधन किया जा चुका है बिहार शिक्षक बहाली निकाली गई है उसमें संशोधन किए जा रहे हो रहा है कि बिना तैयारी के बाहर निकाल दी गई है. 

वही इसके विरोध में 2 जुलाई को पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस के द्वारा किया गया बल प्रयोग शर्मनाक है इसके लिए छात्रों से बिहार सरकार को माफी मांगी चाहिए एवं एक उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए. 

इस मौके पर मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री अपराजिता सिंह विश्व विद्यालय संगठन मंत्री पुरुषोत्तम कुमार विश्वविद्यालय संयोजक प्रशांत सिंह जिला संयोजक रवि शंकर कुमार रजनीकांत सिंह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमर पांडे रानी सिंह हिमांशु कुमार सिंह नगर सह मंत्री युवराज रंजन नितेश कुमार रिशु राज अनमोल पांडे ललिता यादव विकेश कुमार इत्यादि दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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